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Ch 2 dhamki ..

अब तक..

तभी दूसरी तरफ से आवाज आती है बॉस हमें लड़की मिल गई है,.... ठीक है उसे यहां लेकर आओ... उसने इतना बोल कर तुरंत फोन कॉल को कट कर दिया..

 कुछ देर में दो हटे कट्टे बॉडीगार्ड एक लड़की को जबरदस्ती लगभग  घसीटते हुए विला के अंदर लेकर आते हैं  और उसे एक आदमी के सामने ला कर खड़ा कर देते हैं...

अब आगे..

एक लड़की बेतहाशा चीखे चिल्लाए जा रही थी , और बार-बार कह रही थी कि मुझे छोड़ दो मुझे जाने दो,  पर वे बॉडीगार्ड ऐसे बीहेव कर रहे थे जैसे उन्हें कुछ सुनाई ही ना दे रहा हो..

 पर जब वह अपना चेहरा उठा कर,  सामने बेहद सख्त चेहरे वाले इंसान को देखती है जिसका ऑरा देखने से किसी डरावने शैतान से भी ज्यादा खतरनाक लग रहा था उसके चारों तरफ से बहुत ही डार्क वाइव्स आ रही थी...

 शैलवी जब अपने सामने देखती है तो वह एक पल के लिए तो बेहद ही घबरा जाती है,  पर अगले ही पल शैलवी अपने चेहरे पर बेहिसाब गुस्सा और अपने डर को लिए हुए एक टक क्रिस्टोफर को बुरी तरह से घूरे जा रही थी.... मानो अगर उसका बस चले तो वह अपनी नजरों से ही क्रिस्टोफर को जलाकर राख कर दे....

 शैलवी : तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे यहां जबरदस्ती लाने की मुझे छोड़ दो नहीं तो यह तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा। शैलवी ने यह सब लगभग चीखते हुए कहा ।

उफ्फ्फ.....!

 तुम्हारी इन्ही अदाओं ने ही मुझे तुम्हारी तरफ आकर्षित किया है। ना चाहते हुए भी मेरा ध्यान तुम्हारी तरह चला ही जाता है...।

ये तुम्हारा बिना डरे मेरे सामने खड़े रहना, और मुझ से ना डरने वाला ये एटीट्यूड, बेबाकी से जो भी  मन में है वह सब कह देना। तुमने सच में मुझे मजबूर कर दिया अपनी और देखने के लिए,.....

पर मुझे तुम्हारा यह एटीट्यूड बिल्कुल पसंद नहीं आया, मुझे यह एटीट्यूड हर हाल में तोड़ना है... मैं तुम्हें अपने कदमों पर लाकर रहूंगा...।

बहुत जल्द तुम्हारी उठी हुई आंखें हमेशा मेरे सामने झुकी रहेंगी....तैयार हो जाओ इसके लिए तुम्हारा बुरा वक्त शुरू हो चुका है....

 तुम्हारे अंदर सच में काफी हिम्मत है जो तुम मेरा ही बच्चा लेकर मेरे घर से भाग गई, पर कोई बात नहीं बहुत जल्द तुम्हारी हिम्मत भी टूटी गई तुम्हारा गुरुर भी और तुम्हारा यह एटीट्यूड भी....

 क्रिस्टोफर ने व्यंग्यात्मक तरीके से मुस्कुराते हुए ये सब कहा.....

 क्रिस्टोफर की बात सुनकर शैलवी ने लगभग चिल्लाते हुए कहा यह बच्चा तुम्हारा नहीं है यह बच्चा सिर्फ और सिर्फ मेरा है शैलवी ठाकुर का.....

 शैलवी की बात सुनकर क्रिस्टोफर मोटी आकाश गई गुस्से से उसका पूरा चेहरा लाल हो गया उसके माथे पर नसें उभर आई  क्रिस्टोफर ने लगभग दहाड़ते हुए कहा....

 वह बच्चा तुम्हारा नहीं सिर्फ और सिर्फ क्रिस्टोफर मार्टिन का है। तो आइंदा उसे अपना बच्चा कहने की हिम्मत भी मत करना नहीं तो तुम्हारे लिए सही नहीं होगा.....

 उसकी बात पर शैलवी ने भी लगभग चलाते हुए ही कहा कि नहीं यह बच्चा मेरा है अगर तुमने इसे मुझसे छीनने की कोशिश की तो मैं तुम्हारे खिलाफ पुलिस कंप्लेंट करूंगी...

 उसकी बात पर क्रिस्टोफर  शैतानी हंसी हंसते हुए कहा सच में, तब तो मैं भी देखना चाहूंगा कि कौन सी पुलिस स्टेशन में तुम मेरे खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाती हो और किसकी इतनी हिम्मत होती है कि वह मेरे खिलाफ पुलिस कंप्लेंट लिख सकें...।

बेबी तुम सच मे अभी बहुत भोली हो तुम्हे अभी मेरे बारे में कुछ नहीं पता है..., क्रिस्टोफर ने व्यंग भरी मुस्कान के साथ कहा.....

मैं यहां का बेताज बादशाह हूं मेरे खिलाफ यहां कोई बोलने तक की हिम्मत नहीं करता है... , और तुम मेरे खिलाफ पुलिस कंप्लेन करोगी... वैसे तुम शौख से  कोशिश करके देख सकती हो मैं रोकूंगा नहीं तुम्हें....

 उसने अपने कठोर एवं कोल्ड आवाज में कहा....

 उसकी ऐसी बातें सुनकर शैलवी बहुत ज्यादा डर जाती है....।  अपने आप को ऐसे मजबूर और लाचार देख कर उसे अपने मबहुत ज्यादा गुस्सा आता है ऐसी तो वह बिल्कुल नही थी। अचानक से ऐसा कैसे हो गया जहां वह अपने आप को इतना दयनीय महसूस कर रही थी।

 अपने मन में ( शेल्बी ) सोचते हुये चाहे कुछ भी हो जाए मैं कितनी भी लाचार क्यों ना हो जाऊं या हालात कैसे भी हूं मैं अपना बच्चा इस निर्दयी इंसान को बिल्कुल नहीं दूंगी.....

जिसे इंसान तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता यह बिल्कुल राक्षस है मैं अपना बच्चा ऐसे इंसान को बिल्कुल भी नहीं सौंप सकती यह मेरे बच्चे को भी अपने जैसा हैवान बना देगा।

 तभी क्रिस्टोफर चिल्लाते हुए शेरा... ( शेरा क्रिस्टोफर का पर्सनल बॉडीगार्ड ) तभी देखने में बिल्कुल हट्टा कट्टा लंबा चौड़ा मजबूत कद काठी और सांवले रंग का एक व्यक्ति आता हुआ दिखाई देता है जिसके हाथ में बेहद नुकीला चाकू था....

 तभी अचानक क्रिस्टोफर ने वह चाकू शेरा के हाथों से ले लिया और बगल में खड़े बॉडीगार्ड के हाथों को काट दिया चारों तरफ खून ही खून फैल गया, चारों तरफ बॉडीगार्ड की दर्द भरी चीख गूंज गई। बॉडीगार्ड गिड़गिड़ा कर अपनी जान की भीख मांगने लगे।  यह वही बॉडीगार्ड थे जो कुछ देर पहले शैलवी को खींचते हुए यहां लेकर आए थे...

 पर बेहद खतरनाक ढंग से उनको देखते हुए कहा तुम लोगों की हिम्मत कैसे हुई इस लड़की को छूने की जिस चीज को एक बार क्रिस्टोफर छू लेता है,...

फिर वह किसी को इजाजत नहीं देता कि कोई उस इंसान को देख भी सके और तुम लोगों ने तो उसे इन्ही हाथ से छुआ था इसलिए मैंने इन्हें काटकर अलग कर दिया.....

 शैलवी यह सब देखकर मानो अंदर तक हिल गई उसका पूरा शरीर डर से कांपने लगा उसकी इतनी भी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह अपनी आंखों को ऊपर करके क्रिस्टोफर का चेहरा देख सके....वह तो बस अपनी डरी हुई नजरों से उसके  के हाथों को घूर रही थी जिसमें बहुत सारा खून लगा हुआ था...

 क्रिस्टोफर व्यंगात्मक रुप से हंसते हुए  उसके डरे हुए चेहरे को देखकर कहता है बेबी यह तो बस शुरुआत है तुम तो इतने में ही डर गई आगे तो तुम्हें और भी बहुत कुछ देखना है और सहना भी है ....

शैलवी को उसे देखकर बेहद घिन और नफरत हो रही थी कैसे कोई इंसान किसी दूसरे इंसान को इस तरह किसी जानवर की तरह काट सकता है सच में इसके पास तो दिल नाम की चीज नहीं है।...

 इन सब चीजों को देखकर शैलवी ने अपने मन में पक्का इरादा कर दिया था , कि वह अपने बच्चे को किसी भी हालात में क्रिस्टोफर को नहीं सौपे गी चाहे उसके लिए उसे कुछ भी करना पड़े किसी भी हद तक जाना पड़े वह जाएगी पर अपने बच्चे को वह सुरक्षित रखेगी।.....

 क्रिस्टोफर बस उसके चेहरे के बनते बिगड़ते हुए भावों को लगातार एकटक देखे जा रहा था.....

 क्या शैलवी बचा पाएगी अपने बच्चे को क्रिस्टोफर से....?या फिर खुद ही हो जाएगी कैद....?

 कहानी आगे जारी है...

 डियर रीडर्स.....

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 धन्यवाद.....!