1 जुलाई
यश को किताबे पढ़ना बहुत पसंद था लेकिन इस की वजह से वो ये नही समझ पा रहा था की सच क्या है उसने जादू के ऊपर बहुत सी किताबे इन दिनों पढ़ी
ज्यादा किताबे पढ़ने से यश को एक overall बसे मिल गया था यश उस दिन आए सपने के बारे में भी लगभग हर वक्त सोचता था ज्यादा सोचने की आदत उससे बचनप से ही है इस आदत की मदद से यश अंगे होने वाली चीजों के लिए पहले ही तैयार हो जाता था जैसे की उसने 3 साल पहले उसके मामा को तुरंत इतना अच्छा बहाना दिया था जब वो मैथ्स में फेल हो गया था यश अब हर किसी चीज के लिए अपने आज को तैयार कर लिया था 1 जुलाई की रात को यश के मान में एक खयाल आया की वो कहीं के कहानी का किरदार तो नही लेकिन इस बात पर तो उससे खुद को भी हसी आग्यी यश ने इस बात को यह कह हुए तला की जीस दिन वो सारे gods को हरा देगा उस दिन वो मानेगा की वो एक किरदार 2 जुलाई की सुबह यश की नीद नीद खुली जब उसकी मामी ने आकर उठाया उस समय भर अंधेरा था यश घबरा कर उसकी मामी से पूछता है क्या हुआ इस समय क्यो उठा रहे हो हमे कहीं जाना है क्या ? उसकी मामी कहती है नही नही बेटा में तो ये बताने आया हु की तुम्हारा स्कूल का सामान आ चुका है यश कहता है लेकिन रात को....? उसकी मामी बोलती हैं तुम कभी सुबह नही उठे हो क्या अभी 4 बज रहे है उसकी मामी कहती हैं तुम्हारे मामा रात को ही हॉस्पिटल चले गए है कोई सीरियस कैसे आगया था तुम ऊपर से सारा सामान ले आना
यश को इस समय कुछ सही से समझ नही आ रहा था क्योंकि वो 10 min पहले ही सोया था यश जैसे तैसे नीद से उठकर ऊपर जाता है लेकिन ऊपर जाते ही उसकी पूरी नीद खुल जाति है क्युकी उसके सामने था किताबो का ढेर और 1 छोटा और एक बड़ा डब्बा भी था यश जल्दी जल्दी 10 mimintue में रख देता और फिर सबसे बड़ी और सबसे मोती किताब उठाता है जिससे उठाते वक्त वो लग भग गिर ही गया था उस किताब का नाम था "करमाना शुरू से अंत तक नहीं " लेखक दिवाकर यश को लगा की ये अंत तक कैसे लिखी हो सकती है यश को लगता है की जादूगर शायद भविष्य भी देख सकते है लेकिन जब वो इस किताब को खोलता है तब उससे पता लगता है की यह किताब पूरी नही लिखी गई है इस किताब पर जादू किया गया है कमाना की हर अच्छी बुरी घटना जो महत्वपूर्ण हो अपने आप लिख जाति है फिर यश दूसरी किताब उठाता है यह साधारण किताब थी जिससे दिव्य पाटिल ने लिखा था इस किताब का नाम था मंत्रों का उच्चारण एव hand sing यश को यह किताब ठीक लगी इन किताबो को छोड़ कर यश को उन बैंकसो में जादा दिलचस्पी थी
यश पहले छोटे वाले बक्से को खोलता है उसमे एक अंगूठी थी जिसका रंग हल्का लाल था इस अंगूठी के साथ के छोटा सा कागज भी था जिस पर लिखा था .... यह अंगूठी कोई साधारण अंगूठी यह अंगूठी पहने वाले की power का level बताती है
दूसरे डब्बे में एक काले रंग का भला था भले के हैंडल पर शायद किसी जानवर की खाल से grip बनाई हुई थी इस भले के साथ एक मैनुअल भी आई थी जिस पर लिखा था स्पेशल ब्लैक ड्रैगन टियर स्फायर इसका नाम यश को बहुत आया यह सब देखने के बाद यश सो जाता है यश के बाकी दिन कुछ ज्यादा खास नही बीतते 7 जुलाई को उसके मामा और मामी सुबह से ही कुछ अजीब सा भारत कर रहे थे यश को आज के दिन बहुत exited था लेकिन तभी यश ने सोचा की वो आखिर जायेगा कैसे दूसरे जादुई स्कूल में तो बच्चे train से जाते है यश को लगा की शायद उसको कोई स्कूल से लेने आयेगा जो की उसको ट्रेन स्टेशन तक पहुंचाए गए यश के मामा 2 तारिक को ही उसके लिए कुछ लाए थे लेकिन उन्होंने अभी तक उससे वो दिया नही था यश को लग रहा था की शायद उसके लिए कोई gift होगा लेकिन उसका यह मन्ना गलत साबित हुआ 7 तारिक को मामा ने उसे वो चीज देदी
यश ने जब उस खोला तो उसमें से एक छोटा सा bag निकला यश ने उसके मामा से पूछा की ये अजीब सा लड़कियों वाला बैग मुझे क्यों दिया है और ये तो पुराना भी है तब उसके मामा कहते है की बेटा ये तुम्हारे पापा की एक लोती निशानी है जो मेरे पास है इस बैग का नाम matrix है इसका नाम तुम्हारे पापा ने ही रख था उन्होंने ही इस बैग का बनाया था इस बैग की था खासियत है की इसमें कितना भी समान बन सकता है और इस बैग की एक और खसियायात है जो की तुम्हे कर के दिखाता हु उसके मामा साइड में पड़ी हुई उनकी गाड़ी की चाबी को इस बैग में डालते है और उसी वक्त यश को वो बैग दिखने लगता है यश इससे देख के बहुत रोमांचित हो जाता है यश के मामा उस बैग मैसे गाड़ी की चाबी निकलते है और ये बैग उसको देदेतें है वो यश से खेते बनाई की ये मुझे तुम्हारे पापा ने उस दिन दिया था जब वो तुम्हे हमे देने आए थे यश पूछता है उस दिन क्या हुआ था उसके मामा कहते हैं बेटा तुम्हारे पापा ने मुझे तुम्हे कुछ बताने से मना किया है तुम्हे सब कुछ खुद ही जानना है यश कहता है वैसे आज में स्कूल तक जाऊंगा कैसे उसके मामा कहते हैं था भूत रोमांचक सफर होगा यश कहता है क्या आपको पता है की में वहा तक कैसे जाऊंगा उसके मामा बोलते है हैं मुझे पता है लेकिन में बता दूंगा तो तुम्हारा मजा खराब हो जाएगा
यश उस बात को जाने देता है और सोचता रहता की अंगे क्या होगा यश उसका सारा सामान उस बैग में ही रख लेता है उसके माना ने उसे बता दिया था की अगर उसे उस बैग में से कुछ भी निकालना हो तो तो उसे उस चीज के बारे में सोचना है और वो खुद भार आ जाएगी