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मृत्यु का देवता (भाग 2)

( मृत्यु का देवता or डेथ बॉय, प्रकाश के देवता or जीवन के देवता, कालेदेवता 0r ब्लैकडेविल ये सब देवता के दूसरे नाम हैं।)

           अचानक दो शैतान जैसे चेहरे वाले दो अजनबी आते हैं, वह दोनो देवदूत की आत्मा को खींच लेते है, और कहते हैं हम मौत के दूत हैं, कुछ समय में आपको सब कुछ पता चल जाएगा और फिर वह डेथबॉय को नमन करते है और अचानक वहा से गायब हो जाते है।

                                  डेथबॉय (लड़का) अब घर के लिए निकल जाता है और सड़क पर जाते जाते सोचता  है कि ये सभी लोग कौन थे? और वे सब मेरे पीछे क्यों पड़े हैं? 

अचानक सफेद कपड़े  मे और रोशनी के साथ  एक आदमी डेथबॉय के सामने आता है और कहता है कि तुमने मेरे दो देवदूत को मार डाला।

और वह आदमी कहता है "हाँ, तुम सही सोच रहे हो मैं जीवन का देवता हूँ।

                   जीवन के देवता डेथबॉय से कहते हैं कि जितना जल्दी हो सके तब तक  तुम इन सभी बातों का पता लगा लें तो बेहतर है,,,  नहीं तो मैं तुम्हें मारना चाहता हूं।  और मृत्यु के बाद तुम सब कुछ जान जाओगे, लेकिन तुम्हारा समय समाप्त हो गया होगा। यह कहते हुए  ही जीवन के देवता वहां से गायब हो जाते है।

           फिर, डेथबॉय यह सोचकर घर चला जाता है कि मेरे साथ ऐ सब क्या  हो रहा है?? वहाँ रास्ते में उसे वही साधु

मिलता है जो उसके पिता के मित्र थे। साधु कहता है कि मैं जानता हूँ कि तुम्हारे मन में कितने प्रश्न हैं।  इसके लिए तुम्हे इस किताब को लो और इसमें आपको सारे जवाब मिल जाएंगे,

           और यह भी कहा कि इस संकट से जितनी जल्दी हो सके तो जल्दी से बहार निकलो क्योंकि एक और बड़ा संकट तुम्हारे ऊपर आ रहा है और वह तुम्हारा मुख्य काम है पैदा होने का। और वह साधु की मदद के लिए धन्यवाद कहता है।  और वहासे घर की तरफ़ निकलता है, फिर घर जाता है  खाना खा के फिर वह किताब पढ़ने लगता है.....

           ये सभी भगवान कृष्ण, भगवान ब्रह्मा और भगवान शंकर द्वारा बनाए गए हैं।  इन सभी  ने  लाखों आकाशगंगाएँ और अनेक सौरमंडल बनाए हैं। लेकिन अब समस्या यह थी कि इतनी आकाशगंगाओं और उनके सौरमंडल की देखभाल कैसे करें, इन तीनों देवताओं ने सौरमंडल के अनुसार देवदूत बनाया जिसमें जल के देवता थे,  भूमि, वायु, अग्नि आदि शामिल थे....।

        इस तरह भगवान ने  65 मि आकाशगंगा के 11 मे सौरमंडल मे दो देवता बनाए जिसमें एक है

1.श्वेत देवता और

2. काला देवता (ब्लैकडेवील)

 

लेकिन ब्लैक डेविल(काले देवता) दुनिया पर राज करना चाहता था।  इसलिए उसने एक काली शक्ति प्राप्त करी, लेकिन जब श्वेत देवता को सब कुछ पता चल गया, तो उसने उसके दो बेटे से कहा की, जो भी ब्लैक डेविल को हरा कर उसे कैद करेगा उसे  मैं  अगला राजा बनावुगा,

(श्वेत देवता के दो बेटे 1. जीवन का देवता  और  2.  मृत्यु का देवता )

                फिर जीवन के दूसरे देवता ने अंततः हिमालय पर्वत के पेट में अपनी बुद्धि के प्रॉयग से ब्लैकडेविल को पूर्ण कैद (गिरफ्तार) कर लिया ....

                   अब, श्वेत देवता अपने पुत्र को जीवन के देवता को  नया राजा बनाने की सोच रहे थें।  लेकिन इससे मृत्यु का देवता क्रोधित  हो जाते है, और वह स्वर्ग छोड़ कर भूमि पर आ जाते है।

अब, यहाँ भूमि पर आकर, मृत्यु के देवता ने फैसला किया कि अब वह सभी  मानवों की इच्छा पूरी करेगै।

     

  (एक व्यक्ति जो अपने दोस्त के साथ एक बड़ी कंपनी का संचालन करते था। पर, उसके दोस्त ने खुदके नाम पर सारी संपत्ति और कंपनी  खरीद ली (धोखा दिया)। अब, वह गरीब हो गया है इसलिए वह जीवन से ऊब गया है और वहां कि एक बड़ी इमारत से कूद ने का सोचाता है और जेसे ही कूदने वाला होता हैं तबही...  ...)

     

      मृत्यु के देवता उस व्यक्ति के पास जाते हैं और कहते हैं, मैं मृत्यु का देवता हूं। मैं तुम्हारी कोई भी इच्छा पूरी करूंगा, बदले में तुम्हें मुझे अपनी आत्मा देनी होगी। शर्त यह है कि तुम्हारी इच्छा पूरी होने के 20 दिन बाद, मैं  तुम्हें भी मार डालूगा।

(वह आदमी मन ही मन सोचता है कि, यदि मुझे मरना ही है, तो मैं अपनी इच्छा पूरी करके ने के बाद क्यू  ना मरूँ?? और वह कहता है)….,

             

     मेरी बात सुनो, मेरी इच्छा है कि तुम मेरे उस दोस्त को मार डालो जिसने मुझे कल  धोखा दिया है। मृत्यु के देवता कहते हैं, 'तथा अस्तु'।  फिर वह वहां से गायब हो जाते है।  अगली सुबह वह आदमी अपने दोस्त की मौत की खबर समाचार में पढ़ता है ...

             

          20 दिन बाद मृत्यु के देवता अचानक उस व्यक्ति के सामने आते हैं और आके बताते हैं, आपका समय समाप्त हो गया है।        

       मुत्यु का भगवान उस व्यक्ति की आत्मा ले लेते है,और वह व्यक्ति वहीं मर जाता है।

(यह कुछ देखकर सब श्वेत देवता  भी  बहुत दुखी होते है, वह अपना जादुई दंड नीचे पटकते हैं और , न्याय ऐसा कह ते है, और इस शब्द का प्रयोग करने के बाद  दोनो उसके पुत्र उसके सामने आ जाते हैं।)

अब , जीवन के देवता कहते हैं कि इन सब कांंड के लिए मृत्यु के देवता को दंडित किया जाना चाहिए।

फिर, श्वेत के देवता कहते हैं कि मृत्यु के देवता को एक और मौका मिलना चाहिए, लेकिन उनकी सजा और जीवन के देवता का सम्मान करते हुई मैं मृत्यु के देवता को पृथ्वी पर पैदा होने की सजा देता हूं।

और  यह सब मुत्यू के देवता को कुछ याद नहीं रहेगा और उसके 20वें जन्मदिन तक कोई उसे मार नहीं सकेगा, उसके बाद आप ( जीवन का देवता) जो कुछ भी करना है वह कर सकते हैं। इतना कहकर श्वेत देवता गहरी नींद में.. चले जाते है ......