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चौथा दिन टूर का 1.1

फिर रोहाना और सालनी मैम अकेले में जाकर बात करते है । तो

रोहाना सालनी मैम को बोलती है : की मैम सारे बच्चे आगे जाना चाहते है । और यहां पर अब मन नहीं कर रहा उनका। तो 

सालनी मैम बोलती है : कि रोहाना में भी बोलने वाली थी तु में की कल जब तुम दोनों गए थे तो मेने सब को यही कहा कि तुम दोनों आगे का रास्ता देखने गए हो। तो में सोच रही थी अब कहा चले। फिर

रोहाना बोलती है : कि मैम मुझे पता है और वहा कई सारी चीज़े है। जैसे की नदी, पेड़, घना जंगल, फल, और एक सब से अच्छी चीज़ की वहा टेंट तम्बू का नही होगा और जमीन पर भी नहीं होगा। फिर

सालनी मैम कहती है कि : तो क्या हवा में होगा। 

रोहाना बोलती हैं : कि पेड़ पर होगा टेंट । पर टेंट हमें बना होगा। 

सालनी मैम बोलती है : कि कहा है यह सुंदर जगह। फिर

रोहाना बोलती है : मैम ज्यादा दूर नहीं है। कुछ ही दूर है पहाड़ के पीछे की तरफ। 

सालनी मैम बोलती है : कि कितना टाइम लगेगा अगर अभी जाएंगे। 

रोहाना बोलती है : कि शाम तक टेंट बन जाएगा अगर अभी जाएंगे। फिर

सालनी मैम बोलती है : कि ठीक है फिर चलते हैं। 

फिर सालनी मैम सारे बच्चों को एक जगह जमा करती है और बोलती है कि सारे बच्चों को 10 मिनट का टाईम दे रही हुं। अपना अपना सामान पैक कर ले। हम दूसरी जगह जा रहें है। और सामान पैक करने में उनके पार्टनर या उनके दोस्तो उनकी मदद करेंगे।

फिर सब बच्चे अपना अपना सामान पैक कर लेते है। और फिर दूसरी मैम के पास खड़े हो जाते है। अभी काफी बच्चो का समान पैक नही हुआ था तो अभी तक नही आ पाए थे। 

फिर सालनी मैम भी समान पैक कर के आती है। और रोहाना को बलाती है पर रोहाना नही आती। रोहाना काजू के साथ उसका सामान पैक करा रही होती है। और काजू टेंट खोल रहा होता है। 

दूसरी मैम बोलती है : कि जब तक रोहाना और काजू आ रहें तब तक हम एक काम करते है की इस जगह को हमने गंदा करा है तो साफ भी कर देते है। 

सालनी मैम बोलती है : कि सारे बच्चे एक एक पनी ले लेकर कूड़ा भरते है । और बोलती है की चलो साफ करते है।

फिर सारे बच्चे कूड़ा पनी में भर कर जगह साफ कर देते है और बाद में सालनी मैम के पास आते है और

सारे बच्चे बोलते है  : की मैम हमने जगह साफ कर दिया अब इस कूड़े का क्या करे।

मैम बोलती है : की पहले एक गड़ा कर के सारा कूड़ा उसमे डाल दो इसे कुछ नही होगा। फिर रोहाना और काजू दोनों आ जाते है और

दोनो बोलते हैं : कि " sorry" मैम ज्यादा टाईम लग गया ।

सालनी मैम बोलती है : कोई बात नहीं जो भी होता है अच्छे के लिए होता है । 

फिर सब बस में बैठते है तो मैम रोल नम्बर से गिन रही थी की कोई छूट तो नही गया। फिर रोहाना मैम को जगह बता रहीं थी। और मैम बस चला रही थी । फिर बस एक जंगल में चली जाती है और फिर जंगल में बस को बहुत घुमा कर लाया जाता है उस जगह पर जहा नदी और ऊबो सब होता है जो रोहाना ने कहा था। फिर बस उस जगह पर पहुंच जाती है। तो सब उतरते है। और

रोहाना बोलती है : की हम सब को बहुत सारी लकड़ी जमा करानी होगी । फिर

रोहाना बोलती हैं : की सब लकड़ी ढूंढते हैं। और

रोहाना बोलती है : की उत्तर की तरफ काजू और में जाती हुं दूसरी तरफ़ तुम सब जाओ। फिर

काजू बोलता है : की रोहाना यह हो क्या रहा है।

रोहाना बोलती है : की काजू आज सुबह से कई परेशानी आ रही हैं। बाद में बताऊंगी।

और फिर कुछ ही देर में बहुत सारी लकड़ी जमा कर देते हैं । फिर

रोहाना बोलती है : कि अब आधे लोग लकड़ी जमा करेंगे और आधे लोग पेड़ पर टेंट बनेंगे। और टेंट बने का माप निकलती है।

रोहाना बोलती है : की ऐसा होगा टेंट।

फिर कई सारे टेंट बन जाते है और सालनी मैम और दूसरी मैम मिल कर जीने बनती है टेंट तक जाने के लिए । फिर लकड़ीया कम पड़ जाती है । और फिर कम से कम तीन टेंट के लिए जीने तो पूरे थे बस टेंट नही बने थे । और 5 बज चुके थे। फिर दोनो में खाना बने जाती है। और सारे बच्चे लकड़ी धुने के लिए कुछ दूर जाते है। फिर एक जगह रोहाना के साथ सारे बच्चों को बहुत सारे सूखे लकड़ मिलते है। तो सब बहुत सारे लड़के लेकर आते है । और फिर टेंट बनते है । टेंट का काम चल रहा होता है । तो

मैम बच्चो को बोलती है : की बच्चो खाना खाने आ जाओ ।

फिर सारे लोगो खाना खाते हैं । और फिर खाना खाने के बाद दुबारा टेंट बने लग जाते है ।

काजू बोलता है : की  अब कल बनेंगे बहुत टाईम हो गया ।

पर दुसरे लोग बोल रहे थे : की थोडा सा बचा है कर लेते है।

फिर 8 बजे तक सब का टेंट बना जाता है । और सब नहाने के लिए नदी में जाते है । फिर साफ होकर आग के पास जाते है । फिर अपने टेंट में जाते है । पर और तैयार हो कर सो जाते है । रोहाना काजू और दोनो मैम अभी तक अपने टेंट में नहीं जाते है । फिर

सालनी मैम बोलती हैं : की थैंक्यू रोहाना और काजू। 

काजू बोलता है : मैम मुझे क्यों सब कुछ तो रोहाना ने क्या है । फिर

रोहाना बोलती है : कि मैम काजू को कुछ भी अभी तक नही पता। में टेंट में जाकर उसे बता दुगी।

सालनी मैम बोलती है : ठीक है। फिर

दूसरी मैम बोलती है : की अब टाईम ज्यादा हो चूका है चलते है सोने के लिए फिर

रोहाना बोलती है : कि पहले आग को बुझाते है।

फिर रोहाना पास में पड़ी मट्टी आग में डाल देती है। और आग बुझा देती है । और फिर सब अपने टेंट में जाते है। और काजू फिर कुछ देर आराम करता है। और फिर

रोहाना को बोलता है : की बता रोहाना क्या हुआ सुबह से ।

रोहाना बोलती है : कि काजू पहले समान सेट कर लू टेंट में। फिर कुछ देर बाद समान सेट कर के रोहाना काजू के पास आ कर

रोहाना बोलती है : की काजू ऐसा ऐसा हुआ है । सुबह से और कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर मैम से बात करी तो मैम भी बही सोच रही थी। और ऐसा ऐसा करते करते पुरा दिन चला गया ।

रोहाना काजू को बोलती है : की काजू मुझे " एनर्जी " चाहिए । बस " kiss " क्योंकि अभी हम स्कूल के बच्चो के साथ है।

काजू रोहाना को kiss कर के

काजू बोलता है : की रोहाना मुझे तुम्हारी बारी में कुछ नही पता। 

रोहाना बोलती है : की क्या पता करना बोलो में बता दुगी।

काजू बोलता है : कि 5 साल से तुम मुझे प्यार करती थी। और 5 साल पहले तु मेरे साथ थी। और उसके बाद क्या कर रही थी सब जाना है। 

रोहाना बोलती हैं : कुछ नही तुम्हारे जाने के बाद कुछ भी अच्छा नहीं लगता था। और कई महीनों तक परेशान थी । मुझे तुम चाही थे उस टाईम। पर तुम पास नही थे । फिर मुझे मेरी दोस्त में बताया की तुम शहर चलेंगे। और मुझे कुछ भी नहीं पता। फिर मैंने उसे पूछा की शहर जाने के लिए क्या करना पड़ेगा। उसने कहा की पढ़ाई अच्छी कर और शहर में किसी अच्छी जगह पर काम करो । तब तुम शहर में रहोगे । तो फिर मैन पढ़ाई अच्छी करी है। और में जब भी पढ़ाई करती हु तो तुम्हारी याद आती है। ऊबो दिन याद आते है। जो हम ने गांव में साथ बिताए थे। 

काजू बोलता है : अच्छा। 

रोहाना बोलती है : कि मुझे मेरा तो पता नहीं पर मेरे पापा को शहर में एक अच्छी नौकरी मिल गई थी। तो मेरे पापा शहर में रहते थे। फिर मैन उस साल बहुत अच्छे नंबर से पास हो कर और फिर अपनी "TC" कट वाली थी और फिर इस स्कूल में दाखिला करा लिया और मुझे पता नही की में तुम्हारे क्लास में आऊंगी। पर जब मै क्लास आई थी तो बहुत खुश थी। और डर भी रही थी। तुम में देख कर पर देखो हुआ तो हुआ क्या की पहले ही दिन में तुम्हे पता चल गया था कि में क्लास में आ गई हुं । 

अभी बहुत खुश हुं । तुम्हारे साथ। में चाहती हुं कि तुम मुझे छोड़ कर कभी मत जाना। वरना में दुबारा उस 5 साल की तरह दुबारा इंतज़ार करूगी। 

काजू बोलता है : कि रोहाना में कभी नही छोडूंगा तुझे। मरुगा तो तेरे साथ और जियुगा तेरे साथ। 

रोहाना काजू के गोद में फिर सर रख कर सो जाती है। काजू उसके सर पर kiss कर कर उसे सुलता हैं। फिर काजू उसे सुला कर खुद सो जाता है । 

अगली सुबह कुछ अलग ही पता चलता है इस जगह के बारी में। सोचो कि जंगल में क्या मुसीबत होती है और अगली मुसीबत क्या हो सकती है । और एक और चीज़ मुसीबत जो भी होगी वो रात को ही आती है सुबह कुछ नही करती। जाने के लिए आगे पढ़े एक बेतूकी दोस्ती राजेश मालती के साथ...