अर्ज़ कुछ यूँ किया है ज़रा गौर फरमाइयेगा
सारी दुनिया युद्ध के कगार पे है
कोरोना वायरस सस्ते दाम पर है
चारों तरफ लाशें ही लाशें है
आखिर कब तक? बेकार लोग खून के प्यासे है