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c. 2अभिमन्यु कला प्रदर्शन

अव अभिमन्यु बड़ा हो चुका है उसकी उम्र लगभग 16 साल की है इकलोता होने के कारण महाराज उदय सिंह उसकी गलतीयो को नजर अंदाज करते रहते है अभिमन्यु अपनी शक्तियों से प्रजा को परेशान करता रहता था एक बार की बात है अभिमन्यु अपने दोस्तों के साथ राज्य में घूमने निकलता है तभी उसके दोस्तों को भूख लगती है पास में विवेक लाल गुलेही नामक फल का एक बाग है जिस पर बहुत सारे फल लगे हुए है अभिमन्यु के दोस्त अभी मिलने से कहते हैं यार तुम्हारे पास बहुत सही शक्तियां क्यों ना तुम इन सारे फलों को तो दो जिससे हम अपनी भूख मिटा सके दोस्तों की बात सुनकर अभिमन्यु के मन मैं अभिलाषा जागती है की क्यों ना मैं भी इन फलों को खा कर देखो अपनी शक्ति से एक चक्रवात🌪 का निर्माण करता है जोकि ज्यादा बड़ा नहीं होता है वह सभी पेड़ों के पास से निकलता है और फूलों के फल टूट टूट कर नीचे गिरने लगते हैं और वे लोग फल खाने में व्यस्त हो जाते हैं लेकिन फल खाते हुए अभिमन्यु को ध्यान नहीं देता है कि चक्रवात रोकना भी है वह यहां फल खाने में व्यस्त होता है और वहां चक्रवात पूरे जंगल के फलों को तोड़ देता है थोड़ी देर बाद जब यह लोग वहां से जाते हैं तभी अभिमन्यु जंगल की तरफ देखता है की मैंने अभी चक्रवात रोका नहीं है और उसने सारे फलों को तोड़ दिया अभिमन्यु चक्रवात को वापस ले लेता है और वहां से चुपचाप चला जाता है यह सब प्रजा का वह किसान देख लेता है जिसका वह बाग है वह बहुत परेशान होता है और क्रोध में आकर वह राजा उदय सिंह के पास अभिमन्यु की शिकायत करने पहुंचता है तो उन्हें सारी बात बताता है कि अभिमन्यु ने उनके फलों को बर्बाद कर दिया राजा उदय सिंह उसे नुकसान का मोल दे देते हैं और वह किसान महाराज से कहता है की आप अभिमन्यु की गलतियों को नजर अंदाज ना किया करो महाराज कहते हैं तुम्हारे नुकसान की भरपाई हमने कर दी है अब तुम यहां से जा सकते हो वह किसान वहां से चला जाता है।

तभी महारानी रूपरेखा कहती हैं आप अभिमन्यु कुछ कहते नहीं अपनी शक्तियों का उपयोग ठीक से नहीं कर रहा अब वह बड़ा हो गया है उसे अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए

महाराज उदय सिंह कहते हैं की तुम ठीक कहती हो हम समझाएंगे वैसे भी उसे आने वाले समय में राजा बनना है तभी महाराज का साला कूट उनसे कहता है की अभी इतनी जल्दी क्या अभिमन्यु अभी अपनी शक्ति का प्रयोग सीख रहा है तभी महाराज कहते हैं नहीं ऐसे में है अपनी शक्तियों का प्रयोग नहीं सीख पाएगा राजगुरु को बुलाया जाए अभी सैनिक राजगुरु के पास संदेश लेकर जाते हैं और राजगुरु महाराज के पास आते महाराज राजगुरु से निवेदन है कि आप अभिमन्यु को उसकी शक्तियों का प्रयोग करना सिखाइए राजगुरु महाराज का आदेश मानते हैं और अभिमन्यु वध उसकी शक्तियों पर प्रयोग सिखाते हैं

कुछ ही साल में अभिमन्यु अपनी शक्तियों प्रयोग करना सीख जाता है और राजगुरु उससे प्रसन्न होकर उसकी शक्तियों को एक गदा के अंदर रखने का तरीका बताते हैं और उसे एक गदा बनाकर देते हैं जिससे वह अपने शक्तिमान को उस गदा के अंदर रखता है राज परिवार में जो भी शक्तियों का प्रयोग सीखता है उसके बाद उन्हें उन शक्तियों का प्रयोग कर कर एक प्रतियोगिता मैं दिखाना पड़ता है ।

महाराज उदय सिंह पूरे राज्य में घोषणा करवा देते हैं की अभिमन्यु की शिक्षा पूरी हुई है और कला का प्रदर्शन होने जा रहा हैआ और यह बात सुनकर राज्य के लोग बहुत उत्साहित होते हैं अभिमन्यु शक्ति प्रदर्शन देखने के लिए 2 दिन बाद वह देना जब अभिमन्यु शक्ति प्रदर्शन प्रजा के सामने बहुत सी भीड़ शक्ति प्रदर्शन देखने आती है और अभिमन्यु अभिमन्यु को बुलाया जाता है अभिमन्यु चक्रवात के साथ मैदान में आता है अभिमन्यु को प्रतियोगिता के नियम समझा जाते हैं उससे कहा जाता है कि इस प्रतियोगिता में जो भी तुम्हारे सम्मुख लड़ेगा उसे तुम केवल अपनी युद्ध कला और अपने बल से हरा सकते हो अपनी शक्तियों का प्रयोग नहीं कर सकते अभिमन्यु कहता है जैसा आपका आदेश महागुरु और फिर महाराज वहां पर बंद कुछ खूंखार जानवरों के पिंजरे को खोलने का आदेश देते हैं जानवरों के संग लगभग 20 से 25 थी जिसमे🦁🐯🐅🐗🐘🐃🐺🦍 शेर चीता जंगली सूअर हाथी आदि बहुत से जानवर एक साथ अभिमन्यु पर दावा बोलते हैं अभिमन्यु एक एक कर सभी को अपने बल से और युद्ध कला सिंह को हरा देता हूं और महाराज और सभी लोग बहुत खुश होते हैं किंतु एक चेहरे पर अभी भी उदासी वह चेहरा था अभिमन्यु के मामा कूट ऊपरी मनसे हंसते हैं और अंदर ही अंदर क्रोधित भी होते हैं।