ईशानी के कहने पर अनुष्का ने हां में सर हिलाया और भी दोनों हवेली के अंदर चली गई। हवेली वाकई बहुत शानदार थी। हर चीज अपने आप में perfect लेकिन रंगो के अभाव में और बिना केयर के एकदम सुनसान और जर्जर हो गई थी। अनुष्का तो आई ही यहीं ठानकर थी, की यह उसकी लाइफ का पहला contract है और वह इस प्रोजेक्ट को पूरी मेहनत, लगन और इमानदारी के साथ करेगी।
हवेली में पहले से ही कुछ मजदूर आ चुके थे। और सामने हवेली के आंगन में एक सजीला जवान खड़ा था। जो ईशानी,अनुष्का के आते ही उनकी आवाज सुनकर उनकी तरफ मुड़ गया।
ईशानी अनुष्का को उसके पास ले गई और अपना परिचय उससे करवाती हुई बोली.....
ईशानी-hello... आई एम ईशानी। और आप?
हर्ष- माई सेल्फ हर्ष।
और फिर हर्ष अनुष्का की तरफ मुड़कर बोला...…..
हर्ष- और आप.....?
अनुष्का- हाय.... मैं ईशानी यहां की पेंट आर्टिस्ट। और...
तभी ईशानी अनुष्का की बात को बीच में काटते हुए बोली....
ईशानी-पागल मेरा नाम क्यों ले रही है...!!
अनुष्का-हां... मेरा मतलब यह ईशानी मेरी जूनियर है ।मतलब पेंट आर्टिस्ट है, मेरी हेल्प असिस्टेंट। और मैं ..... मैं अनुष्का, अनुष्का राठौड़।
लेकिन आप कौन हैं? और आपको यहां किसने भेजा....?
हर्ष-जिनकी ये हवेली है, उन्होंने।मिस मीरांँ ने मुझे यहां की निगरानी..... मेरा मतलब काम की देखरेख और निगरानी के लिए मुझे हायर किया है।
अनुष्का- इसका मतलब आप यहां हमारे chief हैं। am I right.???
हर्ष- ह...हाँ...जी बिलकुल।
इशानी- तो फिर हमें काम कब से शुरू करना है?
हर्ष- कल सुबह 8:00 बजे से। और हां मीराँ मैम ने कहा है कि यहां का काम 2 महीने के अंदर-अंदर complete हो जाना चाहिए।
अनुष्का- जी..
हर्ष-आपका कमरा यहां से सीढ़ियाँ चढ़कर first फ्लोर पर दाईं तरफ है। आप जाकर आराम कर सकतीं हैं ।
अनुष्का-आ..... thank you.
इसके बाद इशानी और अनुष्का अपना सामान लेकर ऊपर अपने कमरे में चली जाती हैं। और हर्ष उनको पीछे से देखता रह जाता है। और कहानी का यह दृश्य यहीं समाप्त होता है।
he guys this is second chapter of the novel
plz tell me ye novel kesa h
the next chapter Will be release on 10 May
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thanks