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बड़ी हवेली (श्रापित हीरे की खोज)

"शाहजहां ने अपने लिए एक विशेष सिंहासन बनवाया। इस सिंहासन को बनाने में सैयद गिलानी नाम के शिल्पकार और उसका कारीगरों का टीम को कोई सात साल लगा। इस सिंहासन में कई किलो सोना मढ़ा गया, इसे अनेकानेक जवाहरातों से सजाया गया। इस सिंहासन का नाम रखा गया तख्त—ए—मुरस्सा। बाद में यह 'मयूर सिंहासन' का नाम से जाना जाने लगा। बाबर के हीरे को भी इसमें मढ़ दिया गया। दुनिया भर के जौहरी इस सिंहासन को देखने आते थे। इन में से एक था वेनिस शहर का होर्टेंसो बोर्जिया। बादशाह औरंगजेब ने हीरे का चमक बढ़ाने के लिए इसे बोर्जिया को दिया। बोर्जिया ने इतने फूहड़पन से काम किया कि उसने हीरे का टुकड़ा टुकड़ा कर दिया। यह 793 कैरट का जगह महज 186 कैरट का रह गया... औरंगजेब ने दरअसल कोहिनूर के एक टुकड़े से हीरा तराशने का काम बोर्जिया को खुफ़िया रूप से दिया था और उसी कोहिनूर के हिस्से को शाह जंहा कि जेल की दीवार में चुनवा दिया गया था जिसकी सहायता से वह ताजमहल तथा अपनी अज़ीज़ बेगम की रूह को देखते थे ।

Ivan_Edwin · ホラー
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27 Chs

श्रापित हीरा...

एमेलिया उस भेड़िये के पीछे चली जाती है और हॉस्टल के पीछे जंगल में जहां कोहरे ने चादर चढ़ा रखी थी, कुछ देर बाद वह भेड़िया गायब हो जाता है, एमेलिया अपने चारों ओर देखती है उसे वह कहीं भी नज़र नहीं आता है, तभी अचानक वह देखती है कि कोहरे की चादर को चीरते हुए कुछ चमकती हुई आँखे उसकी ओर बढ़ रही हैं, एमेलिया को ये समझते देर नहीं लगती है कि वह भेड़ियों का झुण्ड था जो उसकी तरफ़ बढ़ रहा था। एमेलिया की रूह तक कांप उठती है यह दृश्य देखकर। एमेलिया धीरे धीरे कदम पीछे की ओर बढ़ा रही थी, भेड़ियों का झुंड उसकी तरफ बढ़ रहा था उनकी चमकती आँखें एमेलिया के मन में अपना खौफ़ पैदा कर चुकीं थीं। एमेलिया हॉस्टल से काफ़ी दूर आ चुकी थी, अगर वह हॉस्टल की तरफ भागती तो भी भेड़ियों का शिकार बनती, उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करे कि तभी अचानक उसके पीछे कमांडर की आत्मा प्रकट होती है जिससे एमेलिया पीछे की तरफ चलते हुए टकरा जाती है। भेड़ियों का झुण्ड कमांडर को देख भाग खड़ा होता है जैसे वह उसी के इशारे पर चल रहे हों। एमेलिया कमांडर को पलट कर देखती है। कमांडर ब्रैड की आत्मा को देख वह थोड़ा घबरा सी जाती है। कमांडर की आँखें चमक रही थीं जिनसे लाल रंग की रौशनी निकल रही थी, कमांडर एमेलिया से कहता है " घबराओ नहीं एमेलिया हमारा बात सुनो, हम तुमको कुछ बताना चाहता है, उस श्रापित हीरे के बारे में जिसे आज तुमने छुआ है उससे हमारा आत्मा जुड़ा है," कमांडर एमेलिया को रोकता है। "बादशाह शाहजहाँ के सालगिरह पर तुमने वह हीरा कोहिनूर से बदला था, और बादशाह ने तुम्‍हारा डांस से ख़ुश होकर तुमको वह कुछ हीरे भेंट में भी दिया था, आज 300 साल बाद भी वह हीरा भी हमसे ही जुड़ा है, वही हीरा हमारे कोट के जेब में था जब हमारा सिर धड़ से अलग हो गया था उसपर हमारा खून लगा है जो हमारे शरीर से बह रहा था, डॉक्टर ज़ाकिर ने जब ख़ज़ाना ढूंढा तो वह उसको हमारा जेब में मिला जिसके ज़रिए हमारा आत्मा ने उसका हुक्म माना और उसके सभी आदमियों को मार दिया, तुम्हें वह हीरा हेनरी से किसी भी हाल में हासिल करना होगा," कमांडर एमेलिया से कहता है, एमेलिया उसकी ओर देखती है और उसके दर्द का एहसास करती है, जहाँ कमांडर की आँखों में डॉक्टर के लिए प्रतिशोध था, वहीं उस हीरे को याद करके 300 साल पुराना दर्द उभर आया था जिसे उसकी आँखें बखूबी बयां कर रही थी, उसकी आँखों से खून की बूंदे आँसू के रूप में बह रही थीं जो उसके चेहरे पर से धुआँ बन कर उड़ रही थीं, एमेलिया के मन में भी एक टीस उठ गई कमांडर की बातें सुनकर और उसका दर्द देखकर, उसने कमांडर का साथ देने का निर्णय लिया।

" लेकिन वह हेनरी के पास पहुंचा कैसे, हेनरी का इस मामले से क्या लेना देना है ", एमेलिया ने जिज्ञासा पूर्वक कमांडर से पूछा।

" डॉक्टर ज़ाकिर ने ही अपना खूनी खेल खेलने के लिए एक बार फिर से उस श्रापित हीरे का इस्तेमाल किया है जिस पर हमारा श्राप है, हेनरी तो केवल एक प्यादा मात्र है, कल उसका पीछा करके सब पता चल जाएगा, इसलिए सुबह तुम्हें इस काम पर जल्दी निकलना पड़ेगा, अभी जाकर आराम करो, तुम्हें हम कुछ भी नहीं होने देगा ये हमारा वादा है ", कमांडर एमेलिया से उस हीरे के बारे में बताता है और उसे बचाने का वादा करके उसे कमरे में जाकर सोने के लिए कहता है। एमेलिया अपने हॉस्टल के कमरे में वापस चली जाती है और बिस्तर पर जाकर सो जाती है।

" नहीं... नहीं डॉक्टर मुझे जाने दीजिए, मैं हीरे के बारे में कुछ नहीं जानती", मिशेल डॉक्टर ज़ाकिर से रहम की भीख मांगती है, डॉक्टर ज़ाकिर गर्ल्स हॉस्टल के कमरे में घुस आए थे, उनके हांथ में रूगर सुपर ब्लैक हॉक. 44 मैग्नम हैंड गन थी जिसे उन्होंने मिशेल की ओर तान रखा था और रूम के दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया था, मिशेल को बचाने के लिए कोई नहीं आने वाला था।

" अरे... नहीं... नहीं बच्ची घबरा क्यूँ रही हो, देखो वह हीरा तुम्हारी सहेली के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए उसकी जान बचाने के लिए तुम्हें हीरे के बारे में बताना पड़ेगा", डॉक्टर ज़ाकिर ने मिशेल को समझाते हुए कहा।

" मैं सच कह रही हूँ मुझे उस हीरे के बारे में कुछ नहीं पता है, वह एमेलिया के ही पास होगा, वही उसे अपने साथ ले गई है ", मिशेल ने अपनी जान को बचाने के लिए डॉक्टर ज़ाकिर को हीरे की जानकारी दी।

" झूठ मत बोलो वह हीरा तुम्हारे ही पास है... अरे बेटा तुम क्यूँ नहीं समझ रही कि वह हीरा तुम्हारे और तुम्हारी सहेली के लिए खतरनाक है, वह तुमलोगों की जान भी ले सकता है... अब बता भी दो हीरा कहाँ है ", डॉक्टर ज़ाकिर ने मिशेल की बात से संतुष्ट न होते हुए एक बार फिर से उस हीरे के बारे में पूछा, उनकी आँखों में खून उतर आया था क्यूँकि उन्हें पता था कि मिशेल उनसे झूठ बोल रही है।

" मैं.. मैं सच कह रही हूँ डॉक्टर मुझे उस हीरे के बारे में कुछ भी नहीं पता है... वह एमेलिया के ही पास होगा, मैंने उसे उसी के पास देखा था... प्लीज आप मुझे न मारें... मैं सच कह रही हूँ", एमेलिया ने एक बार फिर अपने प्राणों की रक्षा के लिए डॉक्टर से रहम की भीख मांगी, पर डॉक्टर के ऊपर उस हीरे को पाने का जुनून सवार था, उसे वह हीरा किसी भी कीमत पर चाहिए था, वह आगे बढ़ता है और मिशेल के गले को अपने एक हाँथ से दबाता है, फिर उसे ढकेल कर पीछे दीवार से सटा देता है। अब मिशेल की साँस रुक रही थी और उसका दम घुटने लगा था।

" जल्दी बताओ मुझे...बेटा...हीरा कहाँ है, मैं तुम्हें बेवजह नहीं मारना चाहता हूँ, तुम्हें क्या अपनी जान की फिक्र नहीं है, बताओ एक आखरी मौका और दे रहा हूँ", डॉक्टर ज़ाकिर ने मिशेल के गले पर अपनी पकड़ का दबाव थोड़ा कम करते हुए उससे एक और पूछा। अब मिशेल को थोड़ी राहत की साँस मिली, डॉक्टर ने उसे थोड़ा और साँस लेने का मौका दिया जिससे उसके शरीर को थोड़ी राहत मिले, पर इससे डॉक्टर के इरादों में कोई कमी नहीं आई, वह अब भी उस हीरे को पाने के बारे में सोच रहा था जिससे उसकी किस्मत जुड़ी हुई थी, अब तक डॉक्टर ने उस हीरे का इस्तेमाल कर के न जाने कितने परिवार उजाड़े थे, अपने हर एक दुश्मन का सफाया किया था, उस हीरे की खातिर और इस ऊँचाई तक पहुंचने के लिए डॉक्टर ने भी बड़ी कीमत चुकाई थी, उसे कभी परिवार का सुख नहीं मिला, पर उसे दौलत का नशा था जिसने उसे अंधा बना दिया था, डॉक्टर ज़ाकिर उस हीरे को पाने के बाद आसमान की ऊंचाईयों को छू रहा था फिर वह उस हीरे को कैसे खो सकता था। वह उस हीरे को दुबारा पाने के लिए कुछ भी कर सकता था।

" मैं सच कह रहीं हूँ डॉक्टर... मुझे उस हीरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है... उसे मैंने एमेलिया के पास देखा था... हो सकता है वह उसे अपने साथ लेकर गई हो", मिशेल अब भी अपनी बात पड़ अड़ी हुई थी, उसे पता था कि डॉक्टर हीरा मिलने के बाद भी उसे ज़िंदा नहीं छोड़ेगा, मिशेल को अपनी सहेली के जान की फिक्र थी उसे किसी भी हाल में डॉक्टर के हाँथ नहीं लगने देना चाहती थी इसलिए वह हीरे के बारे में जानते हुए भी हीरे का पता डॉक्टर को नहीं बताना चाहती थी, वह अपनी दोस्त एमेलिया के लिए कुछ भी कर सकती थी, डॉक्टर ज़ाकिर के सिर पर हीरे को पाने का भूत सवार था , उसे वह हीरा चाहिए था और मिशेल को अपनी सहेली की जान बचानी थी, दोस्ती का फर्ज़ निभाना था। व्यक्ति को प्रत्येक रिश्ता अपने जन्म से ही प्राप्त होता है, अन्य शब्दों में कहें तो ईश्वर पहले से बना के देता है, पर दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है जिसका चुनाव व्यक्ति स्वयं करता है। सच्ची मित्रता रंग-रूप नहीं देखता, जात-पात नहीं देखता, ऊँच-नीच, अमीरी-गरीबी तथा इसी प्रकार के किसी भी भेद-भाव का खंडन करती है। आमतौर पर यह समझा जाता है, मित्रता हम-उम्र के मध्य होती है पर यह गलत है मित्रता किसी भी उर्म में और किसी के साथ भी हो सकती है।व्यक्ति के जन्म के बाद से वह अपनों के मध्य रहता हैं, खेलता हैं, उनसें सीखता हैं पर हर बात व्यक्ति हर किसी से साझा नहीं कर सकता। व्यक्ति का सच्चा मित्र ही उसके प्रत्येक राज़ को जानता है। पुस्तक ज्ञान की कुंजी है, तो एक सच्चा मित्र पूरा पुस्तकालय, जो हमें समय-समय पर जीवन के कठिनाईयों से लड़ने में सहायता प्रदान करते है। व्यक्ति के व्यक्तित्व के निर्माण में दोस्तों की मुख्य भुमिका होती है। ऐसा कहा जाता है की व्यक्ति स्वयं जैसा होता है वह अपने जीवन में दोस्त भी वैसा ही चुनता है। और व्यक्ति से कुछ गलत होता है तो समाज उसके दोस्तों को भी समान रूप से उस गलती का भागीदार समझते हैं।

यहां पर भी कुछ ऐसा ही हो रहा था डॉक्टर को पूरा भरोसा था कि हीरा एमेलिया ने अपनी मित्र मिशेल को दिया होगा, पर मिशेल डॉक्टर को उसके बारे में कुछ भी नहीं बताना चाहती थी, यह देखकर डॉक्टर के क्रोध का ठिकाना नहीं रहता है और वह मिशेल के गले को फिर से दबा देता है। मिशेल को साँस लेने में फिर से दिक्कत होने लगती है, उसका शरीर झटपटाने लगता है, वह डॉक्टर की पकड़ से बचने का भरपूर प्रयास करती है पर सब कुछ व्यर्थ था।

"अब बस बहुत हो गया... तुम मुझे काफ़ी हल्के में ले रही हो, ये मुझे और गुस्सा दिला रहा है...मुझे वह हीरा किसी भी हाल में चाहिए... उसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ, चाहे उसके लिए किसी की जान भी क्यूँ न लेनी पड़े", डॉक्टर ज़ाकिर ने मिशेल से कहा और उसकी गर्दन पर अपनी ताकत का बल और बढ़ा दिया जिससे मिशेल की जान जाने ही वाली थी कि तभी अचानक एमेलिया की नींद टूट जाती है वह आँखों को खोलकर देखती है तो सवेरा हो चुका था, मिशेल भी बिलकुल सही सलामत सामने अपने बेड पर सो रही थी।

"ओह, कैसा अजीब सा सपना था... मैं तो बिलकुल घबरा ही गई थी", एमेलिया ने ख़ुद से कहा, फिर उसे रात में कमांडर की बात याद आई कि आज जेनिफर के भाई का पीछा करना है। वह अपने बेड से फौरन उठकर बाथरूम में फ्रेश होने चली गई।

" तुम्हें याद तो है न कि आज मेरा स्टेज परफॉर्मेंस है...आज तुम्हें वहां आना ही होगा ", हेनरी की गर्लफ्रेंड ने उससे अनुरोध करते हुए कहा।

" सॉरी माई डियर, आज मैं नहीं आ पाऊँगा... मुझे एक ख़ास काम से किंघम के लिए रवाना होना पड़ेगा, ये तो अच्छा हुआ तुम जेनिफर के जन्म दिन के बाद यहाँ रुक गई... मुझे तुमसे ये कहने का मौका मिल गया... मेरे आने तक तुम्हें ही इस घर और मेरी बहन का ख़्याल रखना पड़ेगा... तुम रात में यहीं रुकना और हर चीज़ का ख्याल रखना... तुम्हारे लिए कुछ पैसे मेरी अलमारी में पड़े हैं, कोई भी ज़रूरत हो तो फ़ोन नंबर डायरी में लिखा है, किंघम में फ़ोन कर सकती हो... जब तक मैं नहीं आ जाता तुम्हें मेरे लिए इतना करना पड़ेगा ", हेनरी ने अपनी गर्लफ्रेंड को समझाते हुए कहा।

" नहीं, तुम हमेशा ही ऐसा करते हो... तुम बहुत बुरे हो... जब भी मुझे तुम्हारी ज़रूरत रहती है तुम्हें कोई न कोई काम निकल आता है...तुम मुझसे प्यार नहीं करते... मैं तुमसे बात नहीं करूँगी ", हेनरी की गर्लफ्रेंड ने उससे रूठते हुए कहा।

हेनरी उसके नज़दीक आया और उसे अपनी बाहों में भर लिया, " यह सब भी तो मैं तुम्हारे लिए ही कर रहा हूँ ताकि तुम्हें दुनिया भर की खुशियां दे सकूँ, जेनिफर की शादी होते ही तुम्हें इसी घर में आना है, इसलिए अभी अगर पैसा नहीं कमाया तो इतने सालों की मेहनत पर पानी फिर जाएगा... अगली बार पक्का मैं तुम्हारे नाटक की परफॉर्मेंस देखने आऊंगा... ये वादा रहा ", हेनरी ने अपनी गर्लफ्रेंड को मनाते हुए कहा।

" ठीक है मैं घर का और तुम्हारी बहन का ख़्याल रखूंगी, पर इसे आख़री बार ही समझो... अब अगर अगली बार तुम मेरे नाटक की परफॉर्मेंस देखने नहीं आए तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा ", हेनरी की गर्लफ्रेंड ने अपने अंदाज़ में मानते हुए कहा। फिर दोनों ने एक दूसरे को किस किया और हेनरी "अलविदा "कह कर बाहर गैराज की तरफ़ गाड़ी निकालने चला गया। गाड़ी निकालते ही उसने गाड़ी को सड़क के बायीं ओर मोड़कर मेन रोड पर ले लिया, जहाँ पहले से ही एमेलिया गाड़ी में छुपकर इंतज़ार कर रही थी, गाड़ी निकालते समय हेनरी की नज़र उस पर नहीं पड़ी, एमेलिया ने भी अपनी गाड़ी घूमाई और हेनरी की कार का पीछा करने लगी। हीरे को हेनरी ने हिफाज़त से एक छोटे से काले सूटकेस में रखा हुआ था, जो ठीक उसकी कार के ड्राइवर सीट के बगल में रखा था।

एमेलिया भी उचित दूरी बनाकर उसका पीछा कर रही थी, अब तक दोनों काफ़ी दूर आ चुके थे। अचानक एक अपार्टमेंट के पास हेनरी ने गाड़ी रोकी, एमेलिया ने भी अपनी कार के ब्रेक्स दबा कर गाड़ी रोक दी, तभी अचानक एमेलिया की कार के दूसरे फ्रंट सीट पर कमांडर की प्रेतात्मा का आगमन होता है। एमेलिया अचानक यूँ कमांडर के कार में प्रवेश करते ही थोड़ी चौंक सी जाती है।

"अब यहाँ से मैं संभालता हूँ... तुम बस कार में इंतज़ार करो जब तक मैं न कहूँ कार से कहीं मत जाना", कमांडर की प्रेतात्मा ने एमेलिया से भारी स्वरों में कहा। एमेलिया ने हाँ के इशारे में सिर को हिलाया जो उसकी रज़ामंदी दिखा रहा था।

हेनरी अपनी कार का दरवाजा खोलता है और कार से काला सूटकेस लेकर बाहर निकल नज़दीक के अपार्टमेंट के अंदर चला जाता है। कमांडर की प्रेतात्मा भी कार से बिना दरवाज़ा खोले निकल गई और हेनरी के पीछे पीछे उस अपार्टमेंट में चली गई जहाँ हेनरी गया था।

" कैसे हो रिचर्ड... बहुत दिनों बाद मुलाकात हो रही है", एक फ्लैट का दरवाज़ा खुलते ही हेनरी ने मेज़बान से पूछा। रिचर्ड ने भी हेनरी से गले मिलकर उसका स्वागत किया और उसे अंदर आने का निमंत्रण दिया। हेनरी के साथ साथ कमरे के अंदर एक और अनजान मेहमान ने कदम रखा जिसके बारे में दोनों को ख़बर नहीं थी क्यूँकि वह दोनों को नज़र नहीं आ रहा था, पर साथ ही में बैठ कर दोनों की बातें सुन रहा था।

" और बताओ एलेक्स का क्या हाल चाल है...धंधा कैसा चल रहा है", रिचर्ड ने पास बैठे हेनरी से पूछा।

"बॉस बिलकुल ठीक हैं और मज़े कर रहे हैं... धंधा भी ठीक ठाक चल रहा है, कुछ दिनों पहले पुलिस से थोड़ी परेशानी हुई थी लेकिन अब सब कुछ अंडर कंट्रोल है", हेनरी ने रिचर्ड द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दिया।

" यहाँ आने की कोई ख़ास वजह ही होगी वर्ना तुम तो काम में इतने मशरूफ़ रहते हो कि मिलने का भी समय नहीं निकाल पाते हो ताकि शतरंज की कुछ बाज़ीयां खेली जाएं...बताओ कैसे आना हुआ ", रिचर्ड ने हेनरी से न मिलने पर ऐतराज जताते हुए आने की असली वजह पूछी।

"दरअसल बॉस ने इस बार एक ख़ास काम से भेजा है", हेनरी बताते हुए छोटा सूटकेस खोल उसमें से हीरा निकाल कर रिचर्ड की ओर बढ़ाता है," ये देखो इसकी क्या कीमत होगी... तुम तो हीरों का व्यापार करते हो... इसकी क्या कीमत दे सकते हो", हेनरी ने रिचर्ड से हीरे की कीमत के बारे पूछा।

" अरे वाह... ये तो बेहद खूबसूरत हीरा है... दिखने में तो बिलकुल कोहिनूर की तरह है... ये तो असली हीरा है", रिचर्ड हीरे का अच्छी तरह से निरीक्षण करता है," इसकी कीमत मैं तुम्हें चार मिलियन पाउंड तक दे सकता हूँ... क्यूँकि ये गैर कानूनी है वर्ना तो तुम्हें इससे अच्छी कीमत मिल जाती ", रिचर्ड ने हीरे की कीमत लगाते हुए हेनरी से कहा।

" चार मिलियन पाउंड काफ़ी हैं...तुम इसे और अच्छी कीमत में बेच लेना...पैसे तो तुम ही दोगे या कोई और ", हेनरी ने चार मिलियन पाउंड की राशि पर हीरा बेचने को तैयार होते ही धनराशि के भुगतान के तरीके के बारे में रिचर्ड से पूछा।

" तुम्हें इसे मेरे पार्टनर के पास ले जाना होगा, वही तुम्हें इसकी कीमत दे देगा ", रिचर्ड ने हेनरी से कहा और अपने टेबल की दराज से एक विजिटिंग कार्ड निकाल कर हेनरी की ओर बढ़ा देता है, "ये लो उसका कार्ड, मैं उसे यहीं से फ़ोन कर दूँगा तुम्हें इसकी कीमत लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी ", रिचर्ड ने आश्वासन देते हुए हेनरी से कहा।

फ़िर उसने पास रखे फ़ोन का रिसीवर उठाया और नंबर मिलाया।

" हैलो...मैं रिचर्ड बोल रहा हूँ... क्या मेरी बात मार्क से हो रही है",रिचर्ड ने इधर से फ़ोन पर पूछा।

" हाँ, मैं मार्क ही बोल रहा हूँ... कहो कैसे याद किया", उधर से आवाज़ आती है।

"देखो मार्क मैं तुम्हारे पास एक ख़ास आदमी भेज रहा हूं... महाशय का नाम हेनरी है और यह मेरे करीबी दोस्तों में से हैं... इनके पास एक हीरा है जिसे ये बेचना चाहते हैं... मैंने उसके मार्केट रेट के हिसाब को देखते हुए, उसकी कीमत चार मिलियन पाउंड लगाई है... मैं इन्हे तुम्हारे पास हीरे को लेकर भेज रहा हूँ... तुम इन्हे पैसे दे देना ", रिचर्ड ने इधर से मार्क को सारी कहानी समझाते हुए हीरे की कीमत देने को कहा।

" ठीक है... तुम उसे हीरा लेकर भेज दो... मै भी एक बार देखकर रकम दे दूँगा ", मार्क ने उधर से रिचर्ड को जवाब दिया। जवाब मिलते ही रिचर्ड ने फ़ोन का रिसीवर वापस रख दिया।

" लो भाई हेनरी... तुम्हारा काम हो गया अब जाओ और हीरा उसे देकर पैसे ले लेना", रिचर्ड ने हेनरी की ओर देखते हुए कहा। हेनरी ख़ुश होकर उससे हाँथ मिलाकर वहाँ से बाहर निकल गया, लेकिन उससे पहले ही कमांडर ने बाहर जाकर एमेलिया को हेनरी का पीछा करने के लिए तैयार रहने को कहा और एमेलिया से जल्दी ही मिलने का वादा कर के कहीं चला गया।

हेनरी अपार्टमेंट के बाहर आता है और अपनी कार में सवार होकर इंजिन स्टार्ट कर देता है, एमेलिया भी कार को स्टार्ट कर के पीछा करने के लिए बिलकुल तैयार बैठी थी। हेनरी कार को आगे बढ़ाता है और रिचर्ड द्वारा बताए गए स्थान की ओर रवाना हो जाता है, पीछे पीछे एमेलिया भी अनजान मुसाफिर की तरह उसका पीछा कर रही थी। उधर कमांडर भी किसी विशेष काम से चला गया था और एमेलिया को इसी बात की चिंता सता रही थी कि आखिर कमांडर को ऐसा कौन सा काम आ गया जो इस हीरे से ज़्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। जबकि इस श्रापित हीरे को पाने से ज़्यादा महत्वपूर्ण उसके लिए और कुछ भी नहीं होना चाहिए।

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