"जल्दी, जल्दी हमला करो" नीलधारा ने तुरंत चिल्लाया। एक लहर भीड़ का सबसे कठिन हिस्सा था राक्षसों को खींचना और उससे भी आश्चर्य की बात यह काम एक ऐसे आदमी द्वारा किया जा रहा था जिसने अभी तक अपना वर्ग भी नहीं बदला था। पर पूरी राक्षसों की भीड़ को खत्म करना भी आसान नहीं था। मायावियों के दो वार के बाद भी यह काफी नहीं था कि उन सब को मार दिया जाए।
चमकता विद्युत और घुमड़ते बादल अपनी रफ्तार धीरे करने की गलती नहीं कर सकते थे। एक ने भड़कती ज्वाला फेंकी तो दूसरे ने बर्फानी तूफान।
दोनों द्वारा किए गए, दोनों वार दो अलग रास्तों से किया गया था। हालांकि दोनों की कुशलता एक ही दर्जे की थी पर उनका प्रभाव अलग अलग था। जादू की आग की खासियत यह थी कि वो फटती हुई सी दिखती थी। जैसे ही भड़कती ज्वाला फेंकी गई ज्वाला की एक लहर गोब्लिंस के पैर के नीचे से गुजर गई। ज्वाला लगभग जमीन से आसमान तक फैली हुई थी, 3 मीटर ऊंची।
गोब्लिंस जिन पर हमला हुआ था वह अचानक हवा में उड़ गए। भड़कती हुई ज्वाला जलती रही और गोब्लिंस चीखते रहे पर यह कुशलता कोई आतिशबाजी नहीं थी। ज्वाला की लपटें और ऊंची उठी और कुछ ही पल में वह बिखर गई। उसके गायब होते ही गोब्लिंस जमीन पर गिर पड़े। पर इसी लम्हे में घुमड़ते बादल की बर्फानी तूफ़ान उनके सर पर टूट पड़ा। ओले बर्फ की कुहाँसे के साथ जिसका एक-एक टुकड़ा एक पाव रोटी के बराबर था गोब्लिंस के ऊपर गिर रहा था।
भड़कती ज्वाला यूँ ही खत्म हो गई पर बर्फानी तूफ़ान हर दूसरे से चौथे सेकंड में बरस रहा था। कुल नुकसान की गणना की जाए तो बर्फानी तूफ़ान ज्यादा घातक सिद्ध हुआ। पर एक झटके से नुकसान को देखा जाए तो भड़कती ज्वाला काफी ज्यादा मुखर थी। यह खासियत थी उन दोनों के बीच में एक बर्फ का रास्ता और एक आग का रास्ता।
"डॉल शुरूरू" ये क्सिऊ चिल्लाया। चंद्र शोभा पहले से ही तैयार थी और उसने तुरंत डॉल शुरूरू का प्रयोग भीड़ के बीच में शुरू कर दिया।
"डॉल शुरूरू एक तरह की गुड़िया थी। 2 मीटर के घेरे में पड़ने वाले सभी राक्षस इसके काले जादू से ग्रस्त हो जा रहे थे, जिससे सभी राक्षस इसे काबू करना चाह रहे थे। जाहिर सी बात थी इसकी कुछ रुकावटें थी। पहला डॉल शुरूरू का दर्जा राक्षसों के दर्जे से कम नहीं होना चाहिए था। दूसरा एक साधारण डॉल शुरूरू का किसी सरगना या बादशाह पर कोई प्रभाव नहीं था। केवल "डॉल शुरूरू नवीन" कुशलता थी जो कुछ काम कर सकती। उस समय, चंद्र शोभा इतने ऊंचे दर्जे पर नहीं थी कि डॉल शुरूरू नवीन कर सके पर उसका डॉल शुरूरू, अपने दर्जे की बराबरी पर आ गया था इसलिए दर्जे की दिक्कत नहीं रही। जब उसने मंत्रोच्चार शुरू किया तो सभी गोब्लिंस डॉल शुरूरू की ओर दौड़े।
"यह बहुत देर तक डरावना नहीं रह पाएगा" चंद्र शोभा ने तुरंत ही मंत्रोच्चार के बाद चिल्लाया। डॉल शुरूरू का प्रभाव काफी देर तक रहता था, पूरे 20 सेकंड तक, पर दिक्कत यह थी कि इस छोटी सी गुड़िया के पास ज्यादा स्वास्थ्य अंक नहीं थे। जो राक्षस डरे हुए थे, वह मात्र खड़े होकर देख नहीं रहे थे, वह हमला भी कर रहे थे। गोब्लिंस की इतनी बड़ी भीड़ के साथ डॉल शुरूरू पलक झपकते ही खत्म हो जाता था। चमकते विद्युत की भड़कती ज्वाला और घुमड़ते बादल की बर्फानी तूफ़ान भी धीमा पड़ रहा था। एक को 6 सेकंड की जरूरत थी तो दूसरे को 8 सेकंड की। अब दोनों ही पागलों की तरह, अपने एक अकेले जादू के मंत्र का इस्तेमाल कर रहे थे। गोब्लिंस की भारी भीड़ का सामना करते हुए उनके मंत्र इतने प्रभावशाली नहीं थे जितनी उन्होंने उम्मीद की थी।
"बस" जब ये क्सिऊ ने ऐसा कहा तो उसने विकट देव को संभालते हुए आगे बढ़ने के लिए धकेला। डॉल शुरूरू के प्रभाव से गोब्लिंस गुटों में बंध गए थे। हाथापाई करने वाले गोब्लिंस डॉल शुरूरू के इर्द-गिर्द से और लंबी दूरी वाले गोब्लिंस डॉल शुरूरू पर हमला शुरू कर चुके थे। डॉल शुरूरू सिर्फ कुछ पल के लिए ही अस्तित्व में थी उसके बाद वह खत्म हो जाती। पर इस समय में विकट देव गोब्लिंस की ओर भागने के लिए तैयार था। उसका भाला जा चुका था। उसकी जगह पर उसके दाएं और बाएं हाथ में लोहे की छड़ थी। उसने एक गोब्लिन को उठाया और उन्हें धोबी पछाड़ दे मारा।
धोबी पछाड़ के कारण झटके की एक लहर बनी और आसपास के सभी गोब्लिंस गिर पड़े।
"खड़ग कौशल के प्रधान तैयार हो जाओ गिरती हुई कटार के लिए। जैसे ही वह उठे वैसे इसका इस्तेमाल करो" ये क्सिऊ चिल्लाया।
नीलधारा जिसे अब तक कोई सूचना नहीं थी, वह चौंक गया पर उसने तुरंत ही जवाब दिया और उसने जलते सूर्य नामक तलवार को उठाया और आगे बढ़ने लगा।
सारे गोब्लिंस अब ऊपर चल रहे थे। नीलधारा ने पहले ही हवा में छलांग लगा दी थी और उसका लक्ष्य भीड़ के बीच में था। उसके दोनों हाथ में तलवार थी जिन्हें वह लगातार घुमाए जा रहा था।
खड़ग प्रधान की कुशलता: गिरती हुई कटार।
गिरती हुई कटार के लिए जितनी ज्यादा कूद होगी उतना ही ज्यादा नुकसान होगा और उतने ही बड़े घेरे में झटकों के लहर असर दिखायेंगे। नीलधारा काबिल था कि वह नील नदी संघ के पांच बड़े जानकारों में से एक कहलाये। जैसे ही ये क्सिऊ चिल्लाया नीलधारा ने तुरंत उसका मतलब समझ लिया। गिरती हुई कटार का वार काफी सटीक था। वार के झटको के लहरों के फैलने के बाद गोब्लिंस जो भी अभी ऊपर चढ़े थे फिर, तुरंत ही नीचे गिर गये।
ए.ओ.ई हमला लगातार किया गया था और उनका इस्तेमाल नुकसान करने के लिए नहीं था पर इसलिए था की विश्वास हो सके कि सभी राक्षस एक जगह थे और उनके पास फिर से उठकर हमला करने का कोई रास्ता नहीं था। हालांकि धोबी पछाड़ और गिरती हुई कटार का असर भी ठंडा पड़ रहा था। यह दोनों ही कुशलता काफी नहीं थी इस भीड़ को संभालने के लिए। डॉल शुरूरू का ठंडा पड़ना और भी ज्यादा लंबा था 30 सेकंड और वह इतनी देर रुक नहीं सकते थे इतने छोटे से समय में।
"और कौन से ए.ओ.ई हमले वह हम पर कर सकता है?" नीलधारा ने सोचा। उसके दिमाग में सभी कुशलताएं दौड़ रही थी जो उसने वर्ग बदलने से पहले सीखी थी और जिनका वैसा ही प्रभाव होता जैसा धोबी पछाड़ या गिरती हुई कटार के वार से होता था। अंत में, उसने अगला आदेश सुना "परछाई का चोला"
"सही" नीलधारा ने अचानक समझा। उसने देखा चंद्र शोभा एक कदम आगे बढ़ गई थी। अपने हाथ की एक लहर से उसने एक बैंगनी काले रंग का चोला अपने हाथ के आस्तीन से निकाला और उड़ाया और उससे लिपट के कुछ गोब्लिंस फंस गए। उस चोले ने उन्हें कस लिया और गोब्लिंस चीखने लगे जैसे वह किसी कसी हुई गेंद में थे जो फिर से नीचे गिर गयी हो।
"इस कुशलता को अब तक वापस काम कर देना शुरू कर देना था" नीलधारा ने कुशलताओं के ठंडे पड़ने की गणना की, जब तक वह ये करने में लगा था, उसने दूसरा आदेश सुना "भड़कती ज्वाला"
जल्दी ही चमकते विद्युत की भड़कती ज्वाला ठंडी पड़ गई और उसने उसका प्रयोग किया जैसे ही उसने फिर से आदेश सुना। एक बार फिर मंत्रोच्चार सही समय पर हुआ जैसे ही गोब्लिंस खड़ा होने वाला था।
भड़कती ज्वाला आसमान को छू रही थी और गोब्लिंस हवा में ही गुलाटियां लगा रहे थे। जब वह गिरे तो, 2 सेकंड और गुजर गये थे। नीलधारा को एहसास हुआ कि यह वार भीड़ को संभालने का वार भी था।
एक जानकार के तौर पर वह सही में जानकार था। उसने सोचा भी नहीं था कि इन कुशलतओं का सही उपयोग भीड़ को संभालने के लिए होगा। बराबरी के दर्जे की कोठरियों को पार करने के लिए एक लहर भीड़ का उपयोग करना, वह सही में बहुत मजबूत था।
नीलधारा समझ चुका था। इस पल में वह कोई गलती नहीं करना चाहता था जिससे एक लहर भीड़ सही ढंग से असर कर सके।
नीलधारा समझ गया पर और लोग कैसे नहीं समझे थे? चौंके हुए वे सब ये क्सिऊ के आदेश का पालन करने लग गये और एक कुशलता के बाद दूसरी का प्रयोग कर रहे थे। गोब्लिंस ऊपर उड़ रहे थे, नीचे गिर रहे थे और लगातार संघर्ष कर रहे थे। सामानों के गिरने से जगह भर गयी थी और उन्हें साफ़ करने के बाद ही वो चारों झटके के असर से उबर सके। 20 या और ज्यादा गोब्लिंस एक ही बार में मारे गए थे।
"जल्दी करो और चलते रहो" दूसरे हिस्से में लोगों ने लगभग देखा भी नहीं कि वहाँ पर क्या हुआ था और तुरंत ही चिल्लाया कि आगे बढ़ते रहो।
नीलधारा और अन्य ने तुरंत पालन किया। कुछ झलक देखने के बाद कि क्या सामान गिरा था उन्होंने कुछ भी उठाने लायक नहीं पाया इसलिए उन्होंने सब छोड़ दिया। वो कीर्तिमान तोड़ने जा रहे थे, किसके पास समय था नुकसान करने के लिए?
कोठरी के बाहर फूलों के लालटेन ने संदेश भेजा "कैसा रहा? जवाब नहीं है?"
"सही में वो भगवान की तरह लड़ा" नीलधारा ने जवाब दिया।
"तुम क्या कह रहे हो?"
"एक लहर भीड़! एक लहर भीड़!"
"बकवास! तुम लोग क्या बात कर रहे हो?" फूलों के लालटेन को कुछ समझ नहीं आया।
"हम एक लहर भीड़ का सामना करके आए हैं" नीलधारा ने कहा।
"तुम मजाक कर रहे हो, है न?" फूलों के लालटेन ने कहा।
"बस इंतजार करो जब हम टीवी पर होंगे, हा हा हा" ग्लोरी में खिलाड़ियों को सिस्टम घोषणा के दौरान दिखाया जाता था, जैसे टीवी पर हो।
फूलों की लालटेन ने मूर्खता से संदेश को बंद कर दिया जबकि गोलू नाविक ने पूछा "कैसा रहा सब कुछ?"
"वह उन सबको आगे की तरफ धकेल रहा था एक लहर भीड़ से" फूलों की लालटेन ने कहा।
"एक लहर भीड़?" गोलू नाविक भी मौन हो गया।