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बात एक रात की...

रात के अंधेरे में चार्ल्स उस अनजान साये का पीछा करते हुए काफ़ी दूर निकल आया था। कुत्तों के रोने की आवाज साफ़ सुनी जा सकती थी, जो रात के उस माहौल को और अधिक डरावना बना रही थी। कोहरे ने काफ़ी हद तक दिवार की भूमिका निभाई लेकिन चार्ल्स को इस बात की ज़्यादा चिंता थी कि कहीं उसके आगे चलने वाला शख्स उसकी आँखों से ओझल न हो जाए। चार्ल्स इस बात की सावधानी भी रख रहा था कि कहीं उसे भनक न लगे कि कोई उसके पीछे है। सड़के बिलकुल सुनसान थीं जैसे शहर में कोई भी न हो सिवाय वह अनजान साये के जो ख़ुद को महफूज़ समझ कर अपनी मंज़िल की ओर बढ़ रहा था और चार्ल्स के जो उस अनजान साये का बड़ी सतर्कता के साथ पीछा कर रहा था। चलते चलते अचानक वह अनजान साया रुक जाता है, चार्ल्स ये देखते ही एक दरख्त के पीछे छुप जाता है उसकी दिल की धड़कन काफ़ी तेज़ हो गई थी, उसे ऐसा लग रहा है कि जैसे सीने पर किसी ने काफ़ी वज़न दार चीज़ रख दिया हो, ऐसा डर के कारण हो गया था। चार्ल्स को इस बात की चिंता थी कि कहीं उस अनजान शख्स को इस बात का पता तो नहीं चल गया कि कोई उसका पीछा कर रहा है। चार्ल्स कुछ देर के लिए दरख्त के पीछे छुपा रहा फिर हिम्मत के साथ उस साये को देखा, वह उसी अवस्था में चार्ल्स की ओर पीठ करके खड़ा था, अब चार्ल्स की जान में जान आई कि वह पकड़ा नहीं गया। पर उसके मन में यह दुविधा थी कि वह शख्स आगे अपनी मंज़िल की ओर क्यूँ नहीं बढ़ रहा है।

Ivan_Edwin · Kinh dị ma quái
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द डॉल मैन-5

"कहाँ रह गए थे... बहुत देर लगा दी," डेनियल के आते ही मार्विन ने उससे पूछा।

"अरे काम की ख़बर लाया हूँ, गुरु... सुनोगे तो उछल पड़ोगे, पहले दिन जिस लड़की का पीछा किया था आज उसी के घर में चाय बिस्कुट खा पीकर आ रहा हूँ, आज मैंने उसका घर अन्दर से देखा तो पाया कि शहर के किसी मोटे आसामी से कम नहीं है, सुविधाओं की हर चीज़ मौजूद है, उनका रहन सहन भी शहर के लोगों की तरह है, काफ़ी मालदार पार्टी लगती है...घर का मालिक भी मेले में अपने खिलौने की प्रदर्शनी लगाने के लिए गया हुआ है, उसका नाम एडवर्ड है, मौका अच्छा है क्यूँ न हाथ साफ़ कर लिया जाए घर को लूट के और तो और उस लड़की की एक और जवान, खूबसूरत जुड़वा बहन है...क्या कहते हो गुरु ", डेनियल ने शैतानी अंदाज़ में मार्विन को एडवर्ड के घर की सारी जानकारी देते हुए उससे पूछा।

" सोच तो मैं भी रहा हूँ कि इस लूट के काम को जितनी जल्दी अंजाम दे दूँ उतना अच्छा है... ज़्यादा दिन बीतने नहीं देना है वर्ना सबको हम पर शक़ होने लगेगा, जितनी शीघ्रता और चतुराई से इस काम को अंजाम देते हैं उतना ही हमारे लिए अच्छा रहेगा, मैंने भी अगल बगल के सारे रास्ते देख लिए हैं और दो परिवार भी मेरी नज़र हैं... चार से पाँच घरों को लूट लेंगे तो भी काफ़ी माल इकट्ठा हो जाएगा, लेकिन इस काम को हमें बहुत होशियारी से करना होगा, एक - एक करके लूटेंगे और किसी को भी ज़िन्दा नहीं छोड़ना क्यूँकि यहाँ के घर एक दूसरे के काफी नज़दीक हैं... अगर हम रात के समय में अपना काम करें तो ज़्यादा समय मिलेगा और लोग भी चौकन्ने नहीं रहेंगे, " मार्विन ने डेनियल को अपनी योजना समझाते हुए कहा। वह दोनों छोटी पहाड़ी से उतरते हुए नदी के किनारे ओलिवर के घर की ओर जा रहे थे।

" ये तो ठीक है लेकिन किस दिन लूट डालने की योजना बना रहे हो... ये बताओ ", डेनियल ने मार्विन से सहमत होते हुए पूछा।

" कल का दिन भी बुरा नहीं है... इस काम के लिए अगर तुम तैयार हो तो", मार्विन ने डेनियल से कहा।

"ठीक है... कल ही इस काम को अंजाम देते हैं", डेनियल ने उससे सहमत होते हुए कहा।

रात का खाना खत्म होते ही डेनियल और मार्विन अपने कमरे में सोने चले गए, डेनियल तो बिस्तर पर पड़ते ही सो गया लेकिन मार्विन काफ़ी देर तक जागा रहा, उसे ओलिवर की चिंता सता रही थी... उसे इस बात का डर था कि कहीं ओलिवर रोज़ाना तो उस इमारत में नहीं जाता है जहाँ मार्विन ने उसे देखा था, अगर ऐसा हुआ तो उसकी बनाई हुई योजना विफल पड़ सकती है...ओलिवर को ये पता चल जाएगा कि दोनों के मंसूबे क्या हैं। रात में काफ़ी देर तक जागने के बाद मार्विन को कब नींद आ गई उसे पता ही नहीं चला, बाहर रोज़ की तरह भेड़ियों के रोने की आवाज़ें आ रही थीं जो रात को और भी डरावना बना रही थी।

"गुड मॉर्निंग भाई...नींद तो अच्छी आई, ये लो तुम्हारी चाय, अब नहा धोकर फ्रेश हो जाओ", डेनियल ने मार्विन से उसके सुबह जागते ही कहा।

" ठीक है... सुनो अगर ओलिवर पूछे कि आज कहाँ जाने का इरादा है तो उसे यही बताना कि आज हमारा मेले में जाने का इरादा है और वहां जाकर हमें अपने व्यापार की बढ़ोतरी का ज़रिया देखना है... बाकी की योजना मैं तुम्हें बाहर निकल कर समझाउंगा", मार्विन ने डेनियल को समझाया और फिर चाय पीने लगा। डेनियल उसकी बात समझ गया और कमरे से बाहर निकल गया। नहा धोकर फ्रेश होने के बाद तीनों ने मिलकर सुबह का नाश्ता किया, डाइनिंग टेबल पर ही मार्विन ने ओलिवर को आज की योजना के बारे में बताया। ओलिवर ने दोनों को वहाँ तक पहुँचने का रास्ता बताया, दोनों ने उसकी बात को समझते हुए हाँ में इशारा करते हुए सहमति जताई।

घर से बाहर निकलते ही दोनों उस रास्ते पर निकल पड़े जहाँ पर मेला लगा हुआ था पर वहां तक पहुंचने से पहले ही दोनों पास के गांव में रुक गए।

" अब इस गाँव में भी हमें कोई नहीं जानता है... यहाँ से हम लूट डालने के लिए ज़रूरी सामान खरीदेंगे और वापस सही समय पर जाकर नदी के किनारे वाले जंगल में छुप जाएंगे और रात होते ही हम चुप चाप हमला कर देंगे", मार्विन ने रास्ते पर आगे बढ़ते हुए डेनियल को आगे की योजना समझाई।

" क्या बात कर रहे हो... जंगल में रुकेंगे, रात में ओलिवर के घर से जब भेड़ियों के रोने की इतनी भयंकर आवाज़ें आती हैं तो सोचो जंगल में तो भेड़िये हमें नोच खाएँगे... न बाबा न, मैं नहीं रुकने वाला जंगल में उन भूख से रोने वाले भेड़ियों के साथ... कोई दूसरा प्लान हो तो बताओ, हमारे पास तो बंदूक भी नहीं है ", डेनियल ने डरते हुए मार्विन से आपत्ति जताते हुए कहा।

" अरे डरते क्यूँ हो... मैं हूँ न, जहाँ हमने इतने बड़े मुजरिमों का सामना किया है वहाँ भेड़िये बेचारे क्या हैं, इंसान से ज़्यादा खतरनाक कोई जीव नहीं है...आखिर भेड़िये तो बेचारे कुत्तों की ही तरह होते हैं, हड्डी फ़ेको आ गया काबू में और जंगल में जिस जगह मैं तुम्हें छुपाउँगा वहाँ भेड़िया तो क्या उसकी परछाई तक तुम पर नहीं पड़ेगी... भरोसा रखो मुझ पर ", मार्विन ने डेनियल को हिम्मत बाँधते और विश्वास दिलाते हुए कहा।

" फ़िर भी डर तो लगता ही है... कोई दूसरा रास्ता नहीं है क्या भाई ", डेनियल ने असहमति जताते हुए मार्विन से पूछा।

" बहुत बड़े डरपोक हो यार तुम... अब जब इतने दूर आ गए हैं तो कह रहे हो वापस चलो, जीवन में जोखिम नहीं उठाया तो कुछ नहीं किया और जिंदगी में हर कदम पर जोखिम ही है... बात को समझो हम आज ही लूट डालेंगे और इसके लिए सारी ज़रूरतों का सामान यहीं से ले लो, अब यहाँ से समान लेने के बाद थोड़ी देर यहां के स्थानीय दारू के अड्डे पर रुका जाएगा फ़िर पास के गांव के जंगल की ओर चल देंगे... रात भर रुकना पड़ेगा इसलिए खाने पीने, आग जलाने और एक लम्बी रस्सी ख़रीद लो जिसे हम जंगल में रुककर टुकड़ों में काट लेंगे... वो बेहोश करने वाली दवाई तो मैं अपने साथ लेकर आया हूँ लेकिन अगर कम पड़ गई तो नींद में सोते लोगों को रस्सियों से बांध देंगे ", मार्विन ने डेनियल को अपनी योजना समझाते हुए कहा।

" अगर बेहोश ही करना है तो दवाई उन लड़कियों पर इस्तेमाल करना भाई... बाकि सब का तो मुँह दबा कर मार दिया जाएगा, बहुत दिनों से मेरे खंजर को किसी इंसान का खून नहीं लगा है, इस बार थोड़ा कत्लेआम होने दो भाई इसलिए रस्सी से बांधने का प्लान रद्द कर दो... सीधे मौत के घाट उतार दिया जाएगा, तब होगी चोरी ऊपर से सीना ज़ोरी", डेनियल ने मार्विन की बात का विरोध करते हुए कहा।

अब तो यह वक़्त ही बताएगा कि क्या ये दोनों अपनी योजना में कामयाब होते हैं या फ़िर असफल होते हैं, भेड़ियों का शिकार बनते हैं या ख़ुद शिकारी बनकर दूसरों का शिकार करते हैं।

मार्विन और डेनियल अपनी बनाई हुई योजना के अनुसार चलते हैं और शाम ढलते ही उचित समय पर जंगल की ओर निकल जाते हैं, जंगल में पहुँचते ही वे ऐसी जगह पर छुपते हैं जहाँ से वे गाँव में घुसकर अपनी खतरनाक योजना को अंजाम दे सकते थे। वे दोनों उस जंगल में आग जला कर बैठे थे पास ही नदी का किनारा था, वह इलाका ओलिवर के घर से काफ़ी दूर था, आग जलने की वजह से भेड़िये भी नज़दीक नहीं आ सकते थे। फिर भी जंगल से उनके भूख से रोने की आवाज साफ़ सुनाई दे रही थी।

"मार्विन बहुत दिनों से मैं तुमसे कुछ पूछना चाहता था", डेनियल ने मार्विन की ओर देखते हुए कहा।

" ऐसा क्या है जो तुम मुझसे पूछने में इतना संकोच कर रहे हो... हम दोनों तो पुराने साथी हैं और आज तक एक दूसरे से कुछ छुपाया नहीं", मार्विन ने डेनियल की ओर देखते हुए कहा।

" सही कहा लेकिन मुझे लगता है कि तुमने मुझसे एक बात छुपाई है", डेनियल ने मार्विन की बात से ऐतराज़ जताते हुए कहा।

"ऐसी कौन सी बात है... मैं कुछ समझा नहीं,"मार्विन ने अनजान बनते हुए पूछा।

" वही उस रात वाली बात... जब तुमने ओलिवर का पीछा किया था, आखिर उस रात ऐसा क्या हुआ था जिस बात ने तुम्हें इतनी बुरी तरह से डरा दिया था", डेनियल ने मार्विन को याद दिलाते हुए पूछा। मार्विन उसकी बात सुनकर कुछ देर के लिए सोच में पड़ जाता है फिर डेनियल की ओर देखता है। कुछ देर यूँ ही देखने के बाद वह अपनी चुप्पी तोड़ता है," बहुत लम्बी कहानी है... उस रात जो हुआ मैं उसे जीवन भर नहीं भूला सकता हूं, मैंने जो अपनी आँखों से देखा उस पर यकीन करना मुश्किल था पर यह एक हक़ीक़त थी", मार्विन ने डेनियल से कहा और फिर थोड़ी देर के लिए शांत हो गया।

" रात भी बहुत लम्बी है और हमारे पास वक़्त भी काफ़ी है एक छोटे से किस्से को सुनने के लिए... इसलिए बेझिझक होकर कहो उस रात क्या हुआ था... आज कोई ओलिवर यहाँ बीच में टोकने आने वाला नहीं है ", डेनियल ने मार्विन की ओर देखते हुए कहा।

" उस रात जब मैं ओलिवर का पीछा करते हुए गाँव की ओर जा रहा था तो मैं एक इमारत के पास पहुंचा जो अंदर से एक छोटे करखाने की तरह था...उसकी खिड़की से मैंने अंदर की ओर झाँक कर देखा तो मैंने पाया ओलिवर एक मोमबत्ती जला कर आगे की ओर बढ़ रहा था, एक उचित स्थान पर जाकर उसने ज़मीन पर मोमबत्ती रखी, उसने कुछ और मॉमबत्तियां अपने कोट की जेब से निकाली और उन्हें थोड़ी थोड़ी दूरी पर रख दिया...फिर उसने अपने जेब से एक किताब निकाली और कुछ मंत्रों का जाप करने लगा, आगे जो हुआ वह किसी का भी दिल दहला देता, उस करखाने का अंदर से बंद दरवाज़ा खुल गया और एक आकृति प्रकट हुई उसकी परछाई देखने से उसके कद का अंदाज़ा हो गया, वह काफ़ी विशाल था जैसे कोई जिन्न प्रकट हो गया हो... उसके कारखाने के अंदर प्रवेश करते ही दरवाज़ा अंदर से बंद हो गया, मुझे खिड़की के शीशे से साफ़ तो नही दिख रहा था लेकिन मैंने उस जिन्न को देखने का भरपूर प्रयास किया...उसके कदम धरती पर नहीं पड़ रहे थे, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो वह हवा में उड़ रहा हो, वह सीधा ओलिवर के पास आकर रुका... ओलिवर ने उससे कुछ कहा और वह अपने काम में जुट गया, पलक झपकते ही उसने वहाँ पर रखे हुए सामानों से बेहतरीन खिलौने बना दिए, मैंने अपनी आँखों से साफ़ साफ़ देखा है ऐसा लगा कि उसने केवल एक गोल चक्कर मारा और सारे खिलौने बनकर तैयार हो गए... ये सब देखकर मेरे तो रौंगटे खड़े हो गए, मुझे कुछ भी नहीं सूझ रहा था और ऐसा मेरे साथ तब ही होता है जब मैं बहुत ज़्यादा डर जाता हूँ... इससे पहले कि दोनों को मेरे वहाँ होने की भनक लगती मैं वहाँ से अपनी दुम दबा कर भाग गया और सीधा ओलिवर की कुटिया के सामने आ कर रुका ", मार्विन ने उस रात हुए हादसे के बारे में बताते हुए डेनियल को विस्तारपूर्वक सारी बातें समझाई, जिसे सुनकर डेनियल भी कुछ देर के लिए सोच में पड़ गया।

" अच्छा हुआ बता दिया... आज रात हम दोनों को उससे होशियार रहने की ज़रूरत है, हो सकता है कि आज रात भी वह उस करखाने में जाए और हम दोनों पकड़ लिए जाएं", डेनियल ने काफ़ी देर तक विचार करने के बाद अपनी चुप्पी को तोड़ते हुए मार्विन से कहा।

"मुझे तो नहीं लगता है कि वह रोज़ रात को जाता होगा... वहाँ इतने सारे खिलौने उस जिन्न ने बना दिए थे कि उन्हे बेचने में काफ़ी समय लगेगा... मुझे तो लगता है कि वह हफ्ते में एक बार ही जाता होगा, आखिर उसे ख़ुद को लोगों के शक़ से बचाना भी तो है, नहीं तो उसका ये राज़ खुलने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा... यदि कभी ऐसा होता भी है तो इस गाँव के लोग डरकर भाग ही जाएंगे ", मार्विन ने डेनियल को समझाते हुए कहा।

उधर ओलिवर अपनी कुटिया में आराम से कुर्सी पर बैठ कर शराब पी रहा था और अपने घर की पीछे खिड़की से बाहर का नज़ारा देख रहा था।

" ऐसा लगता है कि आज जंगल में कोई रुका हुआ है... काफ़ी दूर से धुँआ दिख रहा है, इसका मतलब यह है कि जंगल में कोई आग जलाकर रुका हुआ है... लगता है कि कोई शिकारी होगा इसलिए जानवरों का शिकार करने के लिए इतनी रात में रुका हुआ है, लानत है ऐसे खाल चोरों पर जो अपना पेट भरने के लिए जंगल के मासूम जानवरों का शिकार करते हैं...इंसान कितना गिर सकता है इसका प्रमाण इन शिकारियों से ही मिलता है लेकिन इससे पहले मैंने आज तक इधर के इलाके में कभी ऐसा होते नहीं देखा, इन पर नज़र रखनी होगी ", शराब पीकर मासूम जानवरों के लिए बेचैन हो उठे ओलिवर ने खुद से कहा और फिर से शराब पीने लगा, आज जैसे वह शराब डूब ही जाना चाहता था लेकिन ओलिवर के इरादों से ऐसा लग रहा था कि वह आज की रात जंगल के उस इलाके में ज़रूर जाएगा जहाँ से उसने धुएँ को उठते हुए देखा था, जहाँ मार्विन और डेनियल थे, जो इस बात से बिलकुल अंजान थे कि ओलिवर इस बात को भांप गया है कि कोई तो ग़लत इरादों से जंगल में छुपा बैठा है।

To be continued...

©IVANMAXIMUSEDWIN