जीत गया?
चेन गुओ एक क्षण के लिए आवाक रह गई। जो शब्द स्क्रीन पर चमका था वह रंगभूमि में जीत का प्रतीक था।
के.ओ
अभी उसे कितनी देर हुई थी निकले? 40 सेकंड? 50 सेकंड? चेन गुओ ने कलाई ऊपर उठाते हुए घड़ी देखी। अभी 1 मिनट नहीं हुआ है और नतीजा? जिस विपक्षी से मैं लगातार 52 बार हारती रही, उसे इसने 1 मिनट से कम समय में हरा दिया?
चेन गुओ यह भी भूल गई कि वह ऊपर भाग के अपना खाता वापस लेने आई थी। वह बराबर से देखना चाहती थी कि क्या यह आदमी उसके लिए वापस लड़ सकता है। पर उसने अंत में देखा कि वह आदमी वैसे ही खेल से लॉग आउट हो चुका था। उसने अपने हाथों को हवा में फैलाते हुए यह दर्शाया की वह कंप्यूटर में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखता और इधर उधर देखने लगा। सर घुमाते ही उसने चेन गुओ को बड़ी आंखों के साथ घूरते हुए देखा और उसे समझाने लगा कि "आपने लॉग आउट नहीं किया था और जैसे ही मैं बैठा, लड़ाई छिड़ चुकी थी। आप चिंता मत कीजिए मैंने आपको जीतने में मदद की है"
"तुमने इसे कितनी देर इस्तेमाल किया" चेन गुओ ने पूछा।
"40 सेकंड" ये किउ ने उत्तर दिया।
चेन गुओ का मुंह खुला का खुला रह गया, जब उसने निराशा पूर्वक कहा कि "यदि मेरे हाथ ठंड से काप न रहे होते तो मैंने 30 सेकेंड में ही यह खेल जीत लेना था"
30 सेकंड? बस 30 सेकंड चाहिए? उस विपक्षी को हराने के लिए जिससे मैं लगातार 52 बार हारी हूँ? कौन है यह आदमी?
क्या यह कोई पेशेवर खिलाड़ी है सुनहरे दौर के दल से? चेन गुओ ने अचानक सोचा। उसे पता था कि सुनहरा दौर क्लब उसके इंटरनेट कैफे से बहुत दूर नहीं है। पर उसने फिर सोचा यदि यह सुनहरा दौर के किसी दल से होता तो मैं इसे जरूर पहचान जाती। लेकिन हाँ यदि ये वह माहिर खिलाड़ी ये किउ है जो कभी अपना चेहरा नहीं दिखाता तो जरूर उसे पहचानने में दिक्कत होगी।
ये किउ! चेन गुओ इस नाम की ख्याल से भी उत्साहित हो उठी। चूंकि ये किउ काफी गुमनामी में जीना पसंद करता था तो हो सकता है सीधे पूछने पर आज भी अपनी असलियत छुपा जाए। कुछ देर झिझकने के बाद चेन गुओ अचानक कुछ सोचकर, भाग के रिसेप्शन पर पहुंची।
"तीसरे क्षेत्र के 47 वें नंबर के कंप्यूटर पर कौन बैठा है?" चेन गुओ ने रिसेप्शन पर पूछा
"ये क्सिऊ" लड़की ने जवाब दिया
"ये क्सिऊ . . . ये किउ? क्या यह सही में वही है" चेन गुओ ने रोमांच से सोचा। उसे लगा कि उसने सही में उसकी असलियत को जगजाहिर कर दिया है। यह दिखाता है कि वह सही में ये किउ है। अगर उसने सही में ये किउ लिखा देख लिया होता तो वह विश्वास न कर पाती।
"हे हे हे . . ." चेन गुओ ने एक मायावी हँसी हँसी। वह हर तरह से उसका हस्ताक्षर लेने के लिए तैयार थी। ये किउ का हस्ताक्षर आह! किसके पास होगा? किसी के पास नहीं!
जब वह सोच में डूबी हुई थी, बिना सोचे रिसेप्शन पर बैठी लड़की ने कहा "वह अपना आईडी कार्ड भी भूल गया"
"आईडी कार्ड?" चेन गुओ ने मानो अंधकार में ताकते हुए कहा। तब जाकर उसे एहसास हुआ की उत्सुकता ने उसे पागल बना दिया था। इंटरनेट कैफे में पंजीकरण के सिलसिले के दौरान ग्राहक को पहचान पत्र देना होता है। कोई नकली पहचान पत्र कैसे दे सकता है?
"कहाँ है वो? लाओ दिखाओ मुझे" चेन गुओ ने लड़की के हाथ से आईडी कार्ड लेते हुए कहा। अवश्य ही ये क्सिऊ लिखा था। हताशा की एक लहर ने उसे भिगो दिया। उसे एक तीव्र इच्छा हुई की वह ये क्सिऊ को, ये किउ में बदल सकती।
जैसे उसे पता चला कि वह वह गुमनाम दिग्गज नहीं है, जिसकी वह प्रशंसक भी थी, उसकी दिलचस्पी इस आदमी से खत्म हो गई। हालांकि वह अभी भी उसकी ताकत के बारे में जानना चाहती थी। चेन गुओ गुस्से से तीसरे क्षेत्र के 47 में कंप्यूटर पर पहुंचकर ये क्सिऊ का आईडी कार्ड थमाते हुए कहा "तुम इसे लेना भूल गए थे"
"ओह धन्यवाद" ये क्सिऊ ने तुरंत जवाब दिया "क्या तुम इस इंटरनेट कैफे में काम करती हो?"
"हाँ मैं ही यहाँ की मालिक हूँ"
"ओह मालिक! बढ़िया है। मैंने अभी तुम्हारे इंटरनेट कैफ़े की वेबसाइट देखी। क्या तुम्हारे कैफे में कोई नौकरी होगी?" ये क्सिऊ ने पूछा
"हाँ..." चेन गुओ ने नहीं सोचा था कि वह आदमी अचानक यह पूछ बैठेगा वह बस इस आदमी को जानना चाह रही थे और यह एक अच्छा बहाना हो सकता था।
"मैंने इसे अच्छे से देखा और मुझे लगता है कि मैं इस नौकरी के योग्य हूँ। काम और तनख्वाह कोई दिक्कत नहीं होगी। तो क्या कहती हो? एक क्षण के लिए इसके बारे में सोच कर देखना" ये क्सिऊ ने कहा
"ओह तब तुम्हें मुझे ग्लोरी में लड़ाई में हराना होगा" चेन गुओ ने कहा।
"क्या? यह शर्त तो नहीं है?" ये क्सिऊ ने वापस जांचते हुए कहा।
"तुम्हें इसे देखने की जरूरत नहीं है। मैंने इसे अभी जोड़ा है" चेन गुओ ने कहा।
ये क्सिऊ शून्य में घूम रहा था। अब उसे समझ में आया कि उसकी पिछली जीत कुछ ज्यादा ही पेशेवर थी। इस खूबसूरत मालिक की उत्सुकता मेरी ताकत में है पर . . . ये क्सिऊ ने कटुता भरी मुस्कान के साथ कहा "मैं आपको नहीं हरा सकता"
"क्यों?" चेन गुओ ने पूछा
"क्योंकि मेरे पास वह खाता नहीं है जो आप को हरा सके" ये क्सिऊ ने कहा
"खाता? किस दर्जे का? क्या इक्विपमेंट?" चेन गुओ ने पूछा
"कोई दर्जा नहीं, कोई इक्विपमेंट नहीं" ये क्सिऊ ने कहा
"कैसे?" चेन गुओ को भरोसा नहीं हो रहा था। उसने जिस विपक्षी को हराया था उसे वह 40 सेकंड में कभी नहीं हरा सकती। यदि इस प्रकार के आदमी के पास एक अच्छे दर्जे का खाता नहीं है तो उसने इस तरह का प्रशिक्षण कहाँ लिया?
"मैंने अपना असली खाता दे दिया" ये क्सिऊ बस इतना ही कह पाया था
"अच्छा! तो ऐसा है... कितने दानवीर हो तुम" चेन गुओ के मुख से आह सी निकली। जिस आदमी के पास इतनी ताकत है उसका खाता भी कमजोर नहीं रहा होगा। सशक्त खाते बहुत ही कीमती होते हैं। उसे इतने आराम से उपहार दे देना बहादुरी का काम होगा।
"हाँ बहुत ही बड़ा दिल है मेरा" ये क्सिऊ ने झूठी मुस्कान के साथ कहा। उसका खाता, युद्ध के देवता एक ऑटम लीफ का खाता। उसके बारे में बताने के लिए बड़ा दिल होना कितना हास्यास्पद है।
"तो क्या ये नए सर्वर पर खेलने के लिए तैयारी है" चेन गुओ ने पूछा।
"नया सर्वर?" ये क्सिऊ ने फिर से उसे घूरते हुए तारीख की ओर देखा।
कल ग्लोरी की दसवीं सालगिरह है। ग्लोरी अपनी दूसरी सालगिरह से ही हर सालगिरह पर एक नया सर्वर सार्वजनिक करता रहा है। 10 वे सर्वर के लिए आवेदन 3 महीने पहले ही शुरू हो गया था। पुराने खिलाड़ी जो पुराने सर्वर से संतुष्ट नहीं थे, वह पुनः ग्लोरी में प्रवेश करने के लिए कल के दिन के इंतजार में थे। अब ग्लोरी के दसवें सर्वर की उद्घाटन होने वाला था। बहुत दूर दिख रहा एक ऑटम लीफ का खाता ग्लोरी के पहले सर्वर में था। बाद में पांचवें चरण के दौरान कई सारे विशेषज्ञों ने चुनौती कौशल पूरी करनी की काबलियत हासिल कर ली थी, जिससे वह उन चुनिन्दा लोगों में शामिल हो गये, जिनके पास सभी सर्वर में जाने की इजाजत है।
अब एक ऑटम लीफ ने अपने मालिकाना हक बदल लिए थे। उसका जीवन ग्लोरी के पेशेवर खिलाड़ी के रूप में भी पीछे छूट चुका था किंतु वह भाग्यवश एक नए सर्वर की शुरुआत के साथ टकरा गया था। ये क्सिऊ का दिमाग भटकने लगा। 10 साल की यादें उसकी दिमाग में कौंधने लगी।
"नया सर्वर" ये क्सिऊ धीरे से फुसफुसाया
"मुझे याद है की एक नए सर्वर की शुरुआत पर तुम इसे बदल सकते हो, सही बात है ना?" ये क्सिऊ ने चेन गुओ से पूछा
"केवल पहले दर्जे के खाते" चेन गुओ ने कहा
"रुको मैं देखता हूँ" ये क्सिऊ ने अपनी जेब से एक खाते का कार्ड निकाला और तुरंत ग्लोरी के वेबसाइट पर खाता बदले के लिए लगा दिया।
चेन गुओ ने उस खाते के कार्ड को देखकर कहा "क्या यह पहले सत्र का कार्ड है?
"हाँ यह है" ये क्सिऊ मुस्कुराया। ग्लोरी का हर साल एक नया संस्करण आता था। पहले संस्करण का कार्ड 10 साल पुराना।
चेन गुओ ने ये क्सिऊ को चौंकते हुए देखा "तुम कितने साल से ग्लोरी खेल रहे हो?" कार्ड जीवंत वस्तु नहीं थे पर लोग थे और यदि एक कार्ड 10 साल से है तो इसका मतलब यह नहीं कि आदमी भी 10 साल से हो।
"लगभग 10 साल" ये क्सिऊ ने उत्तर दिया यह बताते हुए कि वह उसी का कार्ड है।
चेन गुओ ने सिर्फ 5 साल खेला था और वह स्वयं को दिग्गज मानती थी। उसने कभी नहीं सोचा था की उसके सामने खड़ा यह आदमी उससे दुगना अनुभव रखता है। 10 साल। ग्लोरी के पहले समूह में से एक और अब तक खेलते रहना, नए सर्वर में प्रवेश करने की इच्छा, कैसी ललक है, यह कैसा जुनून है?
वह सोच ही रही थी की वेबसाइट पर लिखा आया "सर्वर को एक जगह से दूसरी जगह सफलतापूर्वक बदल दिया गया है"
"हो गया" ये क्सिऊ ने अपना कार्ड बाहर निकाला। उसने एक बार फिर इस खाते के साथ जुड़ी छोटी छोटी बातें याद की।
"तुम कह रहे हो कि तुम नेटवर्क मैनेजर बनना चाहते हो?" चेन गुओ ने अचानक यह मुद्दा उठाया।
"हाँ"
"तुम कब काम कर सकते हो" चेन गुओ ने पूछा।
"रात की पाली में" ये क्सिऊ ने कहा
"ओह, क्या तुम्हें कोई दिक्कत नहीं होगी?" चेन गुओ ने पूछा। रात की पाली 11:00 बजे रात से 7:00 बजे दिन तक चलती थी। महीने भर की तनख्वाह औरों से 300 ज्यादा होती थी पर बहुत ही कम लोग इसे करना चाहते थे। अब सभी लोग दिन और रात की अदला बदली हमेशा के लिए तो नहीं करना चाहेंगे। नतीजतन सभी लोग अपनी अपनी पारी के हिसाब से अपना काम पूरा करते थे। अगर कोई सही में रात की पाली में काम करना चाहे तो बाकी सभी को आराम हो जाता।
"कोई दिक्कत नहीं, कोई दिक्कत नहीं। मुझे रात में काम करना पसंद है" ये क्सिऊ ने कहा।
चेन गुओ ने ध्यान से अपने सामने खड़े आदमी को देखा। उसके बाल यूँ लग रहे थे जैसे 15 दिनों से ज्यादा समय से धोये न गए हो। उसका चेहरा भी बहुत ज्यादा खिला हुआ नहीं था। वैसे तो रंग साफ था पर हल्का पीलापन चेहरे पर झलक रहा था। उसकी दो आंखें लगातार उसे ही घूरे जा रही थी। उसने इस तरह का रंग रूप कई बार देखा था। जितने भी युवा वर्ग के लोग उसके इंटरनेट कैफे में अक्सर आते थे, वह ऐसे ही दिखते थे। उसके सामने खड़ा युवक बहुत जवान तो नहीं था पर अप्रत्याशित ढंग से उदास और उपेक्षित लग रहा था।
उपेक्षित तो फिर उपेक्षित होता है। जब तक वो रात में काम करना चाहता था तब तक चेन गुओ को उससे कोई दिक्कत नहीं थी। इससे भी ज्यादा वह उत्सुक थी, इस आदमी की ताकत जानने के लिए जो उसने 10 साल के खेल के अनुभव से कमाया था। उसने ताली बजाते हुए कहा "बढ़िया, तुम्हें नौकरी पर रखा जाता है"
"बहुत-बहुत शुक्रिया इसके लिए"
"पर एक बार शर्तों और नियमों को देख लो। सब कुछ इसी के अनुसार होगा" चेन गुओ ने कहा
"कोई दिक्कत नहीं"
"तब फिर बढ़िया है, आओ मेरे साथ" चेन गुओ ने हालात को बहुत ही चालाकी से संभाला। ये क्सिऊ को काम पर रखने के बाद उसने तुरंत उसे एक नौकरी पेशा की तरह आदेश दिया कि वे कीबोर्ड के ढेर को साफ कर दे और उसे दूसरे माले पर रख आए।
चेन गुओ का इंटरनेट कैफे खुशहाल इंटरनेट क्लब कहलाता था। वह एक उच्च दर्जे का बेहतरीन इंटरनेट कैफे था। वहाँ दो माले थे और हजार से ज्यादा कंप्यूटर। दूसरा माला साफ तौर पर आराम पसंद और बड़े लोगों के लिए बनाया गया था। उसके अंदर जन्नत सरीखे दो छोटे कमरे थे और एक भंडार गृह था। ये क्सिऊ ने सभी कीबोर्ड को ध्यान से देख कर उस छोटे कमरे में रख दिया। नियुक्ति के लिए जारी सूचना में लिखा हुआ था भोजन और रहने की सुविधा के साथ। ये क्सिऊ ने अभी-अभी क्लब छोड़ा था और आगे के बारे में कुछ भी नहीं सोचा था। घर और भोजन यह दो शर्तें उसे आराम से संभलने का मौका देगी और साथ ही यह सोचने का भी यह आगे क्या करना है। इसी कारण वो इंटरनेट कैफे में काम करने के लिए उत्सुक हुआ था।
पहली झलक में लगा कि यह छोटा कमरा ही शायद रहने की जगह हो। हालांकि साज सज्जा काफी सामान्य थी पर सब कुछ साफ-सुथरा था। ये क्सिऊ बहुत ही संतुष्ट था। वह कीबोर्ड को सही करते हुए, इन्ही ख्यालो में खोया रहा।
"बढ़िया है, अब तुम यहाँ सोओगे", यह देखकर कि ये क्सिऊ ने अपने सारे काम निपटा लिए हैं, चेन गुओ ने एक छोटे कमरे की ओर इशारा करते हुए कहा।
"क्या?" ये क्सिऊ अंधकार में ताकने लगा। उसने सोचा था कि वह साफ-सुथरे और रोशनी से भरपूर कमरे में सोएगा। यहाँ तक कि बाहर बरामदे में रखा सोफा भी सही था। पर यहाँ . . . ये क्सिऊ ने अपना सर उठा कर देखा। छोटे से कमरे के पश्चिम दीवार पर एक छोटी सी खिड़की थी जो सड़क पर खुलती थी। जब भंडार गृह की रोशनी बंद हो जाती थी तो इसी छोटी खिड़की से धूल भरी रोशनी अंदर को आती थी।
"हाँ, कुछ कमी है। पर अभी के लिए यही है... वास्तविकता में मेरे इंटरनेट कैफे में लोगों की कमी नहीं है। तुम हो तो बहुत ज्यादा भी नहीं है, तुम नहीं हो तो बहुत कम भी नहीं है। नौकरी के लिए जो पर्चा तुमने देखा था वह बहुत पुराना था" चेन गुओ ने कहा
"ओह ऐसा है। कोई दिक्कत की बात नहीं है, यह भी बढ़िया है" ये क्सिऊ ने एक बार में ही घोषणा कर दी। उसका इस तरह से मान जाने वाले व्यवहार के कारण चेन गुओ को कुछ पश्चाताप सा हुआ। यह छोटा सा भंडार गृह का कमरा रहने के लिए कोई जगह थोड़ी थी।
"तुम अपने खाली समय में कंप्यूटर पर जाकर खेल सकते हो और यह कोई समस्या का विषय नहीं है क्योंकि कर्मचारियों को पैसा नहीं देना पड़ता" चेन गुओ ने कहा
"मैम, आप भी बहुत दिलदार हैं"
"जैसे की मुझे हजारों कंप्यूटर में से एक ही कंप्यूटर की बड़ी चिंता है" चेन गुओ ने खांसते हुए कहा
"आमतौर पर ग्राहकों का आना जाना कैसा रहता है" ये क्सिऊ ने पूछा
"बहुत बुरा नहीं, मेरे लिए तो ठीक ही रहता है" चेन गुओ ने कहा। "वह और बात है की रात की पाली में बहुत ज्यादा लोग नहीं रहते। ज्यादातर पास के विश्वविद्यालय में रहने वाले बच्चे हैं, जो पूरी रात जागते हैं। बहुत कुछ कहने के लिए नहीं है। समय के साथ तुम देख लोगे"
"समझ गया"
"यहाँ के काम में ढलने के लिए क्यों ना तुम आज से ही काम शुरू कर दो? साथ ही मैं तुम्हारी रात भर काम करने की क्षमता भी देखना चाहती हूँ" चेन गुओ ने कहा
"कोई दिक्कत नहीं है, मेरी ऊर्जा पूरी भरी हुई है" ये क्सिऊ ने दोनों अंगूठे को ऊपर दिखाते हुए कहा जैसे रात भर काम करना ही उसकी ताकत हो।
"ठीक है"
"फिर चलो, नीचे चले, मैं तुम्हें आधी रात का नाश्ता करवाती हूँ" चेन गुओ ने कहा।
"ओह, पर हम खायेंगे क्या?"
"इस समय बहुत कुछ तो नहीं होगा। आसपास में कुछ छोटे रेस्टोरेंट्स ही होंगे जो अभी तक बंद नहीं हुए होंगे। जाओ देखो और कुछ ले आओ। मैं अजवाइन पत्ता नहीं खाती" चेन गुओ ने यह कहते हुए 200 की नोट अपने जेब से निकाली और ये क्सिऊ को दे दी।
"पर बाहर तो बर्फ गिर रही है" ये क्सिऊ ने कहा।
"तुम्हें सिर्फ रोड के उस पार जाना है। इतने में तुम्हारे ऊपर कितनी बर्फ गिर पड़ेगी? जल्दी करो" चेन गुओ ने कहा।
ये क्सिऊ के पास कोई और रास्ता नहीं था। उसने सड़क पार की और रात के लिए कुछ नाश्ता लेकर आया। उसे अभी नौकरी पर रखा गया था और तुरंत ही उसे आदेश मिलने शुरू हो गए थे। पर वह बिल्कुल भी निराश नहीं था। उससे बात करने के थोड़ी देर बाद ही, अब वह बिल्कुल भी अजनबी जैसा महसूस नहीं कर रहा था। इस तरह की अपनापन ही उसे पसंद भी था। ये क्सिऊ ने अचानक सोचा, इतने सबके बाद भी उसने अभी भी अपने मालिक का नाम नहीं पूछा था।