"वाह!!" ये क्सिऊ को अभी भी नहीं पता था कि उसे खूनी राइफल मिली या नहीं, जब उसने एक तेज धमाका अपने पास में ही सुना। यहाँ तक की चेन गुओ, जो व्हैक-अ-मोल खेलने का प्रयास कर रही थी, वो भी इन धमाकों से चौंक उठी।
खुशहाल इंटरनेट कैफ़े के बहुत से मेहमान अपनी जगह पर खड़े हो गए थे और सभी एक तरफ को भागे जा रहे थे। कुछ ऐसे भी थे जो खेल छोड़कर भाग उठे थे।
"क्या हुआ? क्या हुआ?" चेन गुओ रिसेप्शन की मेज से कूद कर उठी और एक दिशा में भागती हुई पूछती गयी।
"विकट देव ने एक और पहले शिकार को अंजाम दे दिया" एक मेहमान ने उत्सुकता से बताया।
"तुम उसके लिए इतना क्यों चहक रहे हो?" चेन गुओ मूक थी और पूछा "उसने किसका पहला शिकार किया?"
"खूनी बंदूकबाज" दूसरी तरफ से आवाज आई।
जंगली सरगना! चेन गुओ स्तब्ध थी। उसे मारना उन कोठरियों को पार करने से भी ज्यादा कठिन था। उसने एक बार जंगली सरगना का शिकार होते देखा था। सभी बड़े संघ लड़े थे जब तक स्क्रीन धुएं से नहीं भर गयी थी। जब वो सरगना पर हमला कर रहे थे, वो एक दूसरे के खिलाफ भी साजिश कर रहे थे। देखने वाले लोग बता नहीं सकते थे कि ये सरगना का शिकार था या संघों का आपसी युद्ध। इस तरह के बड़े मौके पर, साधारण संघो के भाग लेने का सवाल ही नहीं उठता। आगे जाना मरने के बराबर था। बिना संघ के खिलाड़ी के लिए तो और भी ज्यादा।
हालांकि खूनी बंदूकबाज एक निचले दर्जे का सरगना था, पर ये संघ के दर्जे का प्रतिनिधित्व करता था और इसका ऊँचे दर्जे या निचले दर्जे से कोई लेना देना नहीं था।
चेन गुओ भीड़ के पीछे ये क्सिऊ के कंप्यूटर तक गयी। पर जब वो वहाँ पहुँची, सभी ने ये क्सिऊ को चिल्लाते सुना: "भागो, भागो, भागो! जल्दी करो और भागो"
भागने की आवाज। जिस तरह वो चिल्ला रहा था, ऐसा लग रहा था जैसे कुछ गलत हो रहा था। ऐसा लग रहा था कि पहले शिकार को लेकर कोई दिक्कत थी।
अंत में, कुछ 10 वे दर्जे के खिलाड़ियों को कुछ सूचना हाथ लगी और वे इकट्ठा होकर उस पर बात करने लगे। "मैंने सुना उसने तीनों संघों की नाक के नीचे से शिकार चुरा लिया"
"गजब, इतना बेहतरीन?" सभी लोग आश्चर्यचकित थे और अचानक उस चिल्लाहट को महसूस किया, "भागो, भागो, भागो", जैसे कुछ भी न हो। इससे कोई फर्क नहीं पड़ा कि कैसे वे सब उसे बहादुरी और दिमाग का अच्छा मेल समझने लगे थे।
सभी लोग ये क्सिऊ की स्क्रीन की तरफ घूरने लगे और उसके पात्र को जान बचाने के लिए भागते देखा। समय दर समय, विकट देव पीछे पलटकर देखता जाता। नतीजतन, सभी ने एक बड़ी सेना को उसका पीछा करते देखा, ये तीनो महान संघ के खिलाड़ी थे।
"सरगना को चुराना, इतना भी आसान नहीं था" सभी लोगों ने कटुता से कहा।
"क्या हममे से कोई 10 वे सर्वर के तीन महान संघ में से है?" अचानक किसी ने आस पास देखते हुए पूछा।
किसी ने कुछ नहीं कहा।
"शायद वो सब अभी गुस्सा हो" किसी ने मजाक उड़ाया।
"मैडम, जाइये, देखिये, उसके कंप्यूटर के पास, कोई बेहोश न पड़ा हो। पुलिस को बुलाना पड़ सकता था" चेन गुओ को देखकर किसी ने मजाक किया।
चेन गुओ ने एक शब्द नहीं कहा। बहुत से और लोगों ने भी कुछ नहीं कहा। ये सब लोग स्क्रीन को लगातार घूरे जा रहे थे, बिना कुछ कहे। वो जानना चाहते थे कि ये क्सिऊ खतरे से बच पायेगा या नहीं। तीनों महान संघो से बचकर भागना इतना आसान नहीं था। वो अभी 20 वे दर्जे पर ही था और उसने सभी तीन बड़े संघ को एक बार में ही अपने खिलाफ कर लिया था। कुछ लोग उसके इस कदम को बहादुरी या दिमाग का खेल नहीं मान रहे थे। वो उसे बेवकूफ समझ रहे थे।
एक बेवकूफ का क्या होगा? बस वो यही देखना चाहते थे।
चेन गुओ? वो अकेली वहाँ सिर्फ उत्सुकता के कारण खड़ी थी। ये क्सिऊ को पागलो की तरह कीबोर्ड को पीटते, भागते देखकर, वो उसकी लिए थोड़ी परेशान हुई।
"तुम लोग पहले भागो। मैं उन्हें संभालता हूँ" अचानक सभी ने ये क्सिऊ को आराम से इसे पार्टी के चैनल में लिखते देखा।
"वाह!! असली मर्द!!" सभी ने उसकी तारीफ़ की। वैसे तो ये क्सिऊ की स्क्रीन पर वो सभी खिलाड़ियों को देख सकते थे। आठों खिलाड़ी उससे काफी तेज थे और आगे थे। उन्हें कोई अंदाजा नहीं था कि ये हालात कैसे पैदा हुए थे।
विकट देव पलटा और चार खिलाड़ी उसकी पीठ तक पहुँच गये थे। उसका भाला चारो तरफ लहरा उठा। चारो खिलाड़ियों ने इसकी उम्मीद नहीं की थी कि विकट देव रुक कर हमला करेगा। कोई उससे बच नहीं सका।
विकट देव ने तुरंत ही एक थोड़ी ऊँची कूद लगाई। उसने बीच हवा में एक तलवार निकाली और उसे नीचे की तरफ चलाया। गिरती हुई बिजली की धार के झटके से चारो खिलाड़ी टकरा गए।
"वो कितना तेज भागता है" कुछ दर्शकों ने चौंकते हुए चीखा। गिरती हुई बिजली की धार केवल हवा में इस्तेमाल की जा सकती थी। विकट देव बहुत ऊँचा नहीं कूदा, इसलिए जब ये कुशलता इस्तेमाल हुई, ऐसा नहीं लगा कि तलवार नीचे आई हो।
चार में से तीन खिलाड़ी जमीन पर गिर गए थे। चौथा तुरंत ही त्वरित ठीक हुआ और लुढ़कते हुए आगे चला गया। उसने उठते ही आकाशीय आक्रमण कर दिया।
सहस्त्र रचना!
ये आदमी इस लायक था कि इसे ऊँचे दर्जे का पात्र कहा जाये। वैसे तो त्वरित ठीक होना एक आम कुशलता थी, इसे पूरी तरह से सीखना आसान नहीं था। उसी क्षण में, बाकी के तीन खिलाड़ियों ने त्वरित ठीक होने के बारे में नहीं सोचा, बस इसलिए क्योंकि विकट देव की गिरती हुई तलवार की धार बहुत तेज थी या तो वो सही समय चूक गये थे, इसलिए उन्होंने जानबूझकर हार स्वीकार कर ली।
बस सहस्त्र रचना बचा था। न केवल वो त्वरित ठीक हुआ, उसने हमला भी किया।
हमला रोको! रोकना भी एक तरह का जरूरी हमला था। लगातार हमला, हवाई हमला, पीछे से हमला, ये सभी जरुरी हमले थे।
रोकना, जैसे की नाम से ही पता चलता था, विपक्षी के हमले को रोकता था।
जब सहस्त्र रचना ने आकाशीय आक्रमण किया तब विकट देव ने दंडक की सहायता से हमले को रोका।
"हा हा हा हा" जब बंदूक से गोलियां निकली तो ये क्सिऊ के पीछे खड़े दर्शकों ने सहस्त्र रचना पर हँसने लगे।
पर जिनके पास कुशलता थी वो नहीं हँसे।
उस तरह के गिरते बिजली की धार से त्वरित ठीक होना, सहस्त्र रचना काफी कुशल था। आकाशीय आक्रमण, लुढ़कने के बाद, यूँ भी काफी तेज पलटवार था। पर वो फिर भी रोक दिया गया। विकट देव की कुशलता और अधिक थी।
अगर वे उसकी जगह होते तो क्या हुआ होता? बहुत से खिलाड़ी जो ऐसा सोच रहे थे, वो हँस न पाते।
चार खिलाड़ी जो पलक झपकते ही हार गये, वो सभी मायावी योद्धा थे। ये उनके निर्दलीय अनुसरण की तेज रफ़्तार से ही देखा जा सकता था, जिसने उन्हें सबके सामने रहने की अनुमति दी थी। अगर ऐसा नहीं था तो, नए सर्वर में नए पात्र जो बिना किसी इक्विपमेंट के थे, इस तरह के बढ़े हुए गुणों के साथ, तो उनकी रफ्तार एक जैसी नहीं होती।
वैसे तो चारो खिलाड़ी जमीन पर थे, विकट देव को उनको मारने का मौका नहीं मिला था। सभी लोग साफ़ तौर पर देख सकते थे कि विकट देव जादुई ताकत बिलकुल खो चुका था।
"अगर तुम इसी तरह पीछा करते रहे तो थोड़ी देर बाद मैं इतना अच्छा नहीं रह पाउँगा" विकट देव ने अचानक कहा। ऐसा लगा जैसे विकट देव इसे सहस्त्र रचना के कानो में कह रहा हो। सभी ने ये क्सिऊ को कहते सुना।
दर्शक चौंक गये। ये बस एक जुआँ था। उसके पास कोई जादुई ताकत नहीं बची थी और वो उन्हें डराने की कोशिश कर रहा था।
विकट देव उठा और भागना चालू रखा। दर्शक बेचैन थे। वो जानना चाहते थे कि क्या वो चार खिलाड़ी फिर उसका पीछा कर रहे थे पर विकट देव पलटा नहीं। सभी जानते थे कि विकट देव ने हेडफोन लगा रखा था और अपने पीछे की कदमो की आहत को सुन सकता था। उसे इतना शांत देखकर उन्होंने समझा कि पीछा करने वाला लगभग डरा हुआ था।
वे सब कैसे डरे हुए नहीं हो सकते? विकट देव बहुत मजबूत था। उसे समझाने वाले इस बात को इंटरनेट कैफ़े के दर्शको से बेहतर समझ रहे थे। तीन खिलाड़ी आसानी से गिरा दिए गये। बहुत कुशल सहस्त्र रचना जिसने पलटवार की कोशिश की, उसे भी चित्त कर दिया गया। उसके पीछे भागते रहना, मौत की पीछे भागने के जैसा था। वो सिर्फ एक दूसरे को पकड़ने की राह देख सकते थे।
"क्या तुम उसे पकड़ पाए?" नीलधारा ने संदेश भेजा।
सहस्त्र रचना ने ख़ुशी ख़ुशी जवाब दिया: "हमने पकड़ा तो, पर हम मार नहीं पाए"
"तो, वापस आ जाओ" नीलधारा ने संदेश भेजा।
सहस्त्र रचना ने विकट देव को देखा, दूर भागते हुए। वो हिला भी नहीं। बाकि तीनों ने भी उसी तरह बर्ताव किया।