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Chapter 1: रात का भूत

गाँव का हर आदमी और औरत विक्रम की बातों में खोया रहता था। एक रात, जब चाँदनी की किरणें गाँव को चमका रही थीं, गहरे जंगल से एक अजीब सी आवाज सुनाई देने लगी। लोग कह रहे थे कि यह गाँव में रात का भूत घूमता है।विक्रम, एक निर्विवाद और उत्साही लड़का, ने यह सुनकर तय किया कि उसे इस रहस्य का पता लगाने का मौका मिलना चाहिए। वह अपने दोस्तों को संग लेकर रात के प्रारंभ में ही जंगल की ओर बढ़ा।जंगल की घने झाड़ियों में चलते हुए, वे अचानक एक बड़े पेड़ के पास पहुंचे, जिसके नीचे एक गुप्त रुग्णालय बना हुआ था। वहां से आ रही भयानक आवाजों ने उनकी शिरों को चकरा दिया।बस, जैसे ही वे गुप्त रुग्णालय में प्रवेश करते हैं, वहां कुछ अद्भुत घटनाएं उन्हें देखने को मिलीं। धूप-छाया की खेलती हुई आत्माएं, आकाश में उड़ती अजीब सी आवाएं, और रुग्णालय के कोने में एक बड़ी सी पुरानी किताब जिसमें अज्ञात भूतों के बारे में कुछ लिखा हुआ था।विक्रम और उसके दोस्त ने धीरे-धीरे उस पुरानी किताब को खोला और उसमें छिपा रहस्यमय सत्यों का पता लगाने का निर्णय किया। इस रहस्यमय जंगल में बड़े पुराने हवेली की बात थी, जिसमें किसी राजा का आत्मा आज भी रुका हुआ था।क्या विक्रम और उसके दोस्त राजा की आत्मा के साथ मुकाबला कर पाएंगे और इस रहस्यमय हवेली के पीछे छुपे आत्मा की कहानी सुन पाएंगे? आगे के अध्यायों में यह सबकुछ सामने आएगा।

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