"जानकार साथी, तुम बड़े विश्वासपात्र हो" भूमि सप्तम और अन्य उत्साह से उसके पास भाग कर आये।
"तुम लोग भी काफी बहादुर हो" ये क्सिऊ हँसा। उसने उन्हें पहले ही हालात के बारे में बता दिया था। ये शेर के मुंह से दांत निकालने जैसा था। उसे ये भी नहीं पता था कि तीनों महान संघ इस मुद्दे को यूँ ही जाने देंगे या नहीं। पर अंत में इन्होने इसकी चिंता नहीं की और जल्दी दिखाई। यहाँ तक की बच्ची निमग्न जेड भी आई थी। हालांकि ये भी सम्भव था कि अनाड़ी लड़की बिना हालात समझे, सिर्फ लड़ने आ गयी हो।
"डरने की क्या बात है" सुषुप्त शेखर ने लोगों को तेजी से काटते हुए कहा। वो कल नहीं खेला था, तो उसका दर्जा कुछ पीछे था। पर एक दिन के कड़े अभ्यास के बाद वो 21 वे दर्जे पर था।
"ये वो लोग है, जिन्हें तुमने बुलाया है?" अनाड़ी झगडू और अन्य वहाँ मूर्खो की तरह खड़े थे।
"हाँ" ये क्सिऊ ने कहा।
"कब?" अनाड़ी झगडू ने कहा।
"जब मैं आगे आकर तुम्हारी पार्टी से जुड़ा था" ये क्सिऊ ने कहा।
"तुमने ये सब पहले से ही सोच रखा था?" तीनों लाजवाब से खड़े थे। क्या तेज दिमाग!
ये क्सिऊ हँसा पर कुछ नहीं कहा। वो हर आदमी को निर्देश देने लगा, उनकी स्थिति के बारे में, कुशलता के इस्तेमाल के समय के बारे में। उसने उन्हें यहाँ तक बता डाला कि कब कौन सी दवा पीनी थी।
दवाओं की ठंडी होने की अवस्था थी। दवा पीने का सही तरीका क्या था, जिससे लड़ाई में आपके टिके रहने की क्षमता बनी रहे? ये खुद अपने आप में एक ज्ञान था।
अब ऐसा लगा रहा था, जैसे नौ लोग राक्षस से लड़ रहे थे। असल में, बाकि के आठ खिलाडी बस कठपुतली थे। वो सिर्फ ये क्सिऊ के बताये अनुसार ही चल रहे थे। वो शुरुआत में थोड़ा अटपटे ढंग से खेल रहे थे। आखिर, ये क्सिऊ के पास सिर्फ एक मुंह था और आठ लोगों को एक साथ आठ आदेश एक बार में नहीं दे सकता था। पर कुछ देर लड़ने के बाद भूमि सप्तम और अन्य, जो जानकार नहीं थे, पर फिर भी दिग्गज थे और उन्हें समझ आ गया था कि बुनियादी ढंग से क्या करना था। अनाड़ी झगडू के दर्जे के खिलाड़ी भी अच्छा कर रहे थे।
ये क्सिऊ ने ध्यान से हर खिलाड़ी की नुकसान पहुँचाने की क्षमता को देखा। उसने जोड़ा घटाया और पाया कि वो खूनी बंदूकबाज को, तीनों महान संघों के द्वारा अधमरी सेना को मारने से पहले, नहीं मार पाएंगे। उसने तुरंत निष्कर्ष निकाला: यहाँ मूर्खता से लड़ना काम नहीं आएगा।
नतीजतन, उसने अपनी चालों को ठीक से जमाना शुरू किया और पीछे हट गया। खूनी बंदूकबाज भेड़ की तरह था। वो एक तरफ से काटा जा रहा था और दूसरी तरफ खदेड़ा जा रहा था। जितना ज्यादा वो भागता, उतना ही खून फेंकता। बहुत ही बुरी स्थिति थी।
इसी समय, ये क्सिऊ जाहिर तौर पर 200 और लड़ियाँ लड़ कर मुसीबत मोल न लेता। पर जब वो 10% जीवन रेखा पर पहुँचता तो किसी भी तरह से उसकी क्रोधित अवस्था से बचा नहीं जा सकता थ। ये क्सिऊ के लिए साफ़ तौर पर ये दिक्कत नहीं थी।
खूनी बंदूकबाज की जीवन रेखा में तेजी से गिरावट आ रही थी। ये क्सिऊ ने दोनों तरफ से समय देखा। तीनों महान संघ अपना काम लगभग खत्म करने वाले थे और खूनी बंदूकबाज की जीवन रेखा अभी भी 20% थी। यूँ तो उन्होंने लड़ते हुए कुछ दूरी बना ली थी, पर समय बेहद कम था।
ये क्सिऊ ने अपने कैमरे का कोण बदला और उस दिशा में देखा, जहाँ से वो लोग आते। कब्रिस्तान में छिपने के लिए बहुत जगह नहीं थी। दूर देखने पर, काफी खिलाड़ी पहले ही इस दिशा में आते दिखाई पड़ रहे थे। जरूर ही तीनों महान संघों ने अपना काम निपटा लिया था।
और दूसरी तरफ, ये क्सिऊ के नेतृत्व में नुकसान पहुँचाने की अधिकतम सीमा नजदीक पहुँच चुकी थी और अब उन्हें ऊँचे दर्जे के इक्विपमेंट की जरूरत थी। पर साफ़ तौर पर ये सम्भव नहीं था। या शायद...
"जानकार साथी, वो सब आ गये" भूमि सप्तम ने अचानक कहा। साफ़ तौर पर उसने भी ये देख लिया था कि उनके पास ज्यादा समय नहीं था।
"ठीक है, चीजों को जल्दी से निपटाओ" ये क्सिऊ ने कहा। इस अवस्था तक पहुँच कर वहाँ लड़ने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था।
"कैसे?" आठों खिलाडियों ने पूछा।
"अपने हाथो की रफ़्तार को बढ़ाओ। सभी लोग ध्यान दो" ये क्सिऊ ने कहा।
इस समय हाथो की रफ़्तार बढ़ाना ही एकमात्र रास्ता था।
ये क्सिऊ को, खुद की कोई दिक्कत नहीं थी। पर सबके साथ मेल खाने के लिए उसने जानबूझ कर अपने हाथों की रफ़्तार को कम कर रखा था। पर अब, इस सीमित समय में खूनी बंदूकबाज को मारने के लिए, पूरी पार्टी की गति को बढ़ाना जरूरी था। पार्टी में कई अनाड़ी थे जिससे चीजें और कठिन हो रही थी। पर इस समय और कोई रास्ता भी नहीं था।
हाथ की रफ़्तार पात्र के हमले की रफ़्तार को नहीं बढ़ाता था। पात्र के हमले की रफ़्तार, उसका वर्ग और इक्विपमेंट तय करते थे। ये एक तय संख्या थी। पर हाथ की रफ़्तार मशीनी गति को बढ़ाती थी। जितनी ज्यादा मशीनी रफ़्तार, उतनी ही तेज कुशलता दिखाई जा सकती थी। पात्र का लुढ़कना, हमला, कुशलता इत्यादि हलचल सब आपस में तेजी से जुड़ते थे।
इस समय, ये क्सिऊ पूरी पार्टी की मशीनी हाथ की रफ़्तार बढ़ाना चाहता था। यही प्रभावी हाथ की रफ़्तार थी।
माना कि दो बिंदु क और ख स्क्रीन पर थे। क से ख पर माउस का कर्सर पहुँचे, ये जरूरत थी। पेशेवर खिलाड़ी पूरे समय तेज हाथ की रफ्तार से क से ख पर चले जायेंगे और उनका हाथ एकदम सटीक तरह से ख पर ही रुकेगा।
पर आम खिलाड़ी के लिए किसी बिंदु ख पर रुकने के लिए, उन्हें अपने हाथ की गति को धीमा करना पड़ेगा, जिससे कर्सर की रफ्तार कम हो। अगर वो अपने हाथ की गति को बढ़ाएंगे तो हो सकता है कि वो बिंदु ख से चूक भी जाये या आगे चले जाये। कम शब्दों में उन्हें सटीक नतीजा नहीं मिलता।
पर इस समय, ये क्सिऊ को इन सब की फ़िक्र करने का समय नहीं था।
किस्मत से, उन्हें हाथ की रफ़्तार बहुत ज्यादा बढ़ाना भी नहीं था। ऐसा कोई तरीका नहीं था, जिससे अचानक ही सब पेशेवर दर्जे की हाथ की रफ़्तार पा ले।
ये क्सिऊ स्थिति को समझ रहा था। उनके हाथ की गति को 20% से अधिक बढ़ाना ही काफी था। उसकी समझ के हिसाब से अभी की गति से कुछ खिलाड़ी थे जिनके पास उर्जा बचती। उदाहरण के लिए, भूमि सप्तम और सुषुप्त शेखर के लिए अपनी गति 20% बढ़ाना दिक्कत नहीं थी। सूर्यास्त मेघ और वरुण लहर भी ठीक थे। अचानक गति बढ़ाने पर संभलना, न संभलना उनके ध्यान पर निर्भर था। जहाँ तक चारों अनाड़ियों का सवाल था, निमग्न जेड से कोई उम्मीद नहीं थी। इस लड़की को पहले ही दिक्कत हो रही थी और लगातार गलतियाँ कर रही थी। अनाड़ी झगडू ने ये क्सिऊ को चौंका दिया था। वैसे तो वो सबसे मूर्ख था, पर उसके हाथों की रफ़्तार बुरी नहीं थी। जब उसने उसे निर्देश दिए, उसने ध्यान से, बिना भटकाव के उन निर्देशों का पालन किया। बाकी दोनों भी निमग्न जेड से बेहतर थे, पर अनाड़ी झगडू से बेहतर नहीं।
लड़ो!!
"मैं रफ्तार बढ़ा रहा हूँ" ये क्सिऊ ने चिल्लाया। उसके हाथ तेज हो गये। इस रफ़्तार से, बाकि भी उससे मेल खाने के लिए अपनी रफ़्तार बढ़ा लिए। जैसा की उसने सोचा था, भूमि सप्तम और सुषुप्त शेखर ने रफ़्तार बढ़ा ली और उनके लिए बहुत दिक्कत की बात नहीं थी, न ही सूर्यास्त मेघ के लिए। पर वरुण लहर धीमा था और लगभग आधा था। निमग्न जेड अभी से "अरे नहीं" की हालत में थी। पर अनाड़ी झगडू ने ये क्सिऊ को चौंका दिया। उसके हमले भूमि सप्तम और सुषुप्त शेखर की तरह सटीक थे। आखिर में, बाकी दोनों एकदम अलग पड़ गये। उनके हमले पता भी नहीं चल रहे थे।
"घबराओ मत! ध्यान दो!" ये क्सिऊ ने आसपास देखा। निमग्न जेड के बगल, जो पूरी तरह से आशा खो चुकी थी, वरुण लहर और बाकी दो थे, जिनसे अभी भी थोड़ी उम्मीद थी।
"कुछ अच्छा नहीं हो रहा" निमग्न जेड के हाथ बेकार हो गये थे। उसके सारे हमले चूक जा रहे थे।
"निमग्न जेड अपनी रफ़्तार से खेलो। बस अपनी कुशलता का इस्तेमाल करो और उतना बहुत है" निमग्न जेड बिलकुल भी ठीक नहीं थी। उसने हत्यारा वर्ग चुना था, जिसमे तेज रफ़्तार चाहिए होती थी। धीमे हत्यारे, पीके में सबको प्यारे होते थे। ग्लोरी में, ये कहावत थी, कि बिना हाथों की रफ़्तार के हत्यारे त्रासदी होते थे। उन्हें पीके में आसानी से डराया जा सकता था।
निमग्न जेड वैसी ही एक त्रासदी थी। ये क्सिऊ ने तुरंत उससे उम्मीद छोड़ दी।
बाकी के सात खिलाड़ियों ने ये क्सिऊ को काफी संतुष्ट किया। वरुण लहर की रफ़्तार भी बढ़ गयी थी और बाकी दोनों भी अब उतने खराब नहीं थे, जैसे वो शुरू में थे। हालांकि उन्होंने कुछ गलती की थी, ये क्सिऊ उन्हें फिर भी बचा ले गया था। उन्होंने अपने हाथ की रफ़्तार 20% ही बढ़ाई थी पर ये क्सिऊ की बढ़त 200% थी। अगर चेन गुओ ये क्सिऊ के पीछे रही होती, उसने तुरंत ही अपने शब्द निगल लिए होते, हाथों की रफ़्तार छिपा लिया था।
"तेज, तेज, तेज" भूमि सप्तम ने चिल्लाया। उसकी चिल्लाहट ने हाथो के बढ़ती रफ़्तार के साथ औरों को भी प्रेरणा दी। हालांकि इस समय, उसकी बढ़त बहुत ही कम थी, इसलिए सभी ने मन ही मन बढ़त बनाये रखी। केवल ये क्सिऊ ही इस तरह की छोटी बातों को पकड़ सकता था। पर ये आश्चर्यजनक था और वो नतीजे को लेकर और भी ज्यादा आश्वस्त हो गया।
"ये अब लगभग लाल रक्त पर है" भूमि सप्तम ने अचानक चिल्लाया।