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Ch -4  majboor shailvi..

कहानी आगे की.....

 मासी को धोखे का इतना गहरा सदमा लगा कि ,वह सह ना सकी और वह डिप्रेशन में चली गई थी । उसके कुछ महीनों बाद उन्हें पता चला कि वह मां बनने वाली हैं, यह जान कर तो उनकी दुनिया ही बदल गई ,पर फिर उन्होंने डिसाइड किया कि वह इस बच्चे को जन्म देंगी। और कभी किसी से शादी नहीं करेंगी और अकेले इस बच्चे को पलेंगी...

 शैलवी के मां की मौत उसके जन्म देते समय हो गई थी। उसे अपने पिता के बारे में केवल इतना पता था कि, वह काम से विदेश गए थे पर वापस कभी नहीं आए। 

उसका इटली आने का एक बड़ा मकसद यह भी था कि वह अपने पिता को ढूंढना चाहती थी,और जाना चाहती थी कि, क्या उन्होंने उसे और उसकी मां को छोड़ दिया था...? या फिर कोई और रीज़न था, उसे और उसकी मां को तरह छोड़ने का और  वापस कभी ना आने का....

Black to the story ....

 क्रिस्टोफर बहुत ध्यान से शैलवी के चेहरे के बनते बिगड़ते एक्सप्रेशंस को देख रहा था... और अपने मन में सोचते हुए....,

तुम चाहेकितनी भी कोशिश कर लो पर अब तुम मेरे चंगुल से कभी आजाद नहीं हो सकती हो, जब तक मैं ना चाहु । अब तुम्हें मेरे कैद में रहना होगा। जब तक मैं ना चाहूं तुम यहाँ से एक कदम भी नहीं निकाल सकती हो...

 तभी अचानक क्रिस्टोफर शैलवी की कलाइयों को जोर से पकड़ता है और उसे  लगभग घसीटते हुए,  उसे सीढ़ियों से एक कमरे के अंदर ले जाता है और सीधे एक आलीशान बेड पर फेंक देता है..

 क्रिस्टोफर अपनी करकस और  मगर बेहद डरावनी आवाज में कहता है, अगर अब दुबारा तुमने यहां से भागने की कोशिश भी कि ना तो इसका अंजाम  तुम्हारे लिए सही नहीं होगा...

  शैलवी भी अपने गुस्से को बरकरार रखते हुए कहती है, मैं फिर से भागुगी,  एक बार नहीं हजार बार भागूंगी मैं तुम्हारे पास कभी नहीं रहूंगी मैं इस कैद से जरूर आजाद हो जाऊंगी तुम मुझे कभी रोक नहीं पाओगे कभी भी कैद नहीं कर पाओगे...

 क्रिस्टोफर सरकास्टिकाली हंसते हुए कहता है.... सच में अभी तुम्हारे अंदर बहुत हिम्मत बची है, पर कोई बात नहीं मैं बहुत जल्द इसे भी चकनाचूर कर दूंगा। मुझे बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई मेरे सामने ऊंची आवाज में भी बात करें....,

और तुम तो मुझे चैलेंज कर रही हो। तैयार हो जाओ हारने के लिए और मेरे कदमों में झुकने  के लिए, क्योंकि क्रिस्टोफर सिर्फ जीतने के लिए बना है वह कभी नहीं हारता....

शैलवी...,  इतना घमंड भी सही नहीं है कि आंखों से दिखाई देना ही बंद हो जाए...

 क्रिस्टोफ़र..., यह घमंड यह एटीट्यूड मैंने अपनी मेहनत से कमाया है। मैं तुम जैसी लड़कियों को बहुत अच्छे से जानता हूं जो सिर्फ पैसों के पीछे भागती हैं। तुम भी उन्ही औरतों में से एक हो जो ,पैसो के लिए मासूमियत का दिखावा करती और फिर बाद मे अपने बच्चे का हवाला देकर अच्छी खासी रकम बोलती हैं ..

 तो बोलो तुम्हें कितना पैसा चाहिए मैं तुम्हें मुंह मांगी कीमत दूंगा, इसके अलावा जो भी तुम मांगो तुम्हें सब मिलेगा चाहे वह गाड़ी हो बंगला हो या प्रॉपर्टी हो...  

पर बदले में मुझे मेरा बच्चा चाहिए। उस पर तुम्हारा कोई हक नहीं होगा तुम उसे जन्म देने के बाद मुझे सौप दोगी, और फिर दोबारा कभी वापस नहीं आओगी और ना ही उससे मिलने की कोशिश करोगी....

 क्रिस्टोफर की बात सुनकर शैलवी का पूरा चेहरा गुस्से के मारे लाल हो गया, उसकी पूरी आंखें लाल हो चुकी थी। उसने गुस्से से कहा नहीं वह बच्चा मेरा है और मैं तुम्हें किसी भी हालत में उसे छूने तक भी नहीं दूंगी...

 और रही बात पैसों की तो,यह पैसो का घमंड तुम कहीं और जाकर दिखाना मुझे ना तुम्हारे पैसों का लालच है ना तुम्हारे बड़े बंगले और ना ही शानों शौकत का...

 मैं कैसे अपने बच्चे को कैसे एक खूनी को दे सकती हूं किसके हाथ रोजाना किसी ना किसी के खून से रगते रहते हैं.. अगर मेरा बच्चा तुम्हारे साथ रहा तो आगे चलकर वह भी अब तुम्हारी तरह एक खूनी बन जाएगा। नहीं मैं ऐसा हरगिज़ नहीं होने दूंगी मैं उस पर तुम्हारी छाया भी नहीं पड़ने दूंगी...

 मैं अपने बच्चे को अकेले पालूंगी और उसे बड़ा भी कर लूंगी , पर मैं अपने बच्चों को तुम जैसे राक्षस के हाथों  में कभी नहीं लगने दूंगी...।  शैलवी  ने पूरी दृढ़ता के साथ कहा..,

शैलवी की बातों को सुनकर..... क्रिस्टोफर शैतानी हंसी हंसते हुए.... बोला( क्रिस्टोफर ) क्या कहा तुमने राक्षस...?? तो बिल्कुल सही पहचाना तुमने मैं राक्षस ही हूं,  और मैं कुछ भी कर सकता हूं..

 सुना है तुम्हारी एक छोटी बहन भी है ना , जो बोल नहीं सकती, जो इस वक्त सेंट मैरी स्कूल में पढ़ती है । (क्रिस्टोफर ने कहा )... क्या हो अगर वह स्कूल की  सीढ़ियों से गिर जाए ?? या फिर कोई उसे पानी में धक्का दे....?? बेचारी गूंगी है तो चिल्ला भी नहीं पाएगी.... क्रिस्टोफर ने वही अपनी शैतानी हंसी बरकरार रखते हुए कहा..

 क्रिस्टोफर की बातों को सुनकर शैलवी का पूरा चेहरा लाल हो गया उसका पूरा शरीर गुस्से के कारण कांपने लगा,वह गुस्से से लगभग फुफकरते हुए आगे बढ़ी और उसने क्रिस्टोफर का कॉलर पकड़ लिया... और बोली (शैलवी) हिम्मत भी मत करना उसे छूने की नहीं तो मैं तुम्हें जान से मार दूंगी...

क्रिस्टोफर जोर से हंसते हुए बोला अभी तक तुमने मेरी हिम्मत देखी नहीं है पर अब देखोगी। तुम्हें लगता है ना कि मैं राक्षस हूं तो अब देखना यह राक्षस क्या-क्या कर सकता है,  और इसकी एक झलक बहुत जल्द तुम देखोगी....

  हां दुबारा मेरी कॉलर को पकड़ने की हिम्मत भी मत करना, नहीं तो मैं तुम्हारे हाथों को तोड़ दूंगा....। और यकीन मानो मैं ऐसा कर सकता हूं ,मुझे हल्के में लेने की भूल बिल्कुल मत करना। और इसका एक नमूना तुम अभी कुछ देर पहले नीचे देख भी चुकी हो...

 क्रिस्टोफर अपने कॉलर को उसके हाथों से छुड़ाते हुए बेहद सर्द लाजे में उसे धमकाता है... और फिर मुड़ कर कमरे से  वापस बाहर निकल जाता है और कमरे को बाहर से लॉक कर देता है ....

 कहानी जारी है.....