टोक्यो के बीचों-बीच एक पुरानी लेकिन भव्य लाइब्रेरी थी, जिसकी इमारत जापानी वास्तुकला का अनमोल नमूना थी। बाहरी दुनिया के शोर से दूर, इस लाइब्रेरी के भीतर एक अजीब-सा सन्नाटा था। लकड़ी की अलमारियां, जिनमें सैकड़ों वर्षों के इतिहास और दर्शन से जुड़ी किताबें भरी थीं, उस जगह को समय का एक ठहरा हुआ टुकड़ा बना देती थीं।
मिराए त्सुजियोका लाइब्रेरी के कोने में अपनी मेज पर बैठी थी। उसके सामने खुली हुई किताबें और उसके चारों ओर बिखरे हुए पुराने दस्तावेज़ उस गहरी खोज का प्रमाण थे, जो वह पिछले कई महीनों से कर रही थी। वह उन दस्तावेज़ों में कुछ ऐसा ढूंढ रही थी, जो उसके लिए पहेली बन चुके सवालों का जवाब दे सके।
उसकी उंगलियां एक पुराने, पीले पड़ चुके पन्ने पर ठहरीं। यह एक प्राचीन जापानी ग्रंथ का हिस्सा था, जिसमें धर्म और राजनीति के आपसी संबंधों पर विचार किया गया था। उसने धीमे स्वर में पढ़ा,
"धर्म वह शक्ति है, जो राजा और प्रजा दोनों को एक डोर में बांध सकती है। लेकिन जो इसे समझता है, वही इसे मोड़ सकता है।"
मिराए ने सिर उठाया और गहरी सांस ली। यह वाक्य उसके लिए केवल एक विचार नहीं था। यह उसके सामने चल रही घटनाओं की जड़ तक पहुंचने का संकेत था।
तभी उसकी मेज पर रखा फोन हल्के से कंपन करने लगा। स्क्रीन पर एक नाम उभरा—इलियास वोरेन।
मिराए ने फोन उठाया और बिना किसी भूमिका के बोली, "मैं जानती थी कि तुम मुझसे संपर्क करोगे। लेकिन सवाल यह है कि अभी क्यों?"
दूसरी तरफ से इलियास की आवाज आई। उसकी आवाज में वह ठंडक थी, जो किसी शतरंज के खिलाड़ी की चाल में होती है। "क्योंकि अभी समय है, मिराए। मैं चाहता हूं कि तुम उस दुनिया को देखो, जिसे समझने के लिए तुम इतनी मेहनत कर रही हो। तुम्हें केवल आधा सच पता है। मैं तुम्हें पूरा सच दिखाना चाहता हूं।"
मिराए ने जवाब दिया, "और अगर मैं इसे देखना न चाहूं?"
इलियास ने हंसी के साथ कहा, "तो तुम हमेशा अधूरी तस्वीर के साथ जीती रहोगी। मैं जानता हूं कि तुम्हारी जिज्ञासा तुम्हें रोकने नहीं देगी। कल रात आठ बजे, इस पते पर आओ।" उसने एक स्थान का नाम बताया और फोन काट दिया।
मिराए ने फोन को हाथ में पकड़े हुए महसूस किया कि यह केवल एक निमंत्रण नहीं था। यह एक चुनौती थी।
अगली रात, मिराए ने खुद को उस स्थान पर पाया, जिसका जिक्र इलियास ने किया था। यह टोक्यो के बाहरी इलाके में स्थित एक आधुनिक लेकिन गुप्त इमारत थी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। हर कोने पर कैमरे लगे थे, और अंदर जाने के लिए कई चरणों की जांच प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
इमारत के भीतर का वातावरण अत्यधिक पेशेवर और ठंडा था। दीवारें सफेद और चिकनी थीं, और हर कदम पर तकनीक की झलक मिलती थी।
एक गाइड उसे एक बड़े, गहरे कमरे तक ले गया। कमरे में रोशनी बेहद हल्की थी, और केंद्र में एक गोलाकार मेज रखी थी। मेज के दूसरी ओर इलियास बैठा था, जो हमेशा की तरह शांत और आत्मविश्वास से भरा हुआ दिख रहा था।
"मिराए," उसने कहा, "तुम्हारे सवाल तुम्हें यहां तक ले आए हैं। लेकिन जो मैं तुम्हें दिखाने जा रहा हूं, वह तुम्हारे सवालों से भी बड़ा है।"
मिराए ने कुर्सी खींचकर बैठते हुए कहा, "तुम्हें जो कहना है, सीधे कहो। मुझे यह नाटक पसंद नहीं।"
इलियास मुस्कुराया। उसने अपनी उंगलियों से मेज पर रखे एक बटन को दबाया, और कमरे की दीवार पर एक विशाल स्क्रीन उभर आई। स्क्रीन पर दुनिया का एक नक्शा दिखाई दिया, जिसमें विभिन्न स्थानों पर लाल बिंदु चमक रहे थे।
"यह क्या है?" मिराए ने पूछा।
इलियास ने नक्शे की ओर इशारा करते हुए कहा, "यह उन जगहों का नक्शा है, जहां हम सबसे प्रभावी ढंग से धर्म, राजनीति, और सामाजिक संरचनाओं का उपयोग करके अस्थिरता पैदा कर सकते हैं। यह हमारा पहला चरण है।"
मिराए की आंखों में हैरानी और गुस्से का मिश्रण था। "तुम्हारा मतलब है कि तुम इन जगहों पर जानबूझकर संघर्ष पैदा करोगे? और इसके लिए धर्म का इस्तेमाल करोगे?"
"यह संघर्ष नहीं है, मिराए। यह एक व्यवस्था है," इलियास ने जवाब दिया। "लोग पहले से ही बंटे हुए हैं। धर्म केवल वह ईंधन है, जो उनकी भावनाओं को भड़काने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। और जब भावनाएं भड़कती हैं, तो वे निर्णय लेने में असमर्थ हो जाते हैं। यही वह समय है, जब हम उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं।"
मिराए ने नक्शे की ओर देखा। लाल बिंदुओं में मध्य एशिया, अफ्रीका, और मध्य पूर्व के कई हिस्से शामिल थे।
"तुम्हें क्या लगता है?" इलियास ने पूछा। "धर्म केवल पूजा और प्रार्थना का माध्यम है? नहीं, यह सत्ता का सबसे प्रभावी साधन है। जो इसे नियंत्रित करता है, वही दुनिया को नियंत्रित करता है।"
मिराए ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "तुम्हें यह सब करने की जरूरत क्यों है? तुम दुनिया को किस दिशा में ले जाना चाहते हो?"
"उस दिशा में, जहां हर चीज़ नियंत्रण में हो," इलियास ने ठंडे स्वर में कहा। "यह दुनिया अस्थिर है, मिराए। लोग अराजकता में जी रहे हैं। उन्हें नेतृत्व की जरूरत है। और जो नेतृत्व हम उन्हें देंगे, वह केवल हमारा होगा।"
मिराए ने गुस्से भरी नजरों से इलियास को देखा। "और इसके लिए कितने लोग अपनी जान गंवाएंगे? कितने परिवार तबाह होंगे?"
"बलिदान आवश्यक हैं," इलियास ने कहा। "लेकिन याद रखना, ये बलिदान केवल उन लोगों के लिए होंगे, जो इस नई व्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए तैयार नहीं हैं। जो इसे स्वीकार करेंगे, वे हमारे साथ सुरक्षित रहेंगे।"
मिराए ने महसूस किया कि इलियास की योजना केवल एक साजिश नहीं थी। यह एक पूरी प्रणाली थी, जो दुनिया की हर परत को प्रभावित कर सकती थी। उसने स्क्रीन पर दिख रहे नक्शे को देखा और महसूस किया कि यह खेल कितना बड़ा और कितना खतरनाक था।
"तुम्हें लगता है कि तुम इसे रोक सकती हो?" इलियास ने मुस्कुराते हुए पूछा।
मिराए ने गहरी नजरों से उसकी ओर देखा और कहा, "मैं इसे समझने आई हूं। और जब मैं इसे पूरी तरह समझ लूंगी, तब इसे रोकने का तरीका भी खोज लूंगी।"
इलियास ने उसे घूरते हुए कहा, "तुम्हें यह समझने में बहुत देर हो जाएगी, मिराए। क्योंकि तब तक यह खेल अपनी अंतिम चाल तक पहुंच चुका होगा।"
उस रात, जब मिराए उस इमारत से बाहर निकली, तो उसके मन में अनगिनत सवाल थे। लेकिन एक बात साफ थी—यह लड़ाई केवल धर्म या राजनीति की नहीं थी। यह उस मानवता की थी, जो अपनी स्वतंत्रता खोने के कगार पर थी।
पेरिस में सर्द हवाएं बह रही थीं। एफिल टॉवर की रोशनी इस शांत शहर की रफ्तार में एक स्थायी चमक बिखेर रही थी, लेकिन कहीं गहराई में, वहां कुछ ऐसा हो रहा था, जो इस चमक को झूठा साबित करता था। शहर के बाहरी इलाके में, एक पुरानी इमारत के भीतर, मिराए त्सुजियोका ने खुद को एक अजीब और रहस्यमयी वातावरण में पाया।
यह इमारत बाहर से एक साधारण संग्रहालय की तरह लगती थी, लेकिन भीतर का दृश्य बिल्कुल अलग था। मिराए को यहां इलियास वोरेन ने बुलाया था, और उसके हर कदम के साथ, इमारत के अंदर की जटिल संरचना उसे इस बात का अहसास करा रही थी कि यह जगह केवल साधारण लोगों के लिए नहीं थी।
मिराए को एक लंबे गलियारे के माध्यम से ले जाया गया। हर दीवार पर प्राचीन प्रतीक और चित्र उकेरे गए थे, जो अलग-अलग सभ्यताओं और उनके विश्वासों का प्रतिनिधित्व करते थे। लेकिन इन चित्रों में एक अजीब बात थी—वे केवल धार्मिक प्रतीक नहीं थे। वे शक्ति और नियंत्रण के प्रतीक थे।
आखिरकार, मिराए को एक बड़े कक्ष में ले जाया गया। कक्ष का फर्श संगमरमर का था, और चारों ओर गहरे लाल रंग की रोशनी का प्रतिबिंब झिलमिला रहा था। केंद्र में एक गोलाकार मेज थी, और उसके चारों ओर बैठने की जगह। लेकिन इस समय, मेज के पास केवल एक व्यक्ति था—इलियास वोरेन।
इलियास ने मिराए की ओर देखा और मुस्कुराया। उसकी आंखों में वही ठंडक थी, जो हमेशा उसकी उपस्थिति का हिस्सा होती थी।
"मिराए," उसने कहा, "मैंने सोचा था कि तुम शायद नहीं आओगी। लेकिन मुझे यह जानकर खुशी हुई कि तुम्हारी जिज्ञासा तुम्हारी सबसे बड़ी ताकत है।"
मिराए ने कुर्सी खींचकर बैठते हुए जवाब दिया, "मैं यहां इसलिए हूं, क्योंकि मुझे यह जानना है कि तुम असल में क्या चाहते हो। मैं केवल आधे संकेतों और अधूरी जानकारी के साथ संतुष्ट नहीं हो सकती।"
इलियास ने सिर हिलाया और मेज के केंद्र में रखे एक लैपटॉप को चालू किया। स्क्रीन पर एक प्रस्तुति शुरू हुई। इसमें विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और उनकी ऐतिहासिक लड़ाइयों के चित्र थे।
"तुम्हें क्या लगता है, मिराए?" इलियास ने पूछा। "यह दुनिया किस पर आधारित है?"
"धर्म," मिराए ने जवाब दिया। "यह लोगों के विश्वास और उनके समाज का आधार है।"
"सही," इलियास ने कहा। "लेकिन यह केवल आधार नहीं है। यह वह हथियार है, जिसने सदियों से सत्ता और राजनीति को आकार दिया है। और यही इस दुनिया का सबसे बड़ा रहस्य है।"
स्क्रीन पर अब एक ग्राफ दिखाई दिया। यह दिखा रहा था कि किस तरह इतिहास के हर बड़े युद्ध और राजनीतिक बदलाव के पीछे धर्म का इस्तेमाल किया गया था। इलियास ने मिराए को हर बिंदु पर समझाना शुरू किया।
"देखो," उसने कहा। "क्रूसेड्स। इसे धर्म की रक्षा के नाम पर लड़ा गया था। लेकिन असल में यह व्यापारिक मार्गों और जमीन पर कब्जे का खेल था। और यह देखो—मध्य एशिया के संघर्ष। इसे हमेशा जातीयता और संस्कृति का नाम दिया गया। लेकिन यह हमेशा बड़े साम्राज्यों के शक्ति प्रदर्शन का माध्यम रहा।"
मिराए ने गहरी नजरों से स्क्रीन को देखा। यह सब उसके शोध का हिस्सा था, लेकिन इलियास जिस तरह से इसे जोड़ रहा था, वह चौंकाने वाला था।
"तुम्हें लगता है कि यह सब केवल इतिहास है?" इलियास ने पूछा। "नहीं, मिराए। यह खेल अब भी जारी है। और इसे केवल वे लोग समझ सकते हैं, जो इसके नियमों को बदल सकते हैं।"
मिराए ने सीधा सवाल किया, "और तुम्हारा उद्देश्य क्या है? तुम यह सब क्यों कर रहे हो?"
इलियास ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "ताकि यह दुनिया नियंत्रण में रहे। अस्थिरता केवल उन लोगों के लिए खतरनाक है, जो इसे समझ नहीं सकते। लेकिन जो इसे नियंत्रित करते हैं, उनके लिए यह सबसे बड़ा हथियार है।"
इलियास ने स्क्रीन पर एक और स्लाइड दिखाई। इसमें वर्तमान समय के उन क्षेत्रों को चिह्नित किया गया था, जहां संघर्ष हो रहा था या होने की संभावना थी।
"यह जगहें," उसने कहा, "ये केवल भौगोलिक स्थान नहीं हैं। ये इंसानी भावनाओं और विश्वासों के युद्धस्थल हैं। मध्य एशिया, मध्य पूर्व, अफ्रीका... हर जगह एक ही कहानी है। और हम इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करेंगे।"
मिराए ने गुस्से भरे स्वर में कहा, "तुम्हें लगता है कि यह सब ठीक है? तुम धर्म, संस्कृति और लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हो। और इसके लिए कितने लोग अपनी जान गंवाएंगे?"
"बलिदान आवश्यक हैं," इलियास ने ठंडे स्वर में कहा। "और याद रखना, मिराए, यह खेल तुम या मैं नहीं, बल्कि इतिहास तय करता है। जो इसे नियंत्रित करता है, वही इसे लिखता है।"
इस बातचीत के दौरान, मिराए के दिमाग में एक अजीब सी हलचल थी। उसने कई बार इतिहास के बारे में पढ़ा था, लेकिन इलियास का दृष्टिकोण उसे एक नई और डरावनी सच्चाई दिखा रहा था।
"तुम्हें क्या लगता है, मिराए?" इलियास ने उसकी ओर देखते हुए कहा। "तुम इसे रोक सकती हो? या तुम इसे समझने के बाद इसका हिस्सा बन जाओगी?"
मिराए ने गहरी सांस ली। "मैं इसे समझने के लिए यहां हूं। लेकिन अगर मुझे लगेगा कि यह गलत है, तो मैं इसे रोकने की कोशिश करूंगी।"
इलियास ने ठंडे स्वर में कहा, "तुम इसे रोक नहीं पाओगी। यह खेल केवल उन्हें खेलने के लिए बनाया गया है, जो इसे पूरी तरह से समझते हैं। और तुम अभी उस स्तर पर नहीं हो। लेकिन मैं तुम्हें मौका दूंगा। देखो, सीखो, और फिर फैसला करो।"
उस रात, जब मिराए इमारत से बाहर निकली, तो उसके मन में अनगिनत सवाल थे। उसने महसूस किया कि यह केवल एक साजिश नहीं थी। यह एक ऐसा जाल था, जिसमें पूरी दुनिया उलझी हुई थी। लेकिन उसने ठान लिया था कि वह इसे समझेगी। और अगर वह इसे रोक सकती है, तो वह पूरी कोशिश करेगी।
पेरिस की सर्द हवा में, उसके कदम धीमे लेकिन दृढ़ थे। वह जानती थी कि यह लड़ाई केवल एक शुरुआत थी। और यह शुरुआत उसे उस सच्चाई तक ले जाएगी, जिसे हर कोई छुपाना चाहता था।
लंदन के सबसे व्यस्त इलाके में, जहां हर दिन हजारों लोग अपने सपनों और जिम्मेदारियों के बीच दौड़ते-भागते दिखाई देते थे, वहां से थोड़ी ही दूरी पर एक गुप्त स्थान पर, इतिहास के सबसे खतरनाक खेल का एक और अध्याय लिखा जा रहा था।
यह स्थान एक पुरानी लेकिन आलीशान इमारत के तहखाने में स्थित था। बाहर से यह इमारत एक ऐतिहासिक विरासत स्थल की तरह दिखती थी, लेकिन इसके तहखाने में वह साजिशें बुनी जाती थीं, जो पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकती थीं।
मिराए त्सुजियोका को इस स्थान पर बुलाया गया था। वह हाल ही में टोक्यो में इलियास से हुई अपनी मुलाकात के बाद से ही बेचैन थी। इलियास ने जो बातें उससे कही थीं, वे किसी भी सामान्य इंसान की सोच से परे थीं। लेकिन मिराए जानती थी कि इन साजिशों का केंद्र केवल एक व्यक्ति या एक स्थान नहीं था।
इस बार, मिराए ने खुद को एक बड़े, गहरे कमरे में पाया। यह कमरा न केवल विशाल था, बल्कि इसके डिजाइन में भी एक अलग तरह की गंभीरता और गहराई झलक रही थी। दीवारों पर इतिहास के महान साम्राज्यों की तस्वीरें टंगी थीं—रोम, फारस, मौर्य, और मंगोल। हर तस्वीर में एक संदेश छिपा था: सत्ता कभी स्थायी नहीं होती, लेकिन नियंत्रण हमेशा कायम रहता है।
कमरे के केंद्र में एक बड़ा, गोल मेज था। इस मेज के चारों ओर कुछ दस्तावेज और मानचित्र बिखरे हुए थे। मेज के एक छोर पर इलियास वोरेन बैठा था। वह अपने सामान्य अंदाज में शांत और गंभीर था। उसकी आंखों में वही अजीब-सी ठंडक थी, जो हमेशा उसकी मौजूदगी को भारी बना देती थी।
"मुझे यह जानकर खुशी हुई कि तुमने मेरा निमंत्रण स्वीकार किया," इलियास ने मिराए की ओर देखते हुए कहा।
"मैं यहां तुम्हारी योजनाओं का हिस्सा बनने के लिए नहीं आई हूं," मिराए ने सख्त लहजे में कहा। "मैं यहां यह जानने आई हूं कि तुम यह सब क्यों कर रहे हो।"
इलियास ने हंसते हुए कहा, "तुम्हारी जिज्ञासा ही तुम्हारी सबसे बड़ी ताकत है, मिराए। लेकिन यह भी जान लो कि यह ताकत तुम्हें सही या गलत के बीच के अंतर से परे ले जाएगी। आओ, बैठो। आज मैं तुम्हें इस खेल की अगली परत दिखाने वाला हूं।"
मिराए ने कुर्सी खींचकर बैठते हुए कहा, "तो शुरू करो। मैं देखना चाहती हूं कि तुम इस खेल को कैसे खेलते हो।"
इलियास ने मेज के केंद्र में रखे एक प्रोजेक्टर को चालू किया। दीवार पर एक बड़ा नक्शा उभर आया। यह नक्शा दुनिया के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों को चिह्नित कर रहा था।
"तुम्हें क्या लगता है, मिराए?" इलियास ने पूछा। "यह दुनिया किस चीज पर आधारित है?"
"यह विश्वासों और भावनाओं पर आधारित है," मिराए ने कहा। "लोग जो मानते हैं, वही उनकी पहचान बनाता है।"
"सही," इलियास ने सहमति में सिर हिलाया। "लेकिन यह विश्वास और भावनाएं केवल एक साधन हैं। इनका उपयोग करके तुम लोगों को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हो। और यही वह कला है, जिसे मैं पूरी तरह से समझ चुका हूं।"
प्रोजेक्टर पर अब विभिन्न ऐतिहासिक घटनाओं की तस्वीरें दिखाई देने लगीं। क्रूसेड्स, विश्व युद्ध, और हाल के वर्षों के धार्मिक संघर्ष।
"यह सब देखो," इलियास ने कहा। "हर बार जब लोग सोचते हैं कि वे अपने भगवान के लिए लड़ रहे हैं, असल में वे केवल सत्ता के लिए लड़ रहे होते हैं। और जो लोग उन्हें लड़ने के लिए उकसाते हैं, वे पर्दे के पीछे से उनकी ज़िंदगियों को नियंत्रित कर रहे होते हैं।"
मिराए ने प्रोजेक्टर की ओर देखा। "तुम्हारा मतलब है कि हर संघर्ष के पीछे केवल सत्ता थी? धर्म केवल एक बहाना था?"
"सत्ता और नियंत्रण," इलियास ने जवाब दिया। "और यही इस दुनिया का सबसे बड़ा सच है। जो इसे समझता है, वही इस खेल को खेल सकता है। बाकी लोग केवल मोहरे हैं।"
इलियास ने अब एक नया स्लाइड दिखाया। इसमें आधुनिक समय के उन क्षेत्रों को चिह्नित किया गया था, जहां धर्म और राजनीति के माध्यम से अस्थिरता फैलाई जा सकती थी।
"यह हमारे खेल का अगला चरण है," इलियास ने कहा। "मध्य एशिया, अफ्रीका, और मध्य पूर्व। ये क्षेत्र पहले से ही अस्थिर हैं। हमें केवल उनकी भावनाओं को थोड़ा और भड़काना है। धर्म, जातीयता, और संस्कृति—यह सब हमें वह शक्ति देगा, जो हमें चाहिए।"
मिराए ने गुस्से भरे स्वर में कहा, "तुम्हें नहीं लगता कि यह गलत है? तुम लाखों लोगों की ज़िंदगियों के साथ खेल रहे हो।"
इलियास ने शांत स्वर में कहा, "यह खेल कभी सही या गलत का नहीं था, मिराए। यह केवल ताकतवर और कमजोर के बीच का है। जो इसे समझता है, वह इसे नियंत्रित करता है। और बाकी लोग केवल इसे सहते हैं।"
मिराए ने महसूस किया कि यह खेल उसकी सोच से कहीं ज्यादा बड़ा और खतरनाक था। उसने इलियास से पूछा, "और अगर यह आग बेकाबू हो गई? अगर लोग समझ गए कि उनके साथ क्या हो रहा है?"
इलियास ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "लोग कभी सच नहीं समझते, मिराए। वे वही देखते हैं, जो उन्हें दिखाया जाता है। और यही हमारी ताकत है। मीडिया, धर्म, और राजनीति—यह सब हमारे नियंत्रण में है। जब तक वे समझेंगे, तब तक यह खेल अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका होगा।"
मिराए ने गहरी सांस ली। "तुम्हें लगता है कि तुम इसे हमेशा के लिए छुपा सकते हो? कोई न कोई इसे समझेगा। और तब यह सब खत्म हो जाएगा।"
इलियास ने उसकी ओर देखते हुए कहा, "जो इसे समझेगा, वह या तो इसका हिस्सा बन जाएगा, या इसे रोकने की कोशिश में खुद खत्म हो जाएगा। यह खेल कभी खत्म नहीं होता, मिराए। यह केवल रूप बदलता है।"
उस रात, जब मिराए इमारत से बाहर निकली, तो उसके मन में कई सवाल थे। उसने महसूस किया कि यह लड़ाई केवल इलियास या उसकी साजिश के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो दुनिया को केवल एक खेल समझती थी।
मिराए ने अपने आप से वादा किया कि वह इस खेल को समझेगी। और अगर मौका मिला, तो इसे रोकने की पूरी कोशिश करेगी।
लंदन की सर्द रात में, उसकी आंखों में एक अजीब-सी चमक थी। यह लड़ाई अभी शुरू हुई थी। और मिराए जानती थी कि उसे यह लड़ाई अकेले लड़नी होगी।
सेंट पीटर्सबर्ग की सर्द रातें आमतौर पर एक उदास चुप्पी के साथ खत्म होती थीं। लेकिन आज शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक विशाल हवेली के अंदर, कुछ ऐसा हो रहा था, जो इस चुप्पी को चीरने की कोशिश कर रहा था। हवेली का अंदरूनी हिस्सा सोने और संगमरमर से सजा हुआ था। हर कोने पर ऐसी भव्यता झलक रही थी, जो न केवल संपन्नता, बल्कि सत्ता के पुराने खेल की गवाही दे रही थी।
इस हवेली का सबसे गुप्त हिस्सा था उसका भूमिगत कक्ष। एक ऐसा कमरा, जहां न कोई खिड़की थी और न बाहर की कोई आवाज सुनाई देती थी। यहां केवल वे लोग आते थे, जो दुनिया के सबसे बड़े फैसलों में अपनी छुपी भूमिका निभाते थे।
कक्ष के केंद्र में एक गोल मेज थी, और उस पर बिखरे हुए दस्तावेज़, मानचित्र, और फाइलें साफ संकेत दे रही थीं कि यहां केवल योजनाएं नहीं, बल्कि उन योजनाओं का क्रियान्वयन भी तय होता है।
मेज के एक छोर पर इलियास वोरेन बैठा था। उसके ठीक सामने दिमित्री अलेक्सेविच था, जिसकी आंखों में लालच और ताकत की वही झलक थी, जो हर बड़े व्यापारी में होती है। मेज के दूसरी ओर, मिराए त्सुजियोका बैठी थी, जो अपनी कुर्सी पर असहज महसूस कर रही थी। वह यहां केवल इसलिए आई थी, क्योंकि वह जानना चाहती थी कि इस खेल का असली मकसद क्या है।
"तो, हम अब तक जिस बात पर चर्चा कर रहे थे, वह केवल एक शुरुआत थी," इलियास ने कहा, उसकी आवाज में एक सधी हुई गंभीरता थी। "मिराए, तुम्हें यह समझना होगा कि धर्म केवल पूजा का माध्यम नहीं है। यह एक ऐसा साधन है, जो लोगों की भावनाओं और उनके फैसलों को नियंत्रित कर सकता है। और जब तुम इसे पूरी तरह समझ लेती हो, तभी तुम इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकती हो।"
मिराए ने उसकी बात पर तीखी प्रतिक्रिया दी। "तुम्हें नहीं लगता कि यह लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ है? धर्म उनकी आत्मा का हिस्सा है। इसे एक हथियार बनाना गलत है।"
इलियास ने शांत स्वर में जवाब दिया, "सही और गलत केवल दृष्टिकोण का सवाल है। इतिहास गवाह है कि हर बड़े बदलाव के पीछे, किसी न किसी तरह से, धर्म का इस्तेमाल हुआ है। हमने केवल उस परंपरा को समझा है और उसे एक नई दिशा दी है।"
इलियास ने अपनी कुर्सी से झुककर मेज पर रखे मानचित्र की ओर इशारा किया। यह मानचित्र मध्य एशिया, अफ्रीका, और मध्य पूर्व को केंद्र में रखते हुए बनाया गया था। इन क्षेत्रों पर अलग-अलग रंग के बिंदु लगे थे, जो संघर्ष के संभावित स्थानों को दर्शा रहे थे।
"देखो," उसने कहा। "यह स्थान केवल भूगोल नहीं है। यह शक्ति का केंद्र है। और इस शक्ति को नियंत्रित करने का सबसे आसान तरीका है—धर्म। जब लोग यह मान लेते हैं कि वे अपने विश्वास के लिए लड़ रहे हैं, तो वे हर सीमा पार करने के लिए तैयार हो जाते हैं। यही वह ऊर्जा है, जिसे हम दिशा दे रहे हैं।"
दिमित्री ने इस पर सहमति जताई। "और जब यह ऊर्जा संघर्ष का रूप लेती है, तब हमें अपने लाभ का अवसर मिलता है। हर युद्ध, हर हिंसा—यह केवल एक बाजार है। और बाजार वही जीतता है, जो इसे नियंत्रित करता है।"
मिराए ने नक्शे की ओर देखा। "तुम्हें लगता है कि यह केवल एक व्यापार है? और उन लोगों का क्या, जो अपनी जान गंवाते हैं? उनके परिवार, उनके सपने?"
दिमित्री ने हंसते हुए कहा, "तुम्हें लगता है कि इतिहास इन बातों की परवाह करता है? लोग आते हैं और चले जाते हैं। लेकिन जो चीज़ स्थायी रहती है, वह है सत्ता। और यही हमारा उद्देश्य है।"
इस बैठक का एक और हिस्सा था, जो इसे और गहरा बनाता था। एवा क्लेमेंट की अनुपस्थिति के बावजूद, उसकी योजनाएं इस कमरे में गूंज रही थीं। इलियास ने मिराए को समझाते हुए कहा, "और यह सब केवल धर्म और राजनीति का खेल नहीं है। मीडिया वह माध्यम है, जो इन विचारों को जन-जन तक पहुंचाता है। हम यह तय करेंगे कि लोग क्या सोचें और क्या समझें। यह वह ताकत है, जो हमें सबसे बड़ा हथियार देती है।"
मिराए ने इस पर सवाल उठाया। "तुम्हें नहीं लगता कि यह सच को दबाने का माध्यम बन जाएगा? लोग कभी सच नहीं जान पाएंगे।"
"सच?" इलियास ने हंसते हुए कहा। "सच केवल वही होता है, जो लोग मानते हैं। और लोग वही मानते हैं, जो उन्हें बताया जाता है। हम उनके लिए सच को गढ़ेंगे। और जब तक वे इसे समझेंगे, तब तक हम अपनी मंजिल तक पहुंच चुके होंगे।"
इलियास ने मिराए को नक्शे के एक विशेष हिस्से की ओर ध्यान दिलाया। "यहां, मध्य एशिया में, हम पहले ही बीज बो चुके हैं। दो प्रमुख धार्मिक गुटों के बीच तनाव बढ़ रहा है। हमें केवल इतना करना है कि इसे थोड़ा और हवा देनी है। और फिर, यह संघर्ष अपने आप उस दिशा में जाएगा, जहां हम चाहते हैं।"
मिराए ने नक्शे को गहराई से देखा। "तुम्हें लगता है कि यह आग केवल वहीं रुकेगी, जहां तुम चाहते हो? और अगर यह बेकाबू हो गई तो?"
"यह आग केवल उन्हीं को जलाएगी, जिन्हें हम लक्ष्य बना रहे हैं," इलियास ने आत्मविश्वास से कहा। "हम इसे पूरी तरह नियंत्रित कर सकते हैं। और यही हमारी ताकत है।"
मिराए ने महसूस किया कि यह खेल केवल धर्म और राजनीति का नहीं था। यह मानवता की जड़ों को हिला देने वाला खेल था। उसने इलियास से कहा, "तुम्हें लगता है कि यह सब हमेशा के लिए छुपा रहेगा? कोई न कोई इसे उजागर करेगा।"
इलियास ने उसकी ओर देखा और कहा, "जो इसे समझेगा, वह या तो इसका हिस्सा बन जाएगा, या इसे रोकने की कोशिश में खुद खत्म हो जाएगा। यह खेल कभी खत्म नहीं होता, मिराए। यह केवल रूप बदलता है ।"
उस रात, जब मिराए उस हवेली से बाहर निकली, तो उसके मन में अनगिनत सवाल थे। वह जानती थी कि यह लड़ाई केवल इलियास के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो दुनिया को केवल एक मोहरे के रूप में देखती थी।
सेंट पीटर्सबर्ग की सर्द हवा में, उसकी आंखों में एक नई रोशनी थी। उसने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
पेरिस की रातें हमेशा की तरह चकाचौंध से भरी थीं। लेकिन आज की रात कुछ अलग थी। शहर की जगमगाहट के पीछे एक अजीब सी बेचैनी थी, जिसे केवल वही महसूस कर सकते थे, जो इस चकाचौंध के पार देखना जानते थे। शहर के केंद्र से थोड़ी दूर, एक ऐतिहासिक इमारत के भीतर, गुप्त बैठकों का दौर जारी था। यह इमारत, जो बाहर से केवल एक संग्रहालय लगती थी, भीतर से एक कूटनीतिक जाल का केंद्र थी।
मिराए त्सुजियोका, जो इस समय इमारत के तीसरे तल पर बने एक गुप्त कक्ष में बैठी थी, इन बैठकों का हिस्सा बनने के लिए मजबूर महसूस कर रही थी। उसके सामने इलियास वोरेन खड़ा था। उसके हाथ में एक फोल्डर था, जिसमें दस्तावेजों का ढेर लगा हुआ था। इलियास ने उन दस्तावेजों को मेज पर रखते हुए कहा, "यह वो सच्चाई है, जिसे तुम जानने की कोशिश कर रही हो। लेकिन सवाल यह है कि क्या तुम इसे समझने के लिए तैयार हो?"
मिराए ने गहरी नजरों से उसकी ओर देखा। "मैं यहां इसलिए हूं क्योंकि मैं जानना चाहती हूं कि तुम यह सब क्यों कर रहे हो। धर्म को एक हथियार बनाना न केवल खतरनाक है, बल्कि अमानवीय भी है।"
इलियास मुस्कुराया। "तुम्हें लगता है कि यह नया है? इतिहास को देखो, मिराए। धर्म हमेशा से सत्ता के खेल का सबसे बड़ा औजार रहा है। हम केवल वही कर रहे हैं, जो सदियों से किया जाता रहा है—लेकिन इस बार, यह खेल वैश्विक है।"
इलियास ने मेज पर रखे दस्तावेजों में से एक फाइल उठाई और उसे खोलते हुए कहा, "यह देखो। यह रिपोर्ट बताती है कि मध्य एशिया और मध्य पूर्व में धार्मिक और सांस्कृतिक तनाव कैसे बढ़ रहा है। हमने केवल इसे थोड़ा और हवा दी है।"
मिराए ने फाइल को देखा। उसमें उन घटनाओं का विवरण था, जहां दो धार्मिक गुटों के बीच हिंसा भड़की थी। लेकिन मिराए के लिए चौंकाने वाली बात यह थी कि इन घटनाओं के पीछे एक सोची-समझी योजना थी।
"तुम्हें पता है," इलियास ने कहा, "जब लोग अपने धर्म की रक्षा के लिए लड़ते हैं, तो वे यह भूल जाते हैं कि उनके असली दुश्मन कौन हैं। और यही वह भ्रम है, जिसे हम बनाए रखना चाहते हैं।"
"लेकिन इसका फायदा क्या है?" मिराए ने पूछा। "तुम्हें इससे क्या मिलेगा?"
"सत्ता," इलियास ने सीधा जवाब दिया। "जब लोग आपस में लड़ते हैं, तो वे कमजोर हो जाते हैं। और जब वे कमजोर होते हैं, तब उन्हें एक नेता की जरूरत होती है। हम वह नेता बनेंगे।"
इसी दौरान, कमरे में दिमित्री अलेक्सेविच दाखिल हुआ। उसकी चाल में वही आत्मविश्वास था, जो उसे इलियास का सबसे भरोसेमंद साथी बनाता था।
"मुझे लगता है कि तुमने मिराए को हमारी योजनाओं के कुछ हिस्से दिखा दिए हैं," उसने कहा। "लेकिन क्या तुमने उसे यह बताया है कि इस खेल में सबसे बड़ा लाभ कहां से आएगा?"
"पैसा," इलियास ने जवाब दिया। "हर संघर्ष, हर युद्ध, हर हिंसा का अंत पैसा है। और दिमित्री ने सुनिश्चित किया है कि इस खेल में हमारा हिस्सा सबसे बड़ा हो।"
दिमित्री ने मिराए की ओर देखते हुए कहा, "जब हथियार बिकते हैं, तो केवल बंदूकें नहीं चलतीं। उनके साथ विचार चलते हैं, भ्रम चलते हैं, और सत्ता चलती है। तुम इसे गलत समझ सकती हो, लेकिन सच्चाई यही है कि दुनिया को चलाने के लिए एक व्यवस्था चाहिए। और वह व्यवस्था केवल वही बना सकता है, जिसके पास शक्ति और संसाधन हों।"
इस चर्चा के बीच, एवा क्लेमेंट का नाम सामने आया। वह इस बैठक में मौजूद नहीं थी, लेकिन उसकी योजनाओं का प्रभाव हर चर्चा में था।
"एवा ने मीडिया के माध्यम से यह सुनिश्चित किया है कि दुनिया वही देखे, जो हम उन्हें दिखाना चाहते हैं," इलियास ने कहा। "हर खबर, हर रिपोर्ट, और हर कहानी—यह सब हमारे नियंत्रण में है। और जब लोग वही सोचेंगे, जो हम उन्हें सोचने देंगे, तो उन्हें समझने में बहुत देर हो चुकी होगी।"
मिराए ने गहरी सांस ली। "तुम्हें लगता है कि यह हमेशा के लिए छुपा रहेगा? लोग कभी न कभी समझ जाएंगे कि उनके साथ क्या हो रहा है।"
इलियास ने हंसते हुए कहा, "लोग कभी सच नहीं समझते, मिराए। वे वही मानते हैं, जो उन्हें बताया जाता है। और यही हमारी ताकत है।"
इस पूरी चर्चा के दौरान, मिराए ने महसूस किया कि यह खेल उसकी सोच से कहीं ज्यादा बड़ा और जटिल था। उसने इलियास से कहा, "तुम्हें लगता है कि यह खेल तुम्हें जीत दिलाएगा? लेकिन इतिहास गवाह है कि हर बड़ी ताकत का अंत होता है। और तुम्हारा भी होगा।"
इलियास ने उसकी ओर देखा और कहा, "यह खेल कभी खत्म नहीं होता, मिराए। यह केवल रूप बदलता है। और जब तक तुम इसे समझने की कोशिश करोगी, तब तक हम इसे अगले चरण में पहुंचा चुके होंगे।"
उस रात, जब मिराए इमारत से बाहर निकली, तो उसके मन में एक अजीब सी बेचैनी थी। उसने महसूस किया कि यह लड़ाई केवल इलियास या उसकी साजिश के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो दुनिया को केवल एक मोहरे के रूप में देखती थी।
रात की सर्द हवा बर्लिन की गलियों में बह रही थी। शहर के केंद्र में लगी रोशनी का प्रतिबिंब सड़कों पर झिलमिला रहा था। लेकिन इन जगमगाती रोशनी के नीचे, अंधकार एक नई साजिश का गवाह बन रहा था। बर्लिन के ऐतिहासिक इलाके के बीचों-बीच एक अत्याधुनिक इमारत खड़ी थी। यह इमारत एक प्रतिष्ठित शोध संस्थान का हिस्सा मानी जाती थी, लेकिन इसकी सतह के नीचे जो कुछ हो रहा था, वह मानवता के सबसे गहरे राज़ों को उजागर करने की तैयारी कर रहा था।
इस इमारत के सबसे निचले तल पर, एक गुप्त बैठक चल रही थी। यह कमरा पूरी तरह से ध्वनिरोधी था। यहां तक कि बाहर की दुनिया में इसकी मौजूदगी का कोई संकेत भी नहीं था। कमरे के केंद्र में एक विशाल स्क्रीन लगी थी, और इसके सामने बैठा था इलियास वोरेन, जिसकी आंखें स्क्रीन पर चमक रहे डेटा पर जमी थीं।
स्क्रीन पर एक जटिल नक्शा प्रदर्शित हो रहा था। यह नक्शा केवल देशों की सीमाओं को नहीं, बल्कि उन सीमाओं के भीतर फैली धार्मिक और सांस्कृतिक संरचनाओं को दिखा रहा था। यह वह खाका था, जो इलियास की योजना का आधार था।
कमरे में मिराए त्सुजियोका भी थी। वह अपनी कुर्सी पर बैठी, चुपचाप यह सब देख रही थी। पिछले कुछ हफ्तों में उसने जितनी भी जानकारी हासिल की थी, यह उससे कहीं ज्यादा गहरी और खतरनाक थी।
"तुम्हें समझ में आ रहा है, मिराए?" इलियास ने कहा, उसकी आवाज में वही ठंडा आत्मविश्वास झलक रहा था। "यह केवल एक खेल नहीं है। यह एक व्यवस्था है। धर्म, राजनीति, और अर्थव्यवस्था—यह सब एक ही जाल के धागे हैं। और जो इस जाल को बुनता है, वही दुनिया को नियंत्रित करता है।"
मिराए ने स्क्रीन की ओर देखा। नक्शे के साथ-साथ उस पर डेटा के कई सेट प्रदर्शित हो रहे थे। यह डेटा धार्मिक भावनाओं, सांस्कृतिक विश्वासों, और उन पर आधारित सामाजिक आंदोलनों का था।
"यह क्या है?" मिराए ने पूछा।
"यह हमारी योजना का तकनीकी पक्ष है," इलियास ने जवाब दिया। "हमने दुनिया के हर प्रमुख क्षेत्र से डेटा एकत्र किया है—सोशल मीडिया से, धार्मिक आयोजनों से, और यहां तक कि जनसंख्या की गतिविधियों से। यह हमें बताता है कि कब और कहां लोगों की भावनाओं को भड़काया जा सकता है।"
"तो, तुम केवल धर्म का इस्तेमाल नहीं कर रहे हो," मिराए ने कहा। "तुम तकनीक के माध्यम से लोगों के मनोविज्ञान को नियंत्रित कर रहे हो।"
"बिल्कुल," इलियास ने कहा। "यह 21वीं सदी है, मिराए। धर्म अब अकेला साधन नहीं है। हमें इसके साथ तकनीक का इस्तेमाल करना होता है। और यही वह चीज़ है, जो हमें अजेय बनाती है।"
इसी दौरान, कमरे में दिमित्री अलेक्सेविच दाखिल हुआ। उसके चेहरे पर एक संतोषजनक मुस्कान थी, जैसे वह इस खेल में एक और बड़ी जीत हासिल कर चुका हो।
"इलियास, हमने अफ्रीका और मध्य एशिया में अपने हथियार वितरण का दूसरा चरण पूरा कर लिया है," उसने कहा। "अब हमें केवल इतना करना है कि वहां तनाव को थोड़ा और हवा दें। और बाकी काम खुद हो जाएगा।"
मिराए ने दिमित्री की ओर देखा। "तुम्हें लगता है कि यह सब केवल एक व्यापार है? और उन लोगों का क्या, जो इस संघर्ष में मारे जाएंगे?"
दिमित्री ने उसकी बात को नज़रअंदाज़ करते हुए कहा, "लोग मरते हैं, मिराए। यह हमेशा से होता आया है। लेकिन उनके बलिदान के बिना, व्यवस्था नहीं बनती। और यही सच्चाई है।"
इस चर्चा के दौरान, एवा क्लेमेंट का नाम भी सामने आया। हालाँकि वह खुद इस बैठक में मौजूद नहीं थी, लेकिन उसकी योजनाओं का प्रभाव हर जगह दिख रहा था।
"एवा ने सुनिश्चित किया है कि हमारी कहानी ही सच बने," इलियास ने कहा। "हर खबर, हर लेख, और हर रिपोर्ट वही दिखाएगी, जो हम चाहते हैं। मीडिया हमारा सबसे बड़ा हथियार है। और यह वह ताकत है, जिसे कोई हरा नहीं सकता।"
मिराए ने गहरी सांस ली। "तुम्हें नहीं लगता कि यह सब गलत है? सच को दबाना और लोगों को भ्रमित करना—यह सब किसी भी तरह से सही नहीं हो सकता।"
इलियास ने मुस्कुराते हुए कहा, "सच केवल वही होता है, जो लोग मानते हैं। और हम तय करते हैं कि लोग क्या मानें। यही इस खेल का सबसे बड़ा नियम है।"
बैठक खत्म होने के बाद, मिराए ने कमरे से बाहर निकलते हुए गहरी सांस ली। उसने महसूस किया कि यह लड़ाई केवल धर्म या राजनीति की नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो मानवता को केवल एक साधन के रूप में देखती थी।
बर्लिन की सर्द हवा में, उसने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
उसके मन में अनगिनत सवाल थे, लेकिन एक बात स्पष्ट थी—यह लड़ाई केवल एक शुरुआत थी। और यह शुरुआत उसे उस सच्चाई तक ले जाएगी, जिसे हर कोई छुपाने की कोशिश कर रहा था।
रोम की पुरानी गलियां हमेशा इतिहास की कहानियां कहती थीं। लेकिन आज रात, इन गलियों में एक अजीब सा सन्नाटा था। वेटिकन सिटी की विशाल इमारतें, जो सदियों से धर्म और विश्वास का प्रतीक थीं, उनके अंदर एक अज्ञात रहस्य छिपा हुआ था। रात के इस सन्नाटे के बीच, एक गुप्त बैठक हो रही थी।
वेटिकन के गुप्त अभिलेखागार, जो केवल चुनिंदा व्यक्तियों के लिए खुलते थे, के भीतर एक कमरा था। यह कमरा किसी भी सामान्य अभिलेखागार से अलग था। इसकी दीवारों पर प्राचीन ग्रंथों के अंश खुदे हुए थे, और बीच में एक बड़ा गोल मेज था। मेज के चारों ओर कुछ लोग बैठे थे, और उनके चेहरे गंभीरता से तने हुए थे।
इस बैठक का केंद्रबिंदु इलियास वोरेन था, जो अपनी कुर्सी पर आराम से बैठा था। उसकी आंखें उन दस्तावेज़ों पर जमी थीं, जो मेज पर फैले हुए थे। इन दस्तावेज़ों में धर्म, इतिहास, और राजनीति के गहरे रहस्यों का विवरण था।
इलियास ने मेज पर रखे एक दस्तावेज़ की ओर इशारा करते हुए कहा, "यह वह प्रमाण है, जो हमें आगे बढ़ने के लिए चाहिए। धर्म केवल एक विश्वास नहीं है। यह शक्ति का सबसे बड़ा साधन है। और वेटिकन इसका केंद्र है।"
कमरे के बाहर से हल्की सी पदचाप की आवाज सुनाई दी। यह मिराए त्सुजियोका थी, जो इस बैठक में शामिल होने के लिए बुलाई गई थी। वह कमरे में दाखिल हुई, और उसकी आंखों ने तुरंत उन दस्तावेज़ों को देखा, जो मेज पर रखे थे।
"तो, यह है तुम्हारी योजना?" मिराए ने सीधे इलियास से पूछा। उसकी आवाज में गुस्सा और जिज्ञासा का मिश्रण था।
इलियास ने उसकी ओर देखा और हल्की मुस्कान के साथ कहा, "यह केवल योजना नहीं है, मिराए। यह एक क्रांति है। लेकिन इसे सही दिशा देने के लिए हमें वेटिकन के इन गुप्त अभिलेखों की जरूरत है। यहां ऐसी जानकारी है, जो हमें धर्म को एक नई दिशा देने में मदद करेगी।"
मिराए ने मेज पर रखे दस्तावेज़ों को उठाया और उनमें से एक को पढ़ने लगी। उसमें प्राचीन भविष्यवाणियों और धार्मिक ग्रंथों के उद्धरण थे।
"तुम्हें लगता है कि इन ग्रंथों का इस्तेमाल करके तुम दुनिया को नियंत्रित कर सकते हो?" मिराए ने पूछा।
"न केवल नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि इसे एक नई व्यवस्था में ढाल सकते हैं," इलियास ने जवाब दिया। "लोग धर्म के प्रति अंधभक्त होते हैं। और जब तुम उनकी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हो, तो तुम उनकी दुनिया को भी नियंत्रित कर सकते हो।"
इलियास ने मिराए को एक विशेष दस्तावेज़ दिखाया। यह दस्तावेज़ विभिन्न धर्मों के नेताओं और उनकी गुप्त बैठकों का था। इसमें यह बताया गया था कि कैसे धर्म के नाम पर राजनीतिक निर्णय लिए जाते थे।
"यह देखो," इलियास ने कहा। "यह दस्तावेज़ साबित करता है कि हर बड़े धर्म का नियंत्रण कुछ गिने-चुने लोगों के हाथों में है। और यह लोग हमेशा अपने लाभ के लिए काम करते हैं। हम केवल इस प्रक्रिया को तेज कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह नियंत्रण हमारे हाथ में हो।"
मिराए ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "लेकिन इसका अंत क्या होगा? तुम एक ऐसी दुनिया बना रहे हो, जहां कोई स्वतंत्रता नहीं होगी। लोग केवल तुम्हारे आदेशों का पालन करेंगे।"
"और यह गलत नहीं है," इलियास ने कहा। "स्वतंत्रता भ्रम है, मिराए। लोग हमेशा किसी न किसी चीज़ के गुलाम होते हैं। हम केवल यह तय करेंगे कि वह चीज़ क्या होगी।"
इस चर्चा के दौरान, दिमित्री अलेक्सेविच भी कमरे में दाखिल हुआ। उसके हाथ में एक बड़ी फाइल थी, जिसमें हथियारों और उनके वितरण के विवरण थे।
"इलियास, हमारा अगला चरण तैयार है," दिमित्री ने कहा। "मध्य पूर्व में तनाव को और भड़काने के लिए हमने हथियारों का वितरण शुरू कर दिया है। वहां के नेता पहले से ही आपस में लड़ रहे हैं। हमें केवल यह सुनिश्चित करना है कि यह लड़ाई और बड़ी हो जाए।"
मिराए ने गुस्से से कहा, "तुम्हें पता है कि तुम क्या कर रहे हो? तुम एक ऐसी आग भड़का रहे हो, जो पूरी दुनिया को जला सकती है।"
दिमित्री ने उसकी ओर देखते हुए कहा, "आग कभी खतरनाक नहीं होती, अगर तुम उसे नियंत्रित करना जानते हो। और हम इसे नियंत्रित करना जानते हैं।"
इस बीच, इलियास ने मिराए को वेटिकन के एक और रहस्य से अवगत कराया। उसने कहा, "यहां ऐसे दस्तावेज़ हैं, जो यह साबित करते हैं कि धर्म को हमेशा सत्ता के खेल के लिए इस्तेमाल किया गया है। और अब, जब हमारे पास यह जानकारी है, तो हम इसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करेंगे।"
मिराए ने उन दस्तावेज़ों को देखा। उनमें से कुछ दस्तावेज़ इतने प्राचीन थे कि उन्हें पढ़ना भी मुश्किल था। लेकिन जो वह समझ पाई, वह यह था कि धर्म का इतिहास हमेशा सत्ता और नियंत्रण से जुड़ा रहा है।
"लेकिन तुम इससे क्या साबित करना चाहते हो?" मिराए ने पूछा।
"मैं यह साबित करना चाहता हूं कि धर्म केवल एक साधन है," इलियास ने कहा। "और जो इसे नियंत्रित करता है, वही दुनिया को नियंत्रित करता है।"
इस पूरी चर्चा के दौरान, मिराए के मन में एक सवाल बार-बार उठ रहा था। वह सोच रही थी कि क्या वह इस खेल को समझने के बाद इसे रोक पाएगी।
वह जानती थी कि यह लड़ाई केवल इलियास या दिमित्री के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो मानवता को केवल एक साधन के रूप में देखती थी।
वेटिकन के गुप्त अभिलेखागार से बाहर निकलते हुए, मिराए ने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
उसके कदम धीमे थे, लेकिन उसकी आंखों में एक दृढ़ संकल्प झलक रहा था। वह जानती थी कि यह लड़ाई आसान नहीं होगी, लेकिन वह हार मानने के लिए तैयार नहीं थी।
तोक्यो की चमचमाती रोशनी और हाई-टेक वातावरण में, जहां तकनीक और परंपरा का अनूठा मेल होता है, एक गुप्त मिशन अपने चरम पर था। मिराए त्सुजियोका के लिए यह शहर केवल उसका घर नहीं था, बल्कि उसके अतीत और वर्तमान का संगम भी था। इस बार, वह यहां किसी साधारण काम के लिए नहीं आई थी। उसकी आंखों में चिंता और सवालों का गहराता सागर था।
तोक्यो के बाहरी इलाके में, जहां गगनचुंबी इमारतें खत्म होती थीं और एकांत सड़कों की शुरुआत होती थी, एक गुप्त शोध केंद्र था। इस केंद्र को 'आर्किव फाउंडेशन' कहा जाता था। बाहर से यह एक पुरानी लाइब्रेरी की तरह दिखता था, लेकिन भीतर यह आधुनिक तकनीक और गुप्त जानकारी का भंडार था।
इस रात, मिराए को यहां बुलाया गया था। इलियास ने उसे एक संदेश भेजा था, जिसमें लिखा था: "तुम्हारे सवालों के जवाब यहां हैं। आओ और देखो।"
मिराए ने भारी कदमों से केंद्र में प्रवेश किया। अंदर का माहौल ठंडा और रहस्यमय था। दीवारों पर जापानी इतिहास और संस्कृति की झलक दिखाने वाली कलाकृतियां थीं। लेकिन मिराए जानती थी कि इन दीवारों के पीछे कुछ ऐसा छिपा है, जो पूरी दुनिया को बदल सकता है।
इलियास पहले से वहां मौजूद था। वह एक विशाल स्क्रीन के सामने खड़ा था, जिस पर विभिन्न देशों के डेटा और सांस्कृतिक ग्राफ दिख रहे थे।
"तुमने आने में देर नहीं की," इलियास ने कहा, उसकी आवाज में वही ठंडक थी, जो हमेशा उसके व्यक्तित्व का हिस्सा होती थी।
"मैं यहां तुम्हारी चालों का हिस्सा बनने नहीं आई हूं," मिराए ने दृढ़ता से कहा। "मैं यहां यह समझने आई हूं कि तुम यह सब क्यों कर रहे हो।"
इलियास ने उसकी बात को नज़रअंदाज़ करते हुए स्क्रीन की ओर इशारा किया। "यह देखो," उसने कहा। "यह डेटा हमें दिखाता है कि धर्म और संस्कृति कैसे लोगों के फैसलों को प्रभावित करते हैं। और यही हमारी ताकत है। यह केवल एक विचार नहीं है, यह विज्ञान है। और इस विज्ञान का उपयोग करके हम पूरी दुनिया को नियंत्रित कर सकते हैं।"
मिराए ने स्क्रीन पर ध्यान दिया। यह डेटा केवल धार्मिक आंकड़ों तक सीमित नहीं था। इसमें सोशल मीडिया गतिविधियों, सांस्कृतिक आयोजनों, और धार्मिक प्रवृत्तियों का भी गहराई से विश्लेषण किया गया था।
"यह सब कैसे संभव है?" मिराए ने पूछा।
"डेटा, मिराए," इलियास ने जवाब दिया। "आज की दुनिया में, हर व्यक्ति अपनी जिंदगी का हिस्सा ऑनलाइन छोड़ता है। और यह डेटा हमें यह समझने में मदद करता है कि लोग क्या सोचते हैं, क्या मानते हैं, और कैसे प्रतिक्रिया देंगे। और जब हम यह जान जाते हैं, तो हम यह भी तय कर सकते हैं कि उन्हें किस दिशा में ले जाना है।"
मिराए ने महसूस किया कि यह केवल एक साजिश नहीं थी। यह एक पूरी प्रणाली थी, जिसे बेहद सावधानी और योजना के साथ तैयार किया गया था।
उसी समय, कमरे में दिमित्री अलेक्सेविच दाखिल हुआ। उसके हाथ में एक फाइल थी, जिसे उसने मिराए की ओर बढ़ाया।
"यह देखो," उसने कहा। "यह फाइल दिखाती है कि कैसे हमने मध्य एशिया और अफ्रीका में अपने प्रभाव का विस्तार किया है। हमने वहां के नेताओं के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों को हवा दी है। और अब, वे खुद ही एक बड़े संघर्ष की ओर बढ़ रहे हैं।"
मिराए ने फाइल को देखा। उसमें ऐसे योजनाओं का विवरण था, जो केवल युद्ध और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थीं।
"तुम्हें लगता है कि यह सही है?" मिराए ने गुस्से में कहा। "तुम्हारी ये चालें हजारों निर्दोष लोगों की जान ले सकती हैं।"
दिमित्री ने ठंडे स्वर में कहा, "यह खेल सही और गलत का नहीं है, मिराए। यह ताकत और नियंत्रण का है। और जो इसे समझता है, वही इसे जीतता है।"
इलियास ने मिराए का ध्यान स्क्रीन की ओर वापस खींचा। अब स्क्रीन पर भविष्य की योजनाओं का खाका दिख रहा था।
"हम केवल वर्तमान को नियंत्रित नहीं कर रहे हैं," उसने कहा। "हम भविष्य का निर्माण कर रहे हैं। यह वह भविष्य होगा, जहां धर्म और राजनीति का पूर्ण नियंत्रण हमारे हाथ में होगा। लोग वही देखेंगे, जो हम उन्हें दिखाना चाहेंगे। और वे वही मानेंगे, जो हम उन्हें मानने देंगे।"
मिराए ने गहरी सांस ली। "और अगर यह योजना असफल हो गई? अगर लोग समझ गए कि तुम उनके साथ क्या कर रहे हो?"
"लोग कभी सच नहीं समझते," इलियास ने कहा। "वे केवल वही देखते हैं, जो उन्हें दिखाया जाता है। और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।"
इस पूरी चर्चा के बाद, मिराए ने महसूस किया कि यह लड़ाई केवल इलियास और उसकी साजिश के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो इंसानियत को केवल एक साधन के रूप में देखती थी।
तोक्यो की सर्द रात में, जब वह उस गुप्त केंद्र से बाहर निकली, तो उसके मन में अनगिनत सवाल थे। उसने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
उसकी आंखों में एक नई चमक थी। यह लड़ाई केवल उसकी नहीं थी। यह पूरी दुनिया के लिए थी।
लंदन की बारिश हमेशा एक उदासी का आभास देती थी। पुराने पत्थरों से बनी इमारतें, जिनके भीतर इतिहास दफन था, उनकी दीवारों से पानी की बूंदें टपक रही थीं। सड़कों पर चलने वाले लोग अपने छतरियों में सिमटे हुए थे, लेकिन इस उदासी भरी रात में एक ऐसा दृश्य भी था, जो किसी के भी होश उड़ा सकता था।
लंदन के हाईगेट इलाके में स्थित एक विशाल, ऐतिहासिक महलनुमा इमारत आज रात रोशनी से झिलमिला रही थी। लेकिन यह रोशनी बाहरी दुनिया के लिए नहीं थी। इमारत के भीतर एक गुप्त सभा हो रही थी, जिसमें केवल चुनिंदा लोगों को आमंत्रित किया गया था। इस सभा का उद्देश्य स्पष्ट था—धर्म, राजनीति, और शक्ति के खेल को एक नए स्तर पर ले जाना।
मिराए त्सुजियोका, जो इलियास के बुलावे पर यहां पहुंची थी, अपने अंदर एक अजीब से बेचैनी महसूस कर रही थी। यह पहली बार नहीं था कि वह इलियास की किसी योजना का हिस्सा बन रही थी, लेकिन इस बार मामला ज्यादा गहराई तक जा रहा था।
इमारत के अंदर, एक गुप्त कक्ष में, एक गोल मेज पर दस्तावेज़, लैपटॉप, और मानचित्र बिखरे हुए थे। इलियास वोरेन उस मेज के केंद्र में खड़ा था, और उसके चेहरे पर एक अजीब सी चमक थी।
"मुझे खुशी है कि तुमने आने का फैसला किया, मिराए," उसने कहा।
"यहां आने के अलावा मेरे पास कोई और चारा भी नहीं था," मिराए ने ठंडी आवाज में जवाब दिया। "तुम्हारी हर योजना पहले से ज्यादा खतरनाक होती जा रही है। और मैं यह समझना चाहती हूं कि तुम यह सब क्यों कर रहे हो।"
इलियास ने एक दस्तावेज़ उठाया और उसे मिराए के सामने रखा। "यह देखो। यह योजना का अगला चरण है। यूरोप के दिल में, हम एक ऐसा माहौल तैयार करेंगे, जो धार्मिक और सांस्कृतिक तनाव को और गहराई देगा। लोग सोचेंगे कि वे अपने विश्वासों के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन असल में वे हमारे बनाए गए भ्रम का हिस्सा होंगे।"
मिराए ने दस्तावेज़ को पढ़ा। यह एक जटिल योजना थी, जिसमें धार्मिक नेताओं, मीडिया, और स्थानीय प्रशासन को शामिल किया गया था।
"तुम्हें लगता है कि यह सब काम करेगा?" उसने पूछा।
"यह पहले से ही काम कर रहा है," इलियास ने मुस्कुराते हुए कहा। "लोग वही मानते हैं, जो उन्हें बताया जाता है। और जब तुम उनकी भावनाओं को नियंत्रित कर सकते हो, तो तुम उनकी दुनिया को भी नियंत्रित कर सकते हो।"
इसी दौरान, कमरे में दिमित्री अलेक्सेविच दाखिल हुआ। उसकी चाल में वही आत्मविश्वास था, जो उसे इलियास का सबसे भरोसेमंद साथी बनाता था।
"इलियास, सब कुछ योजना के मुताबिक हो रहा है," उसने कहा। "हमने मध्य एशिया और अफ्रीका में जो बीज बोए थे, वे अब यूरोप में भी जड़ें जमा रहे हैं। और अगले कुछ महीनों में, यह तनाव एक ऐसी आग में बदल जाएगा, जिसे बुझाना किसी के बस की बात नहीं होगी।"
मिराए ने उसकी बात को सुनते हुए कहा, "तुम्हें नहीं लगता कि तुम जो कर रहे हो, वह मानवता के खिलाफ है? लोग मरेंगे, घर तबाह होंगे, और तुम यह सब केवल अपनी सत्ता के लिए कर रहे हो।"
दिमित्री ने उसकी ओर देखा और ठंडी हंसी के साथ कहा, "लोग हमेशा मरते हैं, मिराए। लेकिन इतिहास केवल विजेताओं को याद रखता है। और हम वह विजेता होंगे।"
इस चर्चा के बीच, एक बड़ा स्क्रीन चालू किया गया। स्क्रीन पर विभिन्न मीडिया चैनलों की रिपोर्ट्स दिख रही थीं। यह रिपोर्ट्स विभिन्न देशों में बढ़ते तनाव और धार्मिक झगड़ों की कहानियां बता रही थीं।
"यह हमारी सबसे बड़ी ताकत है," इलियास ने कहा। "मीडिया वह माध्यम है, जो हमारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाता है। और एवा क्लेमेंट यह सुनिश्चित कर रही है कि हर खबर हमारी कहानी को आगे बढ़ाए।"
मिराए ने स्क्रीन की ओर देखते हुए कहा, "तुम्हें लगता है कि लोग यह कभी नहीं समझ पाएंगे? एक दिन सच सबके सामने आ जाएगा।"
इलियास ने हंसते हुए जवाब दिया, "सच? सच केवल वही होता है, जो लोग मानते हैं। और हम यह तय करते हैं कि लोग क्या मानें। यही हमारी ताकत है।"
इस पूरी चर्चा के दौरान, मिराए का मन अंदर से टूट रहा था। वह देख रही थी कि कैसे धर्म, राजनीति, और मीडिया का इस्तेमाल करके एक ऐसी दुनिया बनाई जा रही थी, जहां लोगों की स्वतंत्रता का कोई मतलब नहीं रह गया था।
"मैं तुम्हें यह सब करने से रोकूंगी," उसने अचानक कहा। उसकी आवाज में दृढ़ता और गुस्से का मिश्रण था।
इलियास ने उसकी ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, "तुम यह लड़ाई नहीं जीत सकती, मिराए। यह लड़ाई केवल बुद्धिमत्ता और ताकत से जीती जा सकती है। और हमारे पास दोनों हैं।"
उस रात, जब मिराए इमारत से बाहर निकली, तो लंदन की बारिश उसके चेहरे पर गिर रही थी। लेकिन उसके मन में जो आग जल रही थी, वह इस बारिश से बुझने वाली नहीं थी।
उसने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
हिमालय की बर्फीली चोटियों के नीचे बसे एकांत मठ के भीतर, गहन शांति फैली हुई थी। यह मठ, जो बाहर से एक प्राचीन धार्मिक स्थल प्रतीत होता था, वास्तव में एक छुपा हुआ केंद्र था जहां दुनिया के गहरे और अज्ञात राज़ों पर चर्चा होती थी। मठ की दीवारें उन रहस्यों की गवाह थीं, जो केवल कुछ गिने-चुने लोग जानते थे।
इस रात, मठ के भीतर एक विशेष बैठक हो रही थी। कमरे के केंद्र में एक विशाल नक्शा फैला हुआ था, और उसके चारों ओर बैठे हुए लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए हुए थे। इनमें से अधिकांश के चेहरे अंधेरे में छुपे हुए थे। उनकी आवाज़ें धीमी लेकिन तीखी थीं। हर शब्द में एक योजना छिपी हुई थी।
मिराए त्सुजियोका कमरे के कोने में खड़ी थी। वह शांत थी, लेकिन उसके दिमाग में असंख्य सवाल घूम रहे थे। उसने पिछले कुछ हफ्तों में जो कुछ भी देखा था, वह उसे लगातार सोचने पर मजबूर कर रहा था। लेकिन आज रात, उसे यकीन था कि उसे उन सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
"मिराए," इलियास ने कहा, उसकी आवाज़ कमरे की शांति को भंग करते हुए। "तुम्हें लगता है कि तुमने अब तक बहुत कुछ जान लिया है। लेकिन यह केवल शुरुआत है। आज रात, मैं तुम्हें वह दिखाने वाला हूं, जो तुम्हारी कल्पना से परे है।"
मिराए ने उसकी ओर देखा। "तुम्हें लगता है कि तुम यह सब करके दुनिया को बचा रहे हो?"
इलियास मुस्कुराया। "मैं दुनिया को बचा नहीं रहा, मिराए। मैं इसे फिर से बनाने की कोशिश कर रहा हूं। यह दुनिया भ्रष्ट है, और इसे एक नई व्यवस्था की जरूरत है। और यही व्यवस्था हम बनाएंगे।"
इलियास ने मेज पर रखे दस्तावेज़ों को उठाया और उनमें से एक को मिराए की ओर बढ़ाया। यह दस्तावेज़ धार्मिक ग्रंथों और भविष्यवाणियों का था। उसमें यह लिखा था कि कैसे धर्म और सत्ता हमेशा से जुड़े हुए हैं।
"यह देखो," इलियास ने कहा। "यह प्राचीन ग्रंथ हमें यह बताते हैं कि हर बड़ा बदलाव केवल तब होता है, जब धर्म और राजनीति एक साथ मिलते हैं। और हम इसे अपने पक्ष में इस्तेमाल करेंगे।"
मिराए ने दस्तावेज़ को ध्यान से देखा। उसमें कई ऐतिहासिक घटनाओं का जिक्र था, जहां धर्म का इस्तेमाल सत्ता के लिए किया गया था। लेकिन उसने जो देखा, वह उससे कहीं ज्यादा भयावह था।
"तुम्हारी योजना यह है कि तुम इन प्राचीन भविष्यवाणियों का इस्तेमाल करके लोगों को यह विश्वास दिलाओ कि यह सब उनका भाग्य है?" उसने पूछा।
"बिल्कुल," इलियास ने कहा। "लोग भाग्य और विश्वास में विश्वास करते हैं। और जब तुम उन्हें यह विश्वास दिला सकते हो कि उनका भाग्य यही है, तो वे तुम्हारे लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं।"
इसी बीच, दिमित्री अलेक्सेविच कमरे में दाखिल हुआ। उसके चेहरे पर वही ठंडा आत्मविश्वास था। उसने मिराए की ओर देखा और कहा, "तुम अभी भी यह सोच रही हो कि हम गलत कर रहे हैं, है ना?"
मिराए ने कोई जवाब नहीं दिया।
दिमित्री ने एक नक्शा मेज पर रखा। "यह हमारा अगला लक्ष्य है। यह नक्शा मध्य पूर्व और एशिया के कुछ ऐसे क्षेत्रों का है, जहां हम अपने प्रभाव को बढ़ाने जा रहे हैं। हम वहां धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों को और गहराई देंगे, ताकि लोग आपस में लड़ें और हम उनकी कमजोरी का फायदा उठा सकें।"
मिराए ने नक्शे की ओर देखा। हर जगह एक निशान लगा हुआ था, जहां संघर्ष पहले से ही चल रहा था। लेकिन दिमित्री की योजना इसे और भड़काने की थी।
"तुम्हें लगता है कि तुम यह सब करके बच जाओगे?" मिराए ने कहा।
"यह सवाल नहीं है कि हम बचेंगे या नहीं," दिमित्री ने ठंडी आवाज़ में कहा। "यह सवाल है कि जब धूल छंटेगी, तो दुनिया किसके नियंत्रण में होगी। और हमारा लक्ष्य है कि वह नियंत्रण हमारे हाथ में हो।"
इस चर्चा के दौरान, एवा क्लेमेंट का नाम भी सामने आया। वह इस बैठक में मौजूद नहीं थी, लेकिन उसकी योजनाओं का असर हर जगह दिखाई दे रहा था।
"एवा सुनिश्चित कर रही है कि हमारी कहानी दुनिया तक पहुंचे," इलियास ने कहा। "मीडिया वह माध्यम है, जो हमारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाता है। और जब तक लोग वही देखते रहेंगे, जो हम उन्हें दिखाना चाहते हैं, तब तक वे हमारे नियंत्रण में रहेंगे।"
मिराए ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "तुम्हें लगता है कि यह हमेशा के लिए चलेगा? लोग कभी न कभी समझ जाएंगे कि उनके साथ क्या हो रहा है।"
"लोग कभी नहीं समझते," इलियास ने हंसते हुए कहा। "वे वही मानते हैं, जो उन्हें बताया जाता है। और यही हमारी ताकत है।"
इस पूरी चर्चा के बाद, मिराए ने महसूस किया कि यह लड़ाई केवल इलियास और उसकी साजिश के खिलाफ नहीं थी। यह लड़ाई उस मानसिकता के खिलाफ थी, जो मानवता को केवल एक साधन के रूप में देखती थी।
उस रात, जब वह मठ से बाहर निकली, तो उसके मन में अनगिनत सवाल थे। उसने अपने आप से कहा, "अगर मुझे इसे रोकने का मौका मिला, तो मैं इसे हर हाल में रोकूंगी। चाहे इसकी कीमत कुछ भी हो।"
उसकी आंखों में एक नई चमक थी। यह लड़ाई केवल उसकी नहीं थी। यह पूरी दुनिया के लिए थी।
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