webnovel

you are my soul

奇幻言情
連載 · 7.4K 流覽
  • 4 章
    內容
  • 評分
  • N/A
    鼎力相助
摘要

कहते है सच्चे प्यार करने वाले की दास्तां कभी कभी पूरी नहीं होती है जिनका प्यार सच्चा होता है उन्हे ही प्यार की हर परीक्षा से गुजरना पड़ता है. . यहाँ भी कुछ हाल ऐसा ही है ये कहानी है एक ऐसे प्रेमी जोड़े की जिन्होंने ने प्यार की हर परीक्षा दी पर पर चाह कर भी साथ ना रेह पाए. . . जब जब ये इनका प्यार मुकमल होने साथ होते जानने के लिए पढ़ते रहिये "you are my soul

Chapter 1chapter 1 - चंद्रवती की चीखे.

केहते हैं प्यार करने वालो का अंत कभी नही होता... उनके शरीर का अंत तो हो जाता है पर उनकी आत्माओं का नही..... जो लोग आत्माओं से जुड़े होते हैं... उनका एक जन्म मे प्यार पुरा हों ना हों... पर वो अपने प्यार को पुरा करने के लिए वापस जन्म ले कर आते है...  वो अपने प्यार के लिए वापस आते है....ये बात सिर्फ इंसानो पर लागू नहीं होती..... ये बात हर उस जुवित परानी पर लागू होती है जिन्होनें रूह से प्यार किया हों....

मेरी भी कहानी ऐसे ही दो लोगो की है जिनका जन ही एक दूसरे के लिए होता है..... 

तो चलिये मेरे साथ भी एक ऐसी रोमांचक कहानी मैं जहाँ उन्होंने कई जन्म लिए अपने ईश्क को मुकम्बाल करने के लिए... पर हर बार उन्हे एक ऐसे खतरे का सामना करना पड़ता था..... जिनसे वो बच कर निकल तो आते थे... पर लक्ष्य के अंतिम पडाव पर आते आते उनकी मौत से  मुलाकात  हों ही जाती थी.... 

पर वो कहते है... जालिम ये इश्क़ नहीं आसां ... 

ये इश्क़ नहीं आसां ... 

इतना तो समझ लीजिय.... 

एक आग का दरिया है.... 

और डूब के जाना है..... 

🤭 ऐसा ही हाल यहाँ पर भी है..... 

तो चलिये मेरे साथ इस कहानी की सुरुआत करते है..... . . . 

. .  . . . . .   . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . 

एक बहोत से बड़े ग्राउंड मे....  बहोत सारे सुंदर सुंदर फूल थे... जंगल थे पाहाड़ थे झरने थे.... उस झरने से लाल रंग का पानी गिर रहा था... देख कर ऐसा लग रहा की वाह से पानी नहीं खून की झरने बेह रहे हो.... पुरे जगह पहले किसी सुंदर लोक की तरहा था... जैसे वहाँ कोई अय तो वहीं का बन कर रे जाए....

पर आज उस जगहे मे मानो मंहुसियात फ़ेलि हो... ऐसे लग रहा था मानो किसी बुरी शक्ति का डेरा जम सा गया हो वहाँ पर.... उसी झरने के पास एक घायल लड़का जो किसी भी वक़्त नींद की आघोष मे जा सकता था....

वो एक लड़की बाते कर रहा था.... और वो लड़की सिर्फ रोये जा रही थी..... लड़के ने अपनी उखाड़ती हुए सांसो को सम्हलते हुए उस लड़की से कहा.... चन्द्रा आप रोये ना ये तो होना ही था...

हमारे साथ आपको पता था ना... हमे.... हमे हमें छामा कर दे चंद्रा हम आपका साथ इस जन्म मैं भी नहीं दे पाए.... हमे बहोत दुख हो रहा की हम अपना वा.... वादा नही नहीं पाए.... चंद्रा सिर्फ रोये जा रही थी... उसकी आखे पूरी तरहा से लाल हो गई थी.....

चोट तो चन्द्रावती को भी आई थी.... उसके पीठ पर पंख थे ऐसा लग रहा था जैसे किसी तेज धार तलवार से काट दिये हो.... उसकी पीठ से माथे से हाथों से लगातार खून बहे जा रहे थे.... चन्द्रा ने उस लड़के को अपनी बाहों मे पकड़ते हुए कहा.... नही.. नही सूर्यांश तुम मेरे साथ ऐसा नही कर सकते.... आप... आप हमे यू छोड़ कर नही जा सकते.... रुके आप हम अभी.... हम अभी आपके घाओ को भरते है.....

बस कुछ छन् और सब्र रखे आप..... इतना केह कर चन्द्रावती सूर्यांश के सीने पर अपना हाथ रखती है जिससे लगातार खून निकले जा रहा था... चंद्रवाति की हथेलिया भी पूरी खून से लाल हो गई.... चन्द्रावती ने अपनी आखे बन्द कर कुछ मन्त्र पढ़ने लगी... थोड़ी देर बाद उसने आखे खोली तो देखा...

सुरियांश की सीने से खून निकलना बन्द नही हो रहा था....  चन्द्रा ने सर पर हाथ रखा और खुद से ही रोते हुए बोली...  ये... ये... खून निलकलना बन्द क्यों नही रहा है.... हम..... हमारी शक्तियां काम क्यों नही कर रही.... चन्द्रा को अपने दर्द का ऐहसास बिल्कुल नही हों रहा था.... उसे तो बस अपने आखो के सामने सूर्य का मरता हुआ चेहरा दिख रहा तो जो किसी भी वक़्त उसे छोड़ कर जाने ही वाला था....

आखिर वो कैसे अपने प्यार को अपने आखो के सामने मरता देख सकती थी..... पर सूर्यांश को चन्द्रा की तकलीफ दिख रही थी..... उसने परेशान चन्द्रा को देखा और उसे सन्त करते हुए कहा.... चन्द्रा... चन्द्रा.... सुने आप हमारी बात आप शांत हों जाए.... देखे हमारे पास जादा समय नही है....

चन्द्रा शुर्यांश की बात सुन कर शांत हो गई और उसकी नीली और गेहरि आको मे देखने लगी.... सूर्या अपनी सांसो को थाम्ते हुए बोला.... देखे चन्द्रा आपको पता है .... हम नही गए तो ये युध नही रुकेगा.... हमारे जाने के यहाँ सब शांत हो जायेगा.... आपको ये भी पता तो... आप बच्चों की तरहा जिद नां करे आप तो हमारी समझदार सी चन्द्रा है ना....

और देखे आपको भि तो कितनी चोट लगी है.... हमारे पास जादा वक़्त नही बचा हुआ है... सूर्या ये केहते केहते चन्द्रा के घाओ को अपनी शक्तियों की मदद से ठीक कर रहा था..... चन्द्रा उसे बीच मे टोकते हुए केहती है... शान्त हों जाये आप.... क्या अनाब शनाब बोले जा रहे है.... हमने कहा न हम आपको ठीक करेगे... ठीक है ना अगर हमरे पास हमारी शक्तिया नही हैं....

लेकिन हम आपको गुरुदेव आनंत के पास ले कर जायेंगे... हम आपको कुछ नही होने देंगे... भरोसा रखे अपनी चन्द्रा पे... ये केहते हुए चन्द्रा के आखो से लगातार आँसू बहे जा रहे थे.... उसकी बाते सुन कर सूर्यांश दर्द मे भी मुस्कुरा दिया.... जैसे मानो उसे ऐहसास हो गया हो की उसके प्राण उसके शरीर को छोड़ने ही वाले हो... उसने चन्द्रा का देखा...

जो खुद से बाते कर रही थी... जिसके चेहरे पर दुख की रखाये थी.... सूर्या न चन्द्रा को एक बार बहोत देखा उसका नाम लिया.... चन्द्रा.... 

ये बोल कर उसने अपनी आखे बन्द कर ली..... उसके आखे बन्द करते ही.... सूर्यांश के शरीर से एक ऊर्जा बाहर निकली और पुरे वातावरण को उस ऊर्जा ने अपने भीतेर समहा लिया....

ऐसा करते ही उस ऊर्जा से एक भीयानक् विस्पोर्ट हुआ और वाह पर जितनी भी बुरी शक्तिया युद्ध कर रही थी... उस ऊर्जा के चपेट मे आने से उनकी वही मोत हो गई.... जहाँ युद्ध छेत्र मे अभी जहां मोत का मातम छाया हुआ था...

वो स्थान अब बिल्कुल शान्त हो चुका था.... जब वो सफेद ऊर्जा छट्टी तो चन्द्रा देखती है की उसकी बाहों मै जो सुरियांश है उसकी मोत हों चुकी है... और उसका शरीर हवा मैं गायब होता जा रहा है.... सूर्यांश का शरीर गयाब होता देख चन्द्रा उसे रोकना चाहती थी उसे थामान चाहती थी.....

पर वो ऐसा कुछ नही कर पा रही थी....  जब सूर्यांश का शरीर पूरी तरह से हवा मे गायब हो गया... तो चन्द्रा जैसे टूट सी गई.. उसने आसमान की तरफ देख देख कर जोर जोर चीखे जा रही..... 

शुर्यांश.... शुर्यांश.... शुर्यांश

लौट आये आप.. . हम आपके बिना जीवित नही रेह सकते.... शुर्यांश

चन्द्रावती इतनी जोर जोर चीख रही थी की पुरा युध छेत्र भी काप रहा था.... जब रेवती और शुक्ल ने चन्द्रा की चीखने की आवाज सुनी... तब... 

to be continued...

你也許也喜歡

.... m

यह कहानी है आयशा की जो की एक अनाथ लड़की थी और वह आश्रम में रहकर मेहनत करके अपनी दम पर उसने बहुत कामयाबी हासिल की थी और इसी कामयाबी का हिस्सा थी उसकी जॉब। वो एक सीबीआई ऑफिसर थी आयशा और उसी के साथ उसका दोस्त जो अब हमसफर बनने वाला था। विराज, आयशा दोनों ही अनाथ थे। लेकिन एक मिशन के चलते आयशा वहां अपनी जान गवा बैठी है। लेकिन भगवान ने आयशा को दूसरा मौका दिया और वह जा पहुंची एक नॉवेल में जहां उस लड़की की जान उसके अपनों ने ही ले ली थी। आखिर में आकर उसे एक राज पता चलता है जिसके बारे में जानकर वह खुद हैरान थी। उस लड़की का नाम भी आयशा था। लेकिन क्या होगा जब वह अपनी असली परिवार से मिलेगी? क्या सच पता चला है आयशा को? और कौन है वह जो ढूंढ रहा है अपनी महबूबा को? जानने के लिए पढिए, "Rebirth - Villain Fall In Love With Mehbooba"

Ayesha_Niyaz_9027 · 奇幻言情
分數不夠
1 Chs

घोस्ट एम्परर वाइल्ड वाइफ : डांडी एल्डेस्ट मिस

हुआशिया मेडिकल स्कूल की जीनियस, यूं लुओफेंग, की एक दुर्घटना से मृत्यु हो जाती है और दुर्भाग्य से उसकी आत्मा लोंगशिया महाद्वीप में जनरल एस्टेट की सबसे बड़ी और बेकार लड़की से संलग्न हो जाती है। वह न केवल साहित्यि कला और मार्शल आर्ट में बुरी है, बल्कि वह एक बिना बुद्धि वाली, अभिमानी और स्वार्थी लड़की है। उसके लिए युवराज जैसा श्रेष्ठ मंगेतर पर्याप्त नहीं था और उसने उसने सबके सामने जाकर एक सुन्दर लड़के को छेड़ा, जिसके कारण युवराज ने उसके साथ अपनी सगाई तोड़ दी। यह बात वह लड़की बर्दाश्त नहीं कर पायी, इसलिए उसने फाँसी लगाकर अपने जीवन को समाप्त करना चाहा। जब उसने वापिस अपनी आँखें खोलीं, तब से वह पहले की तरह फालतू 'बड़ी मिस' नहीं थी। मेडिकल भगवान कोड के साथ समझौते के बाद, एक आध्यात्मिक पौधे को पाकर और चमत्कारी हाथ जो मृतकों को जीवित कर सकते हैं, ऐसा कौशल प्राप्त कर उसने दुनिया को चौंका दिया! जिसके कारण व्यापारी और प्रभावशाली परिवारों के धनी से लेकर सभी उसके पक्ष में खड़े हो उसकी प्रशंसा करने लगे। यहाँ तक ​​की वह युवराज, जो पहले सगाई तोड़ चुका था, वापिस उसके दरवाज़े पर दस्तक दे रहा था। आख़िरकार, एक रहस्यमय आदमी इसे सहन नहीं कर सका और उसने घोषणा की, "जिन्होंने भी मेरी प्रिय के पास आने और परेशान करने की हिम्मत की, वे आएँगे मगर वापस नहीं जायेंगे!" हमारे साथ पार्टी करें: https://discord.gg/WpxD7AA

Xiao Qiye · 奇幻言情
分數不夠
60 Chs

評分

  • 全部評分
  • 寫作品質
  • 更新穩定度
  • 故事發展
  • 人物形象設計
  • 世界背景
評論
哇! 如果您現在填寫評論,您將會是第一個評論的人!

鼎力相助