आर्यन मेंशन,,,
अंकिता इस वक्त एक टक रिहांश के रूम के तरफ देख रही थी।रूहानी के लिए उसे बुरा भी लग रह था लेकिन वह अपने बेटे से ज्यादा प्यार करती थी।रिहांश को वह तकलीफ में नही देख सकती थी।
अंकिता फिर जा कर ,वही रखे हुए सोफे पर बैठ कर कुछ सोचने लगती है।उसने रूहानी को पहली बार इसी मेंशन में देखा था।उसे वह सारे पल याद आने लगती है।
फ्लैश बैक,,,
एक मंथ पहले,,,
आर्यन मेंशन,,,
अंकिता हाल में बहुत ही बेसब्री से किसी का आने का इंतजार कर रही थी।उसकी चेहरे पर टेंशन साफ साफ नजर आ रहा था।उसकी दोनो हाथ एक दूसरे हाथ में ही उलझे हुए थे।
बार बार उसकी नजरें कभी डोर के तरफ जाती तो कभी रिहंश की रूम की तरफ।
अंकिता फिर गुस्से से फोन निकाल कर किसी को कॉल करती है तो उधर से एक लड़की कॉल पिक कर कहती है,
" Ma'am, हमने एक सैकियाट्रिस्ट को भेजा है बस पहुंचती ही होगी !!! "
" तुम इतनी लापरवाई कैसे हो सकती हो,मेरे बेटे का हालत खराब हो रहा है और तुम,,,,!! " उधर से वह लड़की की बात सुन कर अंकिता गुस्से से उस पर चिल्लाते हुए कहती है।
लेकिन वह अपनी बात पूरा भी करती उससे पहले ही उसकी नजर डोर के तरफ जाती है।जहा इस वक्त रूहानी खड़ी थी।
रूहानी को देख अंकिता उसके पास जा कर थोड़ा डांटते हुए कहती है,
" मेरे बेटे का हालत हद से ज्यादा खराब हो रहा है और तुम इतना देर हो कर आ रही हो ? "
" सॉरी ma'am,, आप जिस सैकियाट्रिस्ट को अप्वाइंट किया था वह नही आ पाए इसीलिए उनके जगह मुझे आना पड़ा,और आप तो जानते ही है मुंबई ट्राफिक कैसा होता है। " अंकिता को जवाब देते हुए रूहानी आराम से उसे समझाते हुए कहती है तो अंकिता उसे ही देखने लगती है।
दर असल अंकिता ने एक सीनियर सैकियाट्रिस्ट को अपॉइंट किया था और आज उसे ही मेंशन आना चाहिए था लेकिन उसके बदले में रूहानी वहा आई हुई थी।अंकिता फिर ज्यादा बहस ना करते हुए उसे ले कर रिहांश के रूम में चली जाती है।
रूम में रिहांश का हालत बहुत ही खराब था।वह रूम में किसी पागलों की तरह टहल रहा था।जोर जोर से वह सांसे लेते हुए हाफ भी रहा था और उसकी दोनों हाथ अजीब तरह से कांपने लगे थे।उसका पूरा शरीर इस वक्त पसीने से भीग चुका था।
तभी रूम में अंकिता आ कर रिहांश को कुछ कहने लगी तो रिहांश उन पर चिल्लाते हुए कहता है ,
" वह लड़की कहा है उसने मेरी दवाई लाई की नही मां? कहा है वो? "
रिहांश इतना बोल कर अपने बालो में हाथ फेरते हुए अपना चेहरा बुरी तरह मसलने लगा ,वह बिल्कुल संत नहीं लग रहा था।तभी रूहानी अंदर आ कर उसका हालत देखते हुए कहती है,
" मैने आपके दवाई नही लाई,मिस्टर आर्यन !!! "
रूहानी की बात सुनते ही रिहांश का गुस्सा बढ़ गया।वह अपनी कांपती हाथों से बेहद गुस्से से अपना चेहरा मसलते हुए रुहानी को देखने लगता है।उसकी बातो से उसके आंखे गुस्से से लाल रंगत ले रही थी।
" यह क्या बकवास कर रही हो तुम ? मेरे बेटे को दवाई की जरूरत है और तुम ,,,,,!!! " अंकिता को रुहानी पर बेहद गुस्सा आ रहा था वह गुस्से से चिल्लाते हुए कहती है तो अंकिता उन्हे शांत कराते हुए कहती है,
" Ma'am आप शांत हो जाइए हम आपको बाद में सब समझाते है,अभी इन्हे चेक अप करना है आप प्लीज बाहर जाइए। "
रिहांश रूहानी को गुस्से से घूर रहा था।उसकी माथे की नसे उभर आए थे।वही अंकिता डरते हुए रिहांश को देख कर बाहर चली जाती है।वही रूहानी रिहांश को ऊपर से नीचे तक देख रही थी।
रिहांश किसी भी तरह इस वक्त ठीक नहीं लग रहा था।रूहानी उसके करीब जाने लगी तो रिहांश गुस्से से कहता है,
" दवाई क्यों नहीं लाई हो तुम ? लगता है तुम्हे तुम्हारी जान प्यारी नही है !! "
रिहांश ने यह सब बेहद गुस्से से उससे सर्द आवाज में कहा था।जिसे सुन कर रूहानी पहले थोड़ा डर गई।लेकिन वो वहा अपने ड्यूटी निभाने आई थी।इसीलिए थोड़ा शांत हो कर पूरे रुम को देखती है जो रिहांश ने पूरी तरह तेहस नेहस कर चुका था।
वही रिहांश का सर फट रहा था।उसके सामने खड़ी हुई लड़की उसे बिल्कुल जवाब नही दे रही थी।वह गुस्से से उसे कुछ कहने को हुआ की तभी रूहानी उसका हाथ पकड़ कर सोफे पर जा कर बैठा देती है।
वही रिहांश जोर जोर से हाफते हुए उसे ही देख रहा था। उस रूम में रिहांश की बेहद तेज रफ्तार से चल रही है सांसों की ही आवाज गूंज रही थी।
रिहांश उसका हाथ झटका कर उससे गुस्से से कहता है,
" कर क्या रही हो तुम ? मुझे मेरी दवाई की जरूरत है तुम मुझे मेरी दवाई क्यों नही दे रही हो ? "
रूहानी उसकी बाते सुनते हुए अपने बैग में कुछ डूंड रही थी।उसे देख ऐसा लग रहा था की वह रिहांश की बाते ही नही सुन रही हो।
वही रिहांश को उसे इस तरह इग्नोर करता देख बेहद गुस्सा आ रहा था।गुस्से से उसका हालत बताने का भी लायक नही लग रहा था।
रिहांश कसके उसका बाजू पकड़ कर उसे अपने खरीब खींच कर अपने दांत पीसते हुए कहता है,
" मुझे मेरी दवाई दोगी या अपनी जान गवावोगी? "
रिहांश का इस तरह पकड़ने से रूहानी को बहुत दर्द हो रहा था।और उसे रिहांश को हैंडल करने डर भी लग रहा था लेकिन वह अपने डर को कंट्रोल करते हुए,दर्द से करहाते हुए उससे कहती है,
" आप मुझे ऐसे डरावोगे तो में कैसे आपको दवाई दू मिस्टर आर्यन ? छोड़िए हमे !! "
रिहांश उसे बेहद करीब खींच लिया था।जिस वजह से रूहानी की बदन से आ रही खुशबू उसे अच्छा फील करा रहा था।
वह रुहानी का बाजू छोड़ कर उसे देखने लगता है।वही उसके छोड़ते ही रूहानी थोड़ा दूर हट कर अपने बैग में कुछ डूंडने लगती है।
वही रिहांश अपने चेहरे को मसलते हुए रूहानी को घूर रहा था।उसे जिस चीज की लत थी वह चीज वह लड़की दे ही नही रहीं थी।
उसकी चेहरे पर हद से ज्यादा इरिटेशन साफ साफ नजर आ रहा था।वह उसे फिर से गुस्से से कुछ कहने को हुआ की तभी रूहानी उसके हाथ में एक स्पोंज बाल पकड़ा देती है।
यह देख रिहांश का चेहरा हद से ज्यादा गुस्से से भर गया।वह गुस्से से अपने दांत पीसते हुए रूहानी से कहता है,
" लगता है तुम यह से लाश बन कर ही जाने आई हो इसीलिए मुझे गुस्सा दिला रही हो न ? बहुत भारी पड़ेगा तुम पर। "
रिहांश की सर्द आवाज सुन कर रूहानी का चेहरा रोनी जैसा हो गया।उसके सामने बैठे हुए वह इंसान उसका पेशेंट था जो उसकी बात न मानते हुए उसे ही धमकी दे रहा था।
वही रूहानी का चेहरा इस तरह देख कर रिहांश का भाव बदलने लगा था।रूहानी बेहद खूबसूरत थी उससे भी खूबसूरत उसकी वह रिएक्शन था जिसे देख कर रिहांश थोड़ी देर के लिए देखता ही रह गया।
वही रुहानी उससे धीरे से कहती है,
" मुझे इस तरह धमकी देने से आपका यह तकलीफ कम हो रहा है ? "
रिहांश उस ही अपने दांत पीसते हुए देखने लगा तो रूहानी उससे कहती है,
" नही हो रहा है न ? तो मुझे अपना काम करने दो। "
रिहांश रूहानी को ही देख रहा था।उसकी बात सुन कर वह उस स्पंज बाल को घूर कर देखता है।फिर वह बॉल को गुस्से से फेंक कर उस पर तंज कसते हुए कहता है,
" तुम्हे क्या मैं बच्चा नजर आता हु ?इस तरह बाल देने से मैं शांत हो कर खेलने लग जावूंगा और मेरा इससे तकलीफ कम होगा,what rabbish ? चुपचाप मेरा दवाई दो और यह से निकलो !! "
रूहानी की नजर उसकी बातो में थी ही नहीं।वह उठ कर उस बाल को लेने गई जो अभी अभी रिहांश ने फेंका था।वही रिहांश गुस्से से हाफते हुए रूहानी को ही देख रहा था।एक तो उसका हालत खराब था और ऊपर से रूहानी उसकी बात सुन ही नहीं रही थी।
गुस्से से रिहांश के माथे के नसे उभर रहे थे।वह गुस्से से उठ कर उस पर चिल्लाता उससे पहले ही रुहानी,उसके पास आ कर उसे जबरदस्ती पकड़ कर उसे वापस बैठा कर उस पर थोड़ा गुस्से से कहती है,
" चुपचाप बैठिए यह ,इतना गुस्सा भी ठीक नहीं है। "
रिहांश की आइब्रोज आपस में जुड़ गए।वह लड़की उसके ही रूम में आ कर उसे ही डांट रही थी।वही रूहानी उसके पसीने से लथपथ हुए चेहरे को देखते हुए थोड़ा सक्ति से कहती है,
" इस बाल को पकड़ो और प्रेस कर के,,,,,,!!! "
रूहानी आगे कुछ कहती उससे पहले ही रिहांश एक बार फिर बाल को गुस्से से फेंक कर अपना गर्दन मसलते हुए रूहानी को गुस्से से देखने लगता है।
वही रुहानी को गुस्सा आ रहा था।वह उठ कर वापस बॉल लाने गई की तभी उसे कोई चीज़ टूटने की आवाज आई तो हड़बड़ा कर वह मुड़ कर सामने देखती है।
रिहांश गुस्से से उसे ही देखने लगा था।लेकिन उसका एक हाथ खून से लथपथ था। क्यू की गुस्से में आ कर रिहांश ने सोफे के सामने रखे हुए ग्लास टेबल को तोड़ दिया था।
रूहानी चुपचाप खड़ी रही।वह रिहांश के सामने कुछ भी रिएक्ट नही कर रही थी।वही उसे कुछ भी रिएक्ट न करता देख रिहांश का बर्दाश्त का सीमा खत्म हो रहा था।वह गुस्से से अपना चेहरा मसलते हुए उससे बेहद सर्द आवाज में कहता है,
" पागल हो क्या ? मेरा हालत यह खराब हो रहा है और तुम एक बॉल के पीछे भाग रही हो ? किसने भेजा है तुम्हे यहां ? वह डॉक्टर कहा है ? "
रिहांश गुस्से से फट रहा था।रिहांश के लिए जिस डॉक्टर को अप्वाइंट किया था उसके अंडर रूहानी काम करने आई थी।और आज उनके ड्यूटी वह करने आई थी।और यह बात वह उसे बता तो सकती थी लेकिन रिहांश सुनने की हालत में ही नहीं था।
रिहांश रूहानी को अब भी रिएक्ट न करता देख अपना फोन उठा कर किसी को कॉल करने लगा तो रूहानी झट से उसके पास आ कर उसके हाथ से फोन छीन कर उसे स्विच ऑफ कर बेड पर फेंक देती है।
वही रिहांश को बेहद गुस्सा आ रहा था उसकी इस हरकत पर,वह अपने आंखे कसके बंद कर अपने गर्दन मसलते हुए कहता है,
" तुम बहुत गलत कर रही हो लड़की,रिहांश आर्यन को हल्के में ले रही हो,मैं तुम्हे जान से मारने में एक सेकंड भी नही सोचूंगा अब। "
रिहांश गुस्से से अपने ही धुन में कहे जा रहा था की तभी उसे अपने हाथ में हल्के से दर्द मेहसूस हुआ तो वह अपने आंखे खोल कर रूहानी को देखता है।जो उसके हाथ में इंजेक्शन लगा रही थी।
रूहानी उसकी बात सुन तो रही थी लेकिन कुछ भी रिएक्ट नही कर रही थी।वही रिहांश उसे ही घूर कर देख रहा था। रुहानी उसके बेहद करीब खड़ी थी।उसकी खुशबू से रिहांश को थोड़ा रिलेक्स फील भी हो रहा था।
रूहानी उसका खून से लथपथ हुई हाथ को देखती है।फिर वह रिहांश को बेड पर बैठा कर ,वापस से उसके हाथ में बॉल देती है तो रिहांश की दांत भींच गए।वह गुस्से से फिर से फेंकने लगा तो रूहानी उसके हाथ को अपने दोनो हाथ में पकड़ कर उसके आंखों में देखते हुए उससे थोड़ा रिक्वेस्ट करते हुए कहती है,
" प्लीज इसे प्रेस करो,तुम्हे रिलैक्स फील होगा। "
रिहांश के हाथ में अभी भी स्पोंज बॉल था,लेकिन वह प्रेस नही कर रहा था।रूहानी एक गहरी सांस ले कर उसका हाथ पकड़ कर खुद ही उसे बॉल प्रेस कराते हुए कहती है,
"आप खुद को शांत करने की कोशिश करो अब। "
रिहांश हद से ज्यादा चीड़ चुका था वह अपने दांत पीसते हुए कहता है,
" आज मेरी हाथों में तुम्हारी हालत खराब होना पक्का है। "
रूहानी एक हाथ से रिहांश का हाथ पकड़ा कर बाल प्रेस करा रही थी।और दूसरे हाथ से रिहांश का खून से लथपथ हुई हाथ में लगी हुई चोट को साफ कर रही थी।रूहानी उसकी बात सुन कर बिना उसे देखे उससे कहती है,
" पहले आप अपना हालत तो ठीक करिए मिस्टर आर्यन, फिर मेरे हालत के बारे में सोचिए !!! "
रिहांश को उसकी बातो से गुस्सा आ गया।वह घूर कर उस लड़की को देख रहा था।उसकी बातो से वह चीड़ तो गया था लेकिन उसकी सांसे अब नॉर्मल हो रही थी।
वही रूहानी को रिहांश की नजरे अपने चेहरे पर महसूस हो रही थी।वह अपना चेहरा ऊपर कर रिहांश को देखती है।जो उसे ही गुस्से से घूर रहा था।लेकिन रूहानी को इससे कोई फरक नही पड़ा।वह उसका हाथ देखती है।
रिहांश अभी भी बाल प्रेस नही कर रहा था।रूहानी ही उसे प्रेस करा रही थी।वही रिहांश गुस्से से उससे कहता है,
" दवाई क्यों नही दे रही हो तुम? मुझे दवाई की जरूरत है !! "
रूहानी रिहांश को ही देख रही थी।वह थोड़ा उठ कर रिहांश के पीछे पिलो सेट कर जबरदस्ती उसका सर पिलो पर टिका कर उसके आंखों पर हाथ रख कर उससे कहती है,
" दवाई तो में दूंगी आपको लेकिन पहले आप वह करो जो मै आपको करने कहूंगी !!! "
रूहानी की बात सुन कर रिहांश को और गुस्सा आ जाता है।वह इंसान आज तक कभी किसी का नही सुनता था या यू कहे की उसे सुनने की आदत ही नही था।और उसे रूहानी कह रही थी कि उसकी बात सुने ,ऐसे में उसे गुस्सा आना तो जायज था।
रिहांश गुस्से से उसका हाथ हटाते हुए कहता है,
" तुम मुझे ऑर्डर दे रही हो ?"
रिहांश का इस तरह हाथ हटाने से रूहानी उसे ही देखने लगी थी।वह गुस्से से वापस उसके आंखों के ऊपर हाथ रख का उससे कहती है,
" आपको जो समझना है समझो,जब तक मेरे कहे हुए बात फॉलो नहीं करोगे तब तक मैं आपको कोई दवाई नही दे सकती। "
Actaully में उसने वह दवाई लाई ही नही थी जो रिहांश उससे मांग रहा था। वही रिहांश को गुस्सा आ रहा था।वहा अपने मन में बोला ,
" यह लड़की कोन है ? रिहांश आर्यन को ही धमकी दे रही है पहले मुझे शांत हो जाने दो फिर बताता हु इसे अच्छे से,इसकी बर्ताव से लगता है इसने रिहांश आर्यन को ज्यादा ही हल्के में ली है। "
वही रूहानी उसे थोड़ा शांत होता देख अपना हाथ हटाते हुए कहती है,
" आंखे मत खोलिए। "
रूहानी का एक हाथ अभी भी रिहांश की हाथ में था।जिससे वह उससे बॉल प्रेस करवा रही थी।और दूसरे हाथ से उसका चोट भी साफ करने लगती है। क्यों की रिहांश की हाथ से ज्यादा ही खून बह रहा था।
वही रिहांश अपने आंखे बंद कर उसकी बाते सुनते हुए उसकी करीबी को मेहसूस कर रहा था। रुहानी की ट्रीटमेंट से ज्यादा रिहांश पर उसकी खुशबू काम कर रही थी।
क्यों की रूहानी उसकी बेहद करीब ही बैठी थी।
रिहांश को किस दवाई की जरूरत थी ? कैसे रूहानी रिहांश की लत बन जाएगी ? जानने के लिए पढ़ते रहिए
" लत है तू। "