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लगता है इस जन्म में तुम्हारा प्यार तुम्हें नहीं मिलेगा l

Chapter - 5

सभी एक दूसरे से बातें करने लगे - राजकुमारी अनाया... राजकुमारी अनाया... तो फिर ये कौन है l

जो जमीन पर गिरा लड़का था उसने कहा - मुझे छोड़ दो मुझसे गलती हो गयी मुझे माफ़ कर दो l

शिद्दत ने उसे देखते हुए कहा - नहीं मैं तुम्हें माफ़ नहीं कर सकती तुमनें एक ऐसे इंसान के बारे में गलत सोचा है जो किसी का इंतज़ार कर रहा है सदियों से और तुमने उनका अपमान किया... और हाँ मुझसे किसी ने कहा था कि अगर बात इज़्ज़त की हो तो अपनी इंसानियत भी भूल जानी चाहिए l

ताई उसकी बात को सुनते हुए उसकी तरफ देख रहा था l

और तुमने ऐसी गलती की है जिसकी कोई माफ़ी नहीं है इन्हें ले जाओ और सख्त से सख्त सजा दो, शिद्दत ने कहा और कुछ सैनिक उन सभी को पकड़कर ले जाने लगे l

शिद्दत गुरु जी के पास गयी और सर झुकाकर कहा - हमें माफ कर दीजिये हमनें आप सभी से एक बात छिपाई लेकिन इसके पीछे हमारा एक मकसद था जो पूरा हो चुका है l

गुरु जी ने कहा - मुझे पता है कि तुम एक राजकुमारी तुम्हारे पिता ने हमारे पास पहले ही ये संदेश भिजवा दिया था कि तुम कहीं न कहीं अपना भेष बदलकर आओगी लेकिन मुझे समझ नहीं आया तुमनें ऐसा क्यूँ किया ?

शिद्दत - जी... ( शिद्दत ने अपने गले पर हाथ रख कर दूसरी तरफ होकर हिचकिचाते हुए कहा ) वो... हमें ये राज्य संभालना बिल्कुल पसंद नहीं है लेकिन फिर भी हमारे पिता चाहते हैं कि हम उनके राज्य को सम्भाले और इसी लिए उन्होंने हमे शिक्षा के लिए यहाँ भेज दिया ताकि हमारा मन बदल जाये l

वो उनकी तरफ मुड़ी तभी लुई ने कहा - अगर राजकुमारी तुम हो तो फिर ये कौन है ?

शिद्दत ने कहा - ये हमारी सहेली हैं दिया हमनें ही इन्हें कहा था राजकुमारी बनने के लिये l

लुई - तुम तो बहुत ही शातिर निकली और तुमने कितनी निर्दयता से उसकी जीभ काट दी l

शिद्दत ने मुस्कुराते हुए कहा - हाँ वो तो हम है हमारा दिल अगर निर्मल है तो सभी से प्रेमभाव से व्यव्हार करते हैं हमें कोई कितना भी कुछ बुरा कह दे हमें उसकी बातों का बुरा नहीं लगता... लेकिन हमारे अंदर एक बुरी आदत है l

और वो क्या, इस बार सवाल ताई ने किया था l

शिद्दत ने कहा - हमारा दिल एक बार बुरी चीजों की तरफ चला जाता है जैसे कोई हमें इतना दुख देना चाहता हो कि हम उससे नफरत करने लगते हैं और उसी से हमारा दिल पत्थर का हो जाता है और उस वक़्त हम क्या करें हमें खुद भी पता नहीं होता है l

वो ताई की तरफ मुड़ती और चेहरे पर परेशानी के भाव लाकर कहती है - हमें तो एक बार ऐसे लगता है कि किसी दिन ये दिल ही हमारी जान ले लेगा l

नहीं ऐसा कभी नहीं होगा, ताई ने चिंता जताते हुए कहा तो सभी उसकी ओर देखने लगे ताई ने सभी को अपनी तरफ देखता पाकर कहा - मेरा मतलब ऐसा थोड़े ही होगा l

गुरु जी कहते हैं - अब सभी जाओ और अभ्यास पर ध्यान दो जाओ सभी सभी - जी गुरु जी l

गुरु जी - अनाया तुम भी जाओ जब तक तुम यहाँ रहोगी तब तक तुम शिक्षायें लोगी और तुम भी जाओ l

शिद्दत - जी... l

सभी बाहर आ जाते हैं ताई तो बस शिद्दत को देख रहा था तभी उसके दोस्त उसके पास आते हैं और उससे कहते हैं - अरे ताई मुझे नहीं पता था कि ये राजकुमारी है l

ताई ने कहा - पता तो मुझे भी नहीं था पूछ तो ऐसे रहे हो जैसे मुझे पता था l

सिमी - भाई गुस्सा क्यों हो रहे हो सिर्फ पूछा ही तो है हमें लगा बस तुझे पता होगा इसलिए पूछ लिया l

ताई ने शिद्दत को गुस्से से देखते हुए कहा - क्यों वो मेरी क्या लगती है जो मुझे बताएगी की वो राजकुमारी है l

शिद्दत ने सुना तो उनकी तरफ देखने लगी और उनके पास आयी उसने उन से कहा - माफ़ करियेगा आप लोग हमारे बारे में बातें कर रहे हैं न चक... समझ सकते हैं लेकिन हम सच में हमनें इसलिये नहीं बताया क्योंकि हमें सिंहासन पर नहीं बैठना है l

ताई - वैसे ये आप हमें क्यों बता रही हैं हम आपके लगते कौन हैं ?

शिद्दत ने उसकी बात पर गौर किया और सोचने फिर कहा - आप सही कह रहे हैं हम आपको ये सब बातें क्यों बता रहे हैं ठीक है हम चलते हैं l

शिद्दत वहाँ से जाने लगती है तभी ताई कहता है - रुको l

शिद्दत रुक जाती है और मुस्कराती है फिर मुस्कुराना बंद कर ताई की तरफ घूमती है और कहती है - जी... l

ताई कहता है - चलो कोई बात नहीं ये बताओ अभ्यास करना है या नहीं l

कैसा अभ्यास, " शिद्दत ने कहा " तो ताई ने कहा - अरे तलवार बाजी की l

शिद्दत - जी करना तो है लेकिन हमें वो आता है l

ताई ने कहा - तो फिर करना क्या है जब आता है सबकुछ तो जाओ अपने महल वापस लौट जाओ l

शिद्दत ने थोड़े गुस्से से कहा - नहीं जायेंगे हम यहां पर शिक्षाए लेने आए हैं न कि आपकी बात मानने समझे आप

ताई - कोई अभ्यास किया एक बार भी दूसरा पहर हो चुका है l शिद्दत - तो किसी से भी शिक्षा लेंगे लेकिन आपसे तो बिल्कुल नहीं लेंगे समझे आप हम्म... l

ये शिद्दत कहकर वहाँ से चली जाती है ताई उसे जाते देख रहा था तो सिमी ने कहा - ये तो बहुत ही गुस्सैल और बदतमीज लगती है लगता है इस जन्म में तुम्हारा प्यार तुम्हें नहीं मिल पायेगा l

ताई - फिर भी मैं उसका सदियों तक इंतजार करता रहूंगा हमेशा करता रहूँगा l उसने खोए हुए कहा l

जोंग ने कहा - वो भी करके देख लो लेकिन ये तुम्हारे लायक बिल्कुल भी नहीं लगती है हाँ ये बात है कि सुन्दर है ताई - लेकिन अगर कोई अच्छा न हो तो क्या हमें उससे प्यार नहीं करना चाहिए भले ही वो तुम्हारी नजरों में मेरे लायक नहीं है मेरे हिसाब से देखोगे तो उसमें कोई कमी नहीं है l

हमें बिना किसी वजह के किसी से प्यार करना चाहिए न कि वज़ह जानकर वज़ह तो कभी भी खत्म हो सकती है और फिर हमारा प्यार बदल जाएगा और हम किसी और से वज़ह ढूँढकर प्यार करने लगेंगे फिर वो भी एक दिन बदल जाएगा l

उसकी बात सुन उसके सभी दोस्त उससे माफ़ी माँगते हैं ताई कहता है - चलो अंदर चलते हैं l

सभी अंदर जाने लगते हैं तभी ताई को दीया के कमरे से हँसने की आवाज आती है वो उसे गौर से सुनता है l

उसके दोस्त उससे कहते हैं - हम चलते हैं l

सभी चले जाते हैं सिमी उसके पास ही रुक जाता है दीया के अंदर से आवाज आती है किसी लड़की ने कहा - ऐसा प्यार करो की तुमसे ज्यादा बेसब्री इस संसार को हो तुम्हारे फिर से मिलने की l

प्यार की कोई वजह नहीं होती है और वज़ह जानकर प्यार किया जाए तो वो वक़्त पर बदलता जाता है इसलिए बिना किसी वजह के प्यार करो ताकि सदियों तक फिर मिलन की आश लिए इस धरती पर दोबारा जन्म लेकर अपने प्यार को पूरा कर सको ऐसा प्यार करो की ईश्वर भी हमें दुआएँ दें l

सिमी - कौन है जो तुम्हारी भाषा बोल रहा है l

तभी अंदर से दीया निकलकर आती है और उसके पीछे कुछ लड़कियां आती हैं ताई तो देख रहा था कि शिद्दत तो नहीं न है लेकिन शिद्दत थी ही नहीं l

ताई सोचने लगा - किसने ये सब कहा कौन थी वो ?