"क्या है यह?" निंग क्षी ने अपना सिर घुमाकर पूछा|
चूंकि लू टिंग निंग क्षी को काफी पसंद करता था, इस वजह से निंग क्षी चाहे जो भी करे या सोचे वह उसे अच्छा ही लगता था|
"आह?" निंग क्षी को इस अचानक पूछे गए प्रश्न की ऊमीद नहीं थी|
"ऐसा क्यों पूछा?"
"आज तुम्हारा जन्मदिन है| लिटिल ट्रेजर ने तुम्हारे लिए कुछ तोहफा लेने का सोचा है| वह शायद हीरे लेने का सोच रहा है, इसलिए मैंने सोचा एक बार तुम्हारी राय भी ले लूँ| क्या पता तुम्हें हीरे नहीं पसंद हो|"लू टिंग ने बहुत सी सरलता से यह सब कहा|
"तो ऐसा है|"निंग क्षी ने अपना सिर खुजाते हुए कहा, "वैसे तो कहा जाता है हीरा एक औरत का सच्चा दोस्त होता है,पर मेरा सिर्फ जन्मदिन ही तो है और वह छोटा सा बच्चा ही है| उसे मेरे लिए इतना महंगा तोहफा लेने की कोई ज़रूरत नहीं है| तो आपके इस प्रश्न का जवाब मेरी तरफ से ना ही रहेगा| उसे कुछ अपने हाथों से बना कर देना चाहिए|"
लू टिंग ने इस बार कुछ ज्यादा ही सहजता से कहा, "अरे वह इतना महंगा थोड़ी होगा जैसा तुम्हें शूटिंग के पहले दिन सेट पर मिला था| मुझे यह भी लगा था की उस दिन जो हीरा मिला था उसके आगे लिटिल जो हीरा देगा वह तो कुछ भी नहीं होगा|''
यह सुन कर निंग क्षी ने शर्मिंदगी में अपना सिर ही पकड़ लिया, "तो यह बात आप तक भी पहुँच गई? खबरें बहुत जल्दी फैलती हैं पर आपकी और उस पागल आदमी की आपस में कोई तुलना नही|"
"क्या वह आदमी तुम्हारा प्रेमी था?"
"यह सुन कर निंग क्षी की सांस ही रुक गयी| "नहीं नहीं ...आपने ऐसे कैसे सोच लिया?"
"तुम उस आदमी के काफी करीब हो ऐसा लगा मुझे|" लू टिंग ने दबी सी आवाज में कहा|
"निंग क्षी का सिर दर्द होने लगा यह सब सुन कर|
"हे भगवान, मतलब किसी पागल आदमी को उसकी बेवकूफ़ियों के लिए डांटने का मतलब उसके साथ करीबी रिश्ता होना होता है|"
लू टिंग ने हाँ में सिर हिला दिया, "हाँ मेरे लिए तो यह ऐसा ही है| मेरे साथ तो तुम हमेशा तमीज से पेश आती हो, नरमी से बात करती हो कभी भी ज़ोर से नहीं चिल्लाती हो|"
निंग क्षी को समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या कहे| "क्या लू टिंग कष्ट में सुख का अनुभव करने वाला आदमी था? क्या वह चाहता था कि मैं उसके साथ सख्ती के साथ पेश आऊँ?"
"उसका मुझसे अब कुछ भी लेना देना नहीं है, वह एक पागल आदमी है जिसे यूँ ही लोगो पर हीरे फेंकना पसंद है| अगर वह मेरे सामने आ जाए तो मैं वही हीरा उसके मुंह पर फेंककर मारूं|" निंग क्षी ने एक दम सहजता से ऐसा कहा|
"अब कुछ लेना देना नहीं है इसका मतलब पहले था?" लू टिंग ने निंग क्षी की बात को बड़े अच्छे से पकड़ लिया था|
यह सुनते ही निंग क्षी फिर असहज हो उठी और शर्मिंदगी से खाँसते हुए बोली, "आप ऐसा कह सकते हैं कि हमने एक दूसरे को डेट किया था…अगर एक दिन भी मायने रखता है तो..."
जाने क्यों निंग क्षी के लिए लू टिंग क्या सोचता है उसके बारे में, यह मायने रखता है काफी...| उसने अपने बाल पकड़ लिए, "आप सोचते होंगे कैसी लड़की है कितने लड़कों को डेट कर चुकी है|"
लू टिंग ने काफी गंभीरता से इस बात का जवाब दिया, "नहीं नहीं! हर किसी का जिंदगी जीने का अपना तरीका होता है और कई सारी चीज़ें भी ऐसी होती है जिन्हें वह सब को बताना नहीं चाहते| और जिस आदमी को किसी के जीवन की पूरी सच्चाई नहीं मालूम हो उस आदमी को किसी के बारे में कोई राय बनना या उसे दोषी मानकर सजा देने का कोई अधिकार भी नहीं है|"
लू टिंग की यह बात निंग क्षी के दिल को छू गई| उसने मुस्कुराकर कहा, "लू टिंग आप मेरे बिना दिमाग वाले प्रशंसक लग रहे हो इस वक़्त, मैं कुछ भी कहूँ आपको सब कुछ सही ही लगता है|"
"बिना दिमाग वाला प्रशंसक?" लू टिंग को यह बात समझ ही नहीं|
"हाँ सही तो कह रही हूँ, यह उस प्रकार के प्रशंसक होते है जो अपने चहेते पर आँख बंद कर भरोसा करते है और उनका चहेता चाहे कुछ भी करे उन्हे सब कुछ अच्छा ही लगता है|"
लू टिंग ने कुछ क्षण के लिए सोचा फिर कहा, "हम्म! सही कहा वैसे तुमने|"
निंग क्षी अब चुप्प!
ऐसा लग रहा था की निंग क्षी अंदर ही अंदर कुछ दबा रही हो,कुछ देर के बात उसने कहा, "लू टिंग क्या आपको पता है आप किसी वाजीकर
औषध से भी ज्यादा खतरनाक हो…|"