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राजकुमारी को मार डालने की साज़िश

अब आगे...

 योग गुरु के घर से निकल कर ओ दासी वेगस के राज महल जाती है... वहां हर राज परिवार के सदस्य का अपना खुद का मेहेल था...

ओ दासी एक बहत बड़ी ओर बहत ही खूबसूरत मेहेल मे जाती है.. ओ मेहेल ऊपर से नीचे तक सोने से सजा हुआ था..

मेहेल के अन्दर दसिया अपना अपना काम कर रही थी... ओ दासी जो योग गुरु के यहाँ से खबर लेके आयी थी उसका नाम सोहेला था..सोहेला बड़ी राजकुमारी कि सबसे ख़ास ओर वफादार दासी थी...

अधविका.. राजा बाइलियास ओर रानी व्यमिली कि बड़ी बेटी थी....ओ बचपन से ही वेगस प्लेनेट कि रानी बनना चाहती थी...

वेगस प्लेनेट का एक नियाम था.. के वहां अगर राजा ओर रानी को बेटा होता है तो ओ बड़े होकर उस प्लेनेट कि सुरक्षा करेंगे...ओर अगर राजा रानी को बेटी हुई तोह ओ वेगस प्लेनेट कि आनेवाली पीढ़ी कि महारानी बनेगी.. ओर वही लड़की बनेगी.. जो Star Stone के पावर के साथ जन्मी होंगी...

दासी सोहेला राजकुमारी अधविका के कमरे कि ओर चली जाती है...सोहेला बहत बेचैन थी... इस खबर को लेके..ओ जल्द से जल्द राजकुमारी को इस खबर कि सूचना देना चाहती थी..जब ओ राजकुमारी के कमरे के आगे पहँचती है... तो एक दासी उसे रोक देती है... जिस वजह से सोहेला गुसे मे आग बबूला होकर कहती है.. तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे रोकने कि.. कया तुम मरना चाहती हो... क्या तुम्हे पता नहीं मे कौन हूं...

दूसरी दासी बहत डर ते हुए कहा नहीं नहीं.. मेने कुछ नहीं किया है खुद राजकुमारी ने कहा है.. के अभी ओ सम्भोग कर रही है इसलिए अभी उनसे कोई नहीं मिल सकता जब तक ओ खुद बाहर ना आए किसीको अन्दर जानेकी इजाजत नहीं है..

ये बात सुनते ही सोहेला का मुँह मूड गया..उसने दासी से कहा पहले बताना था तुम्हे अगर दूसरी बार ऐसा हुआ तो तुम्हारी मौत पक्की... अब बताओ राजकुमारी कितने दिनों से सम्भोग कर रही है...दूसरी दासी ने कहा.. जी ओ दो दिन हो गये है...

सोहेला मुस्कुराते हुए कहती है .. लगता है इस बार राजकुमारी ने कोई तगड़ा ढूँढा है... वरना राजकुमारी के आगे कोई आदमी एक दिन भी ना टिक पाए... बोलके सोहेला बालों को झटका ते हुए वहां से चली गयी..

एक आदमी जो लगभग 8 फुट का होगा .. उसका शरीर किसी राक्षस कि तरह था... ओ आदमी राजकुमारी के शरीर से ऐसे खेल राहा था... जैसे कोई भूखा भेड़िया हो... राजकुमारी भी जैसे ये सब से काफी संतुस्ट लग रही थी.. राजकुमारी का शरीर ऐसे चिपका हुआ था उस आदमी के साथ जैसे ओ दो अलग अलग शरीर नहीं बलके एक शरीर हो...

आदमी राजकुमारी के स्थानों को ऐसे चूस राहा था... जैसे ओ राजकुमारी के स्थानों को पूरी तरह से निचोड़ लेना चाहता हो...जैसे पूरा का पूरा स्तन ही निगल जाएगा..ओर दूसरी हात से दूसरे स्तान को मसल राहा था...आदमी के नीचे दबी हुई राजकुमारी इस पल का परम आनद बहत अच्छे से ले रही थी..सम्भोग कि गति बहत तिबर था...राजकुमारी की सिसकियाँ सारे कमरे मे गूंज रही थी...

फिर भी राजकुमारी कहती है कया तुममें सिर्फ इतनी ही ताकत है... अपनी और ताकत लगाओ ओर मेरे अन्दर तुम समा जाओ...तुम्हारी पूरी ताकत मुझमे डाल दो.... मेने तुम जैसा ताकत वर आदमी कि सारी ताकत देखना चाहती हूं..

आदमी राजकुमारी कि ऐसी बात सुनके ओर भी जंगली हो जाता है..राजकुमारी आदमी कि जंगली पन से ओर भी संतुस्ट होते हुए बोली.. हा.. हाँ.. बस ऐसे ही... मे आज तक तुम जैसा आदमी नहीं देखा है..जो मुझे पूरी संतुस्टी दे सके... मेरे स्तनों को एक साथ मुँह मे भर लो.. ओर जब तक तुम्हारा मन करें.. उन्हें चूस ते रहो... मुझे संतुस्ट करो..आदमी ऐसा ही करता है..राजकुमारी फिर कैहती है..हाँ हाँ . मे... मे... बस.. संतुस्ट होने ही वाली हूं... ओर जोर से करो.. ओर तिबर से... आहाँ.. आहाँ . अह्ह्ह्ह... अहह.. ओर तिबरा... मुझे संतुस्टी मिलने ही वाली है... हा हा... इसी तरह...मुझे ओर दो..

उन दोनों कि आवाज उस कमरे के बाहर भी जा रही थी... दसिया उन आवाज को सुन कर भी अनसुना कर रही थी... क्युकी अगर उन्होंने कुछ कहा तो उनका मरना ताई था... इसलिए हर कोई बस अपना अपना काम कर राहा था...

ऐसे ओर कुछ देर तक चला.. फिर एक जोर कि आवाज आयी..ओ आवाज माया कि संतुस्टी कि आवाज थी... अह्ह्ह्ह.. अह्ह्ह्ह... अहाँ .. अहाँ.... राजकुमारी के चेहरे पर एक संतुस्टी के भाब थे उसने कहा तुम बहत काबिल हो हा हा... अहह... फिर उनकी आवाज आना बंद हो गयी....

कमरे मे ओ आदमी निढाल होके साइड मे गिर गया... कुछी पल मे ओ आदमी का पूरा शरीर धूल बनके हवा मे मिल जाता है... ओर वहां निर्बस्त्र होकर राजकुमारी अधविका आराम से सोइ हुई थी.. उस आदमी का शरीर धूल बनते हुए देख कर उसके चेहरे पर एक शातिर मुस्कान आ जाती है...आदमी की सारी सक्तियां... राजकुमारी ने सम्भोग के जरिये... खिंच लिया था.. जिस वजह से उस आदमी को अपनी जान खोना पड़ा...

राजकुमारी उसी तरह बिना कपडे पहने उसी रूम मे बने बाथ टब मे चली जाती है.. ओ बाथ टब दूध से भरा हुआ था.. ओर दूध के ऊपर गुलाब कि पंखुड़ीया बिछी हुई थी... अधविका उस बाथ टब मे दूध कि स्नान करती है... फिर कुछ दसिया आकर अधविका को उसके कपडे पेहेना ने लगते है...अधविका के चेहरे पर एक संतुस्टी कि भाब था... दो दिन तक सम्भोग करने के कारण ओ बहत खिली खिली दिख रही थी...

तभी वहां सोहेला आजाती है.. ओर कुछ बोलने कि कोसिस करती है.. कि तभी उसकी नजर अधविका के आँखों से मिलती है जो उसे धमकी दे रही थी.. अगर उसने सब के सामने कुछ ऐसा वैसा कहा तो उसकी मौत ताई है... सोहेला जल्दी से अपना मुँह बंद कर लेती है...

फिर अधविका हाथ हिलाकर सबको वहां से जानेका इसरा करती है..इसरा मिलते ही सारी दसिया वहां से चली जाती है.. सोहेला अधिविका के पास जा कर उसके कपडे पेहेना ते हुए बोली... राजकुमारी आपको पता है.. मेने आज महाराज ओर महारानी को बहत जल्दी मे कहीं जाते हुए देखा.. तो मे भी उनके पीछे चली गयी.. आपको पता है ओ कहा गये थे...

वो लोंग महा गुरु के पास गये थे... आप जानते है महा गुरु ने कया कहा... महा गुरु ने कहा Star stone से दो दिन पहले बहत रौसनी निकल रही थी ... इसलिए अब वेगस प्लेनेट कि अगली पीढ़ी कि रानी जल्दी से आने वाली है...

अधविका ठाहाका लगा कर हसने लगी... अधविका ने कहा.. सोहेला कया तुम्हे नहीं पता ओ बेवक़ूफ़ किस तरह कि मौत मेरी थी... ओर एक बार जो मर जाए ओ कभी वापस नहीं आते... कया तुम्हे मुझे येभी सीखना पड़ेगा...

अधविका के बात सुनके सोहेला जल्दी से बोली... राजकुमारी ये मे नहीं.. महा गुरु बोल रहे थे... अधविका मुस्कुराते हुए.. आपनें कपडे ठीक करते हुए बोली.. ओ लाखो सालों का बूढा.. ओ सठिया गया है... क्युकी दो दिन पहले मे राज मंदिर गयी थी... जहाँ मेने जब Star stone को छुआ तो मेरे सक्तियों से star stone के अन्दर से ओ प्रकाश निकली थी... ओर उस बूढ़े को लगता है.. उनकी मरी हुई राजकुमारी वापस आएगी...और हसने लगी

तभी सोहेला ने कहा.. लेकिन राजकुमारी आज जो मेने सुना महा गुरु से... अधविका उसकी बात को काट ते हुए कहा.. हा अगर ऐसा कुछ है.. तो हम आपनें सबसे वफादार दूत को पृथ्वी लोक भेजेंगे.. उसे ढूंढ़ ने.. क्युकी मेरी प्यारी बेहेन को पृथ्वी लोक कुछ ज्यादा ही पसंद है..

ओर अगर ओ वहां मिली.. तो उसे वहीँ ख़तम कर दिया जायेगा.. ओर वेगस प्लेनेट कि अगली रानी मे बनुँगी... कोई और नहीं... फिर अधविका हसने लगी....