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लाइब्रेरी ऑफ़ हैवेनस पाथ

दूसरी दुनिया में लांघने पर, जहांग वान ने खुद को एक सम्मानित शिक्षक के रूप में पाया। उसके पारगमन के साथ, उसके दिमाग में एक रहस्यमय पुस्तकालय दिखाई दिया। जब वह किसी चीज को देख लेता, भले ही वह एक इंसान हो या कोई वस्तु, उसकी कमजोरी पर एक किताब अपने आप ही उस लाइब्रेरी में आ जाती। इस प्रकार वह बहुत प्रभावशाली हो गया। “सम्राट झुओयांग, आप अंडरवियर पहनने से परहेज क्यों करते हैं? एक सम्राट होते हुए, क्या आप अपनी छवि पर थोड़ा और ध्यान नहीं दे सकते?" “परी लिंगलोंग, अगर आपको रात को नींद ना आए तो आप मुझे बुला सकती हैं। मैं लोरियाँ गाने में कुशल हूँ!" "और आप, दानव राजा कियानकुं! क्या आप लहसुन लेना कम कर सकते हैं? क्या आप मुझे इस बदबू से मारने की कोशिश कर रहे हैं?” यह शिक्षक और छात्र के संबंधों के बारे में, दुनिया के महानतम विशेषज्ञों को तैयार करने और उनके मार्गदर्शन के बारे में, एक अविश्वसनीय कहानी है।

Heng Sao Tian Ya · 東方
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69 Chs

बाई क्सुन का टूट जाना

翻訳者: Providentia Translations 編集者: Providentia Translations

"यह..."

भीड़ एक दूसरे को अचंभित हो कर देख रही थीl

[यह, मास्टर लू चेन हैं, बादशाह के गुरुl इनपर वार करने की हिम्मत किसने की, और किसने इन्हें इतनी बुरी तरह मारा?

और, क्या तुम दोनों पढाई के कक्ष में नहीं गये थे? तुम वापस क्यों आये... ऐसे?

क्या यह हो सकता है कि ये दोनों वहां पढने नहीं गए थे, लेकिन ...लड़ने गये थे?

सौम्य दिखने वाले मास्टर लू चेन के ऐसे शौक हैं?]

"मैं ठीक हूँ..." मास्टर लू चेन ने अपना हाथ अजीब ढंग से हिलायाl

आखिर, वह यह तो नहीं बोल सकता था न कि... जहाँग वान ने अभी अभी ब्रेक थ्रू किया है और उसने अनजाने में ही इनको चोटिल कर दिया, क्योंकि वह अपनी ताकत पर काबू नहीं कर सकाl

उसे यह भी पता था कि यह समझाना मुश्किल होगाl इसलिए, मास्टर लू चेन मुख्य जगह पर जाकर बैठ गए और फिर मुड़कर अंकल चेंग से बोले, "आह चेंग, जाओ और जाकर एक ताकत मापने वाला खम्भा लेकर आओ!"

वह एक मास्टर चित्रकार था, योद्धा नहींl इसलिए, उसकी बैठक में कोई ताकत मापने वाला खम्भा नहीं थाl लेकिन, क्योंकि, यह वस्तु कल्टीवेशन से ताल्लुक रखती थी, उसके घर में ज़रूर थी, और उसमें से एक को यहाँ लाना ठीक होगाl

"जी!" मास्टर क्या करना चाह रहे हैं, यह न जानते हुए भी, अंकल चेंग ने अपना सिर हिलाया और कमरे से बाहर चले गएl

"मास्टर जहाँग, क्या आप फाइटर5- डान पिनाकल स्तर तक पहुँच गये हैं?" कमरे की शान्ति को देखते हुए, बाई क्सुन उनके पास गया और उत्साह से पूछाl

"हूँ..!" अकादमी में इस बारे में बात करने में हिचक थी, लेकिन यहाँ यह कोई गुप्त बात नहीं थी, इसलिए जहाँग वान के लिए इस बात को छुपाने की कोई ज़रुरत नहीं थीl

"मैं भी उसी स्तर पर हूँl क्या मैं आपके साथ छोटा मुकाबला कर सकता हूँ?"

युवक के हामी भरने पर, बाई क्सुन की आँखें उत्साह से चमक उठीl

"बाई क्सुन, तुम क्या कर रहे होl ज़रा यह देखो कि तुम कहाँ हो.." हुआंग यु को अचम्भा हुआ और उसने तुरंत उसे ऐसा न करने की सलाह दीl

मास्टर लू चेन एक सौम्य व्यक्ति थे, और उन्हें लड़ते और विवाद करते हुए लोग नापसंद थेl [क्या तुम्हें नहीं लगता कि उनकी बैठक में इस तरह ललकारना मज़ाक है?]

जैसा कि हुआंग यु ने कहा था, लू चेन को अपने सामने भालों और तलवारों का प्रदर्शन अच्छा नहीं लगता थाl लेकिन, जब तक ताकत मापने का खम्भा यहाँ नहीं आ जाता, जहाँग वान के सुधार को नापने का सबसे बढ़िया यही तरीका था कि वह बाई क्सुन के साथ मुकाबला करेl

उसे पता था कि बाई क्सुन फाइटर 5 - डान पिनाकल स्तर पर पहुँच चुका हैl

समान स्तर का कल्टीवेशन होने के कारण, वह देख पायेगा कि जहाँग वान की ताकत बढ़ी है या नहींl

इस समय, उसने अपना सिर उठाकर कहा, "यदि केवल साधारण मुकाबला करो तो मुझे कोइ आपत्ति नहीं हैl लेकिन, ज्यादा जोर से मत करना!"

"बढ़िया!" शुरू में, बाई क्सुन को लगा था कि मास्टर लू चेन मना करेंगेंl लेकिन, उसकी उम्मीद के विपरीत उन्होंने हाँ कर दीl बाई क्सुन अत्यधिक जोश से मानो उछल ही पड़ाl ख़ुशी से उसने बैठक के मध्य में जाकर, एक अच्छा सा लहजा अख्तियार किया और जहाँग वान से बोलाl "आओ!"

"ठीक है!"

जहाँग वान ने अभी हेवन्स पाथ गोल्डन बॉडी में अपनी कल्टीवेशन को पूरा किया था और वह भी यह जानने को उत्सुक था कि उसकी ताकत कितनी बढ़ी हैl इसलिए, उसने सामने वाले की चुनौती को अस्वीकार नहीं किया और वह भी बैठक के मध्य में आ गयाl

"मेरे मुक्के बहुत ही ताकतवर हैं, इसलिए सावधान रहना!" आँखों को कठोर करते हुए, बाई क्सुन, जिसके चेहरे से सभ्य पुरुष होने की झलक गायब हो चुकी थी, और उसकी जगह ऐसी औरा आ गयी थी जिसकी ताकत का कोई सानी न हो, बोलाl

फाइटर 5 - डान पिनाकल स्तर पर, ताकत के मामले में वह शांग बिन से भी ऊपर था!

हुआला!

अपनी ताकत को एकत्रित करके, बाई क्सुन आगे बढ़ाl अपनी ताकत को एक तलवार की भांति, मुक्के को उसकी धार के समान प्रयोग करके, उसने जहाँग वान की ओर एक मुक्का रसीद कर दियाl

अपने कल्टीवेशन के स्तर को जांचने के लिए, जहाँग वान ने लाइब्रेरी ऑफ़ हेवन्स पाथ में संकलित, बाई क्सुन की खामियों को नहीं देखा और, उसके मुक्के का सामना अपने मुक्के से कियाl

हु!

दोनों मुक्के हवा में मिले और जहाँग वान ने भवें सिकोड़ीl

"इसके मुक्के की ताकत इतनी कम क्यों है? क्या यह हो सकता है कि यह फाइटर 5 - डान पिनाकल न हो?"

जहाँग वान का मुक्का सामने वाले के मुक्के के बिलकुल पार चला गया , पूरी तरह उसको काबू करते हुए, मानो एक पत्थर और बुलबुले का मिलन हुआ होl

यह सोच कर कि सामने वाला अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हुआ है इसलिए पूरी ताकत नहीं लगा रहा है, जहाँग वान ने अपनी ताकत को आधा कर दियाl

फिर भी, बाई क्सुन का चेहरा सफ़ेद पड़ गया और उड़कर, एक रबर की गेंद की तरह जा गिराl साऊ! वह तभी रुका जब उसकी पीठ एक खम्भे से जोर से टकराईl

"तुम अपनी पूरी ताकत क्यों नहीं लगा रहे हो?"

"अपना मुक्का रोकते हुए, जहाँग वान आगे बढ़ा और सामने वाले को उठने में मदद करने के लिए अपने हाथ बढ़ायेl

"नहीं..."

यह नज़ारा देख कर, मास्टर लू चेन की आँखें सिकुड़ गयीl उसने तुरंत उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन देर हो चुकी थीl

साऊ!

बाई क्सुन, जिसे युवक ने खींच कर उठाया था, ऐसे उड़ गया जैसे कोई कटी पतंग होl हवा में सीटी बजाते हुए, वह फिर से हवा में उड़ गयाl

पाजी!

कई मीटर तक उड़कर, उसका मुंह एक दीवार से टकराया और उसके मुंह और नाक से खून बहने लगाl

"वूऊऊऊ..."

बाई क्सुन वहां लगभग रो ही दियाl

[बड़े भाई, मैं जानता हूँ कि मैं तुम्हारे मुकाबले कुछ भी नहीं हूँ, लेकिन क्या इतना ज़ालिम होना ज़रूरी हैl मेरा सुन्दर सा चेहरा....]

"तुम क्यों...."

बाई क्सुन को अपने हलके से खींचने पर ही उड़ते हुए देखकर जहाँग वान मासूमियत से अपना सिर खुजाने लगाl

[तुम क्या कर रहे हो?

पहले मास्टर लू चेन, और अब बाई क्सुनl क्या तुम दोनों के लिए ऐसे कूदना ठीक है?]

यदि उन दोनों को पता होता कि इस समय जहाँग वान के दिमाग में क्या चल रहा है तो वे दोनों पक्का मारे दुख के खून की उलटी कर रहे होतेl

[तुम कूद रहे हो... हमें तुमने फेंका है, ठीक है...]

"यह आदमी..."

वहां खडी, हुआंग यु की भवें तनी और उसके दिमाग ने काम करना बंद कर दियाl

युवा पीढ़ी में, बाई क्सुन को अजेय माना जाता हैl कुछ लोगों को छोड़ कर, उसका कोई सानी नहीं हैl यही कारण है कि उसका व्यक्तित्व ' स्पर्धात्मक लेकिन हार न मानने वाला' बन गया हैl उसने नहीं सोचा था कि सामने वाला उससे मुकाबला कर पायेगा, लेकिन यह तो कभी उम्मीद नहीं की थी कि वह एक ही मुक्के में उड़ता हुआ चला जायेगाl

वह बुरी तरह हार गया !

[यह आदमी साधारण लगता है, लेकिन कैसे इसमें इतनी असीम ताकत है?]

"क्या तुम ठीक हो?" दूसरे क्या सोच रहे हैं, इस बात से बेखबर जहाँग वान माफ़ी मांगता हुआ बाई क्सुन के पास गयाl

"मैं ठीक हूँ..."

बाई क्सुन लडखडाते हुए उठा और उसने अपने कपड़ों पर से धूल झाडीl

फाइटर 5 - डान पिनाकल के लिए, जिसने अपनी हड्डियों और त्वचा को साध लिया हो, ऐसी छोटी चोटें कोई मायने नहीं रखतीl

"बढ़ियाl मैं समझ गया था कि तुमने पहले अपनी पूरी ताकत नहीं लगायी थीl ऐसा करते हैं, एक बार फिर से मुकाबला करते हैं, तुम अपनी पूरी ताकत लगाना..."

जहाँग वान ने गंभीरता से कहाl

"फिर से?"

बाई क्सुन का मुंह बिगड़ गया और, वह रोने ही वाला थाl

[यदि मैं और लड़ा, तो शायद मैं यहीं मर जाऊं...]

उसने तुरंत अपना हाथ हिलाया और बोला, "कोई ज़रुरत नहीं है, मास्टर बिलकुल मुझसे अधिक ताकतवर हैंl मुझे नहीं लगता कि और मुकाबला करने की ज़रुरत है.... "

"विनम्र होने की कोई ज़रुरत नहीं है, यह तो बस दोस्ताना मुकाबला है, तो तुम्हें अपनी ताकत रोकने की कोई ज़रुरत नहीं हैl और, मुझे मास्टर मत बुलाओ, यह बहुत पराया सा लगता है..."

जहाँग वान को लगा कि सामने वाला उसे मास्टर लू चेन का समकक्ष समझ कर संभल कर चल रहा है, और इसीलिए, अपनी पूरी ताकत नहीं लगा रहा है, इसी कारण वह जहाँग वान के सामने कमज़ोर साबित हो रहा हैl

जब उसका कल्टीवेशन फाइटर 5 - डान पिनाकल स्तर पर पहुंचा ही था, उसने याओ हान के साथ मुकाबला किया था, और उसने अपनी ताकत से इसको कड़ा मुकाबला दिया थाl याओ हान का कल्टीवेशन स्तर बाई क्सुन से ऊपर था, लेकिन, इन दोनों में कोई अधिक अंतर नहीं था, इसलिए इसने सोचा था कि यह मुकाबला भी उसी तरह का होगाl फिर भी, बाई क्सुन तो एक ही मुक्के में उड़ता हुआ चला गयाl इसे नामुमकिन जान कर, उसने सोचा कि पक्का यह अपनी पूरी ताकत नहीं लगा रहा हैl

नहीं तो, अपनी 8 डिंग की ताकत से, इसके लिए फाइटर 5 - डान पिनाकल जिसमें 4 - डिंग की ताकत है, उसे एक ही मुक्के से हवा में उड़ा देना नामुमकिन होताl

"मुकाबला?"

बाई क्सुन भय से कांपने लगाl [तुम इसे मुकाबला कहते हो? तुम्हारे एक ही मुक्के से, मैं स्वर्ग तक पहुँच गया था, क्या तुम यह जानते हो?

और फिर, लू चेन दादाजी के समकक्ष होते हुए, मैं तुम्हें मास्टर नहीं तो फिर क्या बुलाऊं?]

उसके दिमाग में विचार कौंधा और उसका चेहरा टेढ़ा हो गया, और वह रोने की कगार पर थाl "चूँकि तुम्हें मास्टर बुलाने से पराया लगता है , तो क्यों न मैं तुम्हें दादाजी बुलाऊं? दादाजी जहाँग वान, मैं अपनी गलती मानता हूँ, ठीक ? मुझे तुम्हें इतना गुस्सा नहीं दिखाना चाहिए था, इसलिए मैं तुमसे माफ़ी मांगता हूँ... मुझसे मुकाबला करने के लिया बोलना बंद करो!"

"ताकत मापने का खम्भा ले आया हूँ!" इस समय, अंकल चेंग अंदर आये और उन्होंने ऐसा नज़ारा देखाl बाई क्सुन की करुण पुकार सुन कर, वे वहीँ के वहीँ खड़े रह गयेl "क्या?"