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life only making by twist

तो कहानी शुरू होती और हमें बताया जाता है लक्ष्य अब पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला एक आम विद्यार्थी था जो सबको लगता था।

लेकिन जो पांचवी कक्षा तक आते-आते उसके साथ चीज हो गई थी उसकी जानकारी किसी को नहीं थी बस उसके परिवार वालों को ही थी।

मैं आप लोगों को बताता हूं कि इन पांच सालों में ऐसा हुआ क्या जिसके कारण लक्ष्य की एक अलग पहचान बन गई है परंतु वह किसी को पता नहीं है और छुपाने पड़ रही है।

बात शुरू होती है जब लक्ष्य पहली कक्षा में आता है और एक आम विद्यार्थी के तौर पर अपनी पढ़ाई करने लगता है उसके पिता को पता चलता है कि लक्ष्य ने उसके स्कूल की जितनी भी किताबें थी वह सारी पड़ती जिसके कारण अब उसे कोई और किताब उधर पढ़ने को नहीं मिल रही है जिस कारण पर वह अपनी बहन के साथ तय करता है कि अपने शहर की बड़ी सी बड़ी लाइब्रेरी में जाकर बढ़िया-बढ़िया जानकारी रखने वाली किताबों को पड़ेगा उनमें से किताब की जानकारी अपने दिमाग में स्थाई रूप से धारण करेगा वह ऐसा ही करता है उसे 3 महीने लगते हैं।

उसके पूरे शहर के सारे लाइब्रेरी की किताबें की एक-एक छोटी से छोटी जानकारी उसके दिमाग में जैसे कि छप गई हो ऐसे दर्द हो जाती है पर वही नहीं रुकता वह क्योंकि अब शहर से बाहर जाकर कोई किताब तो पढ़ नहीं सकता था।तो इंटरनेट का सहारा लेकर इंटरनेट पर पड़ी सारी किताबें को 3 दिन में खत्म कर देता है क्योंकि अब लक्ष्य ने कई किताबें पड़ी थी तो उसे कई किताबों से कई तरह की बातें पता चल चुकी थी और जो किताबें इंटरनेट पर पढ़ रहा था उनमें से कई बातें उसे पहले ही पता हो करती थी।

इस कारण के वजह से उसे ज्यादा आसानी हुई ज्यादातर किताबों को पढ़ने समझने और उनकी जानकारी को अपने दिमाग में इकट्ठा करने के लिए एक दिन वह ऐसे ही इंटरनेट पर किताबों के जानकारी के बारे में देख रहा था ।

उधर वह देखता है की किताबें से जुड़ी बातें या करनी हो बतानी हो तो आप वहां एक डिस्क्रिप्शन बॉक्स होता है उसमें बोल सकते हो और किताब लिखने वाला जो होता है वह उसे देख सकता है और उसके साथ-साथ जो उसकी किताब पढ़ते हैं वह भी पढ़ सकते हैं ।

उसे पर लक्ष्य लिखता है कि आपकी किताब तो अच्छी थी पर आपकी जो हृदय पर लेकर थ्योरी है यानी कि आपकी हार्ड पर लिखकर जो थ्योरी है वह मेरे को लगता है थोड़ी गलत है ।

जिस पर कुछ दिनों के लिए वे दोनों तरफ से जब भी समय मिलता एक दूसरे का जवाब देते और कभी-कभी तो दोनों एक साथ जवाब दे रहे होते ऐसे ही कुछ दिनों तक उनकी बातें चलने लगी पर किताब लिखने वाले शख्स कोई आम शख्स नहीं थे वह इंटरनेशनल कॉलेज के प्रोफेसर थे साथ ही साथ लक्ष्य ने ऐसी कई किताबों के कई जवाब भी दिए थे जिनके प्रोफेसर भी अब लक्ष्य को जानने लगे थे ।

उन्हें पता था एक होशियार लड़का जो उनके विषय में रुचि रखता है वह उनकी किताब पढ़ता है और उसे जुड़े हुए उनके सवाल और अपने सवाल रखना है उनके सवालों का जवाब भी देने की कोशिश करता है और उनके पास अपने सवालों में से निकले कुछ और नए सवाल उन्हें देता है ताकि वह उनके जवाब दे ।

सके जिससे उनकी एक छोटे से लड़के से मित्रता हो जाती है पर उन्हें यह कभी नहीं पता चला कि वह आखिर एक छोटा सा लड़का है जो पहली कक्षा में सिर्फ अभी पढ़ रहा है उनकी नजर में तो वह एक बहुत बुद्धिमान प्रोफेसर की तरह था।

जो अपनी सूझबूझ से उनकी सहायता करने की प्रयास कर रहा था लक्ष्य उनसे बात भी इस तरह से करता है जैसे कोई बड़ा समझदार उनसे बात कर रहा हूं बिल्कुल नरम सुहाब से पेश आता है।

ऐसे ही करते-करते पूरा साल भी चुका होता है वे लोग तय करते हैं कि एक बार वह इंसान से मिलना चाहते हैं वे सारे के सारे तय करते हैं ।

वे सॉरी अलग-अलग दिन लक्ष्य को बोलते हैं कि हम आपसे मिलना चाहते हैं लक्ष्य उन्हें बोलना है कि मैं भारत में रहता हूं और मेरी घर की जगह आपको मैं भेज दूंगा बस आप अपनी इंटरनेट आईडी जिसके द्वारा मैं आपसे और आप मुझसे बात कर सके वे पहले दे देना ताकि हम आसानी से मिल सके और मैं आपको अपनी आसानी से घर का पता भी दे सकूं क्योंकि ऐसे इंटरनेट पर अपने घर का पता और जानकारी देना सुरक्षित से खाली नहीं होता तो एक स्थाई रूप वाले प्लेटफार्म सिर्फ हम दो की बात हो रही हो वह भी सुरक्षित होना चाहिए और उसे पर हम अपनी जानकारी साझा कर सके और वह कोई तीसरा व्यक्ति ना ले सके या देख सके ऐसा होना चाहिए यह आइडिया सबको बहुत पसंद आता है।

वे लोगों को लक्ष्य एक ही दिन पर अपने साथ मिलने के लिए बुलाता है और सबको बताता है कि वह कैसे औरों से बात करता है और अलग-अलग तरह के प्रोफेसर जिन यह किताबें लिखी है वह कैसे अब उससे भी मिलना चाहते हैं।

और इसीलिए उसने उन्हें एक साथ ही बुलाया है यह वह हर एक प्रोफेसर को बता देता है क्योंकि जितनी उसने किताबों के जवाब दिए थे वह कम से कम 3 लाख थी पर जो महान प्रोफेसर जिसे वह बात कर रहा था जो इंटरनेशनल लेवल की किताबें लिखते हैं या मैं कहूं वह इंटरनेशनल कॉलेज जैसी जगह के प्रोफेसर हो सकते हैं उधर के कई गुना ज्यादा प्रसिद्ध जीनियस है और ऐसे जिनसे बात करता है वह कम से कम पांच है पर वह 5 यह बात सुनकर कि वह इन प्रोफेसर की किताबों के द्वारा ही उनसे बात करता है।जैसे वह उनसे बात करता है वह खुश होते हैं क्योंकि लक्ष्य ने उन्हें सारी बात सीधी सीधी और साफ बताती थी किसी झंझट में नहीं रखा था या कोई बात छुपाने की लायक थी ही नहीं लक्ष्य को कोई बात इसमें ऐसी लगी ही नहीं कि उसे छुपानी चाहिए उसे हिसाब बता दे लक्ष्य को लग रहा था यह जल्द सदा 30 40 साल के नौजवान होंगे जिन्हें किताब लिखिए और वहीं उन प्रोफेसर को लग रहा था कि लक्ष्य एक 30 40 साल का नौजवान हो सकता है जिसने उनका जवाब दिया है।

(और वह 3 लाख किताबों के जवाब उसे ऐसे दे दिए क्योंकि वह कम से कम साल भर से ज्यादा इंटरनेट की दुनिया को देख रहा था और उसे पर किताब पढ़ रहा था और वह भी बहुत बढ़िया वाली जिन्हें कुछ ही लोग समझ पाते हैं उन किताबों में उलझाने वाली समस्याओं को वह समझता और उनका जवाब है लिखना पसंद करता ताकि और लोग जो समझ ना पाए हैं उन्हें वह समझ सके और उनकी जानकारी बढ़ाने में मदद कर सके इसीलिए वह हर एक किताब का जवाब देना जरूरी समझता था और खास तौर पर जो उनके ऑथर होते हैं जिन्हें वह सिर्फ 30 40 साल का एक नौजवान युवक समझता है उनकी भी समझ को बढ़ाने का प्रयास करने की कोशिश में लगा रहता।)

हमें बताया जाता है जो लक्ष्य ने दिन तय किया होता है वह दिन होता है 26 जून 2007 जिस दिन हमारा संविधान लागू हुआ होता है तथा गणतंत्र दिवस उसी दिन वह उसे भारत मिलने आते है यह बात पता चलती है भारत की सिक्योरिटी डिपार्टमेंट और इंटेलिजेंट डिपार्मेंट को इसकी भनक लगते हैं।

वे लोग अपने हाईएस्ट ऑफिसर्स को इन प्रोफेसर की एक-एक जानकारी बताते हैं यह प्रोफेसर कुछ छोटे-मोटे हंसते नहीं थी।

या इनको छोटा सा खरोच भी आ जाता भारत में तो भारत को कई देशों को जवाब देना पड़ सकता था और इनको यहां आता देख पूरा भारत हल चुका था क्योंकि यह पांच देखने में चाहे बुजुर्ग लगते हैं पर उनकी बुद्धि की प्रशंसा कोई दुनिया करती है।

आज भी कोई भी देश उनके सामने अपनी मनमानी करवाते हुए इसे कोई भी काम नहीं कर पा सकता यानी कि या नहीं यह कह दिया कि नहीं इस काम में दिलचस्पी नहीं है यह नहीं करेंगे तो नहीं करते चाहे अब इसके लेने कितना भी चलिए किया जाए यह उससे बचने के लिए आत्महत्या तक कर सकते हैं।

जो पूरी दुनिया नहीं संभाल पाएगी और जो देश उसको करने में मतलब उन्हें करवाने के लिए मजबूर करेगा उसे देश के खिलाफ कई देश खड़े हो जाएंगे और उनकी सबसे बड़ी ताकत यह प्रोफेसर पहले ही चले जा चुके होंगे ऊपर तो इन सब से नहीं पढ़ने के लिए उनके पास कोई भी तरह का साधन नहीं होगा चाहे यह प्रोफेसर किसी भी स्तर में काम करते हो पर हर एक तारा में उनकी मान्यता बहुत थी हर एक देश इनका मित्र बनना चाहता था और चाहता था ।कि यह ऐसे प्रोफेसर से अपनी जान पहचान बना सके।

लेकिन वे प्रोसेसर सोच रहे थे कि इतना बढ़िया जीनियस इस छोटे से देश में क्या कर रहा है वे चाहते थे कि लक्ष्य जैसे जीनियस उनके साथ चले और उनके साथ उनके रिसर्च में उनकी सहायता करें लेकिन लक्ष्य क्या इनके साथ जाएगा?

जब वह पांचो प्रोफेसर अपने आप को एक दूसरे से मिलते हैं और उनके मिलते ही वह एक दूसरे को पहचान जाते हैं कि यह कितने महान और उच्च स्तर के प्रोफेसर है जिन उसे नौजवान की अकल मंडी को देखते हुए वह भी उससे मिलने आए हैं वैसे तो वह सारे एक दूसरे को जानते ही होते हैं पर एक दूसरे को यहां देखकर वह और खुश होते हैं क्योंकि यह अलग-अलग देश की प्रोफेसर होते हैं और लक्ष्य इसे इन्हीं की भाषा जो उसने किताबों से पढ़कर सीखी थी उसी के द्वारा बात करता था वह इन्हीं की भाषा में इन्हीं को हमेशा जवाब दिया करता था जैसे की कोई प्रोफेसर फ्रांस से है तो उसे फ्रेंच में ही लिखकर जवाब देगा उसका जवाब भी फ्रेंच का सवाल का जवाब फ्रेंच में ही वह वापस करता है।

वे आपस में अपनी सारी बातें शेयर करते हैं और उन सबको हैरानी होती है कि लक्ष्य जैसा एक लड़का जो उनका ध्यान खींच सकता है वह कम से कम पांच तरह की लैंग्वेज से ज्यादा जानता है और इस लैंग्वेज में उनसे बात भी करता है उन्हीं की भाषा में उनका जवाब देना उनके सवाल पढ़ना उनको और पसंद आता है कि यह हर एक प्रोफेसर को उसी के सवाल का जवाब उसी की भाषा में देता है ताकि उसके हृदय को इस ना पहुंचे और उसके देश की और देश की भाषा की सम्मान को वह किसी भी तरह से ठेस ना पहुंचाएं इसका भी ध्यान रखना है जो उन्हें और उसका प्रशासक बना देता है।

वे लोगों एयरपोर्ट से निकलने लगते हैं तभी उनके सामने उनके प्रोटेक्शन के लिए कई ब्लैक कमांडो उनको घूरते हुए खड़े हो जाते हैं वे लोग सोचते हैं कि आखिर यह लोग उन्हें ऐसा क्यों घर रहे हैं।

उन्हें लगता है कि यह उनका कोई स्वागत का तरीका होगा पर तभी कई गाड़ियां चलाते हुए आती है और उसे से एक गाड़ी के अंदर से कंट्री के होम मिनिस्टर निकलते हैं यानी कि भारत की होम मिनिस्टर निकलते हैं और वह उन पांचो प्रोफेसर का स्वागत करते हुए कहते हैं कि आप 5 को हमारे देश में आकर कैसा लग रहा है और आप इधर किस से मिलने आए हैं मैं आपसे पूछना चाहता हूं वैसे यह मेरा हक नहीं बनता कि मैं आपसे कोई सवाल करूं या आप मेरे सवाल का जवाब दे पर मुझे लगता है की आप समझ सकते हैं कि आपकी जान पर या किसी तरह के खतरा आया तो हमारे देश पर बहुत बड़ी आफत आ सकती है और इसीलिए हम आपकी सुरक्षा का इंतजाम करना चाहते हैं और इसीलिए सिर्फ आपको हम इतनी कड़ी सिक्योरिटी में रख रहे हैं।

वे लोग अपना कारण बता देते हैं और कहते हैं कि हम इस जीनियस से मिलने आए हैं जो आपकी इस देश में पहला बड़ा और बड़ा हो रहा है वह आगे जाकर पूरी दुनिया का एक बहुत बड़ा काबिल होशियार जीनियस बन सकता है जो एक नौजवान है अभी पर जब तक भेजिएगा तब तक अपने देश को शायद कोई खतरा न हो जब तक वह आपके देश में तब तक तो कहेंगे या उसे किसी और देश ने अपने देश में रख लिया तो हम कुछ नहीं कह सकते या कर सकते हैं।

वे लोग लक्ष्य के दिए गए पाते पर पहुंच जाते हैं और वह देखकर हैरान होते हैं कि इतना बड़ा जीनियस इतने से छोटे घर में रहता है वह लक्ष्य के घर के सामने ही होते हैं।

उन्हें लक्ष्य का नाम भी लक्ष्य ने बताया होता है कि मेरा नाम लक्ष्य है तो वह उसके घर में जाते हैं।

उसके पिता सोफे पर बैठकर टीवी देख रहे होते हैं और अचानक उनके घर में ब्लैक कमांडो घुस जाते हैं वह देखकर घबराते हैं कि आखिर इतने सारे ब्लैक कमांडो उनके घर में क्या कर रहे हैं।

उन पांच प्रोफेसर को थोड़ी गलतफहमी होती है वह लक्ष्य के डैड को लक्ष्य समझ लेते हैं और कहते हैं तो आप है लक्ष्य आपकी थ्योरी और आपकी रिसर्च बहुत कमाल की है।

हम उसे पर आपसे चर्चा करना चाहते हैं लक्ष्य के पिता उन्हें कुछ कह नहीं जा रहे होते कि तभी अचानक से लक्ष्य की मां अंदर से इतना शोर सराव सुन के आ जाती है जो ब्लैक कमांडो होते हैं वह जब अपनी जगह पर जा रहे होते हैं तो उनके जूते की आवाज बहुत जोर की होती है जो आवाज लक्ष्य की मां को बाहर खींच लाती है और उसी को देखने के लिए वह बाहर आती है और अपने पति पर चिल्लाते हुए कहती है कि तुम यह क्या कर रहे हो कि तभी वह ध्यान से देखती है तो कहती है कि इतने सारे ब्लैक कमांडो जिन्हें हमने सिर्फ पास तक टीवी पर देखा है वे लोग हमारे घर में क्या कर रहे हैं मैं जान सकती हूं वह अपने पति को देखते हुए कहती है क्या तुम कोई टेररिस्ट हो जिससे यह सारे मिलने आए हैं या तुम्हें यह पकड़ने आए हैं या तुम कोई सीक्रेट एजेंट हो जो अपनी आइडेंटिटी को छुपाते हुए हमारे साथ रह रहा था अब ऐसा मत कहना तुम एक टेररिस्ट हो जिसका पता इन्हें चल चुका है और तुम पूरे देश को उड़ाने का प्लान कर रहे हो।

लक्ष्य के पिता कहते हैं तुम मुझसे क्यों मुझे ले रहे हो वैसे ही मैं देखकर डराओ और यह मेरे को लक्ष्य समझ रहे हैं वैसे लक्ष्य मेरा बेटा है उन्हें बोलते हुए वह एकदम चुप कर देता है सब शांति से एक दूसरे को देखने लगते हैं फिर वह प्रोफेसर बोलते हैं तो ऐसी बात है वह आपका बेटा है तिलक से तो फिर तो हम उसी से मिलने आए हैं।

वह एक बहुत कम जीने से जिसने हमारी कई बार मदद करी है वह एक साल से भी ज्यादा हमसे बात कर रहा है और वह भी इंटरनेट के द्वारा इंटरनेट पर उसने हमारी किताबें पड़ी जिसके बाद हमसे कुछ बातें करने लगा इसके बाद जो हमारे सामने परेशानी आती हम उसके समाधान के लिए उससे पूछते और उसका जवाब वह देता या उसका कोई सवाल होता तो उसका जवाब हम दे देते इसी तरीके से हमारी दोस्ती बढ़ने लगी और अब वह हमारा बहुत खास मित्र है।

यह बात उनके बीच खड़ा एक ट्रांसलेटर उन्हें ट्रांसलेट करके बता रहा होता है असल में एक ट्रांसलेटर वह होता है जो लोगों की बात को उनकी भाषा समझकर दूसरे को समझता है।

यह इंसान होता है यह पहले उन प्रोफेसर की बात सुनता और फिर लक्ष्य के माता-पिता को बताता जिससे उन्हें भी हैरान हो जाती कि वह इन जैसे लोगों को कैसे जानता है।जो इतनी ताकत रखते हैं कि उनके घर में भी आ गए और साथ ही साथ उनकी सुरक्षा के लिए कई सारे ब्लैक कमांडो और...

की तभी कई देर से बाहर खड़े भारत की होम मिनिस्टर थे जो घर में आ नहीं रहे थे क्योंकि उन्हें लगा कि जिनसे उन्हें मिलना है उनसे वह मिल चुके हैं और बात कर रहे होंगे मैं तभी अचानक से अंदर आते हैं और तभी वह पांच प्रोफेसर बोलते हैं कि है वे इंसान नहीं जिससे हम मिलना चाहते हैं वह इनका बेटा है और वह अभी इधर नहीं है हम शाम को उससे मिलने आ सकते हैं पर लेकिन लक्ष्य के माता-पिता यह देखकर एकदम हैरान हो जाते हैं कि ब्लैक कमांडो की सिक्योरिटी के साथ-साथ भारत के होम मिनिस्टर जो कहीं गुना ज्यादा बिजी होते हैं जिन पर कई कामों का बोझ होता है वह उनके घर में कदम रख रहे हैं और जिनको वह लाए हैं वह भी कुछ छोटे-मोटे शख्स नहीं और उनके बेटे से वह मिलना चाहते हैं।

पर तभी लक्ष्य के पिता कहते हैं वह सब तो ठीक है पर आप मेरे बेटे लक्ष्य जो सिर्फ अभी ढंग से बाद भी नहीं हुआ एक सिर्फ पांच साल का बच्चा और पहली क्लास में पढ़ने वाला बच्चा है उसे आप मिलना क्यों चाहते हैं यह सुनकर वहां सारे के सारे हैरान और परेशान हो जाते हैं कि लक्ष्य जिससे वह इतनी दूर से मिलने आए हैं वह एक छोटा सा बच्चा है यह सुनकर वह प्रोफेसर भी हिल जाते हैं और कहने लगते हैं कि यह नहीं हो सकता वह तो हमसे जब भी बात करता था वह एक ऐसे नौजवान की तरह बात करता था जैसे कि उसकी समझ 40 50 साल के प्रोफेसर से भी कहीं गुना ज्यादा हो हमारी उम्र चाहे 30-90 के बीच में ही क्योंना हो पर हमें जब भी उससे बात करते थे तो ऐसा कभी नहीं लगता था कि वह एक 5 साल का बच्चा होगा ऐसा कैसे हो सकता है।

लक्ष्य के पिता उन्हें सारी बात बताते हैं कि वह जब पैदा हुआ था तो उसके अगले ही दिन बोलने लगा और कैसे उसकी किताबों में कई गुना रुचि थी जो नर्सरी के बच्चे हुआ करते थे उनकी उम्र में तो वह बड़ी-बड़ी लाइब्रेरी के किताबों को देखकर दिन भर दिन पढ़ के खत्म कर देता था।

तभी लक्ष्य जो होता है वह बाहर से आ जाता है असल में वह अपनी बहन के साथ बाहर जो पतंग उड़ रही थी उनको देखने गया था उसकी बहन को उन पतंग में कई गुना रुचि थी वह देखकर अब वापस आ चुके थे।

इसकी परमिशन वह अपने माता-पिता से पहले ही लेकर जा चुके थे पर वापस आते ही वे पांच प्रोफेसर लक्ष्य को देखकर पूछते हैं आखिर यह है कौन?

लक्ष्य के पिता बताते हैं कि यही तो है लक्ष्य जिससे आप मिलना चाहते थे जो सुनकर वे सारे पांच प्रोफेसर बहुत खुश होते हैं वे सारे फिर बोलते हैं।

हमें फर्क नहीं पड़ता इससे मिलना चाहते थे उसकी अकाल से हमें मतलब है ना कि उसकी उम्र से वह चाहे 5 साल का बच्चा हो या 20 से ऊपर साल का नौजवान बस हमें तो इससे बात करनी थी हमें जो भी सवालों के जवाब चाहिए थे उनके विषय में फेस टू फेस बात करनी थी अभी हमारे सामने है तो हम बात कर सकेंगे।

वे लोग लक्ष्य से बात करने के लिए लक्ष्य को अकेले में बोलते हैं लक्ष्य उनके साथ अपने कमरे में चल जाता है उन पांचो को वह समझता है की उम्र चाहे मेरी छोटी है पर मेरे को जितनी नॉलेज चाहिए थी जानकारी चाहिए थी वह एक प्रोफेसर की नजर से भी कहीं गुना जाता है आपको जितना लगता है मैं उससे भी कहीं गुना ज्ञान को धारण करके बैठा हूं जिसकी मदद से मैं आपको आपकी भाषा में जवाब भी दे सकता हूं और आपकी भाषा में बात भी कर सकता हूं जैसे कि मैं अभी कर रहा हूं मैं आपके सवालों का जवाब आपकी ही भाषा में दे रहा हूं जो मेरी एक छोटी सी कला है जो मैंने सिर्फ किताबों को देखकर सीखी है लक्ष्य से वह पांच प्रोफेसर बोलते हैं तुम्हारी जानकारी नॉलेज और जितना तुम होशियार हो उसे सबके सामने तो पहली क्लास के बच्चे बिल्कुल नहीं लगता पर फिर तुम क्यों पढ़ाई कर रहे हो जब तुम जानते हो कि तुम अपनी संता से भी कहीं गुना ज्यादा जान चुके हो पढ़ चुके हो पहले ही फिर भी तुम इन छोटे से बच्चों के पीछे अपनी छोटी सी पढ़ाई पर क्यों ध्यान देना चाहते हो।

लक्ष्य कहता है मैं अपनी जिंदगी को जीना चाहता हूं मैंने कई किताबें पड़ी मैंने सिर्फ जानकारी इकट्ठा करने वाले किताबें नहीं पड़ी मैंने कई फेंटेसी नोवेल्स सस्पेंसिंग नोवेल्सभी पड़ी है मैं सिर्फ जानकारी कोई खट्टा रखने वाली किताबों में ही दिलचस्पी नहीं रखता था मुझे हर किताब पढ़नी थी मैंने जितनी थी वह सारी पर थी जिससे मुझे समझ आया की यह मैं इतनी जानकारी इकट्ठा कर लूं तो उसकी सजा करके मैं औरों की मदद करो पर उसे जो मेरी पोस्ट चेंज होगी।

मैं उसको ना चेंज करो क्योंकि मैं अभी एक छोटा सा बच्चा हूं और मुझे भी अपनी इन शुरुआती बचपन के दोनों को इन बुजुर्गों की साथ तो बिताना होगा नहीं मैं भी चाहूंगा कि मैं बच्चों की तरह हंसो खेलो और को दो जब मुझे यह सब समझ भी है।

कि यह सारी चीज मिले जरूरी है इसीलिए मैं बस आप लोगों के साथ अपनी जानकारी को साझा कर सकता हूं और उसके बदले आपसे मैं कुछ चीजों की डिमांड करना चाहूंगा मुझे आपके साथ जानकारी साझा करने में कोई दिक्कत नहीं पर मैं सोच रहा हूं कि इससे मेरे परिवार को अब कोई फायदा नहीं हो रहा है।

तो मैं आपसे सिर्फ अपनी प्रतीक सवाल के जवाब के बदले $100 चार्ज करूंगा जो आप जैसे प्रोफेसर के लिए ज्यादा बड़ी रकम नहीं होगी पर मेरे परिवार के लिए $100 कहीं गुना ज्यादा रकमहोगी जो 4408 रुपए में बदल जाएंगे और मैं जिस देश में रहता हूं उसे देश में इतनी सी रकम भी काम नहीं है।

इसमें भी मैं कहीं गुना ज्यादा चीज कर सकता हूं और यह पैसे मैं अपने परिवार की सहायता में लगा सकता हूं मैं आपसे इन पैसों की डिमांड इसलिए कर रहा हूं ताकि मैं अपने परिवार को सहायता दे सकूं और मैं आपसे चाहता हूं कि जब मुझे आपकी किसी तरह की सहायता चाहिए तब मैं सहायता ले सकूं।

इसके बाद यह सारी बातें वह प्रोफेसर वापस जाने के बाद अपने जैसे कई प्रोफेसर को बताते हैं और सारे प्रोफेसर लक्ष्य का टेस्ट लेने के लिए इंटरनेट के लिए पर जाकर उसकी जो एक आईडी होती है।

जिस पर वह सब कुछ जानकारी देने के लिए बैठता है उधर वह कुछ सवाल पूछते हैं जिसका वह$100 चारज करता है $100 देने के बाद आप सवाल वहां लिख सकते हो सब शॉट डाउनलोड दे देते और उसका अपना सवाल देखते हैं हर सवाल का जवाब लक्ष्य दे देता उनके जवाब मिलने के बाद सारी प्रोफेसर उसे पर ध्यान सोचते और उन्हें पर चल जाता कि यह सवाल का जवाब सही है कि नहीं और वह उसका इस्तेमाल अपने इस तरीके से करते जिससे उन्हें कहीं गुना ज्यादा फायदा होता और इसीलिए लक्ष्य को एक और आइडेंटिटी मिल गई इंटरनेट पर डी मास्टर इंटरनेट सब उसके इस प्लेटफार्म जिस पर वह सब कुछ जवाब देता था उसको सब मास्टर इंटरनेट कहते थे।

उसे पर आपको हार्दिक सवाल का जवाब मिल सकता था बस वह सवाल इस तरह के होने चाहिए जिनका जवाब देना मुमकिन हो पर लेकिन कुछ लोग अटपटे सवाल पूछते पर उनको हैरत से जवाब मिलते और उनके सवालों के जवाब इस तरह होते कि उन्हें भी सोचने पर मजबूर कर देते कुछ प्रोफेसर भी ऐसा ही करते और उन्हें भी ऐसे ही कुछ जवाब मिलते उन्हें इस पर सोचना पड़ जाता और वह सवाल भेजो उनको थ्योरी मिलती है।

मतलब कोई जवाब वाली थ्योरी जो मिलती है उसे पर वह सोचते और विचार करके उन्हें भी लगता कि हां इस लड़के ने बिल्कुल सही कहा यह कहीं ना कहीं सही है और ऐसे करते-करते लक्ष्य महीने का भी नहीं दिन का तीन-चार करोड़ से ज्यादा कमा सकता था क्योंकि उसे ऐसे कई प्रोफेसर थे जो हजारों करोड़ से भी ज्यादा सवाल पूछते और हर एक सवाल कब है बिल्कुल साधारण रूप से जवाब दे।

देता उसके जवाब से सब सहमत और उन्हें जवाब भी बिल्कुल देखने पर सही लगता जवाब की जब है पुष्टि करते कि हां यह ऐसा करने पर क्या सही में होगा तो वह हकीकत में बन सकता था मैथमेटिक्स का सवाल हो या किसी भी तरह का हर एक विषय में वह कई गुना ज्यादा आगे होता जा रहा था उसकी लैंग्वेज को पढ़ने की कल भी कहीं गुना ज्यादा काम आ रही थी क्योंकि कई लोग अपनी ही भाषा में लिखते थे और वह उनका जवाब भी उन्हीं की भाषा में देता था उसकी उसे आईडी पर यह भी लिखा था कि या आप अपनी ही भाषा में कोई सवाल पूछोगे तो आपको जवाब अपने ही भाषा में मिलेगा इसके लिए कोई दिक्कत वाली बात नहीं है।

यह कुछ ज्यादा ही कर दिया हो तो माफ करना थोड़ा ज्यादा ही लंबा चैप्टर बना दिया तो इसके कारण में मैं ज्यादा जल्दी चैप्टर नहीं ला पाऊंगा मैं कोशिश कर रहा हूं जल्दी से जल्दी चैप्टर लाने की शनिवार का वेट न करते हुए मेरे को जब भी मौका मिल रहा मैं चैप्टर बन रहा हूं क्योंकि मैं पेपर खत्म हो चुके और अभी मेरे को भी पता है बहुत से लोग नहीं पढ़ पा रहे होंगे चैप्टर या बहुत से लोग बाद में पढ़ेंगे चैप्टर अभी तक पढ़ना भी शुरू नहीं करो कुछ लोग तो नहीं होंगे तो हां पढ़ो आगे कुछ समय रुको या नए हो या मेरे कई चैप्टर और आ चुके हैं सबको पढ़ो पता चल जाएगी यह कहानी कैसे जुड़ रही है और क्या इसमें धमाकेदार आएंगे आगे दिख जाएंगेधन्यवाद।

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