आर्यन जब गुस्से में, फाइल्स चेक करने के लिए पहला पेज खोलता है तो, हैरान रह जाता है। और धीरे धीरे सारे pages देखने लगता है। और केवल, 5-7 min. में ही वो पूरे 14 pages की फाइल पढ़ लेता है। और बहुत सोच कर भी उसे ऐसे कुछ नही दिखता जो वो चेंज करा सके, न data में, और न ही उन्हे लिखे तरीके में। उसने पहली बार ऐसी सेड्यूल्ड फाइल देखी थी, और वो बहुत खुश हो गया था, और वो खुद से कहने लगा, "oh my god, अगर लेट फाइल मिलने पर इतना अच्छा काम मिलेगा मुझे तो, मैं तो चाहता हु की रोज फाइल लेट ही आए। oh god, really i can't belive, jahnvi u did it. finally I got something, which I wanted for years. अब ऐसी फाइल ही तो चाहिए एक IT executives को, जिसे देखते ही प्रपोजल एक्सेप्ट हो जाए। Jahnvi get ready, आज तुम्हे, बहुत रिवार्ड मिलने वाला है, क्युकी अब मुझे हमेशा ऐसी ही फाइल्स मिलेगी।"
वो सच में बहुत खुश था, पर इस बात से अनजान था की इस खुशी की वजह जाह्नवी नही बल्कि जिया है।
वो फाइल्स देखकर जाह्नवी पर प्राउड कर रहा होता है, तभी mr. anand jain आ जाते है। जिसके लिए आर्यन को ये फाइल जल्द से जल्द चाहिए थी।
mr. jain और aryan दोनो पूरे एक घंटे कुछ डिस्कशन करते हैं। जिसमे आर्यन उन्हे वो फाइल दिखा कर अपने प्रोजेक्ट के बारे में बताता है। उस प्रॉजेक्ट की सारी डिटेल्स उस फाइल में बहुत ही अच्छे तरीके से लिखी हुई थी। जिसमे इस प्रोजेक्ट में बन रहे प्रोडक्ट्स के एडवांटेज बहुत अच्छे से अट्रैक्टिव वे में मेंशन किया हुआ था, जिसे अक्सर बहुत ध्यान से देखने के बाद पता चलता, इसमें कुछ इस तरह लिखा हुआ था की सारा ध्यान उस पर जाए।
mr. jain आर्यन का इस प्रोजेक्ट को लेकर व्यूज को देखकर बहुत खुश थे। और उन्हें थोड़ा भी वक्त नही लगा ज्यादा सोचने में की ये डील वो manik & manik company को देंगे।
mr. जैन के वहा से जाने के बाद ही, आर्यन ने जाह्नवी के केबिन के लैंडलाइन पे कॉल लगाया। पर उसने उठाया नही, क्युकी वो तो बाहर गई हुई थी।
तब तक श्याम काका, चाय के कप और नाश्ते की प्लेट्स लेने आर्यन के ऑफिस रूम में आए, और उन्हें लेकर जा ही रहे थे, की आर्यन ने उनसे पूछा, "ये...जाह्नवी अपने केबिन में नही है क्या? उसे मेरे रूम में आने का बोलो।"
आर्यन की ये बात सुनकर श्याम काका को याद आया की जाह्नवी तो उन्हें फाइल पकड़कर जल्दी में ही कही बाहर की तरफ चली गई थी।
तो उन्होंने आर्यन को बताते हुए कहा, "सर.. जाह्नवी मैम तो कही गई हैं, जब उन्होंने मुझे फाइल दी थी तो बहुत जल्दी में थी।"
आर्यन, "ओह! चलो कोई नही, मैं उससे फोन पर बात कर लूंगा आप जाओ।"
श्याम काका गेट तक पहुंचे ही थे, तभी आर्यन ने उन्हें आवाज लगाते हुए पूछा, "लेकिन फाइल तो मुझे स्वाति ने दी थी। और अपने कहा कि जाह्नवी ने फाइल आपको दी थी..."
तो श्याम काका ने, आर्यन का जवाब देते हुए कहा, "हा sir वो, फाइल तो जाह्नवी मैम ने मुझे ही दी थी, लेकिन फिर वो..."
श्याम काका बोलते बोलते रुक हुए, क्युकी उन्हे लगा की अब, जब आर्यन को ये पता चलेगा कि फाइल जिया ने ले ली थी और उसकी वजह से फाइल आर्यन को लेट मिली तो, वो जिया पर बहुत गुस्सा होगा। तो वो नही चाहते थे की आर्यन का गुस्सा जिया पर इस तरह निकले।
श्याम काका को इतनी देर चुप हुआ देख आर्यन उनसे पूछने लगता है, "वो क्या...?? श्याम काका, बोलो क्या हुआ।"
श्याम काका कोई बहाना बना नही पा रहे थे, तो उन्होंने आर्यन को बताना ही सही समझा और कहा, "वो जाह्नवी मैम ने तो फाइल टाइम पर ही दे दी थी, लेकिन... फाइल आपके पास आने से पहले ही, जिया मैम ने ले ली थी। और उसमे कुछ कंप्यूटर पे करने लगी थी।"
श्याम काका को नही पता था की, जिया फाइल में changes कर रही थी, उन्होंने तो अंदाजे से जो लगा आर्यन को बता दिया।
तो आर्यन ने हैरान होकर पूछा, "ये फाइल्स जिया ने बनाई है?"
श्याम काका: "पता नही sir, बना कर तो जाह्नवी मैम ने ही दी थी, पर कुछ 20-25 min. तक जिया मैम ने उनमें कुछ किया था। तो मैं नही जानता।"
आर्यन को बात तो ठीक से पता नही चली पर श्याम काका के बातो से अंदाजा लगा पा रहा था की कैसे उसे आज ये फाइल इतनी परफेक्ट तरीके से मिली, और उसकी खुशी का ठिकाना नही था, वो ये बात जानकर बहुत खुश था की फाइल, जिया ने बनाई है, और उसका जिया को कंपनी में as a employ रखने का फैसला बिलकुल भी गलत नही था। क्युकी वो जनता था की, जिया किसी भी चीज को करने के लिए कितनी काबिल है। आर्यन ने और ज्यादा सोचने में वक्त गवाए बगैर श्याम काका से कहा "काका, जिया को भेजना मेरे रूम में।"
काका बाहर जाकर, जिया को आर्यन के रूम में जाने का बोल कर अपने काम में लग जाते हैं।
जिया काफी डरी होती है, क्युकी उसे पता था की आज executives के जल्दी आने के चक्कर में, आर्यन फाइल में changes नही करा पाया, तो जब वो आर्यन के रूम में जाती है तो, एक दम typical employ की तरह ही घबराई होती है, वो इस बात को बिलकुल भूल जाती है की, आर्यन उसका बेस्ट फ्रेंड है। और अपने आप को आर्यन के गुस्से के लिए प्रिपेयर कर लेती है।
जिया के आर्यन के ऑफिस रूम में एंटर करने के बाद, आर्यन थोड़े सख्त लफ्जो में बोलता है, "आज की ये फाइल किसने बनाई थी।"
जिया: "actually...मुझे लगा....I mean.."
jia सच में बहुत घबराई हुई थी, जो की उसके लड़कड़ते शब्दो से साफ झलक रहा था, ये बात तो आर्यन भी नोटिस कर पा रहा था, पर अंदर ही अंदर, वो जिया की ऐसी हालत पे काफी हस रहा था।
लेकिन आर्यन ने अपना बाहरी गुस्सा उसी तरह maintain करते हुए कहा, "I mean.... क्या जिया? मुझे जो जानना है सीधे सीधे बताओ। फाइल किसने बनाई?"
जिया साफ शब्दों में आर्यन के हर सवाल का जवाब देने का फैसला लेते हुए बोलती है, "फाइल्स..., मैने बनाई।"
आर्यन: "तुझे पता है तूने क्या किया है?"
जिया: "sorry, आगे से ऐसा नहीं करूंगी। मेरे पास अभी वो पुरानी फाइल रखी हुई है, आप चाहो तो मैं आपको वो अभी लाकर..."
जिया का स्टेटमेंट खत्म होने से पहले ही आर्यन अचानक ही जिया के गले लग कर बोलता है।, "जिया you know what,I am sooo happy today. तूने सच में कमल का काम किया है। इतनी परफेक्ट फाइल मैने आज तक नही देखी। तूने मेरे पूरे 1:30 घंटे बचाए, को मैं एक फाइल तो देता हु। और उसके बाद भी मुझे वो सेटिस्फेक्शन नही मिलती जो आज सिर्फ 10 min. में मिली। thankyou so much jiyoo"
आर्यन जिया को उसी तरह गले लग कर ये सब बोलता है, और जिया ये सुनकर बहुत जोर जोर से बच्चो की तरह रोने लगती है। फिर आर्यन उसे देख कर चुप करता हुआ बोलता है, "क्या हुआ, रो क्यू रही है? खुशी के आसू है क्या?"
फिर जिया उसी तरह रोते हुए आर्यन को मरने लगती है, और कहती है, "पता है कितना डर गई थी मैं, जिंदगी में पहली बार मुझे तुझसे मिलने पर घबराहट हो रही थी, जब श्याम काका ने मुझे कहा की तू मुझसे मिलना चाहता है, तब से घबराहट के मारे मेरी दिल की धड़कने दौड़ रही है।"
ये सब जिया सिसकते सिसकते हुए ही बोल रही थी। और उसके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। इस वक्त आर्यन को हसी तो बहुत आ रही थी। पर जिया की ये हालत, उसकी वजह से ही तो हुई थी तो वो जिया को चुप कराने में लगा हुआ था।
और फिर कहने लगा, "jiyoo प्लीज चुप हो जा, sorry न... माफ कर दे, तूने सच में बहुत अच्छा काम किया है। बता तुझे क्या चाहिए, मैं वो दूंगा तुझे।"
तो जिया इस पर धीरे से, सिसकते हुए बोलती है, "भूख,.. भूख लगी है मुझे।"
आर्यन ने जब ये सुना, तो जोर से हसने लगा, और कहा, "क्या यार कुछ भी मांगने के लिए कहा था, मांगा भी तो क्या, खाना। चल तुझे आज बहुत अच्छी जगह dinner कराऊंगा।"
जिया आर्यन की बात सुनकर खुश होती हुई बोली, "okk। मैं अपना समान ले लेती हू।"
जिया खुश होती हुई अपने डेस्क पे चली जाति है।
और आर्यन भी अपना समान समेटने अपने डेस्क के पास जाता है।
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