Chapter - 06
{ इंटेलिजेंट लड़का,,,,और नीला जलता चाँद ! }
Pre - cap ⇢ ''उसको सबक तो सिखाना होगा ,लेकिन ताकत से नहीं ,उसको अगर रास्ते पे लाना है तो मुझे अपने दिमाग से काम लेना होगा ! क्यूंकि अगर ताकत से मैंने उससे लड़ने का सोचा तो में ज़रूर हार जाऊँगा।'' सोहिल इंटेलीजेंट लड़को में सबसे टॉप पे था। सोहिल का दिमाग इतना खतरनाक था की उससे बड़े पावर लेवल वाले स्टूडेंट्स भी दूर ही रहते थे।
मयंक का यूवी को इग्नोर करने के बाद,
यूवी को काफी अजीब लगता है ऐसे मयंक का कुछ भी बोलना लेकिन युवी ढंग से ना तो इस स्कूल को जानता था और ना ही इन अनजान लोगो को ,इसलिए उसको लगता है की अगर मयंक बात नहीं करना चाहता है तो यूवी भी कुछ नहीं कहेगा।
यूवी ,मयंक को कमरे में अकेला ही छोड़ देता है और खुद बाहर चला जाता है।
''अभी तो काफी भूक लग रही है ! पहले कुछ जाकर खा लेता हूँ।'' यूवी कैंटीन में जाता है ,जहाँ पर सभी बावर्ची वेज और नॉन - वेज खाना बनाकर बच्चो को लाइन से दे रहे थे। ये जो घडी में पैसे दिए जाते थे वो स्कूल की तरफ से ही दिए जाते थे।
और इस स्कूल में खाना ,पानी और बाकी की चीज़े अपने इन्ही थोड़े से पैसो से खरीदना पड़ता था ये पैसे रोज़ दिए जाते थे। कई चीज़े स्कूल की तरफ से ही दिए जाते थे मुफ्त में जैसे की यूनिफॉर्म ,इक्विपमेंट्स और शक्तियां जो इस स्कूल में सबसे ज्यादा ज़रूरी होती थी।
यूवी भी लाइन में लग जाता है। वहां पर सबसे कम लेवल का अभी यूवी ही था और उसका लेवल उसके घडी में सब अच्छे से देख पा रहे थे इसलिए वो सभी यूवी को काफी अजीब नज़रो से देख रहे होते है।
''इन नज़रो से मुझे नफरत है !'' यूवी धीरे से कहता है। यूवी अपना खाना लेकर टेबल पर बैठ जाता है और अपना खाना खाने लगता है। तभी कुछ लड़के बात करते हुए जा रहे थे।
''तुम्हे पता है ! उस लड़के ने क्या ही अपने शक्ति से उस बुली करने वाले लड़के को मारा था। इस बार उसने सायद गलत लड़के को बुली करने का सोच लिया था।'' ''वो शक्ति वैसे काफी ज्यादा अच्छी थी ! प्लांट कण्ट्रोल की शक्ति।'' ''तुझे क्या लगता है वैसे ! क्या वो लड़का प्लांट कण्ट्रोल शक्ति वाले लड़के से अपना बदला लेगा।''
तीन लड़के आपस में बात कर रहे होते है। प्लांट कण्ट्रोल की शक्ति ,यूवी जितना जानता था उसमे से प्लांट कण्ट्रोल की शक्ति अभी तक उसने जिया और मयंक के पास ही देखा था और ये तीनो किसी लड़के के बारे में बात कर रहे थे। ये सुनने के बाद यूवी के दिमाग में मयंक का ही चेहरा घूमने लगता है।
''मयंक ने लड़ाई की ! लेकिन क्यों ,क्या इसी वजह से मयंक मुझसे बात नहीं कर रहा था।'' यूवी खुदसे ही कहता है। होता क्या है असल में वो तो उन लड़को को भी पता नहीं होता है क्यूंकि उन लड़को ने भी किसी और से ही सुना था ये सब।
''क्या जिया को इस खबर के बारे में पता होगा !'' युवी सोचते हुए कहता है। गर्ल्स हॉस्टल में थी अभी जिया अपने रूम में और अभी तक उसको अपने भाई के बारे में नहीं पता चला था।
मयंक भी कैंटीन में आता है खाना खाने के लिए ,जब मयंक की नज़र यूवी पे जाती है तो वो हस्ते हुए अपने खाने को लेकर उसके पास जाता है और उसके पास बैठते हुए मज़ाकिये तरीके से कहता है।
''अकेले - अकेले ही खा रहे हो ब्रो ! मुझे भी तो पूछ लिया होता ,मुझे भी बड़ी ज़ोर से भूक लग रही है।'' यूवी ये सुनकर हैरानी से मयंक को देखने लगता है क्यूंकि जब यूवी ने मयंक से बात करने की कोसिस की थी तो मयंक तो कोई भी जवाब नहीं देता है।
मयंक को और यूवी को कई स्टूडेंट्स अजीब ही नज़रो से देख रहे थे। और धीरे - धीरे आपस में बाते भी कर रहे थे। यूवी फिर मयंक के बाज़ू को देखते हुए उससे पूछता है।
''वैसे ये चोट कैसे लगी तुम्हे !'' ये सुनकर मयंक अपने हाथ को थोड़ा सा पीछे करते हुए कहता है।
''ये चोट ! ये तो बस ग्राउंड पे कुछ लड़के अपने शक्तियों की प्रैक्टिस कर रहे थे तो उन्ही से लग गयी ,गलती से। कुछ ख़ास नहीं है ये चोट ! कुछ दिन में ठीक हो जाएगा।'' मयंक ,यूवी से झूठ कहता है। उसको लगता है जो उसने किया था वो अभी तक फैला नहीं होगा ,लेकिन इस स्कूल में बाते आग की तरह फैलती थी।
युवी फिर इस बात को छोड़ कर मयंक से कहता है।
''वो सब तो ठीक है मगर तुम्हे मेरे साथ ऐसे बैठ कर खाना नहीं खाना चाहिए ! तुम्हे अपने जितने या अपने से बड़े पावर लेवल के स्टूडेंट्स के साथ बैठना चाहिए ,मेरे साथ बैठने से तुम्हारी ही बदनामी होगी।'' यूवी को मालूम था की मयंक उचे पावर लेवल पे था और वो खुद एक लेवल पे ही था।
मयंक फिर यूवी को उन सभी स्टूडेंट्स को देखते हुए मुस्कुरा कर जवाब देता है।
''कुछ नहीं होता ! बदनामी होगी तो होने दो ,में तो अपने दोस्त के साथ ही बैठकर खाना खाऊंगा।'' यूवी ज्यादा नहीं समझा सकता था मयंक को इसलिए वो उसके आगे अब कुछ नहीं कहता है और अपने पेट को भरने में ध्यान देने लगता है।
यूवी को इस ही बीच कुछ समझ आने लगता है ,वो खाना तो खा रहा होता है मगर जो खाने का स्वाद उसको पहले आता था अब वैसा स्वाद उसको नहीं मिल रहा था। उसको खाना बेस्वाद लग रहा था। ऐसा क्यों था उसको खुद भी नहीं पता चलता है। लेकिन इससे युवी का भूक तो मिट रहा था।
दूसरी तरफ सोहिल अपने दोस्तों के साथ था।
''सोहिल भाई ! ऐसे नहीं चलेगा ,आपको उस लड़के को सबक सिखाना ही होगा।'' सोहिल वही होता है जिसकी लड़ाई मयंक से होती है। सोहिल का पावर लेवल भी चार ही होता है मगर उसमे ट्रांफॉर्मशन की शक्ति होती है जिसकी वजह से उसकी शक्ति मयंक की शक्ति के सामने ज्यादा प्रभावशाली नहीं होती है।
सोहिल को भी काफी चोट आयी थी ,वो अपने दोस्त की बात सुनकर कहता है।
''उसको सबक तो सिखाना होगा ,लेकिन ताकत से नहीं ,उसको अगर रास्ते पे लाना है तो मुझे अपने दिमाग से काम लेना होगा ! क्यूंकि अगर ताकत से मैंने उससे लड़ने का सोचा तो में ज़रूर हार जाऊँगा।'' सोहिल इंटेलीजेंट लड़को में सबसे टॉप पे था। सोहिल का दिमाग इतना खतरनाक था की उससे बड़े पावर लेवल वाले स्टूडेंट्स भी दूर ही रहते थे।
जो दो लड़के सोहिल के अगल - बगल में थे वो दोनों सोहिल के रूममेट थे और साथ ही उसके एक तरह से चमचे भी। वो दोनों सोहिल का सब कहना मानते थे बदले में सोहिल उन दोनों को बचाता था बाकी स्टूडेंट्स से।
सोहिल की शक्ति अभी चार पावर लेवल पे ही था इसलिए वो सिर्फ अपने दोनों हाथो को ही ट्रांसफॉर्म कर सकता था। यूवी और मयंक इन सब चीज़ो से अनजान होकर मार्सल आर्ट्स क्लास जाते है। अभी यहाँ पर इतने लोग नहीं थे जितने होने चाहिए थे। यहाँ पर बिना शक्ति वाले स्टूडेंट्स को मज़बूत किया जाता था।
एक अनजान ग्रह पर ,जहाँ का आसमान मेहरून रंग का और वहां का चाँद सूर्य की तरह जल नील रंग में जल रहा था। उस ही ग्रह के एक कब्र में हलचल होता है ,हलचल ऐसी होती है जिससे लगभग एक किलोमीटर तक भूकंप का एहसास होता है।
उस ही ग्रह के पांच बड़े महल में अलग - अलग लोग एक सूचना लेकर जाते है अपने लॉर्ड के पास।
''ये चौथा कब्र है ग्रैंड लॉर्ड ! यहाँ पर भूकंप का एहसास हुआ है।'' एक सख्स अपने लॉर्ड को बताता है। जिसे सुनने के बाद वो लॉर्ड अपने ठुड्डी पे हाथ रखकर सोचते हुए कहता है।
''तो क्या डार्क गॉड अभी भी जिन्दा ही है !'' उन पांच ग्रैंड लॉर्ड में से एक ग्रैंड लॉर्ड सोचते हुए कहता है। इधर मयंक और यूवी दोनों ही मार्सल आर्ट्स के एरिया को अच्छे से देख रहे थे। उन दोनों को तभी दिखाई देता है की एक लड़का जो लकड़ी के सहारे चल रहा था उसकी लकड़ी को कुछ लो पावर के स्टूडेंट्स लेकर उसके साथ खेल रहे थे।
''मुझे मेरी छड़ी दे दो ! में अँधा हूँ ,में देख नहीं सकता ,मेरी छड़ी ही मेरा सहारा है ,प्लीज मेरे छड़ी को लौटा दो।'' वो लड़का परेशान होते हुए कहता है। यूवी और मयंक बिना देरी किए उसके पास जाने लगता है।
''परेशान क्यों कर रहे हो तुम सब इसको ! इसकी छड़ी इसको वापिस दो अभी।'' मयंक कहता है। वो सब जैसे ही पावर लेवल चार के किसी स्टूडेंट को देखते है तो वो तुरंत उस छड़ी को वहीँ पर छोड़ते है और खुद भागते हुए वहां से चले जाते है।
''ये लो भाई तुम्हारी छड़ी ! हम तो बस ऐसे ही मज़ाक कर रहे थे।'' वो लड़के वहां से जाते हुए कहते है। यूवी ज़मीन से उस छड़ी को उठा कर उस अंधे लड़के को देता है और कहता है।
''ये लो तुम्हारी छड़ी ! अब वो लोग तुम्हे परेशान करने नहीं आएँगे।'' वो लड़का अपनी छड़ी को वापिस पाकर अब अच्छे से खड़ा हो जाता है। वो छड़ी मानो उसकी आँखे हो। वो लड़का फिर यूवी और मयंक की तरफ घूम कर उनको धन्यवाद देता है।
''शुक्रिया तुम दोनों का मेरी छड़ी उन लड़को से मुझे लौटाने के लिए ! मेरा नाम ओम है और आप दोनों का क्या नाम है।'' ओम ,यूवी और मयंक से पूछता है जिसके बाद मयंक और यूवी दोनों ही अपना नाम बताते है ओम को।
''में हूँ यूवी और ये है मयंक।'' यूवी कहता है जिसके बाद मयंक ,ओम से पूछता है।
''तुम देख नहीं सकते हो अगर ओम तो तुमने इस स्कूल में आने का क्यों सोचा ,और माना की तुम इस ही स्कूल में आना चाहते थे मगर फिर तुमने कोई ऐसी शक्ति क्यों नहीं ली जिससे तुम्हे देखने में मदद हो ऐसा कुछ।'' ओम ये सुनकर मुस्कुराता है और मयंक को जवाब देता है।
''किसने कहा की मेरे पास शक्ति नहीं है !''
क्या होगा आगे ? अगर ओम के पास शक्ति है तो वो उन लड़को के सामने अपनी छड़ी के चल जाने से उनसे मांग क्यों रहा था ? आखिर कोनसी शक्ति है ओम के पास ? कौनसा ग्रह था वो जहाँ पर चाँद लाल रंग में जल रहा था और क्या है उस ग्रह का राज़ ?