jahnvi, जिया को सारा काम समझाती हुई बोली, "वैसे जिस जिसकी जरूरत है वो मैने समझा दिया है तुम्हे। पर sir ने तुम्हे जो काम दिया है, उसके लिए तुम्हे sir की अगली मीटिंग का वेट करना पड़ेगा। sir की हर मीटिंग के एक दिन बाद एक फाइल रेडी करनी पड़ती है, जो उन्हे अगले दिन तक रेडी चाहिए होगी। जो कुछ उस मीटिंग में डिसाइड होता है, वो सारा मैटर उस फाइल में अच्छे से मेंशन होना चाहिए, सारा कंटेंट मैं रेडी रखूंगी। तुम देख लेना धीरे धीरे तुम्हे सब समझ आ जाएगा।"
जिया जाह्नवी की बात सुनकर थोड़ा घबरा जाती है, और सोचती है पता नहीं वो ठीक से कर पाएगी की नही, पर फिर भी जाह्नवी को एक तसल्ली भरी स्माइल देकर वहा से थैंक्यू बोलकर निकल जाती है।
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जिया को वहा काम करते हुए 3 दिन हो गए थे, पर उसने अभी तक काम के नाम पर सिर्फ कुछ फोटोकॉपी, और फाइल्स इधर से उधर की थी, बाकी उसको कोई भी करने लायक काम नहीं मिला। उसने सोचा, हो सकता है आर्यन की कोई मीटिंग अभी हाल फिलहाल न हो। तब तक जाह्नवी के सिखाए काम को ही और अच्छे से प्रैक्टिस करते रहे, और datas मेंशन करना सीख जाए।
एक बार जब वो यू ही खाली बैठी हुई थी, तब उसने अचानक ही कुछ सोचा, और वो सोच कर मुस्कुराने लगी और कुछ व्हाइट शीट लेकर उसपे लिखने लगी। उसने बड़ा बड़ा कैपिटल लेटर्स में लिखा, "EQUALITY IN WORK FIELDS" और फिर सोचने लगी, "वैसे एक बात है, यहां ये बात जरूर जानने को मिली, की यहा सब एक दूसरे के काम को कितना इंपोर्टेंस देते हैं, किसी काम को छोटा बड़ा नही माना जाता। आर्यन ने कितनी अच्छी तरह से यहां डिसिप्लिन मेंटेन करके रखा है। खुद भी सब से कितने politely बात करता है, और वैसे भी लीडर जैसा होगा, वैसे ही तो उसके वर्कर्स रिफ्लेक्ट करेंगे। और ऐसा आज कल और कहा देखने को मिलता है, और अगर ऐसी अंडरस्टैंडिंग और इक्वालिटी आ गई न...वर्क फील्ड में, तो वो कंपनी टॉप पे नही होगी तो और कोन सी कंपनी होगी। I should write a content article on this topic"
और ये सब सोचने के तुरंत बाद आर्टिकल लिखना शुरू कर देती है, पूरे 2 घंटे वो यू ही लगी रहती है। वहा के माहोल में रहकर, वही के बारे में आर्टिकल लिखने का उसका एक्सपीरियंस काफी अच्छा रहता है। वहा की जिंदगी जीने के बाद उसे बिना ज्यादा सोचे ही उस टॉपिक के बारे में लिखने में ज्यादा टाइम नही लगा। और बस 2 घंटो में ही उसने, 8-10 पेज भर दिए। फिर उन्हे अपने बैग में रख दिया।
इतनी देर लगातार काम करने के बाद भी जिया थकावट महसूस नहीं कर रही थी। क्युकी वो कहते है न... जिस काम में मन लगे, उसे करते वक्त न तो थकावट होती है और न ही बोरियत, और अगर उसी काम को अपने पैशन के साथ साथ, काम बना लिया जाए, तो उस इंसान को उस फील्ड में पीछे छोड़ने वाला कोई नहीं होता।
थोड़ी देर बाद जिया के सामने रखे हुए लैंडलाइन पर किसी का कॉल आता है। जिया उसे पिक करती है, तो वहा से जाह्नवी बोलती है, "जिया मैने एक फाइल भिजवाई है, श्याम काका के हाथो, वो फाइल अभी वो आर्यन sir को देंगे। फिर आर्यन sir तुम्हे कॉल करेंगे कुछ चेंजेज नोट करवाने के लिए तुम अच्छे से नोट कर लेना, और काउंटर B से सामने रीना को से देना। वो करेक्ट कर के दे देगी। मैं अभी कुछ काम से बाहर जा रही हु ।okk?"
जिया: (थोड़ी कन्फ्यूजन में)"okk, पर जाह्नवी मैम, करेक्शन क्यू करना है, कोई डाटा गलत नोट हुआ है तो मैं अभी उसे ठीक करा देती हु। आप बताओ।"
जाह्नवी:(थोड़े एटीट्यूड और हताश भरी आवाज में) "वो sir का हमेशा का है, वो हमेशा कोई न कोई changes जरूर करते हैं, उन्हे कभी एक बार में फाइल नहीं पसंद आती। फाइल तो पहले भी सही बनी होती है, पर उन्हे अरेंजमेंट्स नही पसंद आती लिखी हुई। फिर पता नही क्या क्या एड करवाते हैं। कभी कभी तो 2 बाद एडिटिंग कराते हैं।"
जिया: "तो आप अब तक सीखी नही की उन्हे कैसी प्रिपेयर्ड फाइल चाहिए, उन्हे किस तरह की अरेंजमेंट्स पसंद है।"
जाह्नवी: "जिया मैं जब नई थी, तो हर वक्त फाइल्स में कोई न कोई इनोवेटिव करने की कोशिश करती थी, पर उन्हे कभी पसंद ही आई, तो मैंने अब कोशिश करना ही छोड़ दिया। मुझे लगता है की sir बहुत ही चूज़ी किस्म के हैं।अच्छा चलो अब मैं चलती हु जिया, byeee मुझे लेट हो रहा है।"
और ये बोलकर फोन डिस्कनेक्ट कर देती है।
जिया फोन पे हुई इस बात को सोचती हुई कहती है, "नही चूज़ी तो नही है, आर्यन। फिर वो फाइल्स में इतने नखरे क्यू करता है?"
वो ये सब सोच ही रही थी की, उसे सामने से श्याम काका फाइल लेकर आते हुए दिखते हैं। वो आर्यन के ऑफिस में जा रहे होते हैं। वो उन्हे जाते हुए देखती है, और नोटिस करती है की वो अंदर नही गए, बाहर ही वेट कर रहे हैं। तो वो उनके पास जाकर पूछती है, "क्या हुआ काका, आपको आर्यन को ये फाइल देनी है न..? आप अंदर क्यू नही जा रहे?" फिर काका जवाब देते हैं, "जिया मैम, आर्यन sir अभी अंदर किसी के साथ कुछ डिस्कशन में busy हैं, उन्हे अभी डिस्टर्ब नहीं कर सकता, इस लिए थोड़ी देर वेट कर रहा हु।"
फिर जिया सोचती है, की ये अच्छा मौका है, वो एक बार अभी ये फाइल देख ले। की उसे कोई कमी नजर आ रही है या नही। और उसके पास उस फाइल का raw डाटा था, जिसके base पे ये फाइल बनाई हुई थी। वो काका से वो file थोड़ी देर के लिए लेने की सोचते हुए कहती है, "काका, आप मुझे एक बार ये फाइल देना, आर्यन जब तक फ्री हो जाएगा, मैं तब तक आपको दे दूंगी ये।"
श्याम काका जिया को ये फाइल दे देते है और कहते हैं, "जिया मैम, देखना ज्यादा टाइम मत लगाना, वरना sir को एक min. की देरी भी नही पसंद काम को लेकर। अभी पता नही किस के साथ मीटिंग में busy हैं, वरना वो अब तक करेक्शन के लिए भी भेज देते।"
फिर जिया उन्हे थोड़ी तसल्ली देते हुए, "हम्मम बस थोड़ी देर के लिए ही चाहिए" और फिर मुस्कुराकर फाइल लेकर कहती है, "आपको कितनी बार बोला है, मुझे मैम मत बुलाया करो, मेरा नाम लेकर ही बोला करो।"
और ये कह कर वहा से चली जाती है। वो जैसे ही फाइल का फर्स्ट पेज खोलती है, उसी हड़बड़ी में वो दो तीन पेज खोलकर जल्दी से चेक करने लगती है ताकि उसे ऐसा कुछ दिख जाए, जिससे उसे पता चल जाए कि आर्यन को ऐसी क्या गलती दिखती होगी जो वो हमेशा ही फाइल्स में करेक्शन करता है। और देखते ही उसके मुंह से निकलता है, "ओह गॉड, कितनी शिद्ददत से इसमें किचड़ी पकाई गई है,
ऐसी फाइल सच में वो कैसे टॉलरेट करता होगा, उसे sceduled चीजे अच्छी लगती है। और शायद, अगर मैं गलत नहीं हु तो, यही उसे पसंद न आता हो, पर शायद हो सकता है, कोई और वजह हो। क्या करू?? काका ने जल्दी फाइल देने को कहा है।"
फिर वो अपने पर्स से एक सिक्का निकलती है और टॉस करती है की उसे फाइल्स में कुछ करना चाहिए या नहीं।
टॉस उड़ाने के बाद वो ये डिसाइड करके खुश होते हुए, फाइल रेडी करना शुरू कर देती है।
वो अपने कंप्यूटर में raw इनफॉर्मेशन की हेल्प से फाइल्स रेडी करने में लग जाती है, क्युकी इन फाइल्स की इनफॉर्मेशन सेकेंडरी थी और वो प्राइमरी इनफॉर्मेशन के ही हेल्प से फाइनल फाइल रेडी करना चाहती थी।
तभी श्याम काका आते हैं, और जिया से कहते हैं, "जिया मैम, sir ने फाइल्स मांगी है।"
जिया:(यू ही फाइल को रेडी करते हुए) "हा बस थोड़ी देर, और मैम मत बोलो न.. मुझे।"
श्याम काका: "जिया बेटा, sir बहुत गुस्सा करेंगे। आप फाइल जल्दी देदो।"
जिया: "हम्मम, काका बस 5 min. और।"
जिया की 5 min. वाली बात सुनकर, काका को लगा की तब तक तो आर्यन सच में बहुत गुस्सा हो जाएगा। और जिया सच में फालतू मे ही उसके गुस्से की शिकार हो जाएगी। वो क्यू अपना काम बढ़ा रही है। जबकि आर्यन ने उसे तो ये काम दिया ही नहीं था। वो ये सब सोच कर जिया को कुछ बोलने ही जा रहे थे, तभी वहा स्वाति आ जाती है, और हड़बड़ी में कहती है, "श्याम काका, फाइल कहा है, सिर बहुत गुस्से में हैं।"
श्याम काका: "स्वाति मैम, फाइल्स जिया के पास है, पता नही क्या कर रही है वो।"
स्वाति जिया के पास जाकर उससे फाइल्स मांगती है तो, जिया उसे भी 5 min. का बोलकर काम में लगी रहती है।
और श्याम काका से बोलती है, "आप एक काम करो, आर्यन के पास जाओ और उसे बोलो, की बस फाइल, थोड़ी देर में आ जाएगी, थोड़ा वेट करे।"
वो जिया की बात मानकर, आर्यन के पास चले जाते हैं, और उसे बोलते हैं, "sir, अभी फाइल रेडी नही हुई है, बस थोड़ी देर में आ जाएगी।"
आर्यन बहुत गुस्से में बोलता है, "आज हो क्या गया है, जाह्नवी को, पहले तो इतनी लेट नही किया उसने कभी फाइल्स देने में।"
तभी काका उसे बताने वाले थे की जाह्नवी ने तो फाइल टाइम पर ही दी थी, पर जिया पता नही उसमे क्या क्या कर रही है। पर बता नहीं पाते, क्युकी आर्यन का फोन रिंग होने लगता है, और वो फोन पर बात करने के बाद और गुस्से में बोलता है, "what rubbish, ये अभी आधे घंटे में ही पहुंचने वाले हैं। और फाइल अभी तक नही आई। मैं पागल हो जाऊंगा, और वैसी ही बिना रिचेक के ही उन्हे देनी पड़ेगी। मैं माफ नही करूंगा सचमे।"
आर्यन के गुस्से को देखकर जैसे ही श्याम काका बताने वाले होते हैं, तभी पीछे गेट से स्वाति फाइल्स लेकर आ जाती है। और आर्यन गुस्से में वो फाइल ले लेता है, और उसे पता होता है की कम से कम 20-30min. तो उसे लगेंगे ही ये फाइल्स रिचैक करने में। उसके बाद करेक्शन का कोई स्कोप नही।
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