बस एक झटके के साथ रुकी, यूज़ी के साथ साथ बाकी स्टूडेंट भी उठ गए, सुबह के 9 बजे है और वो लोग शिजिंगशान पहुँच चुके है, स्कूल में पहले से ही उनके पैरेंट्स मौजूद हैं, यूज़ी सामने बैठे लोगों में हुआंन को देखने की कोशिश कर रही है, हुआंन उसे नही दिख रहा है शायद वो सबसे पीछे है,
सावो चेन का नाम लेने से पता चलता है कि उसके पैरेंट्स मे से कोई भी नही आया है. टीचर्स को भी पता है कि सावो चेन के फादर एक जाने माने पॉलिटिक्स मेंबर है तो उन्होंने सावो चेन से कोई सवाल नही किया, सावो चेन को देख कर लग रहा है कि उसे मालूम था कि उसके पैरेंट्स नही आयेगे.
मिंग और रोजे कि तरफ से उनके पैरेंट्स आये थे, जब टीचर्स ने यूज़ी का नाम लिया तो हुआंन जो पैरेंट्स मेंबर सीट के सबसे पीछे बैठा था उसने सबका ध्यान खीचा....
"पैरेंट्स मीटिंग में इतना यंग बॉय...?
कितना हैंडसम और क्यूट है वो, वॉव व्हाट ए क्यूट लुक..?
ये यूज़ी कि तरफ से है, इसका मतलब ये यूज़ी का ब्रदर होगा.....
व्हाटएवर बट ही इज सो हैंडसम.... ये सारी गोसिप पीछे ए ग्रेड (12th) कि स्टूडेंट के बीच चल रही थी जिसे यूज़ी सुन पा रही थी.
यूज़ी कि नजर हुआंन पर थी, उसने मुश्किल से अपने आँसू रोके हुए थे, उसका दिल जोरों से धड़क रहा था, वो बस हुआंन के गले लगना चाहती है, उसे पता है कि उसने कितनी मुश्किल से खुद को रोक रखा है..
"मिस्टर हुआंन यूज़ी के हाई स्कूल रिजल्ट कुछ खास नही थे, रैंक में यूज़ी लास्ट से सेकंड थी, समर वेकेशन कि छुट्टियों के बाद यूज़ी बाकी स्टूडेंट कि तरह ए ग्रेड ( 11) कि स्टूडेंट हो जायेगी, आपको यूज़ी के फ्यूचर के लिए उसके स्टडी पर ज्यादा ध्यान देना होगा....
हुआंन ने बहुत ही नरम लहजे में कहा, यस सर मै इस बात का ख्याल रखूँगा...
उसके बाद जब ज़ी हुवा क नाम लिया जाता है तब भी हुआंन उसके पैरेंट्स के तरफ से खड़ा होता है.. आई एम सॉरी सर, मै ज़ी हुवा का ब्रदर हूँ, आंटी की तबियत ठीक नही है इसलिए मै ज़ी हुवा के पैरेंट्स के जगह आया हूँ.. . .
आधे घंटे के बाद मीटिंग खत्म कर दिया गया, बाहर निकलते ही यूज़ी दौड़ कर हुआंन के गले लग गई,, ओ हो मेरी परी मैंने तुम्हे बहुत मिस किया, बहुत ज्यादा... यूज़ी कुछ बोल ही नही पर रही थी.
"अच्छा तो हुआंन के आगे छोटा पैकेट मुझे नही देख पा रही है? मै सामने खड़ा हुँ लेकिन तुम्हे हुआंन के आगे चार्ली ब्रदर नही दिखाई दे रहे है हाँ...?
यूज़ी देखती है तो सामने चार्ली खड़ा हुआ था वो दौड़ कर चार्ली को भी हग करती हैं, ओ ह चार्ली मैंने तुम्हे बहुत मिस किया, और यूज़ी का गला सध गया, उसकी आवाज़ फसने लगी, उसके आँखों से आँसू बहने लगे, वो बहुत ज्यादा रोने लगी, सच तो ये था कि वो हुआंन को देख कर इतना इमोशनल थी लेकिन चार्ली को हग करते ही उसके आँसू रुके ही नही.चार्ली और हुआंन ने यूज़ी को बहुत समझाया.मिंग और ज़ी हुवा तो बिना बुलाये मेहमान की तरह खड़े थे, मिंग तो चार्ली को देख के बार बार हुआंन के पीछे छिप रहा था..
वो लोग स्कूल के गेट से बाहर निकले ही थे कि पीछे से सावो चेन ने सबको आवाज़ दी.
"कैसे दोस्त हो तुम लोग....?एटलिस्ट जाने से पहले मुझे बाय तो बोल देते फिर सावो चेन, हुआंन और चार्ली को अपना इंट्रो देता है.हुआंन को देखते ही वो बोल पड़ता है, हुआंन ब्रदर...
" तुम मुझे पहले से जानते हो?
हाँ मैंने यूज़ी के सेल फोन मे आपके कवर फोटो देखा था और मैंने कई बार आपको यूज़ी के पैरेंट्स मीटिंग में आते देखा है.
हुआंन थोड़ा सा हैरान जरूर हुआ क्युकी यूज़ी जब 15 साल की थी तब उसने यूज़ी को फोन गिफ्ट किया था, तब उसे रोजे से पता चला था कि यूज़ी ने मोबाइल के कवर पर हुआंन की फोटो लगाई है, और आज वही बात सावो चेन ने कही, तो क्या यूज़ी ने तबसे आज तक हुआंन कि फोटो को मोबाइल के कवर पर लगाए हुए है...?
यूज़ी जल्दी से बात को बदलते हुए कहती है "सावो चेन तुम अभी घर नही गए...
एक उदासी भरी आवाज़ के साथ सावो चेन कहता है, कौन सा घर..? वो बस मेरे लिए रहने की एक जगह है उसकी बात पूरी भी नही हुई थी कि चार्ली अपनी कार लेकर वहा आता है और न चाहते हुए भी सावो चेन भी उन्हें बाय बोल देता है ।
" यूज़ी तुम्हारे साथ अलरेडि मिंग और ज़ी हुवा है तुम्हे सबको अपना फ्रेंड नही बनाना चाहिए.
जैसा कि सबने उम्मीद कि थी चार्ली सावो चेन के बारे में यूज़ी को बोल रहा था चूंकि चार्ली के बातो के बीच में बोलने कि हिम्मत किसी में भी नही थी...
हुआंन कहता है "बस भी करो चार्ली, वो लोग क्लास मेट्स है और क्लासमेट्स मे इतनी दोस्ती तो होनी ही चाहिए ।
हुआंन मै बस यूज़ी को समझा रहा था, जरुरी नही है कि हर क्लासमेट्स अच्छा हो, जरूरी नही है कि हर दोस्त अच्छा हो, तुम्हारा प्यार यूज़ी को बिगाड़ देगा,
और फिर हमेशा कि तरह चार्ली का लेक्चर शुरू हो जाता है, सबको पता है चार्ली यूज़ी को लेकर बहुत स्ट्रिक्ट है ।
घर पहुँचते ही यूज़ी दौड़ कर आंटी के गले लग जाती है, फिर वो दौड़ कर चिकन शॉप पर जाती है, उसे ऐसा लग रहा था कि वो बहुत दिन बाद अपने घर आई है, वो बच्चों कि तरह उछल कूद कर रही थी जिसे देख कर आंटी और हुआंन भी खुश हो रहे थे..
यूज़ी अपने रूम में पहुची तो सब कुछ वैसे ही था जैसे वो छोड़ कर गयी थी, हुआंन ने उसके रूम को बहुत बेहतर तरीके से सेट करके रखा है, साफ सफाई से लेकर सजावट तक सब कुछ यूज़ी के पसंद का है यूज़ी अपने रूम को देख ही रही थी कि हुआंन पीछे से आकर कहता है "नन्ही परी.....?
यूज़ी हुआंन को पलट कर देखती है वो यूज़ी को देख कर बहुत प्यार से मुस्कुरा रहा था, यूज़ी एक बार फिर हुआंन को जोर से हग कर लेती है , बहुत कोशिश करने के बावजूद भी वो रो पड़ती है " मैंने तुम्हे बहुत मिस किया हुआंन.. अब मै कभी स्कूल ट्रिप पर नही जाऊंगी, मुझे वहा बहुत अकेलापन महसूस हो रहा था, वो तुम थे जिसने मुझे भेजा था, अब मैं दोबारा कभी स्कूल के ट्रिप पर नही जाने वाली हूँ.
यूज़ी इतना भभक भभक कर रो रही थी उसकी आवाज़ भी सही से नही निकल रही थी ।
"ओहो इतनी छोटी सी बात पर तुम अभी तक रो रही हो,,, आंटी ने पीछे से आकर कहा
हुआंन से कुछ बोला नही गया वो चुप चाप बाहर चला गया लेकिन यूज़ी आंटी के गले लग कर अभी भी रो रही है आंटी भी जानती है कि बचपन के इतने दर्द सहने की बाद यूज़ी में अब अकेले रहने कि हिम्मत नही बची है ..
आंटी यूज़ी को बहुत समझाती है कि दूरियों का मतलब ये नही है कि किं को इंसान हमसे दूर गया, यहाँ बस जगह कि दूरी होती है दिल से हमेशा नजदीकियां बनी रहती है, तुम बस ट्रिप पर गयी थी इसका मतलब ये नही है कि तुम हमसे दूर हो गयी थी, काफी देर बाद यूज़ी का रोना बन्द होता है..