पिछले जन्म में, उसकी आत्मा को जड़ से निकाल फेंका गया था। धार्मिकता से भरे होने के बावजूद उसे अधर्मी समझा जाता रहा! अब जब वह अपनी जवानी में लौट आयी है, तो वह स्वर्ग की इच्छा के विरुद्ध जाकर अपना भाग्य खुद लिखने की करने की पूरी कोशिश करेगी। जिसने भी उसके पिछले जनम में उसका अपमान किया था, उसे अब सौ गुना अधिक भुगतना पड़ेगा! वह स्वतंत्र रूप से आने वाली पीढ़ी का चयन करती है और एक सर्वोच्च श्रेणी की आत्मा का निर्माण करती है! वह उन लोगों का नाश करती ही जो उच्च कुल में पैदा होकर भी नीच हरकत करते हैं और अपनी खोई हुई महिमा को फिर से हासिल करती है! वह दुनिया के किसी नियम से बंधी नहीं हुई है। इस बार वह अपने लिए सही रास्ता खुद बनाएगी! उस भगवान् को सभी का सम्मान मिलता है लेकिन उसका स्वभाव रुखा है और वह सबसे अलग रहना पसंद करता है। फिर भी, वह हर रात उसके पास बच्चे की मांग लेकर जाता है। "सुनो, क्या तुमने इस प्रस्ताव के बारे में सोचा है?" "क्या मैं इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर सकती हूँ?" "तुम यह चयन कर सकती हो की तुम्हे एक बच्चा चाहिए कि दो।" "आप मेरे ही पीछे क्यों पड़े हैं?" "क्योंकि तुमने मेरा दिल चुरा लिया है!"