लू मान गया, पर निष्क्रिय पशु आत्मा सेन को ट्रांसफर करते हए होशियार रहा, उसे चिंता थी कि सेन पशु आत्मा लेकर उसे मार डालेगा।
किस्मत से, सेन ने निष्क्रिय पशु आत्मा लेकर उसे मारने की कोशिश नहीं की। वह आग की ओर लौटा और एक कप से थोड़ा सूप निकालने लगा।लू को हैरत हुई कि, सेन ने थोड़ा सूप लिया और मांस बिल्कुल नहीं।
सूप में कुछ जीनो पॉइंट होते, पर ज़्यादातर जीनो पॉइंट तो मांस में होते। सेन ने सिर्फ़ सूप क्यों पिया?
लू हैरत में था कि, उसने सेन ने एक काली बिल्ली बुलाते हुई और उसके आगे एक कटोरे में बर्तन का पूरा मांस डाल दिया।
काली बिल्ली मे म्याऊं किया और तेज़ी से कटोरे की ओर दौड़कर मांस खाने लगी।
लू का मुंह बन गया। उसे एहसास हुआ कि उसने एक बिल्ली के खाने को छीनना चाहा था और उसके लिए इतनी भारी कीमत चुकाई थी।
"ये आदमी कहां से आया है? निष्क्रिय प्राणी का मांस एक बिल्ली को खिला रहा है—कौन लोग ऐसा करते होंगे?" लू अब सच में दीवार से सर पीटना चाहता था। उसने एक बिल्ली के खाने के लिए अपनी जान खतरे में डाली थी।
बिल्ली के बारे में सोचकर, वह भौंचक्का रह गया।इंसान की जानकारी की सभी पशु आत्माओं में, सिर्फ़ पालतू पशु आत्मा को खिलाना पड़ता था, जबकि सवारियों वगैरह को नहीं। सेन की बिल्ली यकीनन कोई मामूली जानवर नहीं थी। वह ज़रूर पालतू पशु आत्मा होती।
आजकल बहुत लोग पालतू पशु आत्मा नहीं रखते। पालतू पशु आत्मा में शुरुवात में लड़ने की ताकत नहीं होती और उसे बढ़ने के लिए कई प्राणियों का मांस खिलाना पड़ता। एक खास स्टेज तक बढ़ने के बाद, वह एक बार बदलती और तभी उसमें लड़ने की ताकत आती।
पर पालतू पशु आत्मा को बदलने तक बढ़ने के लिए बहुत मांस खिलाना पड़ता था। कुछ लोग साधारण और प्राचीन पालतू पशु आत्माओं को खिलाते थे, पर बदलाव के बाद उनके लड़ने की ताकत ज़्यादा नहीं होती थी। निष्क्रिय पालतू पशु आत्माओं को लगभग कोई खिलाता नहीं था, क्योंकि उन्हें बदलने के लिए बहुत सारे निष्क्रिय प्राणियों के मांस की ज़रूरत पड़ती थी। उतना मांस खाकर कई सारे लोग मिलकर निष्क्रिय जीनो पॉइंट मैक्स आउट कर जाते।वह कोई पालतू पशु आत्मा को क्यों खिलाएगा?
इसके बारे में सोचकर, लू को लगा कि सेन यकीनन कोई बड़ा आदमी होगा। उसने सोचा, "ये एक निष्क्रिय पालतू पशु आत्मा को खिला सकता है। इतनी अच्छी ट्रेनिंग मिली है, तो यह किसी ताकतवर परिवार का वारिस होगा।"
"बड़े भाई, तुम्हारा नाम क्या है?" लू ने मुस्कुराते हुए सेन के बैकग्राउंड के बारे में जानने की कोशिश की।
"तुम मुझे नहीं जानते?" सेन को यह सवाल सुनकर थोड़ी हैरत हुई। उसे अजीब लगा कि उसके कवच और डैने देखकर भी लू नहीं जान पाया कि वह डॉलर है। याने लू सच में डॉलर के बारे में नहीं जानता था।
"हम पहले कभी मिले हैं?" लू ने सेन की ओर हैरत से देखा, उसने सेन के जवाब से उसे गलत समझा था।
"नहीं।" सेन सूप पीता रहा।
लू ने समझा कि सेन कह रहा है कि उसे सेन को पहचान लेना चाहिए था, याने सेन कोई मशहूर हस्ती था। लू को अब पक्का यकीन हो गया कि सेन किसी बड़े घर का था, वर्ना ऐसा घमण्डी जवाब न देता। उसे सेन में और दिलचस्पी हो गई।
सेन ने सोचा था कि डॉलर स्काइनेट पर इतना वाइरल हुआ है कि हर कोई उसके बारे में जानता होगा।
" तुम अंधेरी दलदल में कब आए?"सेन ने लू की ओर देखकर पूछा।
लू ने बड़े जोश में आकर वह सब सेन को बताया, जो वह जानता था।
सेन आखिरकार जान गया कि लू ने डॉलर के बारे में क्यों नहीं सुना था। उसने एक साल पहले गॉड सैंचुरी में आने के बाद कभी टेलिपोर्ट नहीं किया था।लगता था कि उसने अपने के लिए काफ़ी कुछ कमा लिया था।
सेन ने हैरत से लू को देखा। उसे नहीं लगा था कि लू इतना काबिल होगा।
लू जान गया कि सेन उसकी लुक्स के बारे में सोच रहा था। उसने शर्माकर झट से कहा, "हमारे खानदान के लोग बॉडी पोज़िशंस में माहिर होते हैं। इस मामले में कोई हमारे मुकाबले नहीं ।मेरे पास कोई खास स्किल नहीं, पर मुझे खानदान का रिवाज चलाते रहना अच्छा लगता है। गॉड सैंचुरी में पहुंचने के बाद से ही मैं खुद में सुधार कर रहा हूं ताकि मैं ट्रांसेंडेंस की लिमिट तक पहुंच पाऊं... "
"थोड़े में कहो," सेन ने उसे कड़ाई से देखा।
"सच यह है कि हममें भागने के बहुत अच्छे खानदानी स्किल हैं और हम जानते हैं कि खतरे से कैसे भागा जाता है..." लू ने गला खंखारते हुए कहा।
सेन को अब याद आया कि लू की बॉडी पोज़िशंस सच में अजीब थीं। अगर वह अपने पक्षी की सवारी पर आसमान में भागा न होता, तो सेन शायद उसे कुछ न कर पाता।
"तुम अंधेरी दलदल में एक महीने से हो। क्या तुमने ऐसा कोई जंगल देखा है, जिसमें बहुत लंबे पेड़ हैं, पर बहुत कम हैं और पेड़ों के नीचे फूल हैं?" सेन ने पूछा।
लू ने थोड़ा सोचकर सर हिलाया, "मैंने ऐसी जगह नहीं देखी है। मुझे नहीं लगता कि अंधेरी दलदल में ऊंचे पेड़ होंगे।"
लू सच कह रहा था या नहीं, पर सेन ने फ़िर नहीं पूछा। थोड़ा देर आराम करने के बाद वह भोर के बाद फिर लू के साथ निकल पड़ा।
लू के घाव भरे नहीं थे, पर किस्मत से उसके पास उड़नेवाली सवारी थी।
जब भी खाने का वक्त होता, लू सेन को म्योथ को सूखी मछली के टुकड़े पर टुकड़े खिलाते देखता और मन ही मन आह भरता, उसे लगता कि वह बिल्ली से भी गया-गुज़रा है।
दिन ढले शायद किस्मत ने दस्तक दी। जब लू शिकायत कर ही रहा था कि उसने पूरे दिन से कोई निष्क्रिय प्राणी नहीं दिखा है कि, सेन को घास में मुठ्ठी के आकार का एक ब्लैक हॉर्नेट दिखा।
"ब्लैक स्टिंगर!" सेन ने हैरत से लू को चुप रहने और वहीं से हॉर्नेट को देखने का इशारा किया।
"ज़हरीले हॉर्नेट को देखो। उसे छेड़ना नहीं और नज़र से छूटने मत देना." सेन ने कहा और आस-पास देखने के लिए उड़ने लगा, क्योंकि अक्सर अंधेरी दलदल में धुंध होती थी। उसने बीस मील तक कोई लंबे पेड़ या हॉर्नेट के घोंसले नहीं देखे।
"लगता है कि ब्लैक स्टिंगर का घोंसला पास नहीं है। उसका पीछा करो, शायद हमें उसका घोंसला मिल जाए,"सेन लू के बाजू से उड़ा और उसने उसे चुपचाप ब्लैक स्टिंगर का पीछा करने का इशारा किया।
लू ने अंदाज़ा लगाया कि सेन क्या करना चाहता है और वे दोनों चुपचाप ब्लैक स्टिंगर का पीछा करने लगे। किस्मत से वे दोनों उड़ सकते थे, इसीलिए ब्लैक स्टिंगर का पीछा करना मुश्किल नहीं था।
ब्लैक स्टिंगर का पीछा करते हुए, वे दर्जनों मील उड़ गये और उन्हें और ज़्यादा ब्लैक स्टिंगर दिखने लगे।
थोड़ी देर में ही, सेन ने अचानक दलदल में खडा एक विशाल पेड़ देखा। उसके पत्तों में गर्म हवा के गुब्बारे जितना बड़ा ब्लैक हॉर्नेट का घोंसला लटक रहा था।