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एक वादा A boylove story

जब इंसान ही इंसान का दुश्मन ,ज़मीन के टुकड़ो के लिए बन जाए और दुनिया को अपनी इच्छापुर्ति के लिए नर्क बना दे , ऐसे में किसी के दिल में प्यार केसव जन्म ले सकतक है , वो भी तब जब हालत इतने बेकाबू और खूंखार हो कि ज़िंदगी में आप फिर से शायद ही अपने प्यार को देख पाओ , तब क्या आपकी ज़िंदगी ,ज़िंदगी रह जायेगी । ऐसा ही जीवन जिने पर मजबूर है एक ऐसा फौजी , जो गलती से अपने ही दुश्मन देश में जा पहुंचा और अपने प्यार कि याद में पल पल तड़पता है । जी हा ये काहनी है दो लड़को कि जिसमे से एक सेना में धकेल दिया जाता है , जो शायद अपने प्यार का इज़हार भी नही कर पाता , जिसके दिल में वो प्यार अब एक नासूर बन गया है , जानने के लिए कि कैसे शमैथ्स अपना जीवन बितायेगा और कैसे होगा उसका अपने प्यार से सामना ।

birraj_kaur · História
Classificações insuficientes
19 Chs

चीख

नेस्टर ,डेल को देखता हुआ अपना दर्द भी भूल चुका था सारा मोहल्ला एक साथ होकर ,आज के इस घटना के बारे मे ही चर्चा कर रहा था ।

" ओये ,ओये चल उठ और घर जा , यहाँ अब नही रुक सकते और "इस् आवाज़ ने शमेथस को फिर से अपने ख्वाबों से बाहर लाकर खड़ा कर दिया और आज की हकीकत में लौटा दिया ।

शमेथस ने अपने कपड़े भी नही झाड़े और उठकर ऐसे ही चल दिया , वो दो हवलदार जो उसे उठाकर वहां से भगा दिये थे ,उनमे से एक ने दूसरे से कहा " कितना गंदा है ये देखो कपड़े इसके " दूसरे ने तुरंत कहा " और अभी भी इसने अपने कपड़े तक नही झाड़े ,नशेड़ी लगता है "

कच्ची सड़क , कही कही जलती रौशनी और इका दुका लोग , सब तरफ सन्नाटा , शमेथस आज फिर से किसी सोच मे खोकर उठा था ,आज फिर से उसके ज़ख्म हरे हुए थे , आज फिर से उसे ढेर सारी शराब की ज़रूरत थी ।

वो फिर से उसी hotel मे लौट गया जहाँ वो रह रहा था ।

" तोबी शराब दो " उस अजीब दिखने वाली और अजीब makeup वाली औरत से शमैथ्स ने कहा ,उसने शराब की एक बड़ी bottle देते हुए उससे कहा " आज फिर से ...." वो आगे बोल नही पाई और शमैथ्स बोला " हाँ, अब शराब दो "

वो शमैथ्स को इन सालो में अच्छे से जान गई थी ,उसने बिना कुछ कहे शराब दी और फिर से अपने उस छोटे hotel के काम मे लग गई ।

2 घंटे हो चुके थे , शराब पीते -पीते शमैथ्स अब नशे मे दूब नही बह चुका था , लेकिन जब उस बार उसने शराब मांगी तो तोबी ने मना कर दिया ,जिसके बाद शमैथ्स वहां से गालियां देता हुआ बाहर चला गया और सड़को पर भटकने लगा ।

रात अब आधी हो चुकी थी , कही कोई आवाज़ नही थी ,हर तरफ था तो बस सन्नाटा, शमैथ्स जो इस सबका आदि हो चुका था उसे इस समय का कोई खौफ नही था , वो अब चलता चलता दूर निकल आया था ,अब रास्ता पक्के से कच्चा और कच्चे से जंगल मे परिवर्तित् हो चुका था ।

तभी शमैथ्स को एक चीख सुनाई दी और वो नशे मे उस ओर चल दिया , जब कुछ देर तक उसे कोई आवाज़ नही आई।तो अपना वहम समझ कर वो वहां से वापजस चल दिया लेकिन जैसे ही एक दो कदम उसने बढ़ाए, उसे फिर से चीख सुनाई दी और फिर एक और , उसका नशा लगभग आधा रह गया ,अब उसे यकीन हो गया की यहाँ कुछ तो गड़बड़ है , वो तेज़ कदमो से लेकिन लड़खड़ाता हुआ ,उस ओर भागा ।

क्या था वहां ,किसकी चीख थी वो ?