webnovel

Shairy No 28

अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा

सारी दुनिया युद्ध के कगार पे है

सारी दुनिया युद्ध के कगार पे है

कोरोना वायरस सस्ते दाम पर है

चारों तरफ लाशें ही लाशें है

आखिर कब तक? बेकार लोग खून के प्यासे है