"अभी नहीं खाया।" ज़िया किंगवेई ने अपना सिर हिला दिया।
लू मान ने ज़िया किंगवेई के लिए जल्दी से कुछ मछली का सूप निकाला,और उसे पीने के लिए दिया,फिर उसके लिए कुछ दलिया निकाला। उसने साइड डिश भी निकालीं और ज़िया किंगवेई को खाने के लिए दीं।
लू मान द्वारा लाये गए ब्रेकफास्ट की खुशबू से, बगल वाले बिस्तर के रोगी को भी भूख लगने लगी। "बहुत अच्छी खुशबू आ रही है! यह अस्पताल के भोजन से बहुत बेहतर है।"
ज़िया किंगवेई एक डबल कमरे में रह रही थी क्योंकि लू मान की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि,वो एक सिंगल कमरे का खर्चा उठा सके।
इसके अलावा,अस्पताल के कमरे में किसी और के साथ रहने का बहुत फायदा था। क्यूंकि,अगर कभी ज़िया किंगवेई को तबियत ठीक ना लगे और लू मान उसके आसपास ना हो, तो कम से कम इतनी तसल्ली होती थी कि उसके पास कोई और था,और वे एक-दूसरे का ख्याल रख सकें।
लू मान ने पूछा, "आंटी चाई, क्या आपने नाश्ता किया है?"
"मैंने पहले ही खा लिया है," आंटी चाई ने झट से कहा। भले ही वो अच्छे भोजन के लिए लालची थी, लेकिन उसे किसी से भोजन मांगने मैं शर्म आ रही थी।
फिर भी लू मान ने कुछ मछली का सूप निकाला और उन्हें दिया,"प्लीज कुछ सूप पीएं, मैंने इसे आज सुबह ही बनाया है।"
"यह ... मैं इसे कैसे ले सकती हूँ।" आंटी चाई ने अपना हाथ हिलाया, उनका चेहरा लाल हो गया।
"यह थोड़ा सा ही है, आप इसे पी लीजिये। मेरे पास अभी भी यहाँ और भी है, अगर आप इसे पसंद करती हैं, तो मैं आपको और दे सकती हूँ।" लू मान ने मुस्कुराते हुए आंटी के हाथ में कटोरा पकड़ा दिया।
वैसे,लू मान ने अपने लिए वह कटोरा तैयार किया था, क्योंकि उसने भी अभी तक नाश्ता नहीं किया था, और वो ज़िया किंगवेई के साथ ही नाश्ता करना चाहती थी।
हालाँकि, उसी समय,आंटी चाई के पति नाश्ते के बर्तनों को धोकर वापिस आ गए, और यह देखने के बाद कि वो क्या कर रहीं हैं,उन्होंने जमकर आंटी चाई को फटकार लगाई। "तुम इस उम्र में भी एक बच्चे की तरह व्यवहार करती हो, तुम्हें दूसरों से खाना माँगते हुए शर्म नहीं आती है।"
आंटी चाई ने शर्मिंदगी से मुस्कुराते हुए कहा,"मैंने इसलिए ले लिया,क्योंकि यह मछली का सूप बहुत अच्छा है, ओल्ड ज़िया, आप बहुत भाग्यशाली हैं कि, आपकी इतनी अच्छी बेटी है।"
हालाँकि आंटी चाई के परिवार में एक बेटा और दो बेटियाँ थीं, लेकिन वे सभी अपने-अपने काम में व्यस्त रहते थे, और सिर्फ सप्ताह के अंत में एक दिन उससे मिलने के लिए आते थे, और यहाँ तक कि वे सब बारी-बारी से उनसे मिलने के लिए आते थे, उनके लिए कुछ पका कर लाना तो बहुत दूर की बात थी।
"हाँ, यह मैं ही हूँ,जो उसपर बोझ हूँ , नहीं तो ये इतना नहीं थकती," ज़िया किंगवेई ने आह भरी।
"माँ, ऐसा मत कहो।" लू मान ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा,वो ज़िया किंगवेई की इस तरह की दिल दुखाने वाली बातें सहन नहीं कर पायी। "जब तक आप यहाँ हैं, मेरे पास एक घर है। नहीं तो, मेरे पास कोई ऐसा इंसान नहीं है जो मेरी परवाह करता हो। इसलिए आपको मजबूत और स्वस्थ रहना होगा।"
ज़िया किंगवेई की आँखें लाल हो गईं और उसने लू मान के बालों को सहलाया।
हाँ, उसकी गरीब बेटी के पास अब केवल वो ही थी !
उसके पिता जैसे पिता के होने से तो अच्छा, उनका ना होना ही अच्छा था।
"लू मान सही कह रही है,उसकी अपनी माँ की तरह कोई भी उसका इतना ख्याल रख सकता है, कोई भी बच्चा कितना भी बड़ा क्यों न हो जाए, फिर भी उसे अपनी माँ के प्यार की बहुत ज़रूरत होती है। नहीं तो,अगर वो अकेली होती, और कोई उसे परेशान करता, तो उसके लिए दिल दुखाने वाला कोई नहीं होता।" आंटी चाई ने ज़िया किंगवेई को सलाह दी।
भले ही वो लंबे समय से ज़िया किंगवेई के साथ अस्पताल के एक ही कमरे में रह रही थी, लेकिन वो ज़िया किंगवेई के परिवार के बारे में ज्यादा नहीं जानती थी, क्योंकि आमतौर पर केवल लू मान ही ज़िया किंगवेई से मिलने आती थी, लेकिन वो हमेशा व्यस्त रहती थी।
इसलिए पहले वो सोचती थी कि, ज़िया किंगवेई एक विधवा थी।
हालाँकि,बाद में, ज़िया किंगवेई और लू मान की बातचीत से, उन्होंने धीरे-धीरे यह अनुमान लगाया कि ज़िया किंगवेई तलाकशुदा थी, और लू मान के पिता ने पुनर्विवाह कर लिया था, और वो लू मान के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते थे।
नहीं तो, ज़िया किंगवेई लू मान से हर बार नहीं पूछती कि,क्या वो अच्छे से रह रही है।
क्योंकि अगर उसके पिता उसके साथ अच्छा व्यवहार करते, तो ज़िआ किंगवेई उसके लिए क्यों परेशान होती?
ऐसा कहा जाता है कि,पुनर्विवाह के बाद पिता का व्यवहार बदल जाता है, वो पहले जैसे नहीं रहते हैं, और यह वास्तव में सच था।
इसके अलावा,हालांकि ज़िया किंगवेई इतनी बीमार थी,पर लू मान के पिता कभी भी उनसे मिलने नहीं आते थे,वो सच में एक कठोर इंसान थे।
"चिंता मत करो, कोई बात नहीं, माँ जल्दी ठीक हो जाएगी, फिर मैं तुम्हारे पास हमेशा रहूँगी," ज़िया किंगवेई ने कहा, और लू मान को अपनी तरफ खींच लिया।
"सही में।" लू मान ने सिर हिलाया। "माँ, आपको जल्द ही ठीक होना है। मैं रोज़ आपके हाथ का बना हुआ खाना खाना चाहती हूँ। मैं आपकी स्टीम्ड मछली, तली हुई झींगे और खट्टे-मीठे पोर्क को बहुत मिस करती हूँ।"