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real story of life part by part

real story of life part by part

Subir_Khan · Realistis
Peringkat tidak cukup
30 Chs

real story part(25)

 जब एक आदमी को अपनी पूरी ईमानदारी और मेहनत का फल नही मिलता है तो फिर ऐसी ज़िन्दगी का जीना या नही जीना कोई फर्क नही पड़ता है।

मैं पूछता हूँ उस ज़िन्दगी देने वाले से जिसने बिना मन के ये ज़िन्दगी दी, के आखिर मेरे परिवार का क्या दोष था, और कहां पर उनकी कोई भी ग़लती थी, जो सबसे पहले मेरे दादा जी को इस दुनिया से उठा लिया वो भी उस वक्त जब एक 13 साल के बच्चे को अपने फ़ादर की बहुत ज़्यादा ज़रूरत होती है, उसके बाद मेरे पापा ने अपने छोटे से परिवार की पूरी देख भाल और अपने दोनों भाई को पढ़ाया लिखाया और उस काबिल बनाया के तुम अपना और अपने परिवार का ठीक तरह से ख्याल रख सको,

और मेरे पापा ने जिस भाई को उस मुक़ाम तक पहुंचने में शुरू से आखिर तक और खुद तकलीफ में रहकर उस भाई की मदद की और हर तरह से मेरे पापा ने अपने भाई का सपोर्ट किया,और वही भाई एक दिन अपने ही बड़े भाई के साथ ऐसा करेगा, ये मुझे पता नही था, वो भी किसी गैर के बहकावे में आकर मेरे चाचा ने ऐसा करवाया,ऐसा उन्हें नही करना चाहिए था।

मैं मेरे चाचा से ही नही सभी लोगों से यही कहता हूँ, और जहां तक मेरा मानना है के अगर आप किसी की हेल्प करो तो पूरे दिल से करो वरना मत करो।मेरे पापा ने कभी भी मेरे चाचा को ट्रक देने के लिए नही कहा। वो ट्रक तो मेरे चाचा ने मुझे दिया था, तो इसका हिसाब भी मेरे ही से करना चाहिए था,इसके लिए मेरे पापा की हत्या क्यों कि गई,

मैं बताता हूँ कि मेरे पापा की हत्या क्यों करवाया वो पाखंडी मेरा चाचा कान का बहुत कच्चा था, के उस आदमी के बहकावे में आगये मेरे चाचा, उस आदमी ने मेरे चाचा को इस तरह से बहकाया मेरे पापा के खिलाफ के मेरे चाचा भी पूरी तरह से उस आदमी के जाल में फस गए, लेकिन मैं उस आदमी से ज़्यादा दोषी अपने चाचा को ही ठहराऊंगा, वो इसलिए के एक मिसाल है। जो गलत नही होती। जब अपने अपने नही होते तो गैरों की क्या मिसाल दूं।

इतना सब कुछ मेरे चाचा ने क्यों किया या करवाया। वो अभी पता चलेगा,  जब मैंने मेरे पापा का पोस्ट मार्टम करवा कर जब बाहर निकाला। उसके बाद मैं पोस्ट मार्टम के आफिस में गया और कहा के मेरे पापा का पोस्मार्टम रिपोर्ट मुझे चाहिए,लेकिन उन्होंने कहा के, वो रिपोर्ट अभी नही मिलेगी, वो रिपोर्ट कुछ दिनों बाद आपके एरिया थाना में पहुँच जाएगी, वही से आप ले लीजियेगा, फिर मैं अपने पापा को वहां से अपने घर ले आया, और उसके बाद घर मे सभी रोना और यहां तक के पूरे घर मे मातम सा माहौल हो गया, और बाकी के जो परिवार आये थे वो मेरे पापा के अंतिम संस्कार की तैयारी में लग गए, दोस्तों मेरे चाचा ने मुझे कहाँ कहाँ और कितना ज़ुल्म किया है, मैं सब बताऊंगा के कोई अपना चाचा इतना ज़ुल्म कैसे कर सकता है,

अब आगे पार्ट 25 में,,,,,,,

             Real story

  Translate in to english

When a man does not get the fruits of his honesty and hard work, then it does not matter whether he lives such a life or not.

 I ask that life giver who gave this life without heart, what was the fault of my family, and where was their fault, who first took my grandfather from this world, that too at that time  When a 13 year old child needed his father very much, after that my father took full care of his small family and taught his two brothers and made him capable that you take care of yourself and your family properly.  take care,

 And the brother my father helped him to reach that point from beginning to end and being in trouble himself, and in every way my father supported his brother, and the same brother one day with his own elder brother  I didn't know it would do this, my uncle got it done under the guise of someone else, he should not have done this.

 This is what I say to everyone, not only to my uncle, and as far as I believe that if you help someone, then do it wholeheartedly or else don't. My father never asked my uncle to give the truck.  That truck was given to me by my uncle, so it should have been accounted for by me, why was my father murdered for this?

 I will tell why that hypocrite got my father murdered. My uncle was very raw of ear, that my uncle came under the guise of that man, that man seduced my uncle in such a way against my father that my uncle was also completely  But I would blame my uncle more than that man, because he is an example.  Which is not wrong.  What example should I give to others when I am not my own?

 Why did my uncle do or get all this done?  He will know now, when I got my father done post mortem and took him out.  After that I went to the post mortem office and said that I want the post mortem report of my father, but he said, that report will not be received yet, that report will reach your area police station after a few days, you will take it from there, then  I brought my father from there to my house, and after that there was all the crying and even mourning in the whole house, and the rest of the family who had come started preparing for my father's funeral,  Friends, where and how much has my uncle oppressed me, I will tell everyone how can someone oppress his uncle so much,

 Now in the next part 25,,,,,,,