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बड़ी हवेली (श्रापित हीरे की खोज)

"शाहजहां ने अपने लिए एक विशेष सिंहासन बनवाया। इस सिंहासन को बनाने में सैयद गिलानी नाम के शिल्पकार और उसका कारीगरों का टीम को कोई सात साल लगा। इस सिंहासन में कई किलो सोना मढ़ा गया, इसे अनेकानेक जवाहरातों से सजाया गया। इस सिंहासन का नाम रखा गया तख्त—ए—मुरस्सा। बाद में यह 'मयूर सिंहासन' का नाम से जाना जाने लगा। बाबर के हीरे को भी इसमें मढ़ दिया गया। दुनिया भर के जौहरी इस सिंहासन को देखने आते थे। इन में से एक था वेनिस शहर का होर्टेंसो बोर्जिया। बादशाह औरंगजेब ने हीरे का चमक बढ़ाने के लिए इसे बोर्जिया को दिया। बोर्जिया ने इतने फूहड़पन से काम किया कि उसने हीरे का टुकड़ा टुकड़ा कर दिया। यह 793 कैरट का जगह महज 186 कैरट का रह गया... औरंगजेब ने दरअसल कोहिनूर के एक टुकड़े से हीरा तराशने का काम बोर्जिया को खुफ़िया रूप से दिया था और उसी कोहिनूर के हिस्से को शाह जंहा कि जेल की दीवार में चुनवा दिया गया था जिसकी सहायता से वह ताजमहल तथा अपनी अज़ीज़ बेगम की रूह को देखते थे ।

Ivan_Edwin · Horror
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श्रापित हीरा-2

"हैलो... मार्क मैं रिचर्ड बोल रहा हूँ, हेनरी जो हीरा तुम्हारे पास लेकर आ रहा है... वह उससे किसी भी तरह हासिल कर लो... कीमत देने की ज़रूरत नहीं है, कोई भी प्लान बनाओ और उससे वह हीरा ले लो... उसके बॉस तक खबर नहीं पहुंचनी चाहिए, वो हीरा बहुत कीमती है, उसके जाने के बाद मैंने एक किताब खोल कर उस हीरे के बारे में जानकारी हासिल की... वह हीरा अनमोल है बस यही समझना... चाहे हेनरी को रास्ते से हटाना ही क्यूँ न पड़े ", रिचर्ड ने फ़ोन पर मार्क को निर्देश देते हुए कहा।

" हमारे धंधे में तो ये आम बात है... तुम इसकी चिंता बिलकुल भी मत करो... हमारे पठ्ठे उसका अच्छी तरह से ख़्याल रखेंगे ", मार्क ने रिचर्ड को अश्वासन देते हुए कहा।

" तो मैं खुश खबरी का इंतजार करूंगा कि हीरा तुमने हासिल कर लिया है... तो अब मैं निश्चिंत होकर फ़ोन काटता हूँ, वह कभी भी तुम्हारे पास पहुंचता होगा ", रिचर्ड ने मार्क से कहा और फिर फ़ोन का रिसीवर नीचे रख दिया। रिचर्ड काफ़ी ख़ुश नज़र आ रहा था पर उसे इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि उसके नज़दीक कुर्सी पर बैठ कर कोई उसकी सारी बातें सुनकर मुस्कुरा रहा था, वह एक खतरनाक मुस्कान थी जिसका अर्थ कुछ और ही था, एक मुस्कान जो बता रही थी कि आगे अनगिनत लाशें बीछने वाली हैं । रिचर्ड इस बात से बेखबर उस हीरे की तस्वीर अपनी किताब में देख कर एक बेरहम हंसी हंस रहा था। जिसकी आवाज़ में बेरहमी थी जो ये साफ़ बता रही थी कि उसे अपने पुराने मित्र हेनरी की भी जान लेने में संकोच नहीं कर रहा था, उसे इस बात की बिलकुल भी परवाह नहीं थी कि हेनरी के मरने के बाद उसके परिवार पर क्या गुज़रेगी जिसे वह निजी रूप से जनता था। उसकी बहन पर क्या बीतेगी, इन सब बातों से बेखबर होकर रिचर्ड अपने ही गुरूर में खो गया था। अचानक ऐसा क्या हो गया कि रिचर्ड अपनी बात से पलट गया और हेनरी को बिना रकम दिए ही हीरा हासिल करना चाहता था, पर इतना सोचने का समय कमांडर के पास कहाँ था उसने सामने बैठे रिचर्ड के शरीर के अंदर प्रवेश किया, उसके रिचर्ड के शरीर में प्रवेश करते ही रिचर्ड को झटका सा लगता है, अब रिचर्ड का शरीर उसके काबू में नहीं था, वह अपनी कुर्सी से उठ कर सामने खिड़की के पास जाकर खड़ा हो जाता, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह किसी का इंतजार कर रहा है कि तभी अचानक वह खिड़की के काँच को तोड़ते हुए नीचे छलाँग लगा देता है, "आ... आ" बस एक दर्दनाक चीख उसके मुँह से निकलती है कमांडर ने अपना काम पूरा कर दिया था, रिचर्ड नीचे गिरते ही तरबूज की तरह फट गया, खून से लथपथ रिचर्ड कुछ झटके खाते ही अपनी आखिरी साँसें लेता है।

"पता नहीं कमांडर कहाँ रह गया, हेनरी ने तो अपनी कार सामने वाली बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी की है और अब सीधा बिल्डिंग के अंदर प्रवेश कर रहा है... मुझे क्या करना है... कमांडर होता तो बताता... पता नहीं कहाँ रह गया है... कहीं हेनरी हाँथ से न निकल जाए, क्या करूं कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्या अंदर जाकर देखूं की हेनरी कहाँ जा रहा है...या कमांडर का इंतजार गाड़ी में ही करूँ ", एमेलिया ने हेनरी की गाड़ी से काफ़ी दूरी पर अपनी कार रोकते तथा हेनरी के ऊपर नज़र रखते हुए अपने मन में सोचा। तभी अचानक वह अपनी कार के सामने कमांडर की आत्मा को देखती है जो हेनरी के पीछे पीछे बिल्डिंग के अंदर प्रवेश कर रही थी। वह लिफ़्ट में हेनरी के साथ ही खड़ा था। सोहलवीं मंजिल पर लिफ़्ट रुकती है हेनरी उसमें से बाहर आता है और मार्क के ऑफिस की ओर बढ़ता है।

"क्या मैं मिस्टर मार्क से मिल सकता हूँ", हेनरी ने रिसेप्शन पर बैठी हुई एक रिसेप्शनिस्ट से पूछा।

" आपका शुभ नाम... सर", रिसेप्शनिस्ट ने हेनरी की ओर देखकर पूछा ।

" मेरा नाम हेनरी है... आप उन्हें बता दें वह समझ जाएंगे", हेनरी ने रिसेप्शनिस्ट को अपना परिचय देते हुए कहा।

" ठीक है मैं उन्हें बता देती हूँ...आप बैठ कर थोड़ा इंतजार कर लीजिए", रिसेप्शनिस्ट ने हेनरी से सामने रखे सोफ़े की ओर इशारा करते हुए कहा। हेनरी सोफ़े पर बैठ गया, रिसेप्शनिस्ट ने फ़ोन का रिसीवर उठा अंदर बैठे मार्क से बात की और उसे हेनरी के बारे में बताया। मार्क से बात होते ही रिसेप्शनिस्ट ने उसे अंदर जाने का इशारा किया, हेनरी फौरन मार्क से मिलने अंदर कमरे की तरफ बढ़ा।

" आओ बैठो मार्क... मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रहा था... यहाँ तक पहुँचने में कोई परेशानी तो नहीं हुई", मार्क ने हेनरी से पूछा।

" नहीं... आपका पता रिचर्ड ने दे दिया था, इसलिए कोई दिक्कत नहीं हुई... वैसे कहना पड़ेगा आपका ऑफिस काफ़ी शानदार है", हेनरी ने मार्क के पूछे गए सवाल का जवाब दिया।

" शुक्रिया... वैसे ये खास तौर पर बनवाया गया है, यहाँ बेशकीमती हीरों की ख़रीद होती है... वैसे इसी बिल्डिंग के मॉल में एक शो रूम भी है जिसमें उन हीरों के बेचा भी जाता है", मार्क ने सारी जानकारी देते हुए हेनरी को बिल्डिंग के बारे में बताया।

" इसका मतलब है कि हीरों के विशेषज्ञ के पास मुझे रिचर्ड ने भेज दिया है... ज़रा मेरे हीरे की जानकारी भी दें ", हेनरी ने सूटकेस से हीरा निकालते हुए रिचर्ड की ओर बढ़ाया।

" वाह ये लाजवाब है... ज़रा एक मिनट रुकना", मार्क ने हेनरी के हीरे को देखते हुए कहा और अपने बुक्स शेल्फ की तरफ बढ़ा और एक किताब"डायमंड्स ऑफ द वर्ल्ड "उठा कर लाया। लगभग आधी किताब के पन्ने खोल लेने के बाद उसमे से उस हीरे की तस्वीर निकाल कर हीरे को परख रहा था।

" तुम जानते हो हेनरी, तुम्हारा ये हीरा 300 साल से ऊपर का है... ऐसे कई नायाब हीरे ज़्यादा तर भारत देश से ही लाए जाते थे... मुग़ल शासन काल के दौरान भारत से ऐसे कई हीरे तुर्की, इस्तानबुल तथा कई समृद्धि राज्यों को भेंट स्वरूप दिए जाते थे... इसका आकार लगभग कोहिनूर के बराबर है और यह किसी को भी झाँसा दे सकता है... वाकई एक बार को किसी को भी धोखा हो जाएगा कि ये कोहिनूर ही है... कहीं हमारी महारानी का कोहिनूर नकली तो नहीं है... हा हा हा ", मार्क ने हेनरी को हीरे की जानकारी देते हुए मज़ाक किया।

" हा हा हा... हा हा, वैसे ये हीरा भी भारत का ही है ", हेनरी ने भी हँसते हुए मार्क से कहा।

" क्यूँ नहीं ये बिलकुल सही है... ज़्यादा तर हीरे अफ्रीका और भारत से ही लाए जाते थे, लेकिन इन हीरों के पीछे एक खूनी इतिहास भी होता था, इसलिए इन्हें ब्लडी स्टोन भी कहा जाता है... माना जाता है जिसके पास ताकत होती है एक बेशकीमती हीरा उसी के होता है...कत्लेआम होता आया है इन हीरों के लिए... कई युद्ध लड़े गए हैं इन्हें पाने के लिए," मार्क ने हेनरी को आगे विस्तार पूर्वक बताया।

" तो मुझे इसकी कितनी कीमत मिल सकती है... ये काफ़ी नायाब भी है... उस हिसाब से कुछ कीमत बढ़ने की गुंजाइश है या नहीं ", हेनरी ने मार्क से हीरे की कीमत के बारे में पूछा, उसे माल लेकर निकलने में ज़्यादा दिलचस्पी थी न की उस हीरे के इतिहास के बारे में जानने में।

" तुम्हें इस हीरे की उचित कीमत मिल जाएगी... रिचर्ड ने जितना तय किया था उससे एक मिलियन ज़्यादा, बस तुम्हें मेरा एक काम करना पड़ेगा",मार्क ने हेनरी से कहा।

" काम... मैं कुछ समझा नहीं," हेनरी ने मार्क से कहा।

" देखो वो क्या है इस हीरे को अगर थोड़ा सा और तराश दिया जाए तो इसकी चमक और बढ़ जाएगी, ये देखो दायीं तरफ से रोशनी में, इसे थोड़ा यहाँ से तराशने की ज़रूरत है ", मार्क ने हेनरी को हीरे का वो हिस्सा लैम्प की रोशनी में दिखाते हुए कहा।

" क्यूँ नहीं, आपको ज़्यादा पता होगा... तो अब क्या करना है ", हेनरी ने हीरे को रोशनी में देखते हुए मार्क से पूछा।

" तुम्हें मैं इसके पैसे दे देता हूँ... बस तुम्हें इस हीरे को मेरे वर्क शॉप तक ले जाना होगा, वहीं पर ये हीरा दे देना मेरे कारीगर तुम्हें वहीं मिलेंगे, मैं उन्हें सारी जानकारी फ़ोन पर दे दूँगा ", मार्क ने हेनरी से कहा फ़िर अपने तिजोरी की ओर बढ़ गया, अपनी तिजोरी से पाँच मिलियन पाउंड निकाले और हेनरी की तरफ़ बढ़ा।

" ये लो तुम्हारे पाँच मिलियन पाउंड...पर तुम इन्हें कैसे लेकर जाओगे ", मार्क ने हेनरी को उसकी रक्म देते हुए पूछा।

" मैं इन्हें अपने इसी सूटकेस में ले जाऊँगा... इसे इसलिए तो लाया हूँ,... हा हा हा", हेनरी ने मार्क के सवाल का जवाब देते हुए कहा और हंस पड़ा।

हेनरी ने सारे पैसे गिनकर सूट केस में रख लिए, इतनी देर में मार्क ने उसे अपने वर्क शॉप का पता एक काग़ज़ पर लिख कर दिया। हेनरी ने मार्क से पैसे, हीरा और उसके वर्क शॉप का पता लेकर उसके ऑफिस से चला गया। उसके जाते ही मार्क ने अपने वर्क शॉप में फ़ोन कर के सारे आदमियों को तैयार रहने को कहता है। मार्क की योजना से हेनरी बिलकुल बेखबर था उसे ये तक न पता था कि वह मौत के शिकंजे में फंसता जा रहा है। उसे पैसे तो मिल गए और इससे उसे मार्क पर पूरी तरह से भरोसा हो गया पर मार्क की योजना के अनुसार वो पैसे और हीरा सही जगह पहुँच जाना था। किसी को इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि कमांडर वहाँ बैठ कर ये सारा खेल देख रहा था, कमांडर ब्रैड से वो हीरा खासतौर पर जुड़ा था क्यूँकि यही वह हीरा था जो एमेलिया ने बादशाह शाहजहाँ की महफिल में बदला था, जिसे बादशाह ने ख़ज़ाने में लूट पड़ जाने के कारण दुबारा जांच किया तो वही कमी निकाली जिसे आज मार्क ने लैम्प की रोशनी में हेनरी को दिखाया था, उस समय भी बादशाह ने जांच के दौरान उसका दायाँ हिस्सा कोहिनूर के मुकाबले थोड़ा कम तराशा हुआ होने के कारण कमांडर ब्रैड को उसे सौंप दिया था अंग्रेजी हुकूमत की तहकीकात के लिए। कमांडर ब्रैड के पास ये हीरा उस वक़्त भी कोट के अंदर वाली जेब में था जब उसका आखिरी मुकाबला लुटेरे इंद्रजीत से हुआ था। आज फिर एक बार वही हीरा बिलकुल कोहिनूर की तरह खूनी इतिहास रचने वाला था जैसा आज से तीन सौ साल पहले हुआ था। कमांडर ने इसकी शुरुआत रिचर्ड से कर दी थी और अब मार्क को सज़ा देने की बारी थी।

"अरे... अरे ये क्या हो रहा है... ये अचानक मेरा हाँथ किसने पकड़ लिया", मार्क घबराहट के कारण अपने ऑफिस के बंद कमरे में कहता है, कमांडर की अदृश्य आत्मा ने पीछे से उसका हाँथ पकड़ रखा था।

"कौन है... सामने क्यूँ नहीं आता है, अरे... अरे... ये क्या हो रहा है मेरे साथ",मार्क कमरे में चिल्लाता है पर मोटे शीशे के कैबिन से बाहर उसकी आवाज़ किसी को सुनाई नहीं देती है।

" बचाओ... बचाओ... मुझे बचाओ", मार्क मदद के लिए पूकार लगाता है पर वह भी बेकार था कोई भी उसकी मदद के लिए आने वाला नहीं था। कमांडर फ़ोन के तार से मार्क का गला घोंट देता है, मार्क का चेहरा लाल पड़ चुका था जैसे खून गर्दन के ऊपर चहरे पर जम सा गया था। उसका साँस लेना मुश्किल हो गया था और कुछ ही देर में मार्क दम तोड़ देता है।

उधर एमेलिया कार में हेनरी के बाहर आने का इंतजार कर रही थी, हेनरी के बिल्डिंग से बाहर निकलते ही वह कार से उसका पीछा करना शुरू कर देती है, उसे बिलकुल भी नहीं पता था कि हेनरी किस ओर जा रहा है, आगे क्या होने वाला है, कमांडर कि आगे की योजना क्या है और वह क्या करने वाला है। वह तो बस कमांडर की प्रेतात्मा के आदेश का पालन करने में लगी हुई थी। उसे बिलकुल भी नहीं पता था कि हेनरी पर मुसीबत मंडरा रही है और यही मुसीबत उसे भी निगल सकती है, पर एमेलिया को कमांडर पर विश्वास था जो तीन सौ साल पहले से जुड़ा हुआ था और अब कुछ ज़्यादा ही बढ़ गया था क्यूँकि कमांडर ने उसकी सुरक्षा का जिम्मा ले रखा था।

हेनरी कार मार्क के वर्क शॉप की दिशा में मोड़ देता है, एमेलिया भी अपनी कार से उसका पीछा करने में लगी हुई थी कि तभी अचानक कार में कमांडर की आत्मा प्रवेश करती है। एमेलिया उसे देख कर बिलकुल घबरा सी जाती है।

" तुम मुझे बार बार ऐसे चौंकाना बंद करोगे, प्लीज़... बाप रे, एकदम से जान ही निकल जाती है", घबराई हुई एमेलिया कमांडर से कहती है।

" ठीक है... सॉरी, आगे से ध्यान रखेगा, कार उसके पीछे ही रखो नहीं तो शक़ हो जाएगा", कमांडर ब्रैड एमेलिया से कहता है।

" अच्छा बताओ क्या हुआ और आगे की योजना क्या है ", एमेलिया ने कार चलाते हुए कमांडर से आगे की योजना के बारे में पूछा।

" तुम्हारा सहेली के भाई का जान खतरे में है और वह जहां जा रहा है उसका हत्या का साज़िश किया गया है, हमको उसका मदद करना पड़ेगा नहीं तो आज वह मारा जाएगा ", कमांडर ने एमेलिया को हेनरी के बारे में बताया जिसे सुन एमेलिया के माथे पर चिंता की लकीरें आ जाती हैं, उसका चेहरा बिलकुल सफ़ेद पड़ जाता है जैसे चेहरे का रंग उड़ सा गया हो। उसकी सहेली का इकलौता सहारा उससे छीना जाने वाला था इस बात ने एमेलिया को बिलकुल परेशान कर रखा था। आगे क्या होगा ये न एमेलिया को पता था और न हेनरी को, दोनों तो बस अनजान मुसाफिर की तरह सफ़र तय कर रहे थे। उन्हें ये तक न मालूम था कि आगे का रास्ता कितना खतरनाक है।

हेनरी जो इस बात से बेखबर की कोई उसका पीछा कर रहा है खुशी खुशी अपनी मंज़िल की ओर चला जा रहा था उसे पैसे मिल गए थे जिनके बारे में वह मन ही मन योजना बना रहा था " बॉस को चार मिलियन देकर एक मिलियन अपने पास रख लूंगा किसी को पता नहीं चलेगा... किंघम पहुँचने से पहले ही एक मिलियन पाउंड निकाल लूँगा, बॉस को कहाँ पता था कि यह तीन सौ साल पहले का हीरा है इसीलिए एक मिलियन पाउंड अलग से कीमत बढ़ गई है... अब इतने सालों की मेहनत का सही फ़ल मिला है... ये हीरा पहले मिल गया होता तो आज इतनी भागा दौड़ी नहीं करनी पड़ती ", हेनरी ये बातें सोच सोच कर मन ही मन मुस्कुरा रहा था इस बात से बिलकुल अनजान होकर की मार्क मरने से पहले ही मौत का जाल उसके लिए बुन चुका है, बिलकुल उस चतुर शिकारी मकड़े की तरह जो अपने जाल में फंसे कीड़ों की तरह शिकार करता है अपना पेट भरने के लिए बस यहाँ फर्क यही था कि वह ज़िन्दा नहीं था जाल में फंसे हेनरी का स्वाद चखने के लिए।

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