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Shairy No 33

अर्ज़ कुछ यूँ किया है जरा गौर फरमाइयेगा

सूरत - ए - शक्ल अच्छा है

दिल का हाल पता नही

आई लव यू कहा था तुमने

लव का हाल पता नही

दूर ही रहो तो अच्छा है

नज़दीकियां हम चाहते नाही