बहुरंगी छाता
विकट देव के लिए चुने गए कौशल किस तरह से हँसी का विषय हो सकते थे?
पहला, निचले दर्जे बहुत जल्दी खत्म हो जाते थे। ध्यानपूर्वक कौशल को कुशलता से मिलाना बहुत जरूरी नहीं होता। बहुत से लोग तो 20 वे दर्जे से पहले एक सादे कागज की तरह होते थे।
दूसरा, यद्यपि 20 वां दर्जा और उससे पहले के दर्जे, खिलाड़ियों को उनका पेशा चुनने की छूट देते थे, अधिकतर आने वाले खिलाड़ी एक साधारण राय बनाकर आते थे: अय्यारी, तलवारबाजी या गोलियों से सम्बंधित? इस तरह के भी खिलाड़ी थे, पर ये क्सिउ जैसे खिलाड़ी? वह हर वर्ग तक पहुँचने का प्रयास करते थे। 20 वे दर्जे से पहले खिलाड़ी हर तरह के कौशल को सीख सकते थे, पर उनकी ताकत उनके हथियारों द्वारा सीमित कर दी जाती थी।
उदाहरण के लिए, यदि किसी ने निशाना लगाने की कला तरणतीर सीख रखी थी, फिर भी वह किसी भी प्रकार से इस कला का प्रयोग तलवार के साथ नहीं कर सकता था। इसलिए विकट देव को हर कला सीखने के लिए, हर वर्ग से हर तरह के हथियार भी लेने होंगे। लगातार उनकी अदला बदली करना काफी असुविधा का विषय हो सकता है। जो अभी शुरुआती चरण पर है, उनके लिए इतनी असुविधा, किसी सजा से कम नहीं है? केवल कभी प्रसिद्ध रहा, बिना किसी विशेषताओं वाला खिलाड़ी ही ऐसा करेगा।
बिना विशेषताओं वाला खिलाड़ी? वो खिलाड़ी जिनका कोई वर्ग नहीं होता। पर यह तब होता था जब दर्जो की, अधिकतम सीमा 50 थी। जब दर्जों की अधिकतम सीमा बढ़ी और वर्गों का जगाए जाना शुरू हुआ, बिना विशेषता वाले खिलाड़ी गायब हो गए। आज के समय के खिलाड़ी अगर विकट देव की कुशलता समूह को देखेंगे तो बजाय बिना विशेषता वाला खिलाड़ी समझने के, केवल उस पर हँसेंगे।
ये क्सिउ को लगा जैसे उसने इस बारे में सोचा भी नहीं है। विकट देव के पास मात्र एक कांस्य की तलवार थी। पर जैसे ही वो एक दुकान के पास से गुजरा, उसने यह हथियार भी बेच दिया।
उसके तुरन्त बाद ही वह भंडार गृह में पहुँचा और उसका दरवाजा खोला। बिना किसी उम्मीद के एक इक्विपमेंट अंदर पड़ा हुआ था।
जिन खातों ने सर्वर बदल लिए थे, वो खाली कर दिए गए थे। खाली से मतलब अनुभव, सोना, भरे हुए बस्ते, यहाँ तक की पत्र व्यवहार के डब्बे तक खाली थे।
पर विकट देव, जिन्होंने अभी 10 वे सर्वर पर तबादला लिया था, बिना किसी उम्मीद के एक इक्विपमेंट पा गए थे।
कोई नहीं जानता था यह कैसे हुआ, पर ऐसा लग रहा था जैसे ऐसा होने की उम्मीद ये क्सिउ को थी। उसे पता था कि वह एक इक्विपमेंट पाने वाला था। पर उसे पाने के बाद भी ये क्सिउ के चेहरे पर खुशी का कोई भाव नहीं था। इसके विपरीत उसका मन खिन्न हो गया था। उसके हाथ एक बार फिर कांपने लगे। आखिरी बार जब ऐसा हुआ था तब उसने एक ऑटम लीफ का कार्ड खो दिया था। अब, यह फिर हो रहा था, जब वह इक्विपमेंट लेने जा रहा था।
माउस ऊपर की ओर उठाया।
बहुरंगी छाता- दर्जा 5
भार:23 कि., आक्रमण रफ्तार 5
शारीरिक हमला:180, मायावी आक्रमण 180
बस यही था। उसके में कोई अलग से गुण नहीं थे। यह हथियार लगभग खाली, खिलौने की तरह था।
किंतु बहुरंगी छाते का रंग सफेद नहीं था, बल्कि चांदी रंग का था।
ग्लोरी, इक्विपमेंट्स को रंगों के हिसाब से बांटा गया था: संतरा, भटीला, हरा, नीला, सफेद। सफेद उपकर्णो के पास कोई अलग से शक्ति नहीं थी। हरे रंग के इक्विपमेंट चुनौती में दिए जाने वाले अंक के साथ दिया जाता था। नीले इक्विपमेंट काल कोठरी में गिराये जाने पर मिलते थे, जबकि कुछ चुनौती में भी मिल जाते थे। वो सबसे नए इक्विपमेंट होते थे। जहाँ तक भटीले और संतरीले रंगों वाले इक्विपमेंट का सवाल था, वह काफी ऊँचे दर्जे के थे। फिर चाहे वह पैसा हो या चरित्र, उसे पाने के लिए खिलाड़ियों को भीड़ से कुछ अलग करना होता था।
चांदी के रंग में रंगा बहुरंगी छाता इन पांचों रंगों से अलग था। अगर चेन गुओ ने उठकर देखा होता तो वह जरूर हैरान रह गयी होती। चांदी का रंग सिर्फ खुद से बनाये गए इक्विपमेंट्स पर होता था। खुद से बनाये गए इक्विपमेंट, ग्लोरी की सबसे बड़ी खासियत थी। उनको बनाने के लिए खेल के किसी निर्माण कुशलता का उपयोग नहीं किया गया था, बल्कि यह एक खास तरह के इक्विपमेंट संपादन से बनाये जाते थे। यह खेल के अंतिम अंग माने जाते थे।
ग्लोरी में एक प्रसिद्ध कहावत थी, खुद से बनाये गए इक्विपमेंट जरूरी नहीं की ताकतवर हो, पर सभी ताकतवर इक्विपमेंट, खुद से बनाये गए है।
खुद से बनाये गए इक्विपमेंट संतरीले रंग के महानतम इक्विपमेंट्स को भी पछाड़ सकते थे। सभी प्रोफेशनल यूनियन में, सभी क्लब एक खास दल पर इसी लिए पैसे खर्च करते थे ताकि वह खुद से बनाये गए इक्विपमेंट्स पर और शोध कर सकें। युद्ध देवता एक ऑटम लीफ के पास भी चांदी के रंग का दुष्ट विनाशक भाला था। वह बेहतरीन और बहुत ही प्रसिद्ध हथियार था, अपनी तरह का एकलौता।
खुद से बनाये इक्विपमेंट्स की खासियत यह थी कि उन्हें बनाना अत्यंत कठिन था पर हर एक इक्विपमेंट अनोखा था।
इसीलिए केवल दो ही बातें हो सकती थी। या तो वह इक्विपमेंट महानतम हथियारों को टक्कर देने वाला हो या फिर अपने ही ढंग का अनोखा कबाड़।
बहुरंगी छाता? यह कबाड़ है या करिश्मा?
अगर चेन गुओ जाग रही होती और हथियार के गुणों को जान ले तो वह तुरन्त ही फैसला ले सकती थी।
अव्वल दर्जे का। बहुरंगी छाता एक अव्वल दर्जे का इक्विपमेंट था जो अपने दर्जे के संतरीले इक्विपमेंट को भी आसानी से मात दे सकता था। 180 शारीरिक और मायावी हमले। यह 10 वे दर्जे के संतरीले हथियार के बराबर था। पर इस तरह के बड़े हथियार अक्सर भारी और धीमें होते हैं। बहुरंगी छाता बिल्कुल भी भारी नहीं था और उसकी औसत आक्रमण की चाल 5 थी। अगर 10 वे दर्जे के हथियार से भी तुलना की जाए, तो अंको के आधार पर भी वह बहुत आगे था।
पर उसकी कमजोरी भी साफ थी। बहुरंगी छाता में केवल बुनियादी विशेषताएं थी, उसमें किसी भी तरह का इजाफा नहीं किया जा सकता था। इसके अलावा, 5 वा दर्जा, यह दर्जा तो पलक झपकते ही खत्म हो जाएगा।
पर ये क्सिउ ने इस तरह नहीं सोचा क्योंकि उसे पता था कि बहुरंगी छाता एक दिव्य रचना थी। अनगिनत प्रयास और असफलता के बाद, 5 वे दर्जे पर बहुरंगी छाता गढ़ना अपने आप में एक उपलब्धि थी। खुद से बने इक्विपमेंट्स की एक खासियत यह भी थी कि वह तर्क शक्ति से काम करता है और इसके द्वारा इसकी क्षमता बढ़ाई जा सकती है। अतः खुद से बनाये गए हथियार कभी जंग नहीं खाते और उनकी क्षमता लगातार बढ़ाई जा सकती है।
ये क्सिउ ने बहुरंगी छाता लिया और विकट देव के हाथ में देते हुए बोला, "चलो शुरू करते है"। उसने बहुत ही धीमी आवाज में बोला और तुरन्त ही विकट देव को काबू में करते हुए हरे जंगलों में बनी कोठरियों में चल दिया। ऐसा लगा जैसे विकट देव ने उसकी आवाज सुन ली हो।
हरा जंगल एक 5 लोगो की कोठरी थी, जिसमें केवल 5 वे दर्जे का खिलाड़ी ही घुस सकता था। 10 वे दर्जे और उससे ऊपर के खिलाड़ियों की उपलब्धियां कोई मायने नहीं रखती थी। इसका मतलब इस कोठरी के लिए वह किसी दूसरी तालिका में भाग नहीं ले सकेंगे। कई सारे खुले हुए दल उस कोठरी के सामने बैठे थे। जब विकट देव वहाँ पहुंचा, उसे कई सारे आमंत्रण मिले। ये क्सिउ ने चयन करने के लिए किसी सावधानी को ध्यान में नहीं रखा और एक ऐसे दल का चुनाव किया जिसमें बस एक और सदस्य की जरूरत थी।
"बढ़िया, बढ़िया, बढ़िया" वह जैसे ही अंदर घुसा, ये क्सिउ ने दल के नेता सुषुप्त शेखर को चिल्लाते सुना
"हम छिपे हुए सरगना के द्वारा गिराए हुए सामान को कैसे बांटेंगे?" ये क्सिउ ने पूछा
"ओह? बेहद विचारणीय" जिस तरह से सुषुप्त शेखर बिना सोचे जवाब दे रहा था, उससे वो कोई पुराना खिलाड़ी लग रहा था। कम से कम उसने यह नहीं पूछा कि छिपा हुआ सरगना कौन था।
छिपे हुए सरगना से मिलने के लिए एक पार्टी का बनना जरूरी था। कोठरी में घुसने पर कुछ सुराग मिलेंगे। छिपे हुए सरगना की शक्ति, कोठरी के असली सरगना की शक्ति से ज्यादा थी पर सामान्य सरगना द्वारा नहीं छोड़े गए इक्विपमेंट कभी भी फट सकते थे।
असल में ये क्सिउ की चरम शक्तियां इस छोटी सी कोठरी के लिए अकेले ही काफी थी। पर पार्टी बनाना जरूरी था ताकि छिपे हुए सरगना से मिल सकें। वह यह भी चाहता था कि सामान छिपे हुए सरगना द्वारा ही छोड़ा जाए क्योंकि उसकी मदद से बहुरंगी छाता की क्षमताओं को और बढ़ाया जा सकता था। ये क्सिउ को यह साफ तौर से पता थी। विकट देव के दर्जे को बढ़ाने की तुलना में बहुरंगी छाता की क्षमता बढ़ाना ज्यादा कठिन काम था। इसलिए उसने अभी से शुरूआत करने की ठानी।
निचले दर्जे की कोठारी जैसे हरा जंगल, चाहे कितना भी बढ़िया इक्विपमेंट इस्तेमाल करो, वह कुछ देर बाद नष्ट हो ही जाता है। इस लिए उसकी कोई कीमत नहीं है। अनुभव के अलावा, छिपे हुए सरगना द्वारा छोड़े गए सामान ही खिलाड़ियों को आकर्षित करते थे। यह सामान कभी पुराने नहीं होते थे। पुराने सर्वर में भी बहुत से लोग, इन्ही सामान के लिए हरे जंगल में घुसा करते थे।
सुषुप्त शेखर इस बात को अच्छे से जानता था, इसलिए उसने तुरंत ही बंटवारे के बारे में बताना शुरू किया: उस खिलौने द्वारा फेंका गया हर सामान कीमती है, इसलिए हर गिरी चीज का फैसला पासा फेंक कर होगा।
"ठीक है" वह इतना ही कह सका। वह सबसे कैसे भिड़ सकता था? यह एक खूंखार गिरोह था, जिनके कोई नियम नहीं थे।
"बढ़िया, चूंकि हम सब तैयार है, तो चलो फिर" सुषुप्त शेखर ने कहा। सबके जवाब मिलते ही वह अंदर घुस गया।
ये क्सिउ चेन गुओ से बात कर रहा था, इसलिए उसने हेडफोन नहीं लगाया था। अब उसने उन्हें निकालकर, फिर से लगा लिया। जैसे ही वो कोठरी में घुसा उसने एक चीख सुनी, "क्या किस्मत है! एक छिपा सरगना पहले ही"