हैल्लो दोस्तों, में आपका सैम फिर से एक नई स्टोरी लेकर आया हूँ. एक दिन चंडीगढ़ की ही एक लड़की सोनिया ने मुझे मैल किया कि प्लीज आप मुझसे मिल सकते हो. तो मैंने उससे उसका फोन नंबर लिया और फिर हमने बात की और मिलने का प्रोग्राम बनाया.
एक दिन हम पार्क में मिले, वहाँ पर काफि लोग थे तो में उसको बस किस ही कर पाया. वो बहुत ही गर्म और इतनी सेक्सी होगी, मैंने सोचा भी नहीं था. वो सेक्स की प्यासी लड़की थी और उसके लंबे-लंबे बाल उसके चूतड़ों तक आ रहे थे. अब में भी तड़पा हुआ था और उसका भी अब किस से काम नहीं चल रहा था. अब मुझसे सब्र नहीं होता था और में उसे चोदने की प्लानिंग बनाने लगा था. फिर एक दिन मेरे पास उसका फोन आया और वो बोली कि आज तुम ऑफिस से आ जाओं, आज बैठकर बातें करेंगे. फिर मैंने अपने ऑफिस फोन करके बोल दिया कि आज में नहीं आऊंगा.
फिर उसके बाद हम दोनों कुछ देर तक तो उसके कॉलेज में ही बैठे रहे. फिर मैंने उससे पूछा कि कहीं चलते है, तो वो भी मान गयी, लेकिन उस टाईम 12 बज रहे थे. अब उस टाईम ना तो हमें फिल्म का टिकट मिलना था और ना ही हम किसी गार्डन में जा सकते थे, तो में एक फूड कैफे में जहाँ कैबिन बनाई हुई थी, वहाँ उससे चलने को बोला, तो वो मना कर रही थी और कह रही थी कि मुझे डर लगता है, कहीं कुछ हो गया तो, लेकिन मैंने उसे तसल्ली दी और कहा कि अगर तुम्हें मुझसे प्यार है और अगर तुम मुझ पर भरोसा करती हो तो चल सकती हो, नहीं तो में ऑफिस जाता हूँ और तुम घर जाओ. दोस्तों लड़कियों की नाटक करने की आदत होती है. फिर मैंने कहा कि में जा रहा हूँ.
फिर इस पर वो बोली कि तुम मेरी कसम खाओ कि तुम ऐसा वैसा कुछ नहीं करोंगे. फिर मैंने उसकी कसम खा ली और वो तैयार हो गई. फिर में रास्ते में सोचता रहा कि कसम तो खा ली, लेकिन अब उसको चोदूंगा कैसे? फिर जब हम कैबिन में पहुँचे तो में दरवाजा बंद करने लगा.
वो बोल पड़ी कि दरवाजा क्यों बंद कर रहे हो? तो मैंने कहा कि अगर कोई देख लेगा तो क्या कहेगा? और फिर मैंने दरवाजा बंद कर दिया. फिर उसके बाद में उसके बराबर में बैठ गया और फिर हम बातें करने लगे. फिर बातें करते- करते मैंने उसके कंधे पर अपना एक हाथ रखा और उसके लिप्स पर किस करने लगा, लेकिन हमारा ये किस 15 मिनट तक चलता रहा और मैंने उसके बूब्स पर अपना हाथ फैरना शुरू कर दिया, तो उसने विरोध नहीं किया और धीरे-धीरे में उसकी नाभि से होता हुआ उसकी चूत को उसकी सलवार के ऊपर से ही अपना हाथ फैरने लगा.
अब मेरे लिप्स उसके लिप्स से किस कर रहे थे और मेरा एक हाथ उसके बूब्स पर था और एक हाथ उसकी चूत पर था. अब में धीरे-धीरे उसकी गर्दन और उसके बाद उसके बूब्स को उसकी कमीज के ऊपर से सक करने लगा था. फिर उसके मुँह से अजीब सी आवाजे आने लगी, तो में समझ गया कि अब वो गर्म हो चुकी है. फिर उसके बाद मैनें धीरे-धीरे अपना एक हाथ उसकी कमीज के अंदर डाल लिया और उसकी ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को दबाने लगा.
उसके बाद मैंने उसकी कमीज ऊपर कर दी, तो वो कुछ नहीं बोली, क्योंकि अब वो पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी, उसने सेक्सी ब्लेक ब्रा पहन रखी थी और वो अपने बूब्स को अपने दोनों हाथों से छुपाने लगी थी. फिर मैंने टाईम ख़राब नहीं करते हुए उसको फिर से किस करना शुरू कर दिया और उसकी ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स को सहलाता रहा और फिर उसकी पीठ पर अपना एक हाथ ले जाकर उसकी ब्रा के हुक को भी खोल दिया.
फिर में उसे अपनी गोद में बैठाकर सक करने लगा. फिर 20 मिनट तक उसके बूब्स सक करने के बाद मैंने उसकी सलवार की तरफ अपना एक हाथ बढ़ाया और उसका नाड़ा खोल दिया, क्योंकि वो कैबिन पूरा पैक था, कोई भी नहीं देख सकता था और फिर मैंने उसके बूब्स को सक करना स्टार्ट रखा. अब उसके मुँह से अजीब-अजीब सी आवाज़े आ रही थी, अब वो मस्त हो गई थी.
मैंने उसकी सलवार आधी नीचे कर दी और उसकी ब्लेक पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को चूसने लगा, तो वो और आवाजे निकालने लगी. फिर मैंने धीरे-धीरे उसकी पेंटी को भी नीचे कर दिया और उसकी चूत को सक करने लगा. अब वो मेरे सामने एक तरीके से नंगी हालत में बैठी हुई थी और कुछ बोल भी नहीं रही थी. फिर मैंने लगभग 10 मिनट तक उसकी चूत को सक किया और जैसे ही वो झड़ने वाली थी, तो में सक करने से हट गया, तो वो बिना पानी की मछली की तरह तड़प उठी और चूत को अपनी उंगलियों से चोदने लगी.
फिर मैंने उसके दोनों हाथ कसकर पकड़ लिए, तो वो मेरे आगे गिड़गिडाने लगी कि प्लीज मेरी चूत को चाटो, तो मैंने कहा कि एक शर्त पर करूँगा, पहले तुम्हें मेरे लंड को चूसना होगा, तो वो मान गई और मैंने उसे मेरी पेंट की चैन खोलने को कहा, तो उसने खोल दी.
वो मेरे लंड को देखकर बोली कि ये मेरे मुँह में कैसे आएगा? तो मैंने कहा कि में बताता हूँ और फिर मैंने अपना लंड उसके मुँह में थोड़ा सा डाल दिया. फिर उसके बाद धीरे-धीरे वो खुद ही उसे अंदर लेती गई और मेरे पूरे लंड को अपने मुँह में डालकर सक करने लगी और अब उसका एक हाथ मेरे बॉल्स के साथ खेल रहा था और में उसके बूब्स के साथ खेल रहा था.
थोड़ी देर तक चूसने के बाद वो बोली कि प्लीज अब मेरी चूत सक करो, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है. अब वो अपनी आहें निकालते हुए भी डर रही थी कहीं बाहर आवाज ना चली जाए. फिर मैंने कहा कि अब में सक नहीं करूँगा बल्कि तुम्हारी चूत में लंड डालूँगा. तो वो कहने लगी कि इतना बड़ा मेरी चूत में कैसे आएगा? मुझे तो तुम्हारी उंगली से भी दर्द होता है, तो में ये कैसे सहन करूँगी?
फिर मैंने उससे कहा कि तुम्हें डरने की जरूरत नहीं है, थोड़ी देर दर्द होगा, लेकिन फिर बाद में तुम भी इन्जॉय करोगी और फिर मैंने उससे कहा कि ये औरतों की चूत का छेद बहुत बड़ा होता है क्योंकि यहाँ से इतना बड़ा बच्चा निकल जाता है, तो मेरा लंड तो आराम से जाएगा. फिर उसके बाद मैंने उससे अपने लंड पर थूक लगवाया और उसकी चूत पर भी लगाने को बोला और अपना लंड उसकी चूत में अंदर डालने की बजाए उसके होंठो पर ही रगड़ने लगा, तो वो थोड़ी देर में ही बोल उठी कि प्लीज अंदर करो. फिर उसके बाद मैंने अपना लंड थोड़ा सा अंदर किया, तो वो दर्द से तड़पने लगी.
मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अपने लंड को वहीं पर रखकर थोड़ा सा हिलाने लगा. अब जब वो इन्जॉय करने लगी और तो मैंने एक ज़ोर से झटका दिया तो मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया और वो दर्द से तड़पने लगी, लेकिन अब मेरे सब्र का बांध टूट चुका था और में उसकी परवाह नहीं करते हुए अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा था.
फिर वो थोड़ी देर तक तो दर्द महसूस करती रही, लेकिन बाद में वो भी इन्जॉय करने लगी और उसके मुँह से आवाजे आने लगी आआआआह, ऊऊओ, ऊऊओह और ज़ोर से चोदो समीर और ज़ोर से और अंदर करो. फिर मैंने कहा कि क्यों, ये सब तो तुझको अच्छा नहीं लगता था ना? साली अब लंड का स्वाद आ रहा है ना? आज तो में तेरी पूरी फाड़ दूँगा और फिर लगभग 15 मिनट की चुदाई के बाद मेरा झड़ने वाला था. अब इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी, तो मैंने उससे कहा कि मेरा पानी निकलने वाला है और उससे पूछा कि अंदर निकालूं या बाहर? तो उसने बोला कि बाहर ही निकालना, में प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती हूँ.
मैंने उसकी चूत में से अपने लंड को बाहर निकालकर उसके मुँह में डाल दिया और उसके मुँह को चोदने लगा, तो थोड़ी देर में ही मेरा पानी निकल गया. फिर थोड़ी देर तक तो में उसको किस करता रहा और 15 मिनट तक किस करने के बाद हम दोनों उठे. अब दोपहर के 2 बजने वाले थे और उसे घर भी जाना था, तो फिर हम दोनों ने अपने आपको फ्रेश किया और उसको उसके घर के पास छोड़कर आ गया. फिर हम दोनों को जब कभी भी कोई मौका मिला, तो हमने खूब चुदाई की और खूब इन्जॉय किया.
समाप्त।