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यंग मास्टर गु, प्लीज बी जेंटल

एक बेहद सुंदर अभिनेत्री जब अपने मंगेतर से धोखा खाती है तो वो अनजाने में शहर की बहुत ही प्रभावशाली और प्रमुख हस्ती, गू मोहन के साथ जा मिलती है। टैंग मोर के जीवन का यह मोड़ बहुत ही अप्रत्याशित परंतु सुखद अनुभव है! परंतु गू मोहन के बेहद नियंत्रित व्यक्तित्व के कारण उसे समझ नहीं आता वो किस ओर बढ़ रही है! वक़्त तेज़ी से बीतता है, और टैंग मोर अपने हाथ में गर्भावस्था परीक्षण किट पर दो लाल रेखाओं के साथ सकारात्मक नतीजे लिए, उसका सामना करती है--"युवा मास्टर, तुमने मुझे गर्भवती क्यों किया?" गू मोहन एक बच्चे को उसके हाथों में सौंप कर कहता है, “मेरी प्यारी पत्नी, अपना ध्यान रखो। यह हमारा दूसरा बच्चा है।” और इस तरह टैंग मोर बस अपने दोनो बच्चों की देखभाल में पूरी तरह से डूबी जाती है, लेकिन उसे यह नहीं पता कि, यंग मास्टर गू भी उसके प्यार और स्नेह के लिए तड़प रहा है... यह है मनोरंजन उद्योग से जुड़ी, एक खट्टी मीठी प्रेम कहानी।

Qian Nishang · Urbano
Classificações insuficientes
300 Chs

अब तुम मुझसे नाराज नहीं हो, क्या तुम अब मुझसे बात करोगी?

Editor: Providentia Translations

अपने ऊपर मौजूद आदमी को देखकर टैंग मोर ने अपनी पलकें झपकाई । वह हमेशा की तरह सुंदर दिखने के बावजूद अभी काफी अलग लग रहा था। उसने अपनी शर्ट और पतलून भी नहीं उतारी थी। उसने केवल अपने पतलून की ज़ीप को नीचे किया था। हालाँकि वह एक सभ्य इंसान की तरह दिखता था पर वह एक हरामी व्यक्ति था।

जब उसने उसकी क्रूर हरकतों को याद किया तो टैंग मोर को पीड़ा हुई। उसने अपने लाल होंठों को फुला लिया और उसकी आँखों में पानी आ गया था, जैसे कि वह रोने ही वाली थी।

"रोना मत, वरना मेरे पास फिर से छूने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।"

टैंग मोर ने तुरंत खुद को रोने से रोक लिया और उसने उसके सुंदर चेहरे पर टिशू का एक पैकेट फेंका। "दफा हो जाओ!"

कार के दूसरे कोने में जाने से पहले गू मोहन ने उसे एक नज़र देखा और उस पर अपनी पकड़ हटा दी।

टैंग मोर के पैरों के बीच की चिपचिपाहट थोड़ी सी बेचैनी से ज़्यादा थी। यह दर्दनाक था। अगर वह एक इंच भी आगे बढ़ती तो उसे तेज दर्द होता था और उसका सिर भी दर्द से भर गया था। एक लाड़-प्यार से पली बच्ची जो किसी भी तरह के दर्द से डरती हो, ऐसी स्थिति थी उसकी। उसकी आँखें अब लाल थीं और उसके होंठों ने एक पंखुड़ी जैसी बना रखी थी।

 "तुमने कंडोम का उपयोग क्यों नहीं किया?"

गू मोहन ने नीचे देखा और उन टिशू पर एक नज़र डाली जो उसके हाथ में गिर गए थे| साफ सफेद टिशूओं पर एक जीवंत लाल रंग का दाग था जैसे कि एक लाल फूल खिल गया हो। मोर ने उसे अपना कौमार्य दे दिया था।

जब उसने जवाब दिया तो उसका स्वर बेहद भारी था, "मोर, मेरे पास कोई कंडोम नहीं था, मैं उन्हें अगली बार इस्तेमाल करूगा ।"

टैंग मोर ने अपने गोरे पैर फैलाते हुए उसकी सुडौल जांघों पर लात मारते हुए कहा "मैं इस समय तुमसे बहुत नाराज हूँ तो तुम दफा हो जाओ। मैं तुम्हें देखना नहीं चाहती। मैं अपने आप ही खुद को साफ कर लूंगी।"

गू मोहन ने अपनी बड़ी हथेली से गाड़ी का दरवाजा खोलकर गाड़ी से बाहर उतरने से पहले उसे अंतिम बार देखा। 

जैसे ही गू मोहन कार से उतरा टैंग मोर जबरदस्ती उठकर बैठ गयी । इस तरह हिलने से एक टीसने वाला दर्द उसके शरीर में उभर आया, यह बहुत असहनीय था और उसकी आँखों में पानी आ गया था। यह बहुत पीड़ादायी था।

उसने खिड़की से नीचे झांका और गाड़ी के बाहर खड़े आदमी को देखने के लिए अपना सिर बाहर निकाला। 

गू मोहन कार के सहारे आलस के साथ खड़ा हुआ था । उसने एक हाथ अपनी जेब में रखा हुआ था और दूसरे हाथ से सिगरेट पी रहा था।

उनकी सफेद शर्ट और काली पतलून सिलवटों से भरी हुई थीं हालाँकि यह केवल उसके आकर्षण को बढ़ा रही थी। ठंडी हवा उसके माथे की लट को दूसरी दिशा में उड़ा रही थी । उसमें एक परिपक्व व्यक्ति का अवर्णनीय आकर्षण था खासकर जब वह वहाँ खड़े होकर सिगरेट पी रहा था।

एक्सप्रेसवे पर कई कारें थीं और टैंग मोर ने वहाँ से गुजरती हुई कई महिलाओं को गू मोहन को निहारते देखा। वह खुद की तरफ लालसा पैदा करने वाला था, जैसे वह एक चुंबक था जो किसी भी महिलाओं की नज़रों को आकर्षित करता था।

उसने अपना कौमार्य एक योग्य आदमी को दिया था| आखिरकार यह बहुत बुरा नहीं था।

टैंग मोर की आँखें पहले से भी अधिक चमकीली हो गईं थी, उसके छोटे चेहरे के बाल नरम हो गए थे और उसने उसे पुकारा, "सुनो, गू मोहन!"

गू मोहन ने अपने सूखे होठों को चाटने से पहले धुएं का एक छल्ला मुंह से निकाला। निकोटीन की गंध और स्वाद उसे संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त नहीं था उसे ही अपनी सुस्त इच्छाओं को दबाना था। 

वह इच्छाएँ जो अब भी हमेशा की तरह मजबूत थीं, जो उसे देखकर, सुनकर या जैसे ही वह उससे लग कर रोई थी, उसे उसके नरम विलापों के बारे में सोचते ही फिर से उसके साथ सेक्स करने की इच्छा प्रबल हो जाती थी।

एक बार फिर जब उसने उसकी कोमल और अलसाई आवाज़ सुनी तो उसने अपना सिर घुमाया और हाथ को अपनी पतलून की जेब से निकाल कर कार की खिड़की पर रखा। उसकी लम्बी और मजबूत आकृति को झुकाकर वह उसके करीब गया और उसने कहा "तुम अब मुझसे गुस्सा नहीं हो, क्या तुम आखिरकार मुझसे बात करोगी ?"

उसकी धीमी और चुंबकीय आवाज़ एक ही समय में मोर को एक कोमल दुलार की तरह सहला रही थी।

"जाओ जाकर मेरे लिए कुछ गोलियाँ लेकर आओ, मुझे गर्भ निरोधक गोली लेने की जरूरत है!"

उन्होंने कुछ क्षण पहले ही सेक्स किया था और यह महिला पहले से ही उसे परेशान कर रही थी और ऊपर से गर्भ निरोधक गोलियों मांगना। गू मोहन ने अपना भौंहें उठाई और जवाब दिया, "हम्म?"

"हम्म, ऐसा नहीं है कि मेरी स्थिति तुम्हारी जैसी नहीं है कि तुमने कंडोम का उपयोग नहीं किया। क्या तुम वास्तव में मुझे गर्भवती बनाने की कोशिश कर रहे हो?"

गू मोहन ने उसके छोटे से जबड़े को अपने सिगरेट वाले हाथ से पकड़ा। निकोटीन की गंध से लिपटे हुए होंठ एक दूसरे से मिलते हुए हिले "मेरे लिए परेशानी पैदा करना बंद करो। तुमने अभी-अभी अपना मासिक धर्म समाप्त किया है। तुम अपनी सुरक्षित अवधि के दौरान गर्भवती नहीं होंगी। चूंकि तुम मेरी महिला हो इसलिए मैं तुम्हें वह गोलियाँ नहीं लेने दूंगा।"