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Chapter 4: राजा का रहस्य

विक्रम और उसके दोस्तों ने राजा की आत्मा को शांति प्रदान करने का निर्णय लिया और वे एक नए मिशन के लिए तैयार हो गए। आत्मा ने उन्हें बताया कि राजा का रहस्य और उसके बलिदान की कहानी सिर्फ उस पुरानी किताब में ही नहीं, बल्कि राजा के कोषाधिकारी के कमरे में भी छुपा हुआ था।विक्रम और उसके दोस्तों ने आत्मा के मार्गदर्शन में राजा के कोषाधिकारी के कमरे की ओर बढ़ते हुए देखा कि कमरे का माहौल बहुत रहस्यमय और भूतिया था। एक पुरानी मेज पर राजा की पुरानी तस्वीर और उसकी सिरपंजी बीच बिखरी हुई थीं।विक्रम ने धीरे-धीरे सबसे कमरे की तरफ बढ़ते हुए देखा कि एक चिट्ठी भी मेज पर रखी गई थी। वह चिट्ठी राजा के लिए एक गुप्त संदेश था, जिसमें लिखा था कि वह अपनी आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए एक विशेष कार्य करना होगा।चिट्ठी ने विक्रम को एक पुराने गुफा की ओर पहुंचने का सुझाव दिया, जो गुप्त रूप से राजा के बलिदान की स्थान था। विक्रम और उसके दोस्त ने माना कि यही है उनका अगला कदम, और वे गुफा की ओर बढ़े।अगले अध्याय में, विक्रम और उसके साथी गुप्त गुफा की रहस्यमयी खोज में निकलेंगे, जहां उन्हें राजा के और भूतों के साथ एक मुश्किल संघर्ष का सामना करना होगा।

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