अब तक
सिंध्या की बात सुन उन्ही बच्चों में सबसे छोटी बच्ची जो की 3 साल की थी वो कहती हैं _" पली ने याद किया "
सिंध्या उसकी बात सुन मुस्कुरा देती हैं। और अपने साथ लाया सामान बच्चो को देने लगती हैं।तभी सिंध्या का फोन बजता हैं वो नाम देखती हैं तो यह डॉक्टर कुटकुटिया का फोन था ।
सिंध्या बच्चो को बाद में आने का बोल अपनी स्कूटी की तरफ आ फोन उठा कहती हैं _" कहिए डॉक्टर आपने केसे याद किया मुझे , , "
डॉक्टर कुटकुटियां हस्ते हुए कहते हैं _" अरे बेटा , , तुम्हे पता केसे चल जाता हैं में काम के लिए फोन किया हैं , , तुमने जासूस तो नही छोड़ रखे मेरे पीछे "
सिंध्या भी मजाक करते भी कहती हैं _" हा क्यों नही अब तो आपकी जासूसी करके ही सब चलता हैं , , अब मजाक छोड़िए और बताइए केसे याद आई मेरी "
डॉक्टर भी सीरियस होते हुए कहते हैं _" तुमने जिस बच्चे को आज ब्लड दिया हैं , , उसके लिए केयरटेकर चाहिए थी , , तो मेने तुम्हारा नाम ले दिया , , तुम जाओगी क्या , , ,"
सिंध्या डॉक्टर की बात सुन कुछ पल रुक कर कहती हैं _" ठीक हैं , , उनसे हा कह दीजिए "
अब आगे
सिंध्या के हा कहने पर डॉक्टर कुटकुटिया खुश हो कर बोलते हैं _" तो तुम कल सुबह ओबेरॉय मेंशन चली जाना में तुम्हे एड्रेस सेंड कर दूंगा , , बाय बेटा " कह फोन रख देते हैं।
सिंध्या अपना फोन पॉकेट में रख स्कूटी स्टार्ट कर अपने घर के लिए निकल जाति हैं।
ओबेरॉय मेंशन
अश्विका बार बार ईधांश के हाथो की चोट को छू रही थी तो कभी उसके सिर की चोट को , , उसके ऐसे कर्ण पर ईधांश को बहुत चिड़ मच रही थी।
अश्विका अपने हाथ हटाते हुए ईधांश से अपनी तोतली आवाज में कहती हैं _" भाई , , दलद हो लहा है। आपको , , , आपको ताती हो गई ।"
अश्विका की बात सुन ईधांश अपना सिर हा में हिला देता हैं।
दादी ईधांश की चोट को देखे हुए अश्विन से कहती हैं _" बेटा , , क्यों न हम ईधांश के लिए किसी को रख ले । जो इसका समय समय पर ड्रेसिंग कर दिया करेगी "
दादी की बात में दादा जी हा में हा मिलाते हुए कहते हैं _" सही कह रही हैं तुम्हारी दादी , , तुम से ना हो पाए तो तुम्हारी दादी किसी अच्छी नर्स को केयर करने के लिए बुला देंगी ।"
अश्विन ने उन्हे मना नहीं किया , , क्युकी उसे नही लग रहा था सिंध्या आएगी , , तो उसने अपना सिर हिला दिया ।
अब तक रात हो गई थी , अश्विन दोनो बच्चो को खाना खिलाता हैं , , और रूम में ले आ ता हैं।
अश्विन सबसे पहले अश्विका को त्यार करता हैं फिर आराम से ईधांश को करता हैं , , अश्विन ईधांश को बहुत आराम से त्यार कर रहा था ताकि उसे दर्द न हो ।
थोड़ी देर में तीनो ही बिस्तर लेटे हुए थे , ईधांश अश्विन से चिपकते हुए कहता हैं _" डैडी स्टॉली , , , छुननी हैं ।"
अश्विका भी दूसरे साइड से चिपकते हुए कहती हैं _" लपनजेल की छुनाना आप "
ईधांश अश्विका का मजाक उड़ाते हु कहता हैं _" बुद्धू , , हम वो नही छूनेगे , ,हम तलंशफोलमल (ट्रांसफार्मर) की स्टोली छूनेंगे।"
अश्विन दोनो की बहस चुप कर के कहता हैं _" दोनो ही शांत हों जाओ , ,हम हनुमान जी की स्टोरी सुनेगे "
दोनो अश्विन की डांट सुन चुप हो जाते हैं और स्टोरी सुनने लगते हैं।
थोड़ी दे में दोनो सो जाते हैं , अश्विन दोनो को अच्छे से लेटा देता हैं और ईधांश की साइड ज्यादा पिलो लगा देता हैं जिससे उसे लगे न , , दोनो को ब्लैंकेट से कर कर अपने रूम की तरफ आ जाता हैं।
अगली सुबह
ओब्रोए मेंशन
आज मेंशन के गेट के पास लड़कियों की बहुत भीड़ लगी हुई थी। सब के सब यह केयरटेकर की जॉब के लिए आए थे । पर उन्हे देख कर ऐसा लग रहा थे वो यहां ब्यूटी कंसर्ट के लिए आए हैं।
सिंध्या जो की अपनी स्कूटी से वहा आई थी इतनी भीड़ देख खुद से कहती हैं _" क्या इन्होंने यहां मेरे अलावा ओरो को भी बुलाया हैं , , पर इससे मुझे क्या , , डॉक्टर अंकल ने जो कहा हैं वो करूंगी।"
सिंध्या अपनी स्कूटी साइड में रख आगे चली जाति हैं , , तो एक लड़की जो की वहा सबसे आग खड़ी थी जान करके , , सिंध्या को इस आगे जाता देख उसे रोक देती हैं और कहती हैं _" मैडम , , कहा चली आगे , , दिख नही रहा हैं यह लाइन लगी हुई हैं "
उस लड़की को सिंध्या ऊपर से लेकर नीचे तक स्कैन करती हैं , , उसने मिनी स्कर्ट और ऊपर व्हाइट शर्ट पहनी थी जिसके ऊपर के 3 बटन खुल हुए थे। उसे देख सिंध्या हस्ते हुए कहती हैं _" सॉरी तो से मिस , , बट में यहां इंटरव्यू के लिए नही आई हु , ,मुझे मिस्टर ओब्रोई ने बुलाया हैं "
सिंध्या की बात पर वो लड़की कुछ कहती उससे पहले ही बटलर आते हुए कहता हैं।
आप लोग चलिए , ,बड़ी मैडम आप सबका इंटरव्यू लेगी उसके बाद बड़े बाबा आप सब का इंटरव्यू लेंगे ।
बटलर की बात सुन सब लड़कियां खुश हो जाती हैं , , और वहा से अंदर आ जाति हैं।
सिंध्या बस सब चीज आस पास देख रही थी । पर कोई था जिसकी नजर भी बाहर से आती सिंध्या पर थी।
दादी सभी लड़कियों से सवाल कर रही थी और उनको रिजेक्ट पर रिजेक्ट करे जा रही थी साथ उन्होंने उस लड़की को भी रिजेक्ट कर दिया जो बाहर सिंध्या से झगड़ा कर रही थी।
दादी सिंध्या से कुछ सवाल।करती हैं जिसका जवाब सिंध्या बहुत ही अच्छे से देती हैं । दादी सिंध्या से इंप्रेस हो गई थी।
दादी को इंप्रेस होता देख वो लड़की जो लड़ रही थी कहती हैं _" मैडम ओब्रॉय आप ऐसे हम रिजेक्ट कर इसे केसे रख सकती हैं , , यह तो अपनी कोई क्वालिफिकेशन तक ले कर नहीं आई , , और जो सवाल आपने इससे पूछे वो बहुत ही आसान थे ।"
उस लड़की की बात सुन दादी सोचते हुए कहती हैं _" तुम सही कह रही हो रीमा , , "
रीमा दादी को।अपनी बातो में आता देख सिंध्या को।देख तिरछा मुस्कुरा देती हैं पर सिंध्या को कोई फर्क नही पड़ता हैं।
कोई कुछ आगे कहता तभी अश्विका वहा अपनी डॉल के साथ दौड़ते हुए आ जाती हैं , ,और सिंध्या को देख उसे मम्मा ,, ,, ,, मम्मा , , ,मम्मा , , , कहते हुए आ रही थी।
सिंध्या कन्फ्यूजन में उसे देख रही थी की अचानक से अश्विका का पैर कारपेट में उलझ जाता हैं , , अश्विका गिरती उस पहले ही सिंध्या उसे पकड़ लेती हैं।
अश्विका सिंध्या को देख बोलती हैं "मम्मा, , , "
To be continue
Kesa lga part dosto btana mat bhulna , , , yeh kesi lag rahi hein story , , btana zarur mujhe