शाम का समय था. सजा-सजाया मंदिर जग-मग कर रहा था. राजा अपने सिंहासन पर आ बैठा. तभी एक दरबान ने कहा:- "महाराज आज्ञा हो तो कैदी को लाया जाए."
राजा ने हां कर दी.
एक दरबारी कैदी को लेने गया. कुछ देर बाद वह आया और बोला:-
"महाराज! कैदी गायब है"
तभी एक और दरबान ने कहा:-
"महाराज! मायासुर की किसी ने हत्या कर कर दी, वह मरा पड़ा है."
राजा परेशान हो उठे. एक साथ दो दुर्घटना. उन्होंने हत्यारे और कैदी की खोज करवाई परंतुकुछ मालूम नहीं पड़ा.
तभी एक दूत ने सुचना दी
"महाराज पड़ोसी राजा ने आक्रमण कर दिया है."
राजा बौखला उठा. अब क्या करे. राजा भंकुर ने धावा बोल दिया और उस राजा के राज्य पर अधिकार कर लिया. राजा को मौत के घाट उतार दिया. अपने जीजाजी को वहां का राज्य दे दिया.