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रिसर्च लेबरोटरी

अब आगे....

बॉडीगार्ड अलेक्स को कंधे पर डाल के लेबरोटरी ले गया... अभिनाश बॉडीगार्ड को अलेक्स को लेजाते हुए बस देख राहा था...

अभिनाश आपनें हातो मे पकड़े इंजेक्शन को देख राहा था... उसे ओ पल याद आया जिस रात ओ वेयर हाउस के छत पर सोया हुआ था... ओर उसने सपने मे उस योगी बाबा को देखा था... खतरे से बच के रहने के लिए... उसी वक़्त से अभिनाश को समझ आ गया था... जरूर समय पिछली बाते दोहराने जा रहा है... इसलिए पिछले एक महीने से अभिनाश पूरी तैयारी के साथ हमेसा रहता था...

अभिनाश का मेंशन....

मेंशन के अन्दर एक अंडर ग्राउंड जाने के लिए एक रास्ता था.... उसी रास्ते पर कुछ देर चलने के बाद.. दरवाजा आता है.. जो सिर्फ फिंगर प्रिंट से खुल ता है...अभिनाश आपनें फिंगर प्रिंट से उस दरवाजे को खोलता है ओर अन्दर चला जाता है..दरवाजा आपनें आप बंद हो जाता है...

कमरे के अंदरएडवांस रिसर्च लेबरोटरी था...बहत सारे साइंटिस्ट रिसर्च कर रहे थे हर साइंटिस्ट अलग अलग अजीब गरीब चीजों पर रिसर्च कर रहे थे....

सारे साइंटिस्ट अभिनाश को ग्रीट करने लगे...बॉडीगार्ड वहां पर हाई लेवल के गन पकड़ के खड़े थे

अलेक्स को जहाँ रखा था उसी तरफ अभिनाश चला गया अलेक्स को एक ऐसी बेड पर बाँध के रखा हुआ था... जिस बेड को अलेक्स जैसे सुपर नेचुरल लोगों के लिए ही बनाया गया था...

क्युकी ऐसी बेड पर एक टेक्नोलॉजी सिस्टम था.. जिसके वजह से... जिनके अन्दर सुपर नेचुरल पावर हो ओ पावर पूरी तरह से नुट्राल हो जाये ताकि... ओ आपनें पावर का इस्तेमाल चाह कर भी कर ना सके.. जब तक ओ उस बेड से बंधा हुआ होगा...

अभी अलेक्स कि हालत भी कुछ ऐसी थी.. अलेक्स चाह कर भी अपनी पावर का इस्तेमाल कर नहीं पा राहा था... इस वक़्त अलेक्स एक आम आदमी कि तरह था... अलेक्स  जब अभिनाश को आते हुए देखता है.. तो अपना गुसा कण्ट्रोल नहीं कर पाया.. ओर चिल्ला ते हुएगुस्से से कहा ये मेरे साथ कया किया... मे आपनें पावर का इस्तेमाल क्यूँ नहीं कर पा राहा हूं...

अभिनाश अलेक्स कि बात सुनके मुस्कुराता है.. जिसे देख कर अलेक्स ओर भी गुसे मे आजाता है.. ओर केहता है.. तुम जैसे चींटी कि इतनी हिम्मत मुझे बंदी बनाके रखे... मुझे यहाँ से बस निकालो फिर देखो मे तुम्हारी हालत कया करता हूं...

अभिनाश अलेक्स को देख कर अभी भी मुस्कुरा राहा था... अभिनाश आपनें राउबिले अंदाज मे केहता है तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते...क्यकि पहले मे तुम लोगों को जानता नहीं था.. इसलिए तुम लोगों ने जो किया उसका मुझे भनक तक नहीं था.. पर अब मे ओ आग हूं जो चाहूं तो तुम जैसे करोडो को एक पल मे ही मिटा दू...

अभिनाश हस्ते हुए कहा...तुम्हारे प्लेनेट वालों के पास पावर तो है... लेकिन पृथ्वी के लोगों के जैसा दिम्माग नहीं है... मेने तुमसे पहले कहा था... तुम ने यहाँ आकर बहत बड़ी गलती कर दी... अब तुम देखो गे अभिनाश राठौर कया करता है... फिर ओ वहां पर खड़े Aman को इसरा कर देता है...

Aman एक साइंटिस्ट के साथ मिल कर कुछ कंप्यूटर मे करने लगते है... तो अलेक्स कि बॉडी... उसी बेड के साथ एक शील्ड मे घुसती है... जिसे देख कर अलेक्स बहत घबारा जाता है.. ओर चीखते हुए केहता है... ये कया कर रहे हो तुम . इसे रोको... नहीं तो अच्छा नहीं होगा.

अभिनाश को बहत पहले से ही पता था....के जो चीज़ 1000 साल पहले हुई है.. ओ दुबारा भी हो सकता है... इसलिए अभिनाश ने हाई टेक्नोलॉजी वाले रिसर्च लेबरोटरी मे बहत सारे रिसर्च कर राहा था.. ताकि.. आगे अगर ऐसी कोई परेशानी आये तो अभिनाश पहले ही इसके लिए तैयार रहे...

अभिनाश आपनें ख्यालों से बाहर आते हुए Aman को आपनें भारी आवाज मे कहा... Aman इस के पावर के बारे मे मुझे एक एक जानकारी चाहिए .. एक भी भी इनफार्मेशन छूटना नहीं चाहिए..

अमन अभी अब तक जान चूका था के अलेक्स एक एलियन है हो दूसरी ग्रह से आया हुआ है... अमन को बिलीव नहीं हो राहा था..के अलियें होते है लेकिन उसे ये समझ नहीं आरहा था के आखिर एक एलियेंन और उसके boss के बिच मे ऐसी कया दुश्मनी है...

दूसरी तरफ...

वेगस स्टार के प्लेनेट पर.....

अधविका बहत बार अलेक्स को टेली पैथी करने कि कोसिस कर रही थी.. पर कोई फ़ायदा नहीं था... ओ अलेक्स के साथ बात नहीं कर पा रही थी... अधविका गुसे से यहाँ से वाह टहल रही थी....

सोहेला अधविका को इस तरह परेशान देख कर कहा... राजकुमारी आप इतना गुसा क्यूँ कर रही है...

अधविका कहती है ये अलेक्स पहले तो कभी ऐसा नहीं करता था.. आज उसने मेरी टेली पैथी का कोई जवाब क्यूँ नहीं दिया...

सोहेला राजकुमारी... आप गुस्सा मत करो... सायद उसको अपनी भूक मिटाने के लिए कोई मिल गया होगा.. ओर वैसे भी अलेक्स ने तो पहले से ही आपको बाता दिया है.. के छोटी राजकुमारी का कोई नामो निसान नहीं है.. पृथ्वी पर.. अगर होता तो अलेक्स को पता चल जाता.. हमारी सबसे बड़ी दुश्मन तो गयी.. तो आपको परेशानी किस बात कि है...

अधविका कहती है... हा तुम ठीक बोल रही हो.... मुझे उस बेवक़ूफ़ के बारे मे ना सोच कर... बस वेगस कि महारानी बने के सपने देखने चाहिए.. मेरे रास्ते का सबसे बड़ा काँटा जो हट गया है... अब मुझे वेगस कि गादी चाहिए.... किसी भी कीमत पर... फिर ओ..दोनों हसने लगे....