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बात एक रात की...

रात के अंधेरे में चार्ल्स उस अनजान साये का पीछा करते हुए काफ़ी दूर निकल आया था। कुत्तों के रोने की आवाज साफ़ सुनी जा सकती थी, जो रात के उस माहौल को और अधिक डरावना बना रही थी। कोहरे ने काफ़ी हद तक दिवार की भूमिका निभाई लेकिन चार्ल्स को इस बात की ज़्यादा चिंता थी कि कहीं उसके आगे चलने वाला शख्स उसकी आँखों से ओझल न हो जाए। चार्ल्स इस बात की सावधानी भी रख रहा था कि कहीं उसे भनक न लगे कि कोई उसके पीछे है। सड़के बिलकुल सुनसान थीं जैसे शहर में कोई भी न हो सिवाय वह अनजान साये के जो ख़ुद को महफूज़ समझ कर अपनी मंज़िल की ओर बढ़ रहा था और चार्ल्स के जो उस अनजान साये का बड़ी सतर्कता के साथ पीछा कर रहा था। चलते चलते अचानक वह अनजान साया रुक जाता है, चार्ल्स ये देखते ही एक दरख्त के पीछे छुप जाता है उसकी दिल की धड़कन काफ़ी तेज़ हो गई थी, उसे ऐसा लग रहा है कि जैसे सीने पर किसी ने काफ़ी वज़न दार चीज़ रख दिया हो, ऐसा डर के कारण हो गया था। चार्ल्स को इस बात की चिंता थी कि कहीं उस अनजान शख्स को इस बात का पता तो नहीं चल गया कि कोई उसका पीछा कर रहा है। चार्ल्स कुछ देर के लिए दरख्त के पीछे छुपा रहा फिर हिम्मत के साथ उस साये को देखा, वह उसी अवस्था में चार्ल्स की ओर पीठ करके खड़ा था, अब चार्ल्स की जान में जान आई कि वह पकड़ा नहीं गया। पर उसके मन में यह दुविधा थी कि वह शख्स आगे अपनी मंज़िल की ओर क्यूँ नहीं बढ़ रहा है।

Ivan_Edwin · Terror
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16 Chs

द टाइप राइटर-8

चलते - चलते चार्ल्स और हॉवर्ड वुड्स विला से काफ़ी दूर निकल आए थे, इस बीच चार्ल्स ने कई बार हॉवर्ड की खामोशी तोड़ने की कोशिश करी पर हॉवर्ड के मुँह से एक शब्द नहीं निकला, वह तो बस सीधे चला जा रहा था।

"अब तुम मुझे गुस्सा दिला रहे हो हॉवर्ड... तुम मुझे बताते क्यूँ नहीं हो तुमने अंदर वुड्स विला में क्या देखा, अगर तुम्हें याद न हो तो याद दिला दूँ कि हम विला में एक मक़सद से गए थे, हमने तय किया था कि आज रात वुड्स विला के राज़ के बारे में पता कर के रहेंगे, पर लगता है कि तुम्हें किसी खास बात का पता चला है और वह तुम मुझे नहीं बताना चाहते हो ", चार्ल्स ने क्रोधित स्वरों में हॉवर्ड से कहा।

पर हॉवर्ड चलता ही जा रहा था, चार्ल्स की किसी बात का उस पर कोई असर नहीं हुआ। उसने अपनी गति और बढ़ा दी, चार्ल्स को भी उसके साथ तेज़ी से चलना पड़ गया क्यूँकि चार्ल्स उसे बिना वुड्स विला के बारे में जाने बगैर उसे जाने नहीं दे सकता था।

"और कितनी भी तेज़ चल लो हॉवर्ड, तुम मुझसे पीछा नहीं छुड़ा सकते हो... तुम्हें मुझे बताना ही पड़ेगा कि वुड्स विला में क्या हुआ था, तुम अचानक ही कहाँ लापता हो गए थे और तुम्हें किस बात का पता चला है जो इतनी तेजी से डर के भागे जा रहे हो... जवाब दो हॉवर्ड", चार्ल्स ने एक बार फिर से हॉवर्ड से पूछा पर हॉवर्ड पर किसी बात कोई असर नहीं हो रहा था।

अब तक दोनों काफ़ी दूर निकल आए थे और शहर के चौराहे पर दोनों को एक बग्घी खड़ी दिखी जिस पर कोचवान सवार था, वह घोड़ा गाड़ी उनसे अब भी काफ़ी दूर थी।

" हॉवर्ड अब तो हम दोनों काफ़ी दूर निकल आए हैं, अब तुम्हें वुड्स विला से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है... मैं हूँ न तुम्हारे साथ और अब तो शहर तक पहुंच ही गए हैं, वह सुनसान विला काफ़ी पीछे रह गया है दोस्त, अब तो मुझे बता दो कि तुमने वहाँ ऐसा क्या देखा था", चार्ल्स ने एक बार फिर बात घुमा कर हॉवर्ड से वुड्स विला के बारे में जानने की कोशिश करी पर इस बार भी वह नाकाम रहा, हॉवर्ड अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं था, चार्ल्स इस बात पर बुरी तरह से झुंझला चुका था, हॉवर्ड का इस किस्म का व्यवहार उसने पहले कभी नहीं देखा था, उसका दोस्त हॉवर्ड तो उससे बहुत प्यार करता था और उसे हर बात बताया करता था, शहर में लोग इन दोनों की दोस्ती की मिसाल दिया करते थे, पर आज अचानक ऐसा क्या हो गया जो हॉवर्ड इस तरह से बदल गया या फिर ये किसी बात से डर गया है, चार्ल्स के मन में ये विचार बार बार जन्म ले रहे थे पर हॉवर्ड अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं था।

कुछ ही देर में दोनों उस बग्घी के नज़दीक पहुँचते हैं, हॉवर्ड भारी आवाज़ में कोचवान को चार्ल्स के घर का पता बता कर उससे चलने को पूछा, कोचवान चलने को तैयार हो गया। दोनों उस घोड़ा गाड़ी में सवार हो गए, उनके बैठते ही कोचवान ने गाड़ी बढ़ा दी और तय की गई मंज़िल की ओर चलने लगी। चार्ल्स को इस बात की बड़ी हैरानी हो रही थी कि हॉवर्ड ने उसके घर का पता बताया जबकि आज रात दोनों का हॉवर्ड के घर पर रुकने का प्रोग्राम था। हॉवर्ड के चुप्पी तोड़ते ही चार्ल्स को खुशी महसूस हुई, उसे इस बात की उम्मीद नज़र आ रही थी कि हॉवर्ड शायद उसे उसके घर जाने के बाद सारी बातें बताने वाला है। चार्ल्स से भी ज़्यादा इंतज़ार नहीं हो रहा था, वह भी जल्दी घर पहुँच कर इस पहेली को सुलझाना चाहता था। चार्ल्स ने अब अपने मन में सोचा कि इस समय हॉवर्ड से कुछ भी पूछना मुनासिब नहीं होगा, घर तो चल ही रहे हैं वहीं सारा राज़ खुल जाएगा, इस समय एक तीसरा इंसान भी मौजूद है जो उनकी बातों को सुन सकता है।

कोचवान रात में खाली सड़क पर बड़े आराम से अपनी बग्घी चला रहा था, कुछ ही देर बाद सभी चार्ल्स के अपार्टमेंट के नीचे पहुंचते हैं, गाड़ी से उतरते ही चार्ल्स कोचवान को उसकी तय की गई रकम चुकाता है और हॉवर्ड के साथ अपने फ्लैट की ओर चल पड़ता है। चार्ल्स बड़ी फुर्ती के साथ सीढ़ियों पर चढ़ता है क्यूँकि उसे हॉवर्ड से सारी बातें जानने की उत्सुकता थी। हॉवर्ड उसके पीछे पीछे सीढ़ियाँ चढ़ रहा था। फ्लैट के दरवाजे पर पहुँचते ही चार्ल्स अपनी जेब से चाबी निकाल कर दरवाजे को खोलता है, घर में प्रकाश के लिए लालटेन जला देता है और साथ ही कुछ मॉमबत्तियाँ भी जिससे घर में अच्छा खासा प्रकाश हो जाता है, थोड़ी देर बाद वहां हॉवर्ड भी पहुंचता है। वह अपना हैट और ओवर कोट स्टैंड पर टाँग देता है जो मुख्य दरवाजे के एक ओर स्थित था, फिर वह धीरे धीरे कमरे के अंदर प्रवेश करते समय हर चीज पर अच्छी तरह से निगाह डालता है, उसे कमरे में एक ओर चार्ल्स का खरीदा हुआ टाइप राइटर नज़र आता है, वह उस टाइप राइटर के नज़दीक जाता है और उसे छू कर देखता है। चार्ल्स उसकी इस हरकत को देख कर बड़ा हैरान होता है, वह कमरे में हर चीज़ को इस तरह से देख रहा था जैसे चार्ल्स के घर में पहली बार आया हो और टाइप राइटर पर नज़र पड़ते ही आँखों में चमक सी आ गई थी जैसे किसी चीज़ को बहुत दिनों बाद देख रहा हो।

"अब बताओ भी हॉवर्ड तुमने वहाँ ऐसा क्या देख लिया जो इतनी जल्दी भाग आए... मुझे मिसेस वुड एक ख़ास विधि के बारे में बता रही थीं, धीरे धीरे शराब के नशे में वह मुझे वुड्स विला का सारा राज़ बता देंती अगर तुमने बीच में आकर हमें डिस्टर्ब न किया होता तो," सारी बातों को नज़रअंदाज़ करते हुए चार्ल्स ने हॉवर्ड को एक बार फिर से टोका।

" नाम मत लो उस औरत का ", हॉवर्ड की चीख से सारा कमरा गूँज उठा, हॉवर्ड का चेहरा गुस्से से बुरी तरह लाल पड़ चुका था और आँखें खून उगल रही थीं। मिसेस वुड का नाम सुनते ही जैसे उसके अंदर बिजली सी दौड़ गई हो।

" ठ... ठीक है नाम नहीं लूँगा लेकिन तुमने मुझे बताया नहीं कि तुमने वहाँ ऐसा क्या देख लिया जो इतनी बुरी तरह से भाग आए, क्या तुम्हें वुड्स विला का राज़ पता चल गया", चार्ल्स ने उत्सुकता पूर्वक हॉवर्ड से पूछा। चार्ल्स को हॉवर्ड का यह व्यवहार देख कर आश्चर्य हुआ।

" वुड्स विला का राज़... वुड्स विला का राज़, सिर में दर्द पैदा कर दिया वुड्स विला के राज़ को पूछते-पूछते, अब कान खोलकर सुन ले, ये जो तू टाइप राइटर उठा कर लाया है ये मेरा है और मैं तेरा दोस्त हॉवर्ड नहीं हूँ... मैं हूँ मिस्टर वुड और ख़बरदार जो मुझे अपना दोस्त बुलाया तो ", हॉवर्ड ने कठोर शब्दों में चार्ल्स से कहा और उसके कहते ही फ्लैट का मुख्य दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया, जिसे देख चार्ल्स के होश से उड़ गए, डर से उसके हाँथ पाँव जम से गए थे, दिमाग बिल्कुल सुन्न पड़ गया था, कुछ भी सोचने समझने की शक्ति नहीं थी चार्ल्स को ऐसा प्रतीत हो रहा था। ये कैसी बला थी जो चार्ल्स के साथ इतनी दूर तक चलकर उसके घर तक पहुंच गई थी और वह चार्ल्स से क्या चाहती थी, यही ख़याल चार्ल्स के मन में भी चल रहा था। हॉवर्ड के इस व्यवहार ने उसे बुरी तरह से हिला कर रख दिया था।

"हा हा हा... हा हा हा, ओह! चार्ल्स... डियर चार्ल्स, मैंने तुम्हें कहा था न कि ओइजा बोर्ड के अपने कुछ नियम हैं, पर तुमने मेरी बात को गंभीरता से नहीं लिया, जिस आत्मा को एक बार ओइजा बोर्ड के इस्तेमाल से बुलाते हैं उसे वापस भेजने के लिए 'गुड बाय' कहते हैं नहीं तो हमेशा के लिए आत्मा वहीं अटक जाएगी...अब तुम्हें कौन समझाए जिसके साथ तुम गए हो वह मेरे पति मिस्टर वुड की आत्मा थी तुम्हारा दोस्त हॉवर्ड नहीं और तुम्हारा दोस्त हॉवर्ड इस समय बगीचे में मरा पड़ा है क्यूँकि तुम्हारे दोस्त को तुमसे वुड्स विला के अंदर आते समय अलग करने वाली मार्गरेट भी दरअसल मिस्टर वुड की ही आत्मा थी, उसी ने तुम्हारे दोस्त हॉवर्ड को मारा है ", मिसेस वुड वुड्स विला में आईने के सामने ख़ुद से बातें कर रही थीं, उन्हें शराब का नशा काफ़ी हो गया था और शायद यही वजह थी कि उनके मुँह से सच निकल रहा था," अब तुम्हारे दोस्त हॉवर्ड और तुम्हारा भी संगमरमर का पुतला बनवा कर वुड्स विला के बगीचे की रौनक बढ़ाई जाएगी, मिस्टर हॉवर्ड की लाश का पता तब तक नहीं चलेगा जब तक कि मेरे वफादार कारीगर उसका पुतला नहीं बना देते हैं... वह भी एक एंजेल के रूप में नज़र आएगा विला में पर अफसोस तुम इस नज़ारे को नहीं देख पाओगे, ओह! मुझे बड़ा दुख हो रहा है ये सोचकर, पर साथ ही इस बात की खुशी भी है कि मिस्टर हॉवर्ड मेरे बगीचे के 52 नंबर के एंजेल बनेंगे और उसके मरते ही मुझमें जवानी एक बार फिर से वापस आ गई है और अब मैं फिर से किसी 25 साल की लड़की से कम नहीं लग रही हूँ... यही तो मेरी जवानी का राज़ है जवान और कुँवारों की मौत मेरी उम्र बढ़ा देती है ", मिसेस वुड ने झूमते हुए कहा और ख़ुद को अच्छी तरह से आईने में देखने लगीं, वह वाकई गज़ब की सुंदर दिख रही थी, उसके चेहरे पर मौजूद झुर्रियां भी गायब हो चुकीं थीं और उनके यौवन में एक नया निखार आ चुका था।

उधर चार्ल्स के अपार्टमेंट में कोहराम मचा हुआ था क्यूँकि हॉवर्ड उर्फ़ मिस्टर वुड की आत्मा ने घर की हर चीज़ अस्त व्यस्त कर दी थी और चार्ल्स के लिए एक परेशानी का कारण बन गई थी। ऐसी परेशानी जिससे वह चाह कर भी पीछा नहीं छुड़ा सकता था और न कहीं दूर भाग सकता था। देखते ही देखते चार्ल्स की नज़रों के सामने ही उसका दोस्त हॉवर्ड मिस्टर वुड का रूप ले लेता है, चार्ल्स यह देखकर बुरी तरह से चौंक जाता है।

" देख... ये देख मैं ही हूँ मिस्टर वुड...वुड्स विला का भूत और हत्यारा, जिसे ढूंढने के लिए तू और तेरा दोस्त वुड्स विला गए थे लेकिन ये कहानी वुड्स विला से शुरू नहीं होती है, बात उन दिनों की है जब मैं एक कुँवारा, जवान और खूबसूरत ऑफिसर था ब्रिटिश नौ सेना का, उन दिनों ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का राज फैला हुआ था और अक्सर ही मुझे जहाज लेकर यात्रा करनी पड़ती थी, एक बार अपनी यात्रा के दौरान मुझे साउथ अफ्रीका जाना पड़ा जहाँ मेरी मुलाकात क्लारा से हुई, वह बेहद खूबसूरत और अकर्षक थी, उसके पिता का देहांत हो चुका था, वो ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधिकारियों में से एक थे, क्लारा अपनी माँ मिसेस ईवा ब्राउन के साथ रहती थी, मिस्टर ब्राउन अपने देहांत से पहले ही भारत से साउथ अफ्रीका भेजे गए थे, क्लारा से मेरी पहली मुलाकात क्लब में हुई थी जहाँ रिटायर अधिकारी और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े लोग ही आ जा सकते थे, वहाँ वह अपने कुछ दोस्तों के साथ मज़े कर रही थी, उसके अंदर अजीब सी कशिश थी जो मुझे उसकी ओर खींच रही थी, मैंने उस रात उसका पीछा किया ताकि उसके घर का मुझे पता चल सके, अगले ही दिन मैं उसके घर उसकी माँ से उसका हाथ मांगने पहुँचा, पहले तो उसकी माँ मिसेस ब्राउन थोड़ा झिझक रहीं थीं क्यूँकि मैं इंग्लैंड का रहने वाला और पहली बार ही क्लारा से मिला, फिर मुझे एक ही नज़र में प्यार भी हो गया, यह बात उन्हें कुछ अजीब लग रही थी, मैं उनकी उलझन समझ गया और मैंने उनसे कहा कि मुझे कोई जल्दी नहीं है वह इस सिलसिले में अच्छे से विचार कर सकती हैं, मेरे पास अब भी एक महीना था, फिर जहाज के साथ सेना की टुकड़ी लेकर लंदन वापस आना था, मिसेस ब्राउन ने यह बात क्लारा के सामने रखी, क्लारा को ये बात बहुत अजीब लगी इसलिए उसने मुझसे मिलने का फैसला किया और सीधा ऑफिसर रेजिडेंस पहुँची जहां से उसे मेरे क्वार्टर का पता चला, वह मुझसे मिली तो मैं उसकी सुंदरता को देखकर खो सा गया, वह यह देखकर शर्मा सी गई और इस तरह हमारे प्यार की शुरुआत हुई, क्लारा से मुझे काफ़ी उम्मीदें थीं क्यूँकि उसके सिवा मेरा कोई न था इसलिए हमने शादी के बाद मिसेस ब्राउन को भी अपने साथ रखने का फैसला किया, शादी के बाद हम सब लंदन आ गए और वुड्स विला में एक साथ रहने लगे, शुरुआत में सब कुछ बिलकुल सही चल रहा था, पर एक दिन जब मैं अचानक ही घर पहुंचा तो दोनों माँ बेटी को एक दूसरे से लड़ते हुए पाया, दोनों एक दूसरे से किसी बात पर नाराज़ थीं, मैं कुछ देर के लिए दरवाज़े पर ही रुक गया और उनकी बातें सुनने लगा, उनकी बातों से मुझे पता चला कि क्लारा उनकी अपनी बेटी नहीं है बल्कि उनकी बड़ी बहन कैथरीन की है जिसके पिता ने दोनों माँ बेटी को अपनाने से इंकार कर दिया था और क्लारा के पैदा होने से पहले ही उसकी माँ को छोड़कर चले गए थे, कोई नहीं जानता था कि वह कौन हैं, कुछ का कहना था कि वह बहुत सिद्ध पुरुष थे और तंत्र मंत्र जादू टोने में माहिर थे, क्लारा की माँ कैथरीन को भी इन सब चीजों में दिलचस्पी थी और इसी वजह से दोनों के बीच नज़दीकी बढ़ती गयी, देखते ही देखते दोनों और करीब आ गए फ़िर क्लारा के जन्म की ख़बर पाते ही उसके पिता ने उसकी माँ को अपनाने से मना कर दिया था, क्लारा की माँ ने बच्चे को जन्म देने का फैसला किया और साथ ही सीखे हुए जादू टोने से अपने प्यार को भी पाने की कोशिश की, जब क्लारा पेट में थी तो ओइजा बोर्ड के सहारे आत्माओं को बुलाया करती थी और उनसे अपना काम करवाया करती थी, प्यार में ठोकर खाई हुई कैथरीन के मन में अब बदले की भावना ने जन्म ले लिया था और उसने आत्माओं द्वारा क्लारा के असली पिता से बदला लेने का मन बना लिया था, उसने अपनी तंत्र विद्या का इस्तेमाल कर के ओइजा बोर्ड की सहायता से एक शक्तिशाली आत्मा को बुलाया और काम हो जाने पर अपनी आत्मा उसे सौंपने की पेशकश रखी...ये क्लारा की किस्मत ही थी कि जिस दिन उस आत्मा ने उसके पिता की जान ली ठीक उसी समय उसकी माँ ने उसे जन्‍म दिया, नहीं तो वह आत्मा माँ बेटी दोनों को अपने साथ ले जाती... अब चूँकि क्लारा की माँ कैथरीन ने क्लारा के पेट में होते हुए ओइजा बोर्ड और काले जादू का इस्तेमाल किया था इसी वजह से क्लारा के अंदर भी कुछ शक्तियां मौजूद थीं जिनसे वह कुछ भी कर सकती थी और करवा सकती थी ", मिस्टर वुड की आत्मा ने कठोर शब्दों में चार्ल्स से कहा और उसे सारी कहानी शुरूआत से सुनाने लगे।

मिस्टर वुड की आत्मा चार्ल्स को कहानी सुनाना जारी रखती है " उस दिन जब मैंने दोनों माँ बेटी की बातें सुनी तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई, क्लारा की माँ उसकी मौसी थीं जबकि उसकी असली माँ जन्म देते ही चल बसीं थीं, ये सारी बातें जानते हुए भी मैंने सबकुछ नज़रअंदाज़ कर दिया क्यूँकि मुझे क्लारा से मोहब्बत थी या ये कह लो मैं पूरी तरह से उसके वश में था इसलिए उसकी बुराई पर भी मैंने पर्दा डाल दिया, क्लारा की मौसी उसे अक्सर काले जादू को इस्तेमाल करने से मना करती थी लेकिन क्लारा ने उनकी एक न सुनी, उस पर तो जैसे जुनून सवार था और एक दिन उस वुड्स विला की चार दीवारी के बीच में वह हादसा हो गया जिसने सब कुछ बदल कर रख दिया, अचानक ही क्लारा की मौसी के गुज़र जाने की खबर मिली... मैं अपनी यात्रा के बीच में से वापस आ गया क्यूँकि मुझे लगा कि क्लारा को मेरे सहारे की जरूरत पड़ेगी लेकिन सब कुछ बदल चुका था, क्लारा को अपनी मौसी के गुज़र जाने की कोई तकलीफ नहीं थी, उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे कुछ हुआ ही न हो, ऐसा प्रतीत होता था कि क्लारा ने ही काले जादू का प्रयोग कर के उस ओइजा बोर्ड की सहायता से आत्मा बुलाकर अपनी मौसी का कत्ल किया हो, कुछ दिनों बाद मुझे एक विशेष कार्य से फ़िर जहाज लेकर जाना था लेकिन मैंने किसी को अपने लौटने की ख़बर सही से नहीं दी, मुझे अपनी पत्नी पर शक़ होने लगा था, मैं ये देखना चाहता था कि मेरी गैरमौजूदगी में वुड्स विला में क्या क्या होता है, तो अपनी योजना के मुताबिक जब मैं वापस आया तो मैंने अपने सबसे करीबी दोस्त की बाहों में अपनी पत्नी को पाया, यह दृश्य देखकर मेरे हाँथ पाँव जम गए थे, मेरा सबसे करीबी दोस्त और मेरी पत्नी जिनके बारे में मैं कभी अपने सपने में भी नहीं सोच सकता था कि वे दोनों मुझे धोखा देंगे लेकिन इंसान की नियत बिगड़ते देर नहीं लगती है, उस समय मैंने कुछ भी करना मुनासिब नहीं समझा क्यूँकि मैं अपनी पत्नी क्लारा के सामने बेबस सा हो जाता था, उसकी शक्तियों के आगे मुझे घुटने टेकने पड़ते थे, ऐसा उसके द्वारा किए गए काले जादू की वजह से था, समय और बीतता गया मेरा दोस्त क्लारा की मदद करता था नौजवान लड़के लड़कियों को उसका शिकार बनाने में, ऐसा क्लारा ने एक विधि के तहत किया था जिसमें अंधेरी दुनिया में काली शक्तियों के स्वामी ने उसे अपनी दुल्हन के रूप में स्वीकार कर लिया था और उसे सदा जवान रहने की शक्ति दी, बस शर्त यही थी कि उसे कुँवारे लड़के और लड़कियों की बलि चढ़ानी पड़ेगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो धीरे धीरे क्लारा की बढ़ती उम्र के साथ मृत्यु भी हो जाएगी... क्लारा ने अपने हुस्न के जाल में कितने जवान लड़कों को फँसाया और उन्हें मौत के घाट उतार दिया, टाइपिस्ट की नौकरी का झांसा देकर कितनी जवान लड़कियों को भी मौत के घाट उतार दिया, लेकिन किसी को इस बात का पता नहीं चल पाया कि वह सभी हत्याकांड था, क्लारा ने इस बात का विशेष ध्यान रखा था वह काली शक्तियों के स्वामी को उनकी बलि आत्माओं द्वारा ही चढ़ाती थी जिन्हें वह अपने ओइजा बोर्ड के इस्तेमाल से ही बुलाती थी, इन सभी बातों का खुलासा मेरे सामने धीरे धीरे होने लगा... मुझे आज भी वह बरसात की रात याद है जब मेरा झगड़ा क्लारा से हुआ था, मैंने उसे याद दिलाया कि उसे मैंने अपने दोस्त की बाहों में देखा था जिससे उसका क्रोध और बढ़ गया, मैंने उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया था, वह झगड़ने के बाद कमरे से बाहर चली गई, मैं अपने इसी टाइप राइटर पर एक सरकारी चिट्ठी टाइप कर रहा था, जिसके टाइप होते ही मैं उसे स्थानीय दरोगा के पास भेजने वाला था पर इससे पहले कि वह लेटर टाइप हो पाता किसी ने भारी चीज़ से मेरे सिर के पीछे एक ज़ोरदार वार किया, प्रहार इतनी ताकत से किया गया था कि मेरी मृत्यु उसी समय हो गई, मैंने प्रहार करने वाले को देखा वो कोई और नहीं बल्कि मेरा करीबी मित्र था जिसने क्लारा का हर जुर्म में साथ दिया था, तभी मुझे एहसास हुआ कि कोई मंत्रों की शक्ति से मेरी आत्मा को अपने बस में कर रहा है वो कोई और नहीं बल्कि मेरी पत्नी क्लारा थी जिसे मैंने दिलो जान से प्यार किया था, उस दिन मुझे उसकी दरिंदगी का सही से एहसास हुआ, इसी टाइप राइटर पर मेरे खून की कुछ बूंदें गिरी हुईं थीं जिसके बारे में शायद मेरे दोस्त को भी नहीं पता था... वह टाइप राइटर क्लारा ने बड़ी कुशलता से मेरे उसी दोस्त को बेच दिया जिसने मेरी हत्या की थी, अब क्लारा के पास मेरी आत्मा बंधक थी जिससे वह कुछ भी करवा सकती थी ऐसे में उसके लिए मेरा दोस्त बेकार ही साबित हो रहा था, उसके कुछ ही महीने बाद दोनों मियाँ बीवी की कार एक्सिडेंट में मृत्यु हो गई और तभी से यह टाइप राइटर हर जगह घूम रहा है और क्लारा के अंधेरी दुनिया के स्वामी के लिए बलि ढूंढने का काम कर रहा है जिससे न सिर्फ़ केवल उसकी शक्तियां बढ़ती हैं बल्कि क्लारा का सौंदर्य भी बढ़ता है और वह भी शक्तिशाली हो जाती है...अब इस बार ये टाइप राइटर तुम्हारे पास है तो इसका मतलब यही है कि तुम्हारी भी नरबली चढ़ानी पड़ेगी अंधेरी दुनिया के उस स्वामी को जिसके लिए हम सब काम करते हैं ", मिस्टर वुड चार्ल्स से कहते हैं और उनके कहते ही चार्ल्स को सांसे लेने में तकलीफ होने लगती है और पल भर में चार्ल्स की मृत्यु हो जाती है। दोनों दोस्तों की जान वुड्स विला के राज़ को जानने में चली जाती है।

" ज़रा आप इसे देखेंगे, प्लीज़... मुझे ये टाइप राइटर बेचना है, आप इसकी कितनी कीमत दे सकते हैं", एक अनजान शख्स एक दुकानदार के पास उसी टाइप राइटर को लेकर आता है, वह उसे बेचना चाहता था, दुकानदार उस टाइप राइटर को अच्छी तरह से देखता है और दोनों के बीच सौदा तय हो जाता है, वह शख्स जो ये टाइप राइटर लेकर आया था सौदा तय हो जाने के बाद मुस्कुराते हुए उस दुकान से बाहर निकल जाता है, एक बार फिर से उस टाइप राइटर का खूनी खेल शुरू होने की तैयारी में था, वह अपने मालिक का इंतजार कर रहा था ताकि कोई उसे खरीदे और एक बार फिर से वुड्स विला के राज़ को जानने के लिए इच्छुक व्यक्ति की बलि चढ़ा सके।

"वाह क्या ज़बर्दस्त कहानी थी, सुनकर मज़ा आ गया और रौंगटे भी खड़े हो गए, इस कहानी पर तो बढियां हॉरर फिल्म बन सकती है... मुझे तो कहानी बेहद पसंद आई, लेकिन एक बात समझ में नहीं आई कि मिस्टर वुड की आत्मा ने टाइपिस्ट एलिजाबेथ का रूप लेकर हॉवर्ड को क्यूँ धोखा दिया, वह उसे भी सच बता कर मार सकता था लेकिन उसने कहानी इतनी लम्बी क्यूँ घूमाई ", अपनी कार चलाते हुए रमेश ने अपनी गर्लफ्रेंड जेनिफर से पूछा।

"ज़रा सोचो, टाइप राइटर किसने खरीदा था, उस टाइप राइटर को खरीदते ही चार्ल्स के पीछे काली शक्तियां पड़ चुकीं थीं, हॉवर्ड और चार्ल्स एक साथ वुड्स विला में घुसे थे जबकि हॉवर्ड को बाहर बगीचे में ही रुकना पड़ा, राज़ का पता चलते भी मौत निश्चित ही थी दोनों की, तो टाइप राइटर खरीदने की वजह से केवल चार्ल्स को ही वुड्स विला के राज़ का पता चला हॉवर्ड को नहीं ", जेनिफर ने रमेश को अच्छे से समझाते हुए कहा।

" कहानी काफ़ी मज़ेदार और रोमांच से भरपूर थी, देखो अब भी हम दोनों को काफ़ी लम्बा सफ़र तय करना है तो क्यूँ न इसी तरह की एक और कहानी हो जाए, जिससे सफ़र भी देखते ही देखते कट जाए और बोरियत भी महसूस न हो ", रमेश ने जेनिफर के सामने बात को घुमाते हुए एक और कहानी सुनाने की पेशकश रखी।

" ठीक है, मैं एक नई कहानी सुनाने को तैयार हूँ बस मेरी शर्त वही रहेगी... तुम कार की स्पीड मध्यम रखोगे और नज़रें सड़क पर ही जमाए रहोगे नहीं तो फिर से कोई तुम्हारी कार के नीचे आ जाएगा जैसे वह काला बिल्ला आ गया था", जेनिफर ने रमेश की बात मानते हुए उसे एक नई कहानी सुनाने का निर्णय लिया।

To be continued...

©IVANMAXIMUSEDWIN