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Poem No 41 पल दो पल के लिए

पल दो पल के लिए

हम तुमसे जुधा ना होना चाहते है

हर पल बस हर पल हम

तुम्हारा साथ रहना चाहते है

यह तकदीर भी क्या जो

हमें तुमसे जुधा कर रहे है

पर हम नहीं हारने वाले है

तुम्हारे और बस तुम्हारे ही साथ रहेंगे

----Raj