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Poem No 5 तुम्हारा चेहरा

तुम्हारा चेहरा

चाँद सा सुनहरा

देख कर तुमको दिन रात हुआ उजाला

सोचता हूँ अगर तुम मिल जाये तो

ज़िन्दगी हो जायेगा उजियारा

तुम्हारा चेहरा

चाँद सा सुनहरा