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बड़ी हवेली (श्रापित हीरे की खोज)

"शाहजहां ने अपने लिए एक विशेष सिंहासन बनवाया। इस सिंहासन को बनाने में सैयद गिलानी नाम के शिल्पकार और उसका कारीगरों का टीम को कोई सात साल लगा। इस सिंहासन में कई किलो सोना मढ़ा गया, इसे अनेकानेक जवाहरातों से सजाया गया। इस सिंहासन का नाम रखा गया तख्त—ए—मुरस्सा। बाद में यह 'मयूर सिंहासन' का नाम से जाना जाने लगा। बाबर के हीरे को भी इसमें मढ़ दिया गया। दुनिया भर के जौहरी इस सिंहासन को देखने आते थे। इन में से एक था वेनिस शहर का होर्टेंसो बोर्जिया। बादशाह औरंगजेब ने हीरे का चमक बढ़ाने के लिए इसे बोर्जिया को दिया। बोर्जिया ने इतने फूहड़पन से काम किया कि उसने हीरे का टुकड़ा टुकड़ा कर दिया। यह 793 कैरट का जगह महज 186 कैरट का रह गया... औरंगजेब ने दरअसल कोहिनूर के एक टुकड़े से हीरा तराशने का काम बोर्जिया को खुफ़िया रूप से दिया था और उसी कोहिनूर के हिस्से को शाह जंहा कि जेल की दीवार में चुनवा दिया गया था जिसकी सहायता से वह ताजमहल तथा अपनी अज़ीज़ बेगम की रूह को देखते थे ।

Ivan_Edwin · ホラー
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नाइट इन लंदन...

"वो आ रहा है... वो आने वाला है... मुझे बचाओ... वो आने वाला है... वो... वो", नींद में सो रही सुंदर एमेलिया कुछ बड़बड़ा रही थी, जिसे सुन उसके पास सो रही मिशेल उसे हिलाकर जगाती है।

"क्या हुआ एमेलिया कौन आने वाला है, तुम नींद में ये क्या बड़बड़ा रही हो ", मिशेल ने एमेलिया को नींद से जगाते हुए कहा। उससे एमेलिया की हालत देखी नहीं जा रही थी, एमेलिया पसीने से नहा रही थी और बिस्तर पर हाँथ पाँव मार रही थी। मिशेल से ये सबकुछ देखा नहीं गया और उसने एमेलिया को नींद से जगाना ही उचित समझा। एमेलिया और मिशेल साथ ही यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं बस दोनों के विषय अलग हैं, एमेलिया साईंस की स्टूडेंट है तो वहीं मिशेल इतिहास की, दोनों हॉस्टल में एक ही रूम में रहते हैं और पढ़ाई में बढ़िया हैं। सब कुछ ठीक ही था पर कुछ दिनों से एमेलिया को डरावने सपने आ रहे हैं और मिशेल इस बात को लेकर काफी परेशान थी इसलिए आज उसने एमेलिया को नींद से जगाने का निर्णय लिया। एमेलिया ने अपनी आँखे खोली और सामने मिशेल को बैठा हुआ पाया,

"क्या तुम ठीक हो, तुम्हारी हालत तो बहुत खराब हो रखी है, कोई भी परेशानी हो मुझे बेझिझक बता सकती हो, मैं तुम्हारी मदद करूंगी", मिशेल ने एमेलिया से हमदर्दी जताते हुए कहा और उसकी पीठ धीरे धीरे सहलाने लगी।

"फ़िर से वही सपना आया था, एक अनजान साया मेरा पीछा कर रहा था और मैं अपनी जान बचा कर भाग रही थी लेकिन फिर भी वह मेरा पीछा नहीं छोड़ता है और मुझे पकड़ लेता है, मैं उसका चेहरा ठीक से नहीं देख पाई लेकिन उसकी भारी आवाज़ मैं अब तक नहीं भूल पाई, उसने मुझसे कहा" मैं आने वाला हूँ एमेलिया... मैं तुम्हारे पास लौटकर आ रहा हूँ", बस उसके बाद मैं अपनी पूरी ताकत के साथ उसका मुकाबला करती हूँ और ख़ुद को बचाने की कोशिश करती हूँ, फिर इतने में तुम्हारी आवाज़ सुनाई पड़ी और मेरी नींद खुल गई", एमेलिया ने मिशेल को सारी बातें बताईं और अपना सिर पकड़ कर बैठ गई।

"चिन्ता की कोई बात नहीं है कल सुबह ही हम दोनों अच्छे मनोचिकित्सक से मिलेंगे, मैं तुम्हारी परेशानी अच्छी तरह से समझती हूँ, कल के बाद तुम थोड़ा आराम महसूस करोगी, अच्छा चलो अभी सो जाओ, सुबह जल्दी उठना पड़ेगा ", मिशेल ने एमेलिया का हौसला बढ़ाते हुए अपनी दोस्ती का परिचय दिया और उसे आराम से सो जाने की सलाह दी। एमेलिया ने मिशेल की सलाह मान ली और आराम से सो गई।

अगली सुबह दोनों जाने माने मनोचिकित्सक डॉक्टर स्मिथ के यहाँ पहुँचे, कुछ पेशंट्स को देखने के बाद एमेलिया का नंबर आया, मिशेल भी उसके साथ ही थी और डॉक्टर के कैबिन तक साथ ही रही। कैबिन के अंदर प्रवेश करते ही दोनों डॉक्टर के सामने रखी टेबल से लगी दोनों कुर्सियों पर बैठ गईं। कैबिन काफ़ी बड़ा था जिसके बायीं ओर डॉक्टर की टेबल से लगा हुआ आराम दायक लाउंज भी रखा था जो शायद पेशंट्स के लिए ही था। कमरे के हर कोने में हरे पाम के सुन्दर पौधे लगे हुए थे, दायीं तरफ एक बड़ी वॉल शेल्फ पर बड़ा सा एक्वेरियम रखा हुआ था जिनमें रँग बिरंगी मछलियों का भंडार था।

"कहिए मिस एमेलिया क्या परेशानी है आपको", डॉक्टर स्मिथ ने एमेलिया की ओर देखते हुए पूछा।

"डॉक्टर आपने कैसे पहचाना की ये एमेलिया है, आप तो इससे पहले कभी हम लोगों से नहीं मिले फ़िर आपको कैसे पता चला कि यही एमेलिया," इससे पहले कि एमेलिया कोई जवाब दे पाती मिशेल ने डॉक्टर से पलट कर एक सवाल कर डाला जो था तो काफ़ी हैरान करने वाला क्यूँकि मिशेल सही थी।

" हा हा हा... हा हा हा, मैं आपको सारी बातें समझाता हूँ, देखिए मैं एक मनोचिकित्सक हूँ और मेरा काम है पेशंट को देखते ही समझ जाना कि वह क्या सोच रहा है और जिस तरह से आप दोनों कैबिन में आईं थीं, मैंने ये देखा कि आप की नज़र मेरे कैबिन के चारों ओर हर चीज़ों पर पड़ी, मैं देखते ही समझ गया कि आप पेशंट के साथ हैं और मेरे पास पेशेंट की वेटिंग लिस्ट है जिसमें एमेलिया का नाम लिखा है, बस उसी हिसाब से पहचान लिया एमेलिया कौन है, तो अब ज़रा मुद्दे पर आ जाएं बताइए क्या परेशानी है ", डॉक्टर स्मिथ ने दोनों को अच्छी तरह से समझाया और एमेलिया से उसकी तकलीफ के बारे में पूछा ।

" कई रातों से डॉक्टर साहब मैं एक ही सपना बार बार देख रही हूँ, जिसमें मैं ख़ुद की जान बचाती हूँ, एक अनजान साया मेरे पीछे लगा है पर लाख कोशिशों के बाद भी मैं उसका चेहरा ठीक से नहीं देख पाती हूँ, वह बार बार मुझसे यही कहता है कि मैं आने वाला हूँ... मेरे सिर में ज़ोर का दर्द भी हो जाता है कभी कभी जब नींद टूटती है लेकिन यह सपना मेरा पीछा नहीं छोड़ता है ", एमेलिया ने डॉक्टर स्मिथ की ओर देखते हुए सारा माजरा समझाया।

" आपका बचपन कैसा बीता था, मिस एमेलिया ", डॉक्टर ने एमेलिया से सारी बातें सुनने के बाद उसके बचपन के बारे में पूछा।

" मैं पोलपररो कॉर्न वॉल, इंग्लैंड से हूँ,मैं एक समृद्ध परिवार से हूँ, पोलपररो कॉर्न वॉल में मेरे पिता के पास अच्छी खासी जायदाद है जिसकी इकलौती वारिस मैं ही हूँ, बचपन से ही मैं एक होनहार छात्रा रही हूँ, मुझे स्कूल के दिनों से ही साईंस में काफ़ी पुरस्कार मिल चुके हैं, स्कूल के दिनों में सब कुछ ठीक ही था पर चौदह साल की उम्र में मुझे स्कूल में खेलते समय सिर पर चोट आई थी उसके बाद से ही हर रात मैं एक हिंदुस्तानी पुरुष का चेहरा अपने सपने में देखती रही थी जो मेरे बाइस वर्ष के हो जाने तक मेरा पीछा करता रहा और अब कुछ दिनों पहले ही मुझे एक अनजान साया दिख रहा है जिसकी लाल चमकदार आँखो के सिवा और कुछ भी नहीं दिखता है, वह मुझे अपनी ओर खींचता है जैसे मुझसे कुछ कहना चाहता हो ", एमेलिया ने विस्तार से डॉक्टर को अपने बचपन के बारे में बताया, जिसे सुनकर डॉक्टर कुछ देर के लिए एक गहरी सोच में डूब गया और कुछ देर बाद अपनी खामोशी को तोड़ते हुए बोला " मुझे लगता है मिस एमेलिया कि आपको बचपन में सिर पर चोट लगने के कारण ही ऐसी चीजें दिख रही हैं, ऐसे केसेस मेरे पास पहले भी आ चुके हैं, आपको परेशान होने की कोई ज़रूरत नहीं है, मैं कुछ दवाइयां लिख देता हूँ इससे आपको थोड़ा आराम मिलेगा और हाँ, दिमाग पर जोर बिलकुल भी मत डालिए, इन सब बातों के बारे में ज़्यादा सोचकर परेशान होने की ज़रूरत नहीं है, दवाइयां समय पर लीजिए और तीन दिन बाद फिर से चेक अप के लिए आइए ", डॉक्टर ने स्मिथ ने अपने तजुर्बे का इस्तेमाल करते हुए दोनों युवतियों को यह बात मानने के लिए मना लिया कि वह एक काबिल डॉक्टर हैं और एमेलिया के मामले में बिलकुल सही भी हैं। दोनों डॉक्टर से दवाइयों का पर्चा लेकर उन्हें धन्यवाद करते हुए कैबिन से निकलकर चलीं जाती हैं।

"आज तुम्हें लेक्चर के लिए कुछ देर तो नहीं हो गई मिशेल", डॉक्टर ज़ाकिर ने मिशेल की ओर देखते हुए पूछा।

"दरअसल डॉक्टर आज मेरी रूम मेट की तबीयत खराब थी, इसलिए थोड़ी देर हो गई," मिशेल ने डॉक्टर ज़ाकिर के पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया पर उन्हे डॉक्टर के पास एमेलिया को दिखाने वाली बात नहीं बताई। डॉक्टर ज़ाकिर उसकी समस्या को समझ गए और उससे बस आगे से समय का ध्यान रखने की बात पर ही ज़ोर देते हुए एक छोटा सा लेक्चर दिया।

रात होती है एमेलिया और मिशेल खाना खाने के बाद कुछ देर के लिए पढ़ाई करने लगते हैं, बाहर काफ़ी ठंड है और कोहरा छाया हुआ है, दूर दूर तक कुछ भी देख पाना संभव नहीं है। एमेलिया अपनी स्टडी टेबल पर बैठकर एक नज़र खिड़की से बाहर देखती है, खिड़की पर लगे शीशे पर ओस की बूँदें जम गईं थीं। बाहर का कुछ भी देख पाना संभव नहीं था सिवाए ओस की उन बूँदों के, इतने में खिड़की पर उन ओस की बूँदो से एक अज्ञात शक्ति लिख देती है "आई यम कमिंग फॉर यू", एमेलिया इसे देख कर हैरान हो जाती है, क्यूँकि लिखने वाले ने खिड़की पर उल्टा लिखा था जो एमेलिया को इस ओर से सीधा नज़र आ रहा था। एमेलिया ने न तो लिखने वाले का चेहरा देखा और न ही उन लिखने वाले हांथों को देखा, वह लेखनी तो जैसे अपने आप खिड़की के शीशे पर छप सी गई थी। वह इसे देख कर घबरा सी जाती है पर फिर भी एमेलिया ने इसके बारे में मिशेल को बताना मुनासिब नहीं समझा क्यूँकि वह पढ़ाई करने में मशरूफ थी और एमेलिया उसे अपनी वजह से ज़्यादा परेशान नहीं करना चाहती थी। उसे लगा कि यह उसका वहम भी हो सकता है क्यूँकि लेखनी कुछ देर तक रहने के बाद अपने आप ही मिट गई। एमेलिया को डॉक्टर की दी हुई दवाइयों का ख़याल आया उसे लगा कि उसने रात का डोज़ नहीं खाया है इसलिए वह स्टडी टेबल से उठकर सीधा अपने पर्स में से एक गोली निकालकर खा लेती है और पास ही रखे जग से एक ग्लास पानी निकाल कर पी लेती है। फिर वह वापस स्टडी टेबल पर बैठकर पढ़ने लगती है। एमेलिया इस बात को बिलकुल नज़र अंदाज़ कर देती है कि उसने कुछ देर पहले ही खिड़की के शीशे पर एक असम्भव सी घटना को घटित होते देखा था और अब वह अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगाए हुए थी।

कुछ देर बाद जब वह पढ़ते पढ़ते थक जाती है तो एक बार अंगड़ाई लेती है और फिर से उसका ध्यान अपने आप उसी खिड़की के शीशे पर जाता है, एक बार फिर से खिड़की पर छप जाता है "आई हैव वेटड टू लॉन्ग, नाऊ आई यम कमिंग फॉर यू", एमेलिया यह देखकर एक बार फिर से भय का अनुभव करने लगती है, इस बार वह थोड़ा ज़्यादा ही डर गयी थी और यही वजह थी कि उसने इस बार अपने पीछे दूसरी तरफ मुँह किए बैठी मिशेल को यह दिखाने का निर्णय किया, पर अफसोस जैसे ही वह मिशेल की ओर पलटी, खिड़की के शीशे पर लिखा सब कुछ मिट चुका था। इसलिए उसने यह देखकर मिशेल से कुछ भी नहीं कहा और इस बात को अपने अंदर ही दफ़न कर लिया। एमेलिया अब इसे लेकर कुछ देर के लिए सोच में पड़ गयी थी कि आखिर ऐसा क्यूँ हो रहा है, क्या खिड़की पर जो कुछ भी छप रहा है मेरा वहम है या ऐसा सचमुच में हो रहा है। एमेलिया इस विषय को लेकर कुछ ज़्यादा ही गंभीर हो गई थी। वह कुछ देर के लिए अपनी स्टडी टेबल पर इसी के बारे में सोचती रही, फिर कुछ देर बाद अपना टेबल लैम्प स्विच ऑफ कर के सोने के लिए अपने बिस्तर पर लेट गई। इसी विषय पर सोचते सोचते उसे नींद आ जाती है।

"अब कैसा महसूस कर रही हो", सुबह एमेलिया की आँख खुलते ही मिशेल ने उससे पूछा।

"पहले से बेहतर महसूस हो रहा है, रात को भी आराम की नींद आई", एमेलिया ने मिशेल को जवाब दिया।

"ये कल तुम्हारे लिए एक लेटर आया था किंघम इंग्लैंड से, हॉस्टल इंचार्ज कल देर से लौटीं थीं इसलिए कल नहीं दे पायीं, उन्होंने आज सुबह ही आकर इसे दिया, लो पढ़ लो फ़िर जल्दी से तैयार होकर नीचे डाइनिंग हॉल में आ जाओ ब्रेकफास्ट के लिए", मिशेल ने एमेलिया को एक चिट्ठी पकड़ाते हुए कहा और फिर कमरे से बाहर चली गई।

एमेलिया ने बड़ी उत्सुकता से चिट्ठी को खोला क्यूँकि उसकी मौसी की थी, उसकी माँ की सगी बहन, जिनकी यादें एमेलिया के बचपन से जुड़ी हुई थीं। एमेलिया की माँ और उनकी बहन एंजेला अपने पिता के देहांत होने के कुछ दिनों बाद एक साथ ही रहने लगे थे। एमेलिया की माँ और एंजेला के नाम अपनी सारी प्रॉपर्टी कर के उनके पिता अपनी पत्नी के गुज़रने के एक साल बाद गुज़र गए थे। एमेलिया के पिता ने सारी प्रॉपर्टी किराए पर उठा दी थी जिससे उनकी पत्नी और एंजेला को अच्छा खासा मुनाफ़ा हुआ और उससे दो नयी प्रोपर्टी ख़रीदी गई, एक एंजेला और दूसरी एमेलिया के नाम। आंटी एंजेला ने अपनी शादी हो जाने के कई सालों बाद एमेलिया को चिट्ठी लिखी थी, क्यूँकि उन्हे थॉमस नामक युवक से प्रेम हो गया था और एमेलिया की माँ इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थीं हालाँकि एमेलिया के पिता को इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी पर फ़िर भी एमेलिया की माँ अपनी बात पर अड़ी रहीं। इस वजह से मजबूरन एमेलिया की मौसी को भाग कर शादी करनी पड़ी। बाद में एमेलिया के पिता ने उसकी मौसी को ढूंढकर उन्हे उनके नाम पर खरीदे गए किंघम की प्रॉपर्टी के काग़ज़ दे दिए गए जिनमें 12 एकड़ खेत भी शामिल थे। इतने सालों बाद अपनी मौसी का लेटर पाकर एमेलिया की खुशी का ठिकाना न था, उसने जल्दी से चिट्ठी पढ़ना शुरू किया

"प्यारी एमेलिया,

उम्मीद करती हूं कि तुम अच्छे स्वास्थ्य में होगी और अपने कॉलेज के दिनों को खूब इंजॉय कर रही होगी। काफ़ी समय बीत गया और अपनी बहन की नाराज़गी कि वजह से मैंने तुम लोगों को कोई चिट्ठी भी नहीं लिखी पर जब तुम्हारे पिता से पता चला कि तुम लंदन की यूनिवर्सिटी में दाखिला ले चुकी हो तो मुझसे रहा नहीं गया और मैंने ये पहली चिट्ठी इतने सालों बाद तुम्हें ही लिखी है , मैं यहाँ हमेशा तुम लोगों को याद करती हूँ और तुम्हारी बातें हमेशा अपनी जुड़वा बेटियों क्लारा और सैंड्रा को बताती रहती हूँ। इस सन्डे तुम्हारी बहनों का पांचवां जन्मदिन है और मैं चाहती हूँ तुम इस वीकेंड हमारे यहाँ आ जाओ और बर्थडे पार्टी में शामिल हो। तुम मेरी बेटियों के लिए एक खास तोहफे की तरह होगी, अपनी आंट एंजेला की ये बात माननी ही पड़ेगी। तुम्हारे पिता हॉस्टल इंचार्ज फ़ोन पर बात कर लेंगे, मेरी उनसे इस विषय पर बात हो चुकी थी, तुम चाहो तो शनिवार रात की ट्रेन पकड़ सकती हो। मैं तुम्हारे पिता के दफ्तर में एक बार फिर फ़ोन करके याद दिला दूँगी। आना ज़रूर हम सभी तुम्हारा बेसब्री से इंतजार करेंगे।

तुम्हें हम सभी का ढेर सारा प्यार मिले। मे गॉड ब्लेस यू...

तुम्हारी अपनी आंट,

एंजेला"।

एमेलिया चिट्ठी को पढ़ कर कुछ देर के लिए भावुक सी हो जाती है और अपने बचपन के उन हसीं पलों को याद करने लगती है जो उसने अपनी प्यारी आंटी एंजेला के साथ बिताए थे। एंजेला उसके लिए माँ से कम न थी। वह हर रात एमेलिया को परियों की कहानियां सुनाया करती थी। एमेलिया के स्कूल का होम वर्क कराया करती थी। एंजेला के साथ बिताया हर एक पल एमेलिया को अच्छी तरह से याद था। उसकी नज़रों के सामने फ़िर से उन पुरानी यादों के झरोखे की लहर सी दौड़ जाती है।

थोड़ी देर बाद वह अपने ख्यालों से वापस आई और तैयार होकर डाइनिंग हॉल की टेबल पर बैठ गई बाकी लड़कियों के साथ ब्रेकफास्ट के लिए।

"याद है न आज रात जेनिफर के यहाँ पार्टी है", मिशेल ने नाश्ता करते हुए एमेलिया से कहा।

"हाँ मुझे याद है हफ़्ते भर पहले ही उसने अपने बर्थडे पार्टी के लिए अमंत्रित किया था", एमेलिया ने मिशेल की ओर देखते हुए कहा।

"तो आज तुम अपने लेक्चर्स के बाद, मेरे हिस्ट्री विभाग की बिल्डिंग में पहुंच जाना, हम वहीं से साथ चलेंगे", मिशेल ने एमेलिया को दिशा निर्देशित करते हुए कहा।

यूनिवर्सिटी में लेक्चर अटेंड करने के बाद एमेलिया हिस्ट्री विभाग की बिल्डिंग में चली गई जहाँ एमेलिया ने मिशेल को एक आदमी से बात करते हुए देखा, एमेलिया के उनके नज़दीक पहुंचने से पहले ही वह दूसरी ओर चला गया। एमेलिया ने मिशेल के नज़दीक पहुँचते ही कहा "ये कौन थे, जो तुम्हारी इतनी अच्छे से क्लास ले रहे थे," एमेलिया ने मुस्कुराते हुए मिशेल से पूछा।

"ये डॉक्टर ज़ाकिर हैं, इंडिया से हैं और काफ़ी अच्छे लेक्चरर हैं, पुरातत्व विभाग में अच्छे अच्छे इनके सामने फीके पड़ जाते हैं, इन्होने ही तो मुग़ल बादशाह शाहजहाँ के ख़ज़ाने का हिस्सा ढूँढ कर रातों रात नाम और शौहरत पायी थी, वे काफी बुद्धिमान हैं", मिशेल ने एमेलिया को डॉक्टर ज़ाकिर के बारे में बताया।

" पता नहीं क्यूँ मुझे ऐसा लगता है कि मैंने इन्हें पहले भी कहीं देखा है, कहाँ देखा है ठीक से याद नहीं है पर इनका चेहरा जाना पहचाना सा लगता है", एमेलिया ने मिशेल की ओर देखते हुए कहा।

" हो सकता है तुमने इन्हें देखा हो, जब याद आ जाए बता देना, अभी तो मेरी जान पार्टी करने का समय है जहाँ एक से एक लड़के आने वाले हैं, तो चलो फ़िर चलते हैं", मिशेल ने एमेलिया से नटखट अंदाज़ में कहा और दोनों कार की तरफ़ चली गई जिसमें बैठकर उन्हें जेनिफर के घर पहुंचना था पार्टी के लिए।

डॉक्टर ज़ाकिर भी यूनिवर्सिटी से अपने घर पहुँचते हैं जहाँ उन्हें ऐलेक्स मिलता है जो डॉक्टर के लिए कीमती पुरातात्विक वस्तुएँ चुराने का काम करता था, जो अधिकारी तौर पर दूसरे देशों की सम्पत्ति हुआ करती हैं, उन्हें चूरा कर ब्लैक मार्केट में बेचने का कारोबार डॉक्टर और ऐलेक्स चलाते हैं ।

"आओ...आओ, डॉक्टर अपने ही घर में तुम्हारा स्वागत है", ऐलेक्स ने डॉक्टर की ओर देखते हुए कहा।

"ऐलेक्स तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो", डॉक्टर ने हैरानी जताते हुए ऐलेक्स से पूछा।

"भूल गए डॉक्टर, तुमने ही किंग आर्थर की तलवार लाने को कहा था, वो मैंने चूरा लिया है, लेकिन काम जोखिम भरा होने की वजह से तुम्हें कीमत बढ़ानी होगी", ऐलेक्स ने डॉक्टर ज़ाकिर से कहा।

" देखो मैं तुम्हें पहले ही अच्छी खासी रकम दे चुका हूँ, अब मैं कीमत नहीं बढ़ाउँगा ", डॉक्टर ज़ाकिर ने ऐलेक्स को साफ़ इंकार करते हुए कहा।

" देखो डॉक्टर रिस्क हम उठाएं और बस दिमाग लगा कर उस सामान को खरीदार को बेच दो, ये अच्छा है, रकम तो बढ़ानी पड़ेगी", ऐलेक्स ने डॉक्टर के ऊपर दबाव बनाते हुए कहा।

" और अगर मैं नहीं माना तो ", डॉक्टर ने ऐतराज जताते हुए कहा।

"तो मुझे मजबूरन तुम्हारे साथ ज़बर्दस्ती करनी पड़ेगी ", ऐलेक्स ने डॉक्टर की ओर देखते हुए कहा और अचानक पीछे से उसके दो आदमियों ने डॉक्टर पर स्मिथ एंड वेस्सों मॉडल 19 की दो रिवॉल्वर तान दी।

"आ... अ... अरे मैं तो मज़ाक कर रहा था एलेक्स वो क्या है अभी मेरे पास इतना कैश नहीं है तो मैं तुम्हें एक १०५ कैरेट (२१.६ ग्राम) का हीरा दे देता हूँ, तुम चाहो तो उसकी जांच करवा सकते हो, मैं कल ख़ुद ही तुमसे किंघम में आकर किंग आर्थर की तलवार ले लूँगा", डॉक्टर ज़ाकिर ने मौके की नज़ाकत को समझते हुए उसे कमांडर से जुड़े हीरे को देने की पेशकश की। एलेक्स तैयार हो गया और डॉक्टर ने उसे लॉकर से हीरा निकाल कर दे दिया। डॉक्टर को उस हीरे का राज़ बखूबी मालूम था क्यूँकि ये एक हीरा कमांडर से व्यक्तिगत रूप से जुड़ा था जिसे उसने आज तक संभाल कर रखा हुआ था। एलेक्स ने उस हीरे को लिया और उसकी अच्छी तरह से जाँच की, "हीरा तो असली मालूम पड़ता है, मैं इसे ले जाता हूँ और कल ही इसे बेच दूँगा तुम आकर अपना माल उठा लेना", एलेक्स ने डॉक्टर से कहा और अपने आदमियों के साथ वहाँ से चल दिया। डॉक्टर ने राहत की साँस ली और उसके चेहरे पर एक खतरनाक मुस्कान थी क्यूँकि उसे अच्छी तरह से पता था कि आगे किसकी चीख़ निकलने वाली है। एक नया खूनी खेल शुरू होने वाला था क्यूँकि उस हीरे के साथ कमांडर का नाम जुड़ा हुआ था।

"यहाँ इतनी गाड़ियां क्यूँ खड़ी है, क्या आज कोई खास वजह है या हेनरी ऊपर वाले को प्यारा हो गया", एलेक्स ने अपने दोनों साथियों से हेनरी के घर पहुँचते ही पूछा।

"बॉस मैं बताना भूल गया आज हेनरी की बहन जेनिफर का जन्म दिन है, काफ़ी बढ़िया माल है, तभी तो हेनरी हम सबका इतना चहेता है ", कार के फ्रंट सीट पर बैठे एलेक्स के एक ख़ास आदमी ने पीछे बैठे एलेक्स से कहा।

"क्या सच में उसकी बहन पटाखा है, फिर तो उससे मिलना ही पड़ेगा, अब जब हेनरी से मिलने आ ही गए हैं तो उसकी छोटी बहन को जन्म दिन की मुबारकबाद भी देते हुए चलेंगे, क्यूँ... हा... हा... हा", एलेक्स अपने साथियों से कहता और ज़ोरदार ठहाके मार कर हसने लगता है, उसके साथ कार में बैठे हुए साथी भी उसके साथ हंसने लगते हैं। उनके विचारों में अश्लीलता साफ़ महसूस की जा सकती थी। तीनों कार से बाहर निकल कर हेनरी के घर की चल दिए, दरवाजे के नज़दीक पहुंचते ही एलेक्स के एक साथी ने डोर बेल बजाई और दोनों अंग रक्षक की तरह एलेक्स के पीछे खड़े हो गए। कुछ देर बाद दरवाजा खुला और एक सुन्दर युवती प्रकट हुई।

"जी किससे मिलना है आपको", उसने उन तीनों से पूछा।

"हमलोग हेनरी से मिलने आए हैं, हम सब एक साथ ही काम करते हैं, एक ज़रूरी मसले पर उससे चर्चा करना है," एलेक्स ने उस युवती को अपने आने का कारण बताया।

"मैं हेनरी की मंगेतर हूँ, अंदर आइए प्लीज़," उस युवती ने हेनरी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया और उन्हें अन्दर आने के लिए कहा।

" वैसे आज कुछ ख़ास है क्या, घर के बैकयार्ड में काफ़ी लोग इकट्ठा हैं, ऐसा लग रहा है कि शायद कोई पार्टी है", एलेक्स ने बड़ी चतुराई से अनजान बन कर उस युवती से चल रही पार्टी के बारे में पूछा।

"ओ... हाँ, आज हेनरी की छोटी बहन जेनिफर का बर्थडे है उसी के दोस्तों की छोटी सी पार्टी है, आप यहाँ बैठिए मैं हेनरी को भेजती हूँ ", वह युवती उन्हें बैठने के लिए कह कर हेनरी को बुलाने घर के पीछे बैक यार्ड की तरफ़ चली गई।

कुछ देर बाद वहां हेनरी पहुंचता है, वह एलेक्स के लिए काम करता था, वह एलेक्स और उसके ख़ास बॉडीगार्डस को देख कर थोड़ा अचंभित हो गया। उसे देखते ही हेनरी ने उनके आने की वजह पूछी, एलेक्स ने उसे सारा माजरा समझाया।

"क्या अब भी वह हीरा आपके पास है", हेनरी ने एलेक्स से उत्सुकता पूर्वक पूछा।

"हाँ, ये देखो", एलेक्स हाँ में जवाब देता है तथा अपनी जेब से वही हीरा निकाल कर हेनरी को देता है जो उसे डॉक्टर ज़ाकिर ने दिया था।

"ये तो पूरा १०५ कैरेट का हीरा है, इतने बड़े साइज़ का तो अब तक एक ही हीरा देखने को मिला है कोहिनूर, जिसे महारानी ने यहाँ म्युजियम में रखवाया था, कहते हैं कोहिनूर अपने आप में एकलौता हीरा था इतने बड़े साइज़ का लेकिन कई विशेषज्ञों का कहना है कि यह बात बिलकुल सत्य नहीं है, कोहिनूर के अलावा भी ऐसे कई हीरे थे जो इतने बड़े या इससे ज्यादा बड़े थे पर इतिहास में कोहिनूर को ही याद रखा गया, ये है तो बिलकुल असली ", हेनरी ने एलेक्स से हीरा लेकर उसका अच्छी तरह से जांच पड़ताल करते हुए कहा।

" बहुत अच्छा इसलिए तो तुम्हारे पास आएं हैं क्या तुम इसका सौदा तय कर के किंघम आ सकते हो, वहीं पर पैसों का लेन देन हो जाएगा, परसों दिन के समय ही डॉक्टर वहाँ पहुँचेगा, उसके वहां पहुंचने से पहले ही ये काम हो जाना चाहिए, इसलिए हम लोग तुम्हारे पास आए हैं, तुम सौदा तय कर के कल तक किंघम पहुँच जाना ", एलेक्स ने हेनरी को दिशा निर्देश देते हुए कहा।

" बॉस बहन की बर्थडे पार्टी है, केक तो खा कर जाओ ", हेनरी ने एलेक्स से अनुरोध करते हुए कहा।

" अरे नहीं, पूछने के लिए धन्यवाद, लेकिन हम लोग इस समय थोड़ा जल्दी में हैं, कुछ और ज़रूरी काम कर के वापस लौटना है, फिर कॉलेज के बच्चों की पार्टी में हम लोग क्या करेंगे ", एलेक्स ने हेनरी की बात का जवाब देते हुए कहा और फिर वहाँ से अपने दोनों आदमियों को लेकर निकल गया।

हेनरी ने हीरा हिफाज़त के साथ अपनी दराज़ में रख दिया और अपने घर के बेकयार्ड में चला गया जहाँ उसने पार्टी का आयोजन किया था, पार्टी अपने शबाब में थी, सभी नौजवान उसका भरपूर मनोरंजन ले रहे थे जिनमें एमेलिया और मिशेल भी शामिल थे। तभी हेनरी और उसकी गर्लफ्रेंड स्टेज पर केक की ट्रॉली लेकर आए जिसके ऊपर काफी बड़ा केक था तथा उस के उपर " हैप्पी बर्थडे जेनिफर" लिखा हुआ था। जेनिफर ने उस पर लगी मोमबत्तियां बुझाईं और केक काटा, सभी ने बर्थडे सोंग गाया, जेनिफर ने सबसे बड़ा टुकड़ा अपने भाई हेनरी को खिलाया फिर उसकी मंगेतर को, फिर एमेलिया और मिशेल ने अच्छे मित्र होने का सबूत प्रकट करते हुए केक के दो पीस लेकर जेनिफर के मुँह पर लगा दिया जिससे उसका चेहरा रंगीन हो गया, बदले में जेनिफर ने भी यही किया। सभी में खुशी की लहर दौड़ गई। नाच गाना फ़िर से शुरू हो गया तीनों लड़कियां अपना चेहरा साफ़ करने वशरूम की तरफ़ चली गईं।

जेनिफर और मिशेल अपना चेहरा साफ़ कर के एमेलिया को जल्दी से पार्टी में आने का न्योता दे गईं। एमेलिया वाशरूम से घर के बैकयार्ड की तरफ़ जा ही रहीं थीं कि उसे हेनरी के स्टडी रूम से एक तेज़ चमकती रौशनी दिखी, वह कुछ देर के लिए वहीं खड़ी हो गई और उस रौशनी दिखने के कारण के बारे में सोचने लगी। उसे पहले तो अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ लेकिन कुछ देर तक उसे देखने के बाद उसे लगा कि उसके कानों ने भी धोखा दे दिया है क्यूँकि उसे एक आवाज़ सुनाई पड़ी "यहाँ आओ एमेलिया, मेरे पास", एमेलिया बुरी तरह से दहशत में आ गई। उसे अपने कानों पर यकीन नहीं हो रहा था कि सचमुच किसी ने उसका नाम लेकर पुकारा है लेकिन उसका शक़ तब यकीन में बदल गया जब "चर्ररररररर" की आवाज़ के साथ स्टडी रूम का दरवाज़ा खुला जहां से तेज़ प्रकाश निकल रहा था और फिर एक बार किसी ने भारी स्वरों में कहा "यहाँ आओ एमेलिया, डरो नहीं, यहां आओ मेरे पास", एमेलिया उस अवाज़ को सुन जैसे सम्मोहित होकर उसके पीछे स्टडी रूम की ओर चल दी।

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