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बात एक रात की...

रात के अंधेरे में चार्ल्स उस अनजान साये का पीछा करते हुए काफ़ी दूर निकल आया था। कुत्तों के रोने की आवाज साफ़ सुनी जा सकती थी, जो रात के उस माहौल को और अधिक डरावना बना रही थी। कोहरे ने काफ़ी हद तक दिवार की भूमिका निभाई लेकिन चार्ल्स को इस बात की ज़्यादा चिंता थी कि कहीं उसके आगे चलने वाला शख्स उसकी आँखों से ओझल न हो जाए। चार्ल्स इस बात की सावधानी भी रख रहा था कि कहीं उसे भनक न लगे कि कोई उसके पीछे है। सड़के बिलकुल सुनसान थीं जैसे शहर में कोई भी न हो सिवाय वह अनजान साये के जो ख़ुद को महफूज़ समझ कर अपनी मंज़िल की ओर बढ़ रहा था और चार्ल्स के जो उस अनजान साये का बड़ी सतर्कता के साथ पीछा कर रहा था। चलते चलते अचानक वह अनजान साया रुक जाता है, चार्ल्स ये देखते ही एक दरख्त के पीछे छुप जाता है उसकी दिल की धड़कन काफ़ी तेज़ हो गई थी, उसे ऐसा लग रहा है कि जैसे सीने पर किसी ने काफ़ी वज़न दार चीज़ रख दिया हो, ऐसा डर के कारण हो गया था। चार्ल्स को इस बात की चिंता थी कि कहीं उस अनजान शख्स को इस बात का पता तो नहीं चल गया कि कोई उसका पीछा कर रहा है। चार्ल्स कुछ देर के लिए दरख्त के पीछे छुपा रहा फिर हिम्मत के साथ उस साये को देखा, वह उसी अवस्था में चार्ल्स की ओर पीठ करके खड़ा था, अब चार्ल्स की जान में जान आई कि वह पकड़ा नहीं गया। पर उसके मन में यह दुविधा थी कि वह शख्स आगे अपनी मंज़िल की ओर क्यूँ नहीं बढ़ रहा है।

Ivan_Edwin · Kinh dị ma quái
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द टाइप राइटर-7

" आगे क्या हुआ मार्गरेट... तुम किस सोच में पड़ गई, क्या मिस्टर वुड का कातिल पकड़ा गया, उस लड़की का क्या हुआ", हॉवर्ड ने सोच में पड़ी मार्गरेट से पूछा। उसकी जिज्ञासा बढ़ती जा रही थी, वह अंत तक की कहानी सुनना चाहता था मगर मार्गरेट बीच बीच में अपनी ही सोच में डूब जाती थी, शायद उसे किसी बात की चिंता सता रही थी। हॉवर्ड इस बात से बिलकुल अंजान था।

" मिस्टर वुड की आत्मा जो उस ओइजा बोर्ड से जुड़ी हुई थी, उसे अब एक जीवित शरीर मिल गया था, जिसके अंदर वह कभी भी आ जा सकती थी, उसने कई बार मिसेस वुड के सामने उस लड़की के शरीर में प्रवेश किया और पुरानी बातें याद दिलाईं, पहले तो मिसेस वुड ने उसकी बातों पर यकीन नहीं किया, उन्हे लगा कि उनकी टाइपिस्ट उनकी जासूसी कर उन्हें परेशान कर रही है, लेकिन धीरे- धीरे जब घर के नौकर एक एक कर डर के कारण नौकरी छोड़कर जाने लगे तो उन्हें इसकी गहराई समझ में आई, उन्होंने उसी ओइजा बोर्ड का इस्तेमाल कर मिस्टर वुड की आत्मा पर काबू पा लिया और उसका इस्तेमाल कर उस लड़की की हत्या कर दी जिसके लिए तुम दोनों कॉफिन लेकर आए थे", मार्गरेट ने हॉवर्ड को आगे की कहानी सुनाते हुए कहा।

" तो क्या उस दिन उसी लड़की के लिए कॉफिन मँगवाया गया था ", हॉवर्ड ने हैरानी से पूछा।

" हाँ और उस लड़की ने मिस्टर वुड के साथ हुए हादसे के बारे में जान लिया था, उसे पता चल चुका था कि मिस्टर वुड के साथ क्या हुआ था और वह लड़की अकेली नहीं थी जिसका शिकार किया गया था, उससे पहले भी कई टाइपिस्ट उस हादसे का शिकार हुईं थीं, इस गार्डन में जो महिला एंजेल की मूर्तियां देख रहे हो ये उन्ही टाइपिस्ट की हैं जिन्हें सच जानने की कीमत चुकानी पड़ी... वही सच जो मिस्टर वुड से जुड़ा है," मार्गरेट ने हॉवर्ड को विला का राज़ बताया, जिससे सुनते ही हॉवर्ड के पैरों तले ज़मीन खिसक गई।

" और उस टाइप राइटर का क्या राज़ है जो चार्ल्स के घर में है... वह इस विला से कैसे जुड़ा है ", हॉवर्ड ने मार्गरेट से पूछा।

" वह टाइप राइटर जो चार्ल्स के घर में है दरअसल मिस्टर वुड का टाइप राइटर था, जो उस समय वहीं रखा हुआ था जब मिस्टर वुड के सिर पर पीछे से वार किया गया था, उनके सिर से खून की कुछ बूंदे उस ओइजा बोर्ड तथा टाइप राइटर पर पड़ी थीं, उस टाइप राइटर को मिसेस वुड ने बेच दिया पर ओइजा बोर्ड मिसेस वुड का अपना होने की वजह से आज तक इसी विला में मौजूद है और वह इंसान से जुड़ने का एक ज़रिया हैं उन आत्माओं के लिए जिनके खून का जिम्मेदार ये वुड्स विला है, ये तो एक इत्तेफाक है कि वह चार्ल्स के घर पहुँच गया इतने सालों के बाद जबकि उसे मिस्टर वुड के एक अमीर दोस्त ने खरीदा था, उसके कुछ सालों के बाद ही उनकी मौत हो गई ", मार्गरेट ने हॉवर्ड को सारी बातें बताईं और फिर कुछ देर के लिए खामोश हो गई, उसकी बातों को सुनकर हॉवर्ड भी कुछ देर के लिए सोच में पड़ गया।

" ये देखो चार्ल्स ये है वो ज़रिया जिससे जुड़ कर मैं आत्माओं को बुलाती हूँ और वह मेरी कहानियाँ लिखने में मदद करतीं हैं", मिसेस वुड ने चार्ल्स को अपना ओइजा बोर्ड दिखाते हुए कहा। उन्होंने उसे सामने टेबल पर ही रख दिया था ताकि चार्ल्स उसे अच्छी तरह से देख सके। चार्ल्स ने उन्हें स्कॉच का ग्लास पकड़ाया और उस ओइजा बोर्ड को देखने लगा । चार्ल्स ने उसे अच्छी तरह से देखा, उसे ये जानकर हैरानी हो रही थी कि मिसेस वुड उस मामूली से बोर्ड को इतनी अहमियत दे रही थीं, यहाँ तक कि वो उसे अपनी कहानी का ज़रिया भी बता रही थीं।

"क्या ये वाकई में काम करता है...मैं ये देखने के लिए उत्सुक हूँ कि ये कैसे काम करता है" चार्ल्स ने उत्सुकता दिखाते हुए मिसेस वुड से पूछा।

"ये बेहद आसान है... मैं तुम्हें दिखा सकती हूँ कि ये कैसे काम करता है, बस तुम्हें एक बात का विशेष ध्यान रखना होगा इससे काम लेने से पहले ", मिसेस वुड ने चार्ल्स की जिज्ञासा को शांत करते हुए कहा।

" एक बात... कौन सी एक बात, मैं कुछ समझा नहीं", चार्ल्स ने उत्सुकता पूर्वक मिसेस वुड से पूछा।

" देखो जब भी इस बोर्ड के द्वारा किसी आत्मा से संपर्क होता है और वह प्रकट होती है तो उसका स्वागत करना ज़रूरी होता है ये एक तरीका है ये प्रकट करने का कि आप उस आत्मा को इज़्ज़त दे रहे हैं वर्ना आत्मा नाराज़ हो अगर आपका संपर्क आत्मा से हुआ तो ऊपर दायीं ओर लिखे 'Yes' पर संकेत मिलेगा और अगर इर्दगिर्द मौजूद आत्मा को न में जवाब देना है तो बोर्ड पर ऊपर बायीं ओर लिखे 'No' पर संकेत मिलेगा, वहीं आत्मा से सारी जानकारी लेने के बाद उन्हें धन्यवाद देकर ही विदा करना पड़ता है, नहीं तो फिर हमेशा के लिए वह आत्मा हमारी दुनिया में ही भटकती रहती है, इसका अंजाम बहुत बुरा हो सकता इसलिए इस बोर्ड पर सबसे नीचे 'गुड बॉय' लिखा है, इस बोर्ड को इस्तेमाल करने के लिए ये एक नियम जानना बहुत जरूरी है ", मिसेस वुड ने खास जानकारी चार्ल्स को देते हुए कहा।

" क्या ये वाकई काम करता है, मुझे तो अब भी यकीन नहीं हो रहा है... मैं एक बार देखना चाहूंगा कि आप इसका किस तरह से इस्तेमाल करती हैं, प्लीज़... अगर आपको कोई ऐतराज़ न हो तो एक बार इसका इस्तेमाल करके दिखाइए ", चार्ल्स ने आशंका जताते हुए मिसेस वुड से एक बार उस ओइजा बोर्ड को इस्तेमाल करने का अनुरोध किया।

" ठीक है मैं तुम्हें दिखाउंगी कि इसका किस तरह से इस्तेमाल करना है, बस तुम अपनी ड्रिंक ख़त्म कर लो पहले", मिसेस वुड ने चार्ल्स से कहा और अपने ग्लास को होठों से लगा लिया। चार्ल्स भी अपना ग्लास खाली करने में जुट गया और उसके खाली होते ही उसने उसे टेबल पर एक तरफ़ रख दिया।

" मैडम मैं तो पूरी तरह से तैयार हूँ, इस बोर्ड का करिश्मा देखने के लिए ", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा ।

"आओ सबसे पहले इस बोर्ड से जुड़े इस छोटे से लकड़ी के टुकड़े पर अपनी एक उंगली रखो, इस टुकड़े पर एक छेद बना हुआ है, जब हम अपने सवाल उस आत्मा से पूछेंगे तो यही लकड़ी का टुकड़ा हमें उस छोटे से जवाब देगा, ये उस अक्षर या नंबर के पास जाकर रुकेगा जिन्हें आत्मा अपना जवाब देने के लिए इस्तेमाल करेगी ", मिसेस वुड ने चार्ल्स को बोर्ड के बारे में समझाते हुए कहा। चार्ल्स उनकी बातों को समझ गया और उसने उनके नज़दीक आकर उस बोर्ड से जुड़े उस ख़ास लकड़ी के टुकड़े पर अपनी एक उंगली रख दी। मिसेस वुड ने उस ओइजा बोर्ड की विधि शुरू कर दी।

" ऐ, भटकती आत्माओं हमारे पास आओ, अगर तुम हमें सुन सकती हो", मिसेस वुड ने पहली बार पुकारा, कोई जवाब नहीं मिला।

" ऐ भटकती आत्माओं अगर तुम हमें सुन सकती हो तो हमारे पास आओ, क्या इस समय यहाँ कोई मौजूद है", मिसेस वुड ने दूसरी बार पुकारा, पर इस बार भी निराशा ही हाथ लगी क्यूँकि बोर्ड ने हाँ या न में अब तक कोई जवाब नहीं दिया था।

"ऐ भटकती आत्मा अगर हमें सुन सकती हो तो अपने होने का संकेत हमें यहाँ आकर दो... क्या यहाँ कोई आत्मा मौजूद है ", मिसेस वुड ने तीसरी बार पुकारा पर इस बार उनकी पूकार शायद किसी आत्मा ने सुन ली थी इसलिए वह लकड़ी का टुकड़ा जिस पर मिसेस वुड और चार्ल्स ने अपनी उँगलियाँ रखी थी अपने आप आगे बढ़ कर 'Yes' की ओर इशारा कर रहा था जो इस बात का सबूत था कि उस कमरे में आत्मा मौजूद थी। चार्ल्स यह देखकर घबरा सा गया था।

"ख़ट ख़ट ख़ट", तभी अचानक दरवाजे पर किसी ने ज़ोर से तीन बार दस्तक दी।

दरवाजे पर ज़ोर की दस्तक सुनते ही मिसेस वुड और चार्ल्स के अंदर दाहशत समा जाती है, उन दोनों के चेहरों का रंग डर के कारण बिल्कुल सफ़ेद पड़ चुका था। दिल की धड़कन बढ़ चुकी थी और माथे से पसीने की कुछ बूंदे बह रही थीं,

"इस वक़्त कौन हो सकता है", मिसेस वुड ने दबी हुई आवाज़ में चार्ल्स से कहा।

"हो सकता है विला का कोई नौकर आया हो", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा ।

"पर इस समय तो कोई नौकर विला में नहीं हैं, रोज़ाना शहर से ही काम करने आते हैं",मिसेस वुड ने चार्ल्स को बताया।

"तो फिर कौन हो सकता है ", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा, फिर उसके मन में एक बार हॉवर्ड का भी ख़याल आया लेकिन उसने सोचा कि वह ख़ुद विला के अंदर नहीं आएगा, क्यूँकि दोनों ने छुप कर वुड्स विला का राज़ पता लगाने की योजना बना रखी थी। यह तो चार्ल्स की बदकिस्मती थी कि वह मिसेस वुड की नज़रों से बचने में नाकाम रहा।

"मुझे तो बहुत डर लग रहा है", मिसेस वुड ने चार्ल्स से कहा।

"आप घबराए नहीं, मैं जाकर देखता हूँ कौन है",चार्ल्स ने मिसेस वुड को दिलासा देते हुए कहा ।

" कहीं ओइजा बोर्ड की वजह से तो नहीं", मिसेस वुड ने डरते हुए कहा।

"अरे नहीं ऐसा कुछ नहीं है... आप बेकार में परेशान हो रही हैं, रूकिए मैं जाकर देखता हूँ कौन है", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा ।

" थोड़ा संभल कर जाना... तुम", मिसेस वुड ने चार्ल्स से कहा।

चार्ल्स धीरे धीरे दरवाज़े की ओर बढ़ता है, वह मेहमान का चेहरा देख सके इसलिए एक हाथ में कैंडल स्टैंड पकड़ रखा था, जिसपर तीन मॉमबत्तियाँ जल रही थीं। हॉल में इतना सन्नाटा था कि चार्ल्स के कदमों की आहट को आराम से सुना जा सकता था, ऐसे में फिर से तीन बार ज़ोर की दस्तक दरवाजे पर होती है "ख़ट ख़ट ख़ट", चार्ल्स दस्तक सुनते ही कुछ पल के लिए वहीं पर जम जाता है, डर ने जैसे उसके पाँव में बेड़ियाँ डाल दी हों, फिर भी किसी तरह से हिम्मत करके वह फिर से दरवाजे की तरफ़ बढ़ता है। उसके मन में यही ख़याल बार बार आ रहा था कि अगर वह डर गया तो मिसेस वुड भी डर जाएंगी, उसे अब ख़ुद से ज़्यादा मिसेस वुड की चिंता सता रही थी, वह मिसेस वुड जिन्हें वह ठीक से जानता तक नहीं था, जिनसे यह उसकी दूसरी मुलाकात थी, फिर भी चार्ल्स के मन में मिसेस वुड के लिए अपनेपन सा एहसास था, ऐसा या तो मिसेस वुड की दुख भरी कहानी सुन कर हुआ था या चार्ल्स के मन में इस हमदर्दी की वजह कुछ और ही थी... ये तो चार्ल्स ही बेहतर जनता था, पर आज रात उसने अपने मन में ठान लिया था कि वह मिसेस वुड को कुछ भी नहीं होने देगा। वह अब दरवाजे के बिल्कुल नज़दीक पहुँच चुका था, उसने अपने एक हाथ से दरवाजे की कड़ी खोली और दरवाजे के एक पलड़े को पीछे की तरफ सरकाया। "चर्ररररररर" की भयंकर आवाज़ के साथ दरवाजा खुला।

" अरे हॉवर्ड, तुम यहाँ क्या कर रहे हो", चार्ल्स ने हॉवर्ड को दरवाजे पर खड़ा देखा तो उससे पूछा।

"चार्ल्स... तुम अभी मेरे साथ चलो", हॉवर्ड ने चार्ल्स से कहा, उसके स्वर बिलकुल बदले हुए थे, वह बहुत डरा हुआ था।

" अरे ठीक है, चल रहा हूँ... इतनी जल्दी क्या है", चार्ल्स ने हॉवर्ड से पूछा।

" बस तुम मेरे साथ चलो चार्ल्स... अभी," हॉवर्ड ने चार्ल्स से कहा, वह अपनी ज़िद पर अड़ा हुआ था।

" अरे मगर हुआ क्या है, कुछ तो बताओ, मुझे कहाँ ले जाना चाहते हो", चार्ल्स ने एक बार फिर हॉवर्ड से पूछा।

" मैं तुम्हें सब कुछ समझा दूँगा रास्ते में... पर इस वक़्त तुम यहाँ से चलो ", हॉवर्ड ने चार्ल्स से कहा, वह चार्ल्स से लगातार वहाँ से चलने की बात कह रहा था।

" ठीक है मैं चलता हूँ तुम्हारे साथ, पर ज़रा मिसेस वुड को तो बता दूँ और अपनी हैट भी ले लेता हूँ... आओ तुम भी अंदर आ जाओ ", चार्ल्स ने हॉवर्ड से कहा।

" मैं कहीं नहीं जाऊंगा, तुम बस मेरे साथ चलो, यहाँ पर रहना ठीक नहीं है, जल्दी यहां से निकलो", हॉवर्ड ने चार्ल्स से कहा। चार्ल्स उसकी बात सुनकर अपने मन में सोचने लगा कि " आखिर इसे हो क्या गया है, ये इस कद्र व्यवहार क्यूँ कर रहा है, इसकी पलकें भी नहीं झपक रहीं हैं और ये एक टक बस मुझे ही देखे जा रहा है, ये ऐसा पहले तो नही था जब मैं इसे यहाँ लेकर आया था, आखिर इसे हो क्या गया है, कहीं इसने किसी भूत को तो नहीं देख लिया जो ये इस कद्र घबराया हुआ है, आखिर यहाँ ऐसा क्या है जो ये मुझे यहाँ से चलने के लिए कह रहा है, हम लोग तो वुड्स विला का राज़ पता करने आए थे, पर कुछ पता चलने से पहले ही ये यहाँ से निकलने के लिए परेशान है, कहीं इसे उस राज़ के बारे में पता तो नहीं चल गया इसलिए ये यहाँ से निकलने के लिए हड़बड़ा रहा है, अगर ऐसा है तो मुझे इसका साथ देना चाहिए... मैं जाकर मिसेस वुड से कोई बहाना बना देता हूँ ", चार्ल्स ने अपने मन में यह बातें सोचने के बाद हॉवर्ड का ही साथ देने का फैसला किया और वह हॉवर्ड को बाहर दरवाजे पर खड़ा कर के मिसेस वुड से अलविदा कहने अंदर चला गया।

" मैं अब आप से इजाज़त लेना चाहूंगा, मिसेस वुड ", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा ।

" क्या हुआ तुम कहीं जा रहे हो क्या, दरवाजे पर कौन था", मिसेस वुड ने चार्ल्स से पूछा।

"वह हॉवर्ड है... मेरा दोस्त, मुझे लेने आया है, वह विला के बाहर ही खड़ा था, मुझे ज़्यादा देर होने पर लेने आ गया, " चार्ल्स ने बड़ी कुशलता से झूठ बोलते हुए मिसेस वुड से बहाना बनाया।

" अब तुम्हारा दोस्त तुम्हें लेने आया है तो मैं रोक नहीं सकती हूँ, पर अभी ओइजा बोर्ड की विधि अधूरी रह गई है", मिसेस वुड ने चार्ल्स से कहा।

" हम फिर कभी इसे पूरा कर लेंगे... अच्छा, गुड नाइट मिसेस वुड, आशा करता हूँ आपकी रात अच्छी बीते", चार्ल्स ने मिसेस वुड से कहा और कैंडल स्टैंड टेबल पर रख कर, अपना हैट लेकर वहाँ से चला गया।

" ऐसी क्या बात है हॉवर्ड... तुम मुझे बताते क्यूँ नहीं हो, क्या वह बात वुड्स विला से जुड़ी है ", चार्ल्स ने वुड्स विला के बगीचे से आगे बढ़ते हुए हॉवर्ड से पूछा, पर हॉवर्ड ने उससे एक शब्द भी नहीं कहा, वह सीधे चला जा रहा था, चार्ल्स की बातों का उस पर कोई असर नहीं हो रहा था।

चार्ल्स इसी तरह उससे दो तीन बार पूछता है, पर हॉवर्ड को वुड्स विला से बाहर निकलने की जल्दी थी, उसे किसी भी हाल में उस मनहूसियत से भरे हुए विला से बाहर निकलना था। चार्ल्स हॉवर्ड के इस व्यवहार से बुरी तरह क्रोधित हो गया था, हॉवर्ड न तो उसे कुछ बता रहा था और न ही उससे बातें कर रहा था। चार्ल्स ने हॉवर्ड के इस किस्म के व्यवहार को पहली बार देखा था, पर ऐसा वहाँ हॉवर्ड ने क्या देख लिया होगा जो उसे परेशान कर रहा है, इस बात से चार्ल्स और ज़्यादा चिंतित था।

To be continued...

©IVANMAXIMUSEDWIN