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अनुष्का ने नहीं किया इशानी का विश्वास।

अनुष्का -कोई नहीं... हम कल देख लेंगे। कल मैं हवेली को रंगने के लिए किस जगह पर कौन सा रंग रंगना है उसके लिए हवेली का दौरा करने वाली हूं। हम तब देख लेंगे। लेकिन अभी के लिए सो जाते हैं। रात बहुत हो गई है। घड़ी रात के 11:45 बजे आ रही है।ok....

ईशानी -ok ...good night Anu. Have a good dream.

अनुष्का-you to my sweetheart.

इसके बाद वह दोनों सो जाती हैं। रात का अंधेरा गायब हो जाता है। अगले दृश्य में आंगन का नजारा दिखाई दे रहा है। आंगन में बहुत से लोग इकट्ठे हुए हैं।

(तीसरा दृश्य)

हर्ष -आइए... रात में आपको कोई तकलीफ तो नहीं हुई??

ईशानी -तुम्हें बड़ी फिक्र है हमारी.....

अनुष्का -श्श्श... पागल है क्या??(जरा दबी हुई आवाज में ईशानी से बोली)

अनुष्का की डांट सुनने के बाद अपना मुंह बंद कर लेती है। इसके बाद हर्ष,अनुष्का और इशानी ने मिलकर यह तय किया कि कितने मजदूरों की जरूरत पड़ेगी...? बजट क्या होगा..? हवेली को रंगने के लिए आदि अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की....। जब हवेली का दौरा करने का वक्त आया तो सबसे पहले इशानी उत्सुकता के साथ बोली.....

ईशानी -सबसे पहले वहां चलेंगे। याद करो अनु मैंने तुझे रात को बताया था।

अनुष्का -(हर्ष से) हां... हर्ष आप हमें हवेली की और जगह पर ले चलिए जहां ....सु...सुष...किसी सुष्मिता देवी की तस्वीर लगी है।

हर्ष- one minute....! कैसी बातें कर रही हो आप?? मैं खुद पूरी हवेली का दो से तीन बार दौरा करके देख चुका हूं। और मुझे ऐसी किसी भी जगह के बारे में नहीं पता।

अनुष्का- फिर तो पक्का इस पगलेट(पागल) ने सपने में कुछ देखा होगा...?

ईशानी- अरे.... लेकिन यार मैं सच बोल रही हूं!

अनुष्का- don't know think about all of this हमारे काम पर ध्यान दो।

ईशानी- लेकिन.... ठीक है!

To be continued.......

please rate me if you like my novel . aap hamesha ISI tarah Mera novel padhte rahiyega

thank you...

Gourav_Shekhawatcreators' thoughts