webnovel

curiosity of the village

बहत समयेकी बात हे।एक गाउँ मे एक पति ओर पत्नी रेहेते थे।उन्लोगोके पास सादिके बहत समयेके वादभि बच्चे नहि हुवाथा।गाउँ वाले उन्लोगोके बारेमे बहत भला बुराईया कर्ने लगे।पत्नी के पास चुप चाप बेठ्नेके अलावा कुच्भि ओर चारा नहिथा लेकिन पति उए सब सेहेन नहि कर्पाताथा।वो रोज रोज दारु पिके घर जाताथा ओर उस्के पत्निको पिट्ता था।एअक दिन के वाद वो पत्नी आप्ने हात्पे हि दिया जलाके आप्ने कुल देव के मन्दिर तक नङा पेर चल्के गया ओर प्राथना कि आप्ना दुख पोख्ने लगा। वो बोल्ने लगाकी उसे एक बच्चा चाहिये चाये वो लुरा लङ्डा गुङा जेसाभी क्युना हो।

इस्के कुच समये वाद उन्लोगिके बछे हुये एक बेटा हुवा।वोबातमे पता चलाकी वो बोल नहिसक्ता था। पत्नी आप्ने हात्पे हि फिर्से दिया जलाके आप्ने कुल देव के मन्दिर तक नङा पेर चल्के गया ओर प्राथना कि आप्ना दुख पोख्ने लगा। वो बोल्ने लगाकी उसे एक बच्चा चाहिये वो लुरा लङ्डा जेसाभी क्युना हो लेकिन बोल सके ।उस्केबात कुछ समयेबाद एक ब्च्चा हुवा।बच्चा बहत काला था तो वो पति ने फिर्से दारु पिने ओर पत्निको माना सुरु कर्दिया।फिर्से एक बार फिरसे पत्निने वेसाहिकिया लेकिन उस्ने गुङा या अर कुच नहि काहा।

कुच समये वाद बहतहि एक अछासा बच्चे हुवा उस्बकत सबलोग खुस थे।लेकिन बचा अपाहिज निक्ला। उस्का कमरका निचेका हिस्सा नहि चल्ताथा।पति उस बचेका जन्मके वाद पुरी तर से बदल चुका था । पत्निने फिर्से भाकल कर्लि।पत्नी ने बचे भाकल कर्के पाया था तो इसिलिये उनोने बचेको एअक तान्त्रिक के पास लेजाकर बचेका इलाज कर्वाया।देध साल लगे लेकिन वो ठिक हुये।उस्के बादमे एक वोर बचे भि हुवा एक बहथी सुन्दर्सा बेटा।

उस्के कुच सयेबाद वो पत्नी मर गैइ।लेकिन जाते जाते मेरे बदे वैया भैया मुजे ओर एक सुन्दर्सा मेरे छोटे भाइको जनम दे गै।मे वोहि सुन्दर लेकिन अपाहिज बच्चा था। मा के चल बस्ने के वाद मुजे मेरे छोटे भाइ ने बहत हि प्यार किया कर्ता था।वो रोज सुभ जल्दी उठ्कर पुरी घार ओर घर्के आस पास साफ किया कर्ता था।फिर आगनसे देख्ता था कि कन्सी घर्पे चुला जलराहा हे।फिर वो चुला जल रहे घर पे जाके आगे बेठे ते ता था।प्यारसे लोग उस्के pocket मे dry fried maize दाल्दे ता था।वो एक भि maize नहि खाता था मेरे पास आके सारे कि सारे मुजे खिलादेता था।मेरे लिये कोइ सब्से प्यार कर्ने वाला उस्बक्त था तो केबल वोहि था।लेकिन ईश्वर को ये सब मन्जुर कहाँ ।उस्ने मा के बात उसे भि छिन्के मुज्से बहत हि दुर लेगा।उस्के बात मेरे दुख्का दिने भि सुरु हुने लगे।

दोनोही बडे भाइयो ने वारि बारिसे सादी कर भाबिया घरले आ चुके थे।भायोके आनेके वाद मेरेलिये भाईयो के प्यात कम्सा हो चुका हा।अंश बाड्ते समये पे इसिलिये मउजे भेद भाब सेहेन कर्ना पडा।मुजे कम उब्जाउ जमिन मिला।जोभी हो।मेरे पिता जब जिन्दा थे तो मे बडे भाइ ओर पिता जि एकही घर्पे रेते थे ।पिता जि भि चल्ने के वाद मे अप्ने बडे भाइ के साथ रेहे ने लगा।अंस बट्नेके वाद मे आप्ना हि घर्पे पेता था।मुजे रोज जेसा भाबी के गालिया सेहेन कर्ना पर्ताथा।एक दिन मे घर छोड कर गाउँ के अन्य भाइयो के साहारे india पोहोच गया।india पे मुजे बडिसी कुचभि परिसानिया नहि कर्नी पडि।किउकी उदर मेरे काफी जान्पेहेचानका लोक थे।