webnovel

मृत्यु का देवता (भाग 1)

एक कमरे में एक लड़का सोचता है कि आज मेरा 20वां जन्मदिन है, लेकिन मेरे माता-पिता या कोई दोस्त नहीं हैं.....और अतीत के बारे में  सोच ने का शरु करता है.....

             जब मैं पैदा हुआ तब मेरी मां की मृत्यु हो गई,  एक स्वामीजी जो मेरे पिता के अच्छे दोस्त थे, उन्होंने मेरा हाथ देखा और मेरे पिता को कहा कि यह एक श्रापित बच्चा है, लेकिन मेरे पिता ऐसी बातो पर भरोसा नहीं करते थें। जब मैं 10 साल का हुआ तब, मेरे सभी रिश्तेदारों मुझे कहते थे की यह लड़का श्रापित है ।

              एक बार जब मैं अपने 2 साल के बड़े भाई के साथ में जब खेल रहा था, तो वह खेलते-खेलते अचानक गिर गया और सिर में चोट लगने से उसकी मौत हो गई।  इस बार मेरे पिता को भी लगा कि मैं सच में राक्षस हूं इसलिए उन्होंने मुझे एक अनाथालय में डाल दिया। और कहा कि आज से मैं तुम्हारे लिए मर गया हूं। अब तुम कभी भी घर वापस मत आना.....

                          अनाथालय में मुझे हमेशा अपने मृत भाई और पिता की याद आती थी।  फिर मैंने तय किया कि अब मैं अकेला रहूँगा। अनाथालय के बच्चे मुझसे दूर रहते थे और सब मेरा मज़ाक उड़ाते थे, और मुझे श्रापित लड़का कहकर चिढ़ाते थे। और वे मुझसे मेरा खाना लेकर खाते थे।  एक दिन मैं इन सब से ऊब गया। ,,,मुझे बहुत गुस्सा आया जब एक लड़का मेरे पास आकर मुझे परेशान करने लगा और मैंने उसे एक लात मारी,,,,तब वह लड़का दीवार के साथ टकराया और दीवार तोड़कर दूसरी तरफ गिरा, मुझे समज नहीं आया कि मुझ में इतनी सारी ताकत कहाँ से आ गई.???  बाकी सब लड़के मेरी तरफ देखने लगे।  हैरान हुआ में  भी  टूटी दीवार से भागा और उस जगह को हमेशा के लिए छोड़ दिया.....

            

(चमकीली जगह  से कोई सफेद लबादे में टीवी जैसी स्क्रीन में यह सब देख रहा था उसने यह सब  देख कर कहा कि अगर तुमने अभी अपना पहला कदम उठाया है, तो हम जल्द ही मिलेंगे।)

तब से मैंने अपना नाम डेथबॉय रखा है।

                                                                   ...

          

           अब मैं अकेला हूँ।  यह सोचकर अब डेथबॉय बहार जाता है, उसे वहाँ सड़क पर एक केक 🎂 की दुकान दिखाई देती है। वह सोचता है कि मैं केवल प्रिंट बेचकर और उसी की डिलीवरी करके में सिर्फ 100 रुपये कमाता हूँ।

       

    फिर वह बगीचे में जाता है, वहा पर बाकड़े पर जाकर  बैठता है।  और अपनी चिंताओं के बारे में सोच रहा होता है, तभी दो अजीब दिखने वाले लोग उसके पास आते हैं ,,

(ये दोनों आदमी  का पूरा शरीर पर काले कपड़े पहने हुए हैं और सिर ढक कर रखा होते हैं।)

और कहते हैं, कि  तुम डेथबॉय हो।

डेथबॉय हाँ कहता है, और पूछता है कि तुम मुझे कैसे जानते हो?

     

  उनमें से एक कहता है, "तुम हमारे साथ चलो, हमे तुम्हारा काम है।" 

डेथबॉय सोचता है, "यह व्यक्ति मुझे कैसे जानता है?"  डेथबॉय को उस पर शंका होती है असली वो वहासे भाग ने  लगता  है।

           दोनों कहते हैं की, तुम हमसे दूर नहीं भाग पावों गै।  डेथबॉय बहुत दूर चला जाता है और सोचता है,की अब वह दोनो मुझे पकड़ नहीं पाएंगे।  तभी उस में से एक उसके सामने से आता है और दूसरा उसके पीछे से आता हैं। 

    दोनों लोग कहते हैं कि तुम हमसे दूर नहीं भाग सकते हो ।  अब डेथबॉय सोचता है कि अब मैं क्या करूँ??

फिर, वे दोनो लोग कहते हैं कि हम जीवन के देवता के दूत हैं और हम दोनों यहाँ तुम्हें खत्म करने के लिए आए हैं।

तुमारे  पास केवल दो विकल्प हैं।        

1. तुम हार मानो और अपनी आत्मा हमे दे दो।  उसके लिए तुमेहे  बस हां ऐसा कहना है ताकि तुम्हारी आत्मा हमारे पास आ जाए ।

2. यदि तुम पहला  विकल्प नहीं सुनते हो , तो मेरा विश्वास करो  तुम्हे समाप्त होने के बाद हम तुमारी आत्मा को ले ही  लेंगे। परंतु  इतने दर्द से मरने के बजाय हमे अपनी आत्मा दे दो।

               अब,  डेथबॉय कहता हैं की,  मुझे जाने दो।  मैं ने तुम्हारा कया बिगाडा हैं।  अब  वह दोनो कहते है कि हमको तुम्हें खत्म करने ने  के लिए जीवन के देवता ने  भेजा है। ऐसा कहकर जीवन के देवता के दूत डेथबॉय को खत्म करने के लिए आगे बढ़ते है,

फिर डेथबॉय अतीत के बारे में सोचता है।  ....

                            जब मैं छोटा था तो मेरे रिश्तेदार कहते थे कि यह शैतान है और यह जहा भी जाता है वहा पे  किसी ना किसी की मौत हो जाएगी, तब मैंने डॉक्टर बनने का फैसला किया  और  मेडिकल परीक्षा देने के लिए 2 साल तक कड़ी मेहनत की लेकिन अब मैं  मर जावुगा। और में  लोगों को बचाना चाहता था और साबित करना चाहता था कि मैं किसी की मौत का कारण नहीं हूं।

                  अब जीवन के देवता का दूत डेथबॉय को मारने के लिए आगे बढ़ते है।

 

जीवन के देवता के दूत मे से एक दूत ने पीछे से डेथबॉय को पकड़ लेता है और दूसरा एक  देवदूत ने अपनी मंत्र शक्ति के साथ एक तलवार को अपने हाथ में प्रगट किया और कहा कि यह भूमि की तलवार है जो  पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली है।

ऐसा कहकर देवदूत उस तलवार से डेथबॉय को मारने जाता है, फिर अचानक से डेथबॉय की आंखें लाल हो जाती हैं और डेथबॉय एक हाथ से उसे पकड़ने वाला देवदूत को दूर फेंक देता है जिसे तभी वह वहीं मर जाता हैं।  और केवल दूसरे देवदूत कि आंख मे देखता है जिसे वह देवदूत अपने ही हाथ से खुदको को अपनी तलवार से मार डालता है।