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फुल मार्क्स हिडन मैरिज : पिक उप अ सन, गेट अ फ्री हस्बैंड

“प्रिये, मुझे इस नाटक की स्क्रिप्ट (कहानी) काफी पसंद आई है, पर एक ही समस्या है कि इस नाटक में पहले नाटकों की अपेक्षा सेक्स के दृश्य अधिक है| दुविधा में हूँ कि करूँ या नही? आपको क्या लगता है, क्या मैं यह नाटक कर लूँ?” “हाँ, क्यों नहीं?” लू टिंग ने बेहद शांत तरीके से जवाब दिया| उस रात निंग क्षी बमुश्किल ही खड़ी हो पा रही थी, लड़खड़ाते कदमों से बिस्तर के सिरहाने को पकड़ कर बड़ी मुश्किल से बिस्तर से नीचे उतर पायी | उसकी ऐसी हालत को देख कर लू टिंग ने उससे पूछा, “ऐसी हालत में भी तुम वो नाटक में काम करना चाहती हो? एक बार फिर सोच लो|”

Jiong Jiong You Yao · Urbano
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कभी सोचा न था ऐसी मुलाक़ात

Editor: Providentia Translations

"कब तक यहाँ रुकने का सोचा है?" लू टिंग ने आदेशात्मक तरीके से पूछा।

जियांग मुए भी एकदम सीधा बैठा हुआ था और छात्र की तरह जवाब दे रहा था। " अगर सब कुछ ठीक रहा तो, मै अब वापस विदेश नहीं जाना चाहता हूँ| कई लोग हमारी इंडस्ट्री के आजकल विदेश ही जा रहे है पर हमारी फिल्म इंडस्ट्री भी अब काफी समृद्ध हो गयी है यहाँ का बाज़ार भी काफी विकसित हो गया है, विदेश जाकर सीखना ज़रूरी था पर अब मैं यहाँ रहकर काम करना चाहता हूँ। अब मुझे लगता है, अपने देश के लिए कुछ करूँ, अपनी जड़ों से जुड़ा रहूँ।"

"हम्म!" लू टिंग ने उसकी बात सुन हामी भरी।

जियांग मुए अब थोड़ा सामान्य हुआ, " लिटिल ट्रेजर कैसा है?"

लू टिंग ने कहा "ठीक है।"

"मैं उसके लिए कुछ खिलौने और आपके लिए कुछ तोहफ़े लाया हूँ, मैं कल आने वाला था आपसे मिलने| उम्मीद नहीं थी कि आप इस तरह रात ही में आ जाएंगे मिलने..." जियांग मुए अपने संदूक से तोहफ़े निकालने लगा।

लू टिंग ने कहा, " धन्यवाद"

कमरे में सन्नाटा छा गया था इसीलिए अब स्नानागार से पानी की आवाज़ साफ सुनाई देने लगी।

जियांग मुए को थोड़ा अजीब लगने लगा।

लू टिंग को स्थिति का अंदाजा हो गया तो वह जाने के लिए उठा और जाते-जाते बोला " समय मिले तो एक बार अपनी माँ से मिल आना।"

"हां ज़रूर।" जियांग बोला।

दोनों बाहर निकालने ही वाले थे कि तभी पीछे से गुस्से में चिल्लाती किसी लड़की की आवाज़ आयी...

"जियांग मुए, किस तरह के बेतुके कपड़े रखे हुए है घर में, ये टी शर्ट इसकी पीठ की तरफ कितना बड़ा छेद है, इसे मैं कैसे पहनूँ|?"

लू टिंग जो कि निकालने ही वाला था, यह आवाज़ सुनकर एकदम चौक गया। उसे ऐसा लगा जैसे अचानक किसी ने लाखों सुइयाँ उसे चुभो दी हो| आवाज़ की दिशा में उसने पलट कर देखा। 

गरम पानी से नहाने के कारण लाल पड़े गाल, भीगे बाल और नंगे पैर में एक लड़की बाथरूम के बाहर खड़ी थी। उसने एक बड़ी-सी टी शर्ट पहन रखी थी जो कि आदमियों की थी उसके दायें तरफ एक बड़ा सा छेद था, जिसमें से उसकी गोरी-पतली कमर दिख रही थी।

जियांग मुए ने लू टिंग के चेहरे की तरफ नहीं देखा था पर मन ही मन सोचने लगा यह लड़की 2 मिनट और नहीं रुक सकती थी, जाने ही वाला था न लू टिंग।

"मैं साइकल से गिर गया था तब यह फट गयी थी| वहाँ इतनी टी शर्ट रखी थी तो ये फटीं हुई ही पहनने की क्या जरूरत थी। यह निंग क्षी की हरकते तो मेरी समझ से परे है।" फिर जियांग मुए लू टिंग की तरफ मुड़ा और सकुचाते हुए बोला " यह मेरी दोस्त है निंग क्षी।"

तभी जियांग मुए ने निंग क्षी के चेहरे पर उठे व्याकुलता के भावों को देखा।

निंग क्षी बुत की तरह खड़ी थी और लगातार लू टिंग की तरफ देखे जा रही थी।

"यह लड़की भी न...लू टिंग दिखने में अच्छा है पर इसका मतलब ये नहीं कि उसे ऐसे घूरे जाए।"

निंग क्षी की इस हरकत से नाराज़ जियांग मुए ने आखिर में परिचय करवाया " निंग क्षी यह मेरे अंकल लू टिंग है लू कार्पोरेशन के सीईओ। हाय तो बोलो, ऐसे क्या खड़ी हुई हो|"

निंग क्षी के बालों से पानी टपक रहा था| उसने एक हाथ से टी शर्ट के छेद को पकड़ा...अब जा कर उसने होश संभाला| उसके गले से आवाज़ ही नहीं निकाल रही थी| बड़ी मुश्किल से टूटे हुए शब्दों में बोली, "अंकल?"

निंग क्षी ने यह अविश्वास और प्रश्नात्मक दोनों भाव से बोला था, उसे जैसे बहुत बड़ा धक्का बैठा हो। जबकि लू टिंग अब अपने शैतान का महान राजा वाले अवतार मे आ चुका था जो नरक की अग्नि बरसाने वाला था। उसके पूरे शरीर से डरावनी ठंडी हवा निकल रही थी| लू टिंग के इस रूप के कारण दोनों लोग डर के मारे काँपने लगे थे।

भगवान ही जाने यह सब कब खत्म होने वाला था। लू टिंग की डरावनी निगहे निंग क्षी पर आकर रुक गयी थी। उसने कड़क और ठंडे स्वर में पूछा, "तुमने कहा था तुम किसी को एयर पोर्ट पर लेने जा रही हो, क्या वह शक्स जियांग मुए था?"

अब चौंकने की बारी जियांग मुए की थी "निंग क्षी, क्या तुम मेरे अंकल को पहले से जानती हो?"